Phimosis in Hindi फिमोसिस या फाइमोसिस लिंग की त्वचा की टाइट जकड़न की स्थति को कहा जाता है आमतौर पर हम सभी जानते हैं कि हर पुरुष के लिंग के फोरस्किन (लिंग के आगे की चमड़ी ) को पीछे खींचने की सीमा अलग अलग होती है। कुछ पुरुषों में लिंग की ऊपरी त्वचा पूरी तरह से पीछे खिंच जाती है और पेनिस का गुलाबी रंग का शीर्ष दिखायी देने लगता है जबकि कुछ पुरुषों में फोरस्किन ग्लांस के चारों ओर इतनी मजबूती से जकड़ी होती है कि वे उसे पीछे नहीं खिसका पाते हैं और ऐसी स्थिति में सिर्फ पुरुषों का मूत्र छिद्र दिखायी देता है। यदि आप फाइमोसिस के बारे में ज्यादा कुछ नहीं जानते हैं तो इस लेख में हम आपको फाइमोसिस के कारण, लक्षण और इलाज के बारे में बताने जा रहे हैं।
विषय सूची
1. फाइमोसिस क्या है – What is phimosis in hindi
2. फाइमोसिस होने के कारण – Causes of Phimosis in hindi
3. फाइमोसिस (फिमोसिस) के लक्षण – Symptoms of phimosis in hindi
4. फाइमोसिस (फिमोसिस) का घरेलू इलाज – phimosis home remedies in hindi
- लिकोरिस क्रीम फाइमोसिस के घरेलू उपचार के लिए – Licorice Cream for phimosis home treatment in hindi
- फाइमोसिस का घरेलू इलाज नारियल का तेल – Coconut Oil for phimosis home remedies in hindi
- कैलेंडुला क्रीम फाइमोसिस को ठीक करने के लिए – Calendula cream for phimosis in hindi
- सर्जरी के बिना फिमॉसिस उपचार के लिए बाथिंग एक्सरसाइज – Bathing exercises for phimosis in hindi
- कैमोमाइल क्रीम फाइमोसिस का घरेलू इलाज – Chamomile cream for phimosis in hindi
5. फाइमोसिस से बचने के उपाय – Prevention of phimosis in hindi
फाइमोसिस क्या है – What is phimosis in Hindi
फिमोसिस या फाइमोसिस एक ऐसी समस्या है जिसमें लिंग के ऊपर की चमड़ी यानि फोरस्किन लिंग के शीर्ष या ग्लांस से पीछे खींचने में दिक्कत होती है और काफी कोशिशों के बाद यह पीछे नहीं खिंच पाती है। यह समस्या ज्यादातर छोटे बच्चों में होती है क्योंकि शुरूआत के कुछ वर्षों तक उनके लिंग की फोरस्किन ग्लांस से जुड़ी होती है, लेकिन बड़े होने के बाद भी यदि यह ऐसे ही बनी रहे तो पुरुषों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। चूंकि कुछ धर्म में खतना की प्रथा है इसलिए उस धर्म के बच्चों में फाइमोसिस कभी नहीं होती है क्योंकि एक बार खतना हो जाने के बाद फोर स्किन आसानी से आगे पीछे खिसकने लगती है।
फाइमोसिस होने के कारण – Causes of Phimosis in Hindi
फिमोसिस या फाइमोसिस अपने आप होती है। चूंकि यह समस्या कुछ लड़कों में होती है और कुछ में नहीं होती है इसलिए फाइमोसिस होने का स्पष्ट कारण ज्ञात नहीं हो पाया है। माना जाता है कि जब लिंग की त्वचा सही तरीके से तैयार होने से पहले ही पेनिस के फोरस्किन को जबरदस्ती खींचा जाता है जाता है तो त्वचा की नाजुक परत क्षतिग्रस्त हो जाती है जिसके कारण पेनिस पर घाव बन जाता है और जीवन में फोरस्किन को पीछे खींचना और कठिन हो जाता है।
- लिंग को बार-बार खींचने और हाथों से पकड़कर सीधा करने की कोशिश के कारण लिंग सूज जाता है जिसके कारण फाइमोसिस हो जाता है।
- यदि आपको बहुत कम उत्तेजना होती है तो इस कारण आपको फाइमोसिस हो सकता है।
- यदि आप मधुमेह रोगी हैं तो आपके लिंग के द्वार (tip) पर संक्रमण हो सकता है जिसके कारण फाइमोसिस होने की संभावना बढ़ सकती है।
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फाइमोसिस (फिमोसिस) के लक्षण – Symptoms of phimosis in Hindi
तीन या चार साल तक की उम्र के बच्चों में उनके लिंग के ऊपर की चमड़ी या फोरस्किन पीछे नहीं खिसकती है यह फाइमोसिस का सबसे बड़ा लक्षण है। लेकिन एक उम्र के बाद यानि 17 साल की उम्र के बाद फोर स्किन धीरे धीरे लचीली होने लगती है। हालांकि यह जरूरी नहीं है क्योंकि लड़के जवान होने के बाद भी इस समस्या का सामना करते हैं। आइये जानते हैं फाइमोसिस के मुख्य लक्षण क्या हैं।
- पेशाब करते समय फोरस्किन गुब्बारे की तरह फैल जाती है जिसके कारण दर्द का अनुभव होता है।
- टॉयलेट के दौरान ब्लड भी निकल सकता है।
- सेक्स करते समय उत्तेजना के बाद भी लिंग में दर्द होना।
- पेनिस में यूटीआई इंफेक्शन हो सकता है और पेशाब करते समय लिंग में जलन, पेट के निचले हिस्से में हमेशा प्रेशर महसूस होना और ब्लैडर पूरी तरह खाली न होना फाइमोसिस के लक्षण हैं।
- फोरस्किन में हमेशा दर्द बने रहना, तरल पदार्थ निकलना।
- फोरस्किन के द्वार पर सफेद रिंग जैसा निशान या उत्तकों पर घाव हो जाना।
- लिंग के ऊपर सूजन आ जाना।
- पेनिस से हमेशा पतला और चिपचिपा पदार्थ निकलना
- लिंग पर खुजली होना और तीक्ष्ण गंध आना।
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फाइमोसिस (फिमोसिस) का घरेलू इलाज – Phimosis home remedies in Hindi
माना जाता है कि फाइमोसिस कोई बीमारी नहीं बल्कि पुरुषों की एक समस्या है जो जीवनपर्यंत नहीं रहती है और इसे आसानी से ठीक किया जा सकता है। आइये जानते हैं फाइमोसिस का घरेलू इलाज क्या है।
लिकोरिस क्रीम फाइमोसिस के घरेलू उपचार के लिए – Licorice Cream for phimosis home treatment in Hindi
फाइमोसिस की समस्या को दूर करने के लिए लिकोरिस क्रीम काफी प्रभावी तरीके से काम करती है। यदि आपको फाइसमोसिस है तो लिकोरिस क्रीम को लिंग के ऊपर लगाकर हल्के हाथों से मसाज करें। इस क्रीम में एंटी इंफ्लैमेटरी गुण पाया जाता है जो फाइमोसिस के इलाज के लिए काफी फायदेमंद होता है।
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फाइमोसिस का घरेलू इलाज नारियल का तेल – Coconut Oil for phimosis home remedies in Hindi
एक कुर्सी पर एकदम आराम से बैठ जाएं और एक बर्तन में हल्का गुनगुना पानी लेकर अपने लिंग को भिगोएं और हल्का सा खीचें। इसके बाद नारियल का तेल लगाकर मसाज करें और जब फोरस्किन तेल को अवशोषित कर ले तब इसे दोबारा धीरे धीरे हल्के हाथों से खींचने की कोशिश करें। रोजाना पांच से सात मिनट कम से कम चार हफ्तों तक अभ्यास करने पर फाइमोसिस की समस्या खत्म हो जाती है।
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कैलेंडुला क्रीम फाइमोसिस को ठीक करने के लिए – Calendula cream for phimosis in Hindi
यह क्रीम गेंदे के फूल से बनायी जाती है और इसमें एंटी इंफ्लैमेटरी गुण पाया जाता है जो पेनिस के सूजन, संक्रमण, डर्मेटाइटिस जैसी समस्याओं को दूर करने में प्रभावी तरीके से काम करता है। जब भी आप लिंग के फोर स्किन को पीछे खींचने की कोशिश करें, पहले लिंग के ऊपर कैलेंडुला क्रीम लगाकर मसाज कर लें, इसके बाद लिंग की त्वचा को आगे पीछे खिसकाएं। कुछ दिनों के अभ्यास के बाद फाइसमोसिस खत्म हो जाएगा।
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सर्जरी के बिना फिमॉसिस उपचार के लिए बाथिंग एक्सरसाइज – Bathing exercises for phimosis in Hindi
जब भी आप नहाने जाएं तो उस दौरान पेनिस स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज जरूर करें। जब आप बॉथरूम में होते हैं तो लिंग के स्ट्रेच करने का सबसे अच्छा मौका होता है। रोजाना नहाने के दौरान फोरस्किन को खिसकाने की कोशिश करने पर धीरे धीरे यह ढीली पड़ने लगती है और एक दिन ऐसा आता है जब आपकी फोरस्किन बिना ज्यादा मेहनत के ही ग्लांस से पीछे खिसकने लगती है।
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कैमोमाइल क्रीम फाइमोसिस का घरेलू इलाज – Chamomile cream for phimosis in Hindi
यदि आप फाइमोसिस को दूर करने के लिए स्टीरॉइड क्रीम का इस्तेमाल नहीं करना चाहते हैं तो जड़ी बूटियों से बनी कैमोमाइल क्रीम का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस क्रीम में एंटी इंफ्लैमेटरी गुण पाया जाता है और यह हाइड्रोकार्टिसोन की तरह प्रभावी होता है। इसलिए इस क्रीम का इस्तेमाल किया जा सकता है।
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फाइमोसिस से बचने के उपाय – Prevention of phimosis in Hindi
कुछ समस्याएं ऐसी होती हैं जिनके इलाज की आवश्यकता नहीं पड़ती है और बेहतर देखभाल और सावधानियों के जरिए उनसे बचा जा सकता है। आइये जानते हैं फाइमोसिस से बचने के उपाय।
- अपने लिंग को संक्रमण से बचाने के लिए हमेशा साफ सुथरा रखें। गुनगुने पानी से रोजाना पेनिस की सफाई करें ताकि किसी तरह का इंफेक्शन न हो।
- यदि आपके लिंग का खतना नहीं हुआ है तो फोर स्किन जितना खिसक पाए, उसके अंदर के हिस्सों को साफ कर लें।
- लिंग के ऊपर साबुन न लगाएं और ना ही परफ्यूम जैसी किसी सुगंधित चीज का इस्तेमाल करें।
- पेनिस को अधिक समय तक गीला न रहने दें और इसे साफ कपड़े से पोछें या सुखा लें।
- फाइमोसिस एक्सरसाइज नियमित रूप से करें।
- फोरस्किन को खींचने से पहले एंटीइंफ्लैमेटरी क्रीम का इस्तेमाल जरूर करें।
- क्रीम के एलर्जिक रिएक्शन से बचने के लिए सीधे पेनिस पर क्रीम लगाने की बजाय पहले शरीर के किसी अन्य हिस्से पर लगाकर परीक्षण करें।
- यदि फोरस्किन लाल हो गई हो या इसमें दर्द हो तो एक्सरसाइज न करें।
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Mujhe long ki paresaani hai