Piplamool Benefits in Hindi पीपली या पीपलामूल के फायदे और नुकसान के बारे में जानकारी रखना आयुर्वेद उपचार की जानकारी रखना है। पीपली को बहुत से लोग लंबी काली मिर्च के नाम से भी जानते हैं। यह एक आयुर्वेदिक औषधी है जो कि अपने विशेष गुणों के कारण विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए पारंपरिक दवाओं में उपयोग की जाती है। पीपली का उपयोग मधुमेह के फायदेमंद होता है, क्योंकि यह रक्त में चीनी (Blood sugar) के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करती है। इसके साथ ही यह मोटापा, जिगर की समस्याओं, जीवाणु संक्रमण, यौन स्वास्थ्य (Sexual health), महिलाओं की सममस्याएं आदि को दूर करने में बहुत ही फायदेमंद होती है। आयुर्वेदिक पीपली के बहुत से स्वास्थ्य लाभ हैं। इस लेख में आप पीपली के फायदे (pippali ke Fayde) और नुकसान की पूरी जानकारी प्राप्त करेगें। आइए जाने पीपली क्या है।
विषय सूची
1. पीपली क्या है – What is Pippali in Hindi
2. पीपली का पौधा – Pippali Ka Plant in Hindi
3. पीपली के पोषक तत्व – Pippali Ke Poshak Tatva in Hindi
4. पीपली के प्रकार – Types Of Pippali in Hindi
5. पीपली के फायदे – Pippali Ke Fayde in Hindi
- पीपली के फायदे मोटापे को दूर करे – Pippali Ke Fayde Motapa Ko Door Kare in Hindi
- पीपली के औषधीय गुण मधुमेह के लिए – Pippali Ke Aushadhiya Gun Madhumeh Ke Liye in Hindi
- छोटी पीपल के फायदे अस्थमा को ठीक करे – choti pippali ke fayde asthma ko thik kare in Hindi
- पिप्पली चूर्ण के फायदे बुखार को ठीक करे – Pippali Churn Ke Fayde Bukhar Ko Thik Kare in Hindi
- लेंडी पीपल के फायदे अपच का इलाज करें – Long pepper For Indigestion in Hindi
- छोटी पीपल के उपयोग जीवाणु संक्रमण से बचाए – Piplamool For Bacterial Infections in Hindi
- पिप्पली के फायदे लिवर को स्वस्थ्य रखे – Pippali Ke Fayde Liver Ko Swasth Rakhe in Hindi
- पीपरामूल के फायदे प्रजनन क्षमता बढ़ाए – Pippali for Reproduction in Hindi
- पिपली के गुण परिसंचरण के लिए – Pippali for Circulation in Hindi
- पीपला मूल के फायदे हड्डियों को मजबूत करे – Piplamool For Bone Health in Hindi
- पिप्पली के लाभ मासिक धर्म के लिए – Pippali good for Menstrual Problems in Hindi
- पीपलामूल इन प्रेगनेंसी – Piplamool in pregnancy in hindi
- पीपली का उपयोग यौन स्वास्थ्य को बढ़ाए – Pippali For Sexual Health in Hind
6. पीपली के नुकसान – Pippali Ke Nuksan in Hindi
पीपली क्या है – What is Pippali in Hindi
पिप्पली या पीपली एक औषधी के रूप में उपयोग की जाने वाली जड़ी बूटी (Herb) है जिसे हम और आप अक्सर मसाले के रूप में भी उपयोग करते हैं। क्षेत्रीय भाषा में इसे ‘लेड़ी पीपर’ के नाम से भी जाना जाता है। इस आयुर्वेदिक जड़ी बूटी में मसाले से संबंधित सभी गुण मौजूद रहते हैं। इसका स्वाद तीखा होता है और तासीर हल्की गर्म होती है। पीपली का वैज्ञानिक नाम पाइपर लांगम लिन (Piper longum linn) है। पीपली, पाइपर लांगम पौधे का फल होता है जो कच्चे रूप में भी बहुत ही फायदेमंद होता है। पिप्पली कच्चे फलों को धूप में सुखाने के बाद उपयोग किया जाता है। पीपली फल के अलावा इसकी जड़ को भी विभिन्न समस्याओं के उपचार के लिए उपयोग किया जाता है जिसे पीपलीमूल के नाम से जाना जाता है।
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पीपली का पौधा – Pippali Ka Plant in Hindi
पिप्पली के पौधे झाड़ीनुमा बेल के रूप में बढ़ते हैं, जिनकी शाखाएं नीचे की तरफ लटकती हैं। इसकी युवा टहनियां नरम होती है। यह पौधे बरसात के मौसम के दौरान फूलते हैं। पुरुष पीपली के फल बड़े होते हैं और इसके फल लगभग 2.5 से 7.5 सेमी लंबे होते है, जबकि मादा पीपली लगभग 0.25 से 2 सेमी लंबे होते हैं।
पत्तियां : इसकी पत्तियां दिल या अंडाकार की तरह दिखाई देती हैं जिनका रंग गहरा हरा होता है। इनकी पत्तियों का आकार लगभग 2 से 3 इंच हो सकता है।
फूल : इस पौधे पर फूल बरसात के मौसम के दौरान आते हैं। मादा और नर फूल दोनों अलग-अलग पौधों पर फूलते हैं।
फल : इसके फल आकार में बेलनाकार होते हैं जो पीले रंग और नारंगी रंग के होते हैं। ये फल शुरुआती सर्दियों (early winters) में फलते हैं।
पीपली के पोषक तत्व – Pippali Ke Poshak Tatva in Hindi
पिप्पली को औषधी के रूप में उपयोग किये जाने के बहुत से कारण हैं जिनमें इनकी प्रकृति, पोषक तत्व (Nutrients) और औषधीय गुण शामिल हैं। पीपली में एल्कलॉइड, बीटा साइटोस्टेरॉल और एनाल्जेसिक ( पीड़ा हरने वाला ) आदि अच्छी मात्रा में होते हैं। पीपलामूल में यूजीनॉल, ग्लाइकोसाइड (glycosides), पाइपरिन, रेजिन, चीनी, संतृप्त वसा, आवश्यक तेल, पाइप्लाट्रिन (piplartine), मिरसीन, टेपेनोइड्स, क्वार्सेटिन, और सिल्वाटाइन (sylvatine) भी मौजूद रहते हैं। ये सभी पोषक तत्व आपके शरीर के पूरे सिस्टम को बेहतर काम करने में मदद करते हैं।
पीपली के प्रकार – Types Of Pippali in Hindi
प्राचीन ग्रंथों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पीपली की दो किस्में होती हैं। बाजार में भी दो प्रकार की पीपली प्राप्त की जा सकती है जो छोटी पीपली और बड़ी पीपली के नाम से पहचानी जाती है। हालाकि औषधीय उद्देश्यों के लिए दोनों प्रकार की ही पीपली का उपयोग किया जाता है। लेकिन जानकारों के अनुसार औषधीय उपयोग के लिए छोटी पीपली का अधिक उपयोग किया जाता है। इन्हें छोटी पीपली (Piper longum) और बड़ी पीपली या गाजा पीपली (Piper Chaba) के नाम से भी जाना जाता है।
पीपली के फायदे – Pippali Ke Fayde in Hindi
अपने औषधीय गुणों के कारण आयुर्वेद में विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं और उपचार के लिए पीपली का उपयोग किया जाता है। इसके स्वाद और प्रकृति इसकी उपयोगिता को और अधिक बढ़ा देते हैं। आइए जाने पीपली हमें किस प्राकर के स्वास्थ्य लाभ दिलाने में मदद करते हैं।
पीपली के फायदे मोटापे को दूर करे – Pippali Ke Fayde Motapa Ko Door Kare in Hindi
यदि आप अपना वजन कम करना चाहते हैं तो इस आयुर्वेदिक दवा का उपयोग करें। पीपली के फायदे वजन कम करने में मदद करते हैं। मोटापा आपके लिए बहुत ही गंभीर हो सकता है, क्योंकि मोटापे के कारण आप अन्य गंभीर समस्याओं का शिकार हो सकते हैं। मोटापे को कम करने के लिए पीपली को शहद के साथ सेवन करना चाहिए। नियमित रूप से यदि पीपली का सेवन किया जाता है तो यह शरीर में उपस्थित फैटी एसिड (Fatty acid) को जलाने में मदद करता है जिससे आपका वजन कम किया जा सकता है। इस लाभ के अलावा पीपली का उपयोग कफ असंतुलन (Cough imbalance) से संबंधित समस्याएं जैसे सर्दी, खांसी, बुखार आदि से भी छुटकारा दिला सकता है।
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पीपली के औषधीय गुण मधुमेह के लिए – Pippali Ke Aushadhiya Gun Madhumeh Ke Liye in Hindi
मानव स्वास्थ्य से संबंधित गंभीर बीमारियों मे से एक मधुमेह है। मधुमेह हमारे शरीर के लगभग हर प्रणाली (Every system) को नुकसान पहुंचा सकता है। लेकिन पीपली का उपयोग मधुमेह पीड़ित लोगों के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है, क्योंकि यह रक्त में ग्लूकोज (Glucose) के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करती है। पीपली का नियमित सेवन करने से यह शरीर में इंसुलिन के उत्पादन को भी बढ़ावा देती है। इस तरह से यदि मधुमेह रोगीयों (Diabetic patients) द्वारा नियमित रूप से पीपली का सेवन किया जाता है तो यह उन्हें मधुमेह के प्रभाव से बचा सकती है।
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छोटी पीपल के फायदे अस्थमा को ठीक करे – choti pippali ke fayde asthma ko thik kare in Hindi
ऐसा माना जाता है कि पीपली का नियमित सेवन करने से अस्थमा के प्रभाव को कम किया जा सकता है। इसका उपयोग करने पर अस्थमा के दौरे की तीव्रता और आवृति को कम करने में मदद मिलती है। हलांकि पीपली किसी दवा का स्थान नहीं ले सकती है। मतलब आप अस्थमा के उपचार में ली जाने वाली दवाओं के साथ पूरक के रूप में इसका उपयोग कर सकते है।
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पिप्पली चूर्ण के फायदे बुखार को ठीक करे – Pippali Churn Ke Fayde Bukhar Ko Thik Kare in Hindi
यदि आप सामान्य सर्दी या जुकाम के कारण आने वाली बुखार (Fever) से पीड़ित हैं तो इसके लिए आपको पीपली का सेवन करना चाहिए। आप इसे शहद के साथ खा सकते हैं या फिर आप इसका सूप तैयार कर सकते हैं। पिप्पली चूर्ण के सूप का सेवन दिन में दो बार करने पर आपका बुखार कम हो सकता है। यदि आपके गले में खराश है तो यह उसे भी ठीक कर सकता है। इन सभी लाभों के लिए पीपली में एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक (antiseptic and antibiotic) गुण मौजूद रहते हैं।
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लेंडी पीपल के फायदे अपच का इलाज करें – Long pepper For Indigestion in Hindi
पिप्पली का उपयोग कर आप अपने पेट की समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं। विशेष रूप से पिप्पली अपचन संबंधी परेशानीयों से छुटाकरा दिलाने में बहुत ही असरदार होती है। आप अपने भोजन को पकाने के दौरान पीपली का उपयोग मसाले के रूप में कर सकते हैं। यह आपके पाचन तंत्र में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट करने में मदद करते हैं और आपके पाचन तंत्र को स्वस्थ्य रखने में सहायक होते हैं। नियमित रूप से पिप्पली का सेवन करने वालों लोगों द्वारा इसके फायदों का समर्थन किया जाता है। लेकिन इस तथ्य के प्रमाणिक सबूत नहीं हैं। लेकिन आयुर्वेद द्वारा पीपली का उपयोग इन समस्याओं के समाधान के लिए किया जाता है।
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छोटी पीपल के उपयोग जीवाणु संक्रमण से बचाए – Piplamool For Bacterial Infections in Hindi
आपके शरीर में होने वाली अधिकांश स्वास्थ्य समस्याएं (Bacterial infections) के कारण होती है। छोटी पीपल के उपयोग आपको जीवाणु संक्रमण से बचा सकता है विशेष रूप से गर्मी के मौसम में होने वाले संक्रमण से। जीवाणु संक्रमण अधिकतर दूषित पानी या दूषित भोजन का सेवन करने से होता है जिसके कारण आपका पेट खराब हो सकता है या उल्टी भी हो सकती है। इस प्रकार के संक्रमण से बचने के लिए आप पीपली का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह आपके आंखों के बीच साइनस गुहा में होने वाली सूजन जिसे साइनसिसिटिस (sinusitis) कहते हैं के उपचार में भी यह बहुत ही फायदेमंद होते हैं।
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पिप्पली के फायदे लिवर को स्वस्थ्य रखे – Pippali Ke Fayde Liver Ko Swasth Rakhe in Hindi
हमारे गलत खान-पान जैसे कि बहुत तला हुआ खाना, जंक फूड (junk food) आदि का अधिक मात्रा में सेवन हमारे लिवर को नुकसान पहुंचाता है। आपके लिवर अस्वस्थ्य रहने पर आपको कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इन समस्याओं से बचने के लिए आप छोटी पीपल के उपयोग कर सकते हैं। पीपली का नियमित सेवन करने से यह आपके चयापचय प्रक्रिया के दौरान जिगर के अंदर बनने वाले विषाक्त पदार्थों को दूर करने में मदद करता है। पीपली का सेवन करने से लिवर को संक्रमण से भी बचाया जा सकता है। इस तरह आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर पीपली का सेवन कर आप अपने लिवर को स्वस्थ्य (Healthy liver) रख सकते हैं।
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पीपरामूल के फायदे प्रजनन क्षमता बढ़ाए – Pippali for Reproduction in Hindi
लेंडी पीपल में मौजूद पोषक तत्व पुरुषों में वीर्य और प्रजनन ऊतक को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। पीपली का उपयोग उन पुरुषों के लिए बहुत ही लाभकारी होता है जो बांझपन, नपुंसकता और समय पूर्व स्खलन से ग्रसित हैं। यदि इन लोगों द्वारा पीपली का नियमित सेवन किया जाता है तो यह शरीर में उत्तेजना बढ़ाने वाले हार्मोन को सक्रीय करते हैं और शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता में सुधार करते हैं। पीपली का तीखा स्वाद और गर्म प्रकृति पुरुषों के यौन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में बहुत ही फायदेमंद होते हैं।
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पिपली के गुण परिसंचरण के लिए – Pippali for Circulation in Hindi
इस आयुर्वेदिक जड़ी बूटी का तीखा और मिठास भरे गुण रक्त को सक्रिय करते हैं और इसे पोषण दिलाते हैं। यह शरीर की पाचन क्षमता को बढ़ाकर ऊतकों पर्याप्त पोषण और खनिज पदार्थ उपलब्ध कराने में मदद करता है जो शरीर में प्लाजमा और रक्त के निर्माण में उपयोगी होते हैं। पिपली में मौजूद पोषक तत्व आपके शरीर के रक्त परिसंचरण को बढ़ाने और धमनियों को स्वस्थ्य रखने में सहायक होते हैं।
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पीपला मूल के फायदे हड्डियों को मजबूत करे – Piplamool For Bone Health in Hindi
मजबूत हड्डियों (Strong bones) का मतलब है आपके शरीर के लिए एक मजबूत संरचना। लंबे काली मिर्च का उपयोग आपके संपूर्ण शरीर की हडिडयों को मजबूत करने और उनके समग्र स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करती है। यदि नियमित रूप से लंबे काली मिर्च (pippali) का सेवन किया जाए तो यह हड्डियों से जुड़ी बहुत सी समस्याओं को दूर करने में मदद करती है। कमजोर हड्डियों वाले लोग, फ्रैक्चर (Fracture) और अन्य हड्डियों की समस्याओं से ग्रस्त लोगों के लिए पीपली और भी फायदेमंद होती है
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पिप्पली के लाभ मासिक धर्म के लिए – Pippali good for Menstrual Problems in Hindi
महिलाओं के लिए मासिक धर्म (Menstrual) और इससे जुड़ी बहुत सी स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं जो बहुत ही असुविधाजनक और कष्टदायक हो सकती हैं। इस प्रकार की समस्याओं से बचने के लिए महिलाओं को पिप्पली का नियमित सेवन करना चाहिए। यह भारी मासिक प्रवाह (Heavy monthly flow) को रोकने में मदद करता है और साथ ही मासिक धर्म के समय होने वाले दर्द का उपचार भी कर सकता है।
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पीपलामूल इन प्रेगनेंसी – Piplamool in pregnancy in Hindi
गर्भवती महिलाओं द्वारा पीपली का सेवन करने पर यह गर्भाशय के संकुचन (Uterine contractions) को उत्तेजित करने और प्रसव को आसान बनाने में मदद करता है। बच्चों के जन्म के बाद भी महिलाओं द्वारा पीपली का सेवन किया जा सकता है जो कि उनके लिए बहुत ही फायदेमंद होता है।
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पीपली का उपयोग यौन स्वास्थ्य को बढ़ाए – Pippali For Sexual Health in Hindi
भारतीय पिप्पली का उपयोग यौन स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए भी उपयोग किया जा सकता है। पीपली में कामोद्दीपक (Aphrodisiac) गुण होते हैं। नियमित रूप से पिप्पली का सेवन करने से यह शरीर को आराम दिलाने में मदद करता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व कामेच्छा को बढ़ाने में मदद करते हैं और आपकी यौन कमजोरीयों को भी दूर करने में सहायक होते हैं।
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पीपली के नुकसान – Pippali Ke Nuksan in Hindi
पिप्पली पूर्ण रूप से आयुर्वेदिक और प्राकृतिक जड़ी बूटी (Natural herb) है जिसका उपयोग करने पर यह विभिन्न प्रकार के स्वास्थ्य लाभ होते हैं और इससे किसी प्रकार के नुकसान नहीं होते हैं। पीपली का सेवन करने पर होने वाले नुकसानों की अभी तक कोई विशेष जानकारी उपलब्ध नहीं हैं। फिर भी कुछ सावधानियां जरुरी हैं।
- औषधीय गुण होने के कारण पीपली का कम मात्रा में सेवन करना चाहिए, अधिक मात्रा में सेवन करने से इसके दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
- यदि आप किसी विशेष प्रकार की समस्या के लिए दवाओं का सेवन कर रहे हैं तो पीपली का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
- जिन लोगों को इस प्रकार की आयुर्वेदिक औषधी से एलर्जी होती है, उन्हें पीपली का सेवन करने से बचना चाहिए।
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