6 day gym workout plan in Hindi आमतौर पर ज्यादातर लोग जिम जाते हैं। लेकिन जिम जाकर की जाने वाली एक्सरसाइज का सप्ताह भर का प्लान बनाना जिम वर्कआउट शेड्यूल कहलाता है। अक्सर जिम वर्कआउट प्लान या तो जिम के ट्रेनर या प्रशिक्षक द्वारा बनाया जाता है या फिर खुद जिम जाने वाले व्यक्ति द्वारा जिम में की जाने वाली कसरत की योजना तैयार की जाती है। वास्तव में जिम वर्कआउट प्लान की जरूरत व्यक्ति पर निर्भर करता है। कुछ लोग वर्कआउट शेड्यूल के अनुसार जिम करना पसंद नहीं करते जबकि कुछ लोग अपनी बेहतर फिटनेस एवं अन्य विशेष कारणों से जिम वर्कआउट प्लान बनाते हैं। यदि आपको अपना जिम वर्कआउट शेड्यूल निर्धारित करने में दिक्कत आ रही है तो इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे हैं कि आप अपना जिम वर्कआउट शेड्यूल कैसे बनाएं।
विषय सूची
1. जिम वर्कआउट प्लान की एक्सरसाइज में क्या करें – How to do workout plan exercise in Hindi
2. जिम वर्कआउट प्लान बनाने की जरूरत क्यों पड़ती है – Why we need gym workout plan in Hindi
3. 6 दिनों का वर्कआउट प्लान ऐसे बनाएं – How to make 6 Day gym Plan in Hindi
आमतौर पर ज्यादातर लोगों को सिर्फ पुश और पुल जैसे शब्दों से यह नहीं समझ में आता है कि यह क्या है और इसके अंतर्गत कौन कौन सी एक्सरसाइज की जाती है। इसलिए हम नीचे बताने जा रहे हैं कि जिम वर्कआउट शेड्यूल में आपको क्या करने की जरूरत पड़ती है।
यह एक ऐसी एक्सरसाइज है जिसे आप जिम जाकर बहुत आसानी से कर सकते हैं। यदि आप जिम नहीं जा सकते तो घर पर ही कर सकते हैं। इसमें आपको छाती और कंधे के लिए एक्सरसाइज करनी पड़ती है। इसलिए आप पुशअप्स, डंबल्स फ्लाई, शोल्डर प्रेस, लैटरल राइज, लाइंग ट्राइसेप्स एक्सटेंशन आदि कर सकते हैं। आपको बता दें कि यह छह दिनों के जिम प्लान की पहली एक्सरसाइज है इसलिए शुरूआत यहीं से करनी पड़ती है। बस आपको यह ध्यान रखना होता है कि आपकी एक्सरसाइज सही तरीके से हो, इसलिए आप ट्रेनर की मदद से या फिर वीडियो देखकर इसका अभ्यास कर सकते हैं।
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आपकी दूसरी एक्सरसाइज पुल एक्सरसाइज होती है। इसमें आपको बाइसेप्स, कमर पीठ, बांह, कलाई के लिए और ट्रैप्स एक्सरसाइज करनी पड़ती है। इसके लिए आप डंबल्स रो, अल्टरनेटिव बाइसेप्स कर्ल्स, बारबेल कर्ल्स, हैमर कर्ल्स, अपराइट रो, और फोरआर्म्स कर्ल का अभ्यास कर सकते हैं। हालांकि आपको बहुत आसानी से अभ्यास करना चाहिए और किसी तरह की तकलीफ को तो अभ्यास बंद कर देना चाहिए।
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यह आपके पैरों और एब्स के लिए एक्सरसाइज होती है। इसमें आप स्क्वैट्स, डंबल्स लंग्स, स्टैंडिंग कॉफ रेजेज, लाइंग नी प्रेस, कंचेज और प्लैंक्स कर सकते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यदि आप पैरों और बेहतर एब्स के लिए कोई बेहतर एक्सरसाइज जानते हैं तो अपनी सुविधानुसार उसे कर सकते हैं।
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जिम वर्कआउट प्लान की यह सबसे आसान एक्सरसाइज होती है। इसमें आप ट्रेडमिल पर दौड़ सकते हैं। अगर किसी कारणवश आप जिम नहीं जा पा रहे हैं तो आप घर पर ही कार्डियो कर सकते हैं। तेजी से सीढ़ियां उतरना चढ़ना, साइकिल चलाना, तेजी से टहलना आदि कार्डियो एक्सरसाइज के अंतर्गत आता है जिसे आप कर सकते हैं। अगर आप जिम वर्कआउट प्लान के अनुसार चल रहे हैं तो जिस दिन कार्डियो एक्सरसाइज करने का शेड्यूल हो, इसे उसी दिन करें।
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शेड्यूल के हिसाब से जिस दिन मेडिटेशन करने की बारी हो उस दिन आप जिम जाने की बजाय इसे घर पर ही शांत वातावरण में बैठकर कर सकते हैं। शरीर के स्वास्थ्य के साथ ही मस्तिष्क का स्वास्थ्य बेहतर होना भी बहुत जरूरी है। यही कारण है कि जिम वर्कआउट प्लान में मेडिटेशन को शामिल किया गया है।
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अधिकांश जिम जाने वाले लोग रोजाना और लंबे समय तक एक ही तरह की एक्सरसाइज करते हैं जो ज्यादा कारगर नहीं होती है। इसलिए व्यक्ति की बॉडी के अनुसार वर्कआउट प्लान बनाने की जरूरत पड़ती है।
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आमतौर पर छह दिनों का जिम प्लान सभी व्यक्तियों के लिए एक जैसा होता है। यदि आपको इस जिम प्लान से कोई विशेष तरह की परेशानी हो रही हो तभी आप इसमें फेरबदल कर सकते हैं अन्यथा छह दिनों के जिम प्लान का अनुसरण करने के बाद आपको एक बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। आइये जानते हैं छह दिनों के जिम वर्कआउट प्लान के बारे में
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पहले दिन आमतौर पर पुश (Push) वर्कआउट किया जाता है। इसमें आप छाती (Chest), कंधा (Shoulders) और ट्राइसेप्स (Triceps) आदि एक्सरसाइज करनी पड़ती है।
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छह दिनों के जिम वर्कआउट प्लान में दूसरे दिन लचीलेपन या फ्लेक्सिबिलिटी के लिए एक्सरसाइज की जाती है। इसमें आपको शरीर को अधिक से अधिक लचीला बनाने वाले एक्सरसाइज को शामिल करना पड़ता है।
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जिम वर्कआउट प्लान के तीसरे दिन कॉर्डियो किया जाता है। यह इस शेड्यूल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। इसलिए कॉर्डियो करना जरूरी होता है।
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आमतौर पर चौथे दिन पुल कराया जाता है जिसमें बाइसेप्स, ट्रैप्स, फोरआर्म्स और बैक (Back) एक्सरसाइज की जाती है। 6 दिन जिम की कसरत योजना में चौथे दिन का जिम प्लान काफी महत्वपूर्ण होता है।
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छह दिनों के जिम वर्कआउट प्लान में पांचवे दिन आपको पैरों और एब्स के लिए एक्सरसाइज करनी पड़ती है। इसे एक खास तरह की एक्सरसाइज है जो एब्स के लिए तो फायदेमंद है ही इसके साथ ही पूरे शरीर के लिए भी अच्छी मानी जाती है।
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शरीर की एक्सरसाइज के साथ ही मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के लिए दिमाग की भी एक्सरसाइज जरूरी है इसलिए छठें एवं अंतिम दिन मेडिटेशन किया जाता है जिसे आप घर पर ही कर सकते हैं।
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