Yoga for back pain in Hindi जानें पीठ दर्द के लिए योग के प्रकार और करने का तरीका, पीठ दर्द से छुटकारा पाने के लिए योगासन बहुत ही लाभदायक माना जाता है। पीठ का दर्द एक असहनीय दर्द होता हैं, इसकी वजह से कई प्रकार की समस्या उत्पन्न हो सकती हैं इसके कारण से आपकी पूरे दिन की योजनाओं पर ताला लग जाता हैं। हमारी रीढ़ की हड्डी किसी न किसी तरह से पूरे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए ज़िम्मेदार होती है। यह एक जड़ के समान है जो शरीर को मजबूत करती है और उसे सीधा रखती है।
लेकिन हमारी अस्वास्थ्यकर जीवनशैली के कारण हम में से ज्यादातर लोगों को पीठ दर्द और सायटिका की समस्यांए होती हैं। हर किसी के जीवन में कुछ बिंदुओं पर पीठ दर्द और तनाव का अनुभव होता है और हमें याद आती है कि हमें हमारी पीठ को देखभाल करने की आवश्यकता है। योग के माध्यम से आपके पीठ के दर्द को दूर किया जा सकता है। योग आसन हमारे शरीर के लिए एक चिकित्सक के रूप में कार्य करते है जो कमर दर्द के साथ हमारे मन को शांत करके तनाव को दूर करने में हमारी मदद करते हैं। आइये पीठ दर्द को ठीक करने लिए योगासन को विस्तार से जानते हैं।
विषय सूची
1. पीठ दर्द का कारण – Cause of Back pain in Hindi
2. पीठ दर्द के प्रकार – Type of back pain in Hindi
3. पीठ दर्द के लिए योग – Yoga for back pain in Hindi
- पीठ दर्द में लाभदायक योग मार्जरासन – Marjariasana yoga for back pain in Hindi
- पीठ दर्द दूर करने के लिए योग अधोमुख श्वान आसन – Peeth Dard Ke Liye Yogasan Adho Mukha Svanasana In Hindi
- पीठ दर्द का इलाज करने के लिए योग सलंब भुजंगासन – Sphinx Pose for back Pain in Hindi
- सेतुबंध आसन फॉर बैक पैन – Setubandh Yoga Asanas For Back Pain In Hindi
- पीठ दर्द के लिए योगासन बालासन – Balasana Yoga For Back Pain In Hindi
- ऊपरी पीठ दर्द के लिए योग त्रिकोणासन – Triangle pose for Upper back pain in Hindi
- पीठ दर्द के लिए योग शलभासन – Salabhasana kare peeth ka dard dur in Hindi
- पीठ दर्द में राहत के लिए योग हलासन – Peeth dard ke liye yoga Halasana in Hindi
पीठ दर्द का कारण – Cause of Back pain in Hindi
पीठ दर्द को ठीक करने के लिए इसके कारण को जनना बहुत ही आवश्यक होता है। पीठ दर्द के अनेक कारण हो सकते हैं जैसे लम्बे समय तक कंप्यूटर पर कार्य करना, अधिक समय तक असामान्य स्थति में बैठना, किसी भारी वजन को वस्तु को उठाना, लम्बी दूरी तक गाड़ी चलाना आदि। पीट दर्द को ठीक करने का सबसे अच्छा माध्यम योगासन हैं।
(और पढ़े – पीठ दर्द से छुटकारा पाना है तो अपनाएं ये घरेलू उपाय…)
पीठ दर्द के प्रकार – Type of back pain in Hindi
पीठ दर्द के कुछ प्रकार जैसे पीठ के ऊपरी हिस्से का दर्द, पीठ के निचले हिस्से का दर्द, गर्दन के पास का दर्द और टेलबोन का दर्द होते हैं। आइये इनको दूर करने के तरीकों को विस्तार से जानते हैं।
पीठ दर्द के लिए योग – Yoga for back pain in Hindi
- पीठ दर्द में लाभदायक योग मार्जरासन – Marjariasana yoga for back pain in Hindi
- पीठ दर्द दूर करने के लिए योग अधोमुख श्वान आसन – Peeth Dard Ke Liye Yogasan Adho Mukha Svanasana In Hindi
- पीठ दर्द का इलाज करने के लिए योग सलंब भुजंगासन – Sphinx Pose for back Pain in Hindi
- सेतुबंध आसन फॉर बैक पैन – Setubandh Yoga Asanas For Back Pain In Hindi
- पीठ दर्द के लिए योगासन बालासन – Balasana Yoga For Back Pain In Hindi
- ऊपरी पीठ दर्द के लिए योग त्रिकोणासन – Triangle pose for Upper back pain in Hindi
- पीठ दर्द के लिए योग शलभासन – Salabhasana kare peeth ka dard dur in Hindi
- पीठ दर्द में राहत के लिए योग हलासन – Peeth dard ke liye yoga Halasana in Hindi
यदि आपकी पीठ के किसी भी हिस्से में एक सामान्य दर्द, जकड़न या अधिक बेचैनी है तो इसके लिए आपको कुछ योगासन करने की सिफारिश की जाती है जो इसमें बहुत ही लाभदायक सिद्ध होते हैं। लेकिन इन्हें करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लेना चाहिए। पीठ दर्द के लिए योगासन इस प्रकार हैं-
पीठ दर्द में लाभदायक योग मार्जरासन – Marjariasana yoga for back pain in Hindi
मार्जरासन करने से आपकी रीढ़ की हड्डी में खिंचाव लगता है यह खिंचाव हमारी रीढ़ की हड्डी को कोमल मालिश प्रदान करता हैं। इस मुद्रा का अभ्यास करने से आपकी छाती, कंधे और गर्दन में खिंचाव होता है। यह आसन आपके पेट के अंगों की मालिश करने के लिए भी जाना जाता है।
कैसे करें मार्जरासन योग:
इस आसन को करने के लिए आप एक योगा मैट पर घुटनों को टेक के अपने दोनों हाथों को जमीन पर रख लें। अपने धड को फर्श के समान्तर रखें। अब साँस को अन्दर लेते हुए अपने सिर को पीछे की ओर तथा अपनी ठुड्डी को ऊपर करें। इसके बाद साँस को बाहर छोड़ते हुए अपने सिर को नीचे करें और अपनी ठुड्डी को छाती से लगाने का प्रयास करें। फिर से साँस को छोड़ते हुए अपने सिर को सीधा करें। इस आसन को कम से कम 1 से 3 मिनिट करें।
एहतियात:
कलाई और हाथ में दर्द होने पर इस आसन को न करें।
इस आसान के दौरान अपने सिर को बहुत अधिक झुकाने के लिए दबाएं नहीं। जितना झुकता है उतना ही सिर को झुकाएं।
(और पढ़े – कमर के दर्द को दूर करने के उपाय…)
पीठ दर्द दूर करने के लिए योग अधोमुख श्वानासन – Peeth Dard Ke Liye Yogasan Adho Mukha Svanasana In Hindi
अधोमुख श्वान आसन का अभ्यास करने से पीठ दर्द और साइटिका से राहत मिलती है। इस आसन का नाम संस्कृत भाषा से लिया गया है जिसका अर्थ नीचे मुख वाला कुत्ता है। व्यक्ति अधोमुख श्वान आसन में जब आगे झुकता है तो वह एक कुत्ते के समान दिखता है। यह शरीर में असंतुलन को कम करने में मदद करता है और ताकत में सुधार करता है।
कैसे करें अधोमुख श्वानासन योग:
इस आसन को करने के लिए आप सबसे पहले एक योगा मैट को बिछा के उस पर सीधे खड़े हो जाएं। अपने दोनों पैरों के बीच में थोड़ा सा अंतर रखें। अब आगे की ओर झुकते जाएं अपने दोनों हाथों को जमीन पर रखे।
दोनों पैरों को हाथों से दूर करें जिससे आपके हाथ और रीढ़ की हड्डी एक सीधी रेखा में आ जाएं। इसमें आपके पैर और सीने के बीच 90 डिग्री का कोण बनेगा। अधोमुख श्वान आसन में रहते हुयें पांच से सात बार साँस लें।
एहतियात:
- अगर आपको हाथों में दर्द हो या योग करते समय दर्द हो तो यह योग आसन न करें।
- उच्च रक्तचाप से पीड़ित लोगों को अधोमुख श्वानासन योग करने से बचना चाहिए।
- कमर या कंधे में तकलीफ होने पर इस आसन को न करने की सलाह दी जाती है।
(और पढ़े – अधोमुख श्वानासन के फायदे और करने का तरीका…)
पीठ दर्द का इलाज करने के लिए योग सलंब भुजंगासन – Sphinx Pose for back Pain in Hindi
सलंब भुजंगासन पीठ दर्द को ठीक करने के लिए एक उत्कृष्ट आसन है। यह आसन आपकी रीढ़ और नितंबों को मजबूत करता है। यह आपकी छाती, कंधों और पेट को फैलाता है साथ में तनाव को दूर करने में भी मदद करता है।
कैसे करें सलंब भुजंगासन योग:
इस आसन को करने के लिए आप एक योगा मैट को बिछा के पेट के बल लेट जाएं। लोअर हैंड को जमीन पर कंधो से थोड़ा आगे रखें और अपने केवल धड़ को फर्श से ऊपर उठायें। धीरे-धीरे अपने सिर को पीछे के ओर करते जाएं और ठुड्डी को ऊपर की ओर करने का प्रयास करें। ध्यान रखें कि आपके कूल्हों से नीचे का शरीर जमीन पर ही रहे। इस आसन को आप एक से तीन मिनिट के लिए करें।
(और पढ़े – भुजंगासन के फायदे और करने का तरीका…)
सेतुबंधासन फॉर बैक पैन – Setubandh Yoga Asanas For Back Pain In Hindi
पीठ दर्द में सेतुबंध आसन बहुत ही फायदेमंद होता हैं। यह रीढ़ को फैलाता है, पीठ दर्द से राहत देता है और सिरदर्द को कम करता है। यह आसन हैमस्ट्रिंग, ग्लूटस की मांसपेशियां और मेरुदंड की मांशपेशियों के खिंचाव में बहुत ही लाभदायक होता हैं।
कैसे करें सेतुबंधासन योग:
सेतुबंध आसन करने के लिए आप एक योगा मैट को बिछा के उस पर सीधे लेट जाएं, अब अपने पैरों को घुटनों के यहाँ से मोड़ें और अपने हिप्स को ऊपर उठायें, अपने दोनों हाथों को पीठ के नीचे आपस में जोड़ लें। इस स्थिति में रहते हुयें 20 बार साँस लें और स्थिति से बाहर आयें, इस क्रिया को आप 3 बार करें आपको पीठ दर्द में लाभ होगा।
एहतियात:
- यह आसन खाली पेट करना चाहिए।
- यदि कंधों या पीठ में दर्द हो तो यह आसन नहीं करना चाहिए।
- गर्भवती को इस आसन को नहीं करना चाहिए।
(और पढ़े – सेतुबंधासन करने का तरीका, फायदे और सावधानियां…)
पीठ दर्द के लिए योगासन बालासन – Balasana Yoga For Back Pain In Hindi
बालासन पीठ दर्द से छुटकारा दिलाने में बहुत ही लाभकारी आसन हैं। चाइल्ड पोज़ न केवल आराम करने का एक अद्भुत तरीका है बल्कि यह आपकी पूरी पीठ और आपके कूल्हों को भी खींच सकता है। यह आसन आपके कूल्हों, जांघों और एड़ियों को भी फैलाता है। इस मुद्रा का अभ्यास तनाव और थकान को दूर करने में मदद कर सकता है।
कैसे करें बालासन योग:
इस योग आसन को करने के लिए सबसे पहले आप किसी योगा मैट पर वज्रासन में या घुटने टेक के बैठ जाएं। अपने हिप्स को अपनी एड़ियों पर रखें, साँस को अंदर की ओर लें और अपने दोनों हाथों को सीधा ऊपर की ओर रखें, इसमें अपनी हथेली को खुली रखें तथा उंगलियों को सीधा रखना हैं।
साँस को बाहर की ओर छोड़ते हुयें शरीर के ऊपर के हिस्से को को धीरे-धीरे फर्श पर झुकाते जाएं और अपने माथे (सिर) को जमीन पर रख दें। इसमें आपके दोनों हाथ भी फर्श पर सीधे रहेंगे। इस आसन को कम से कम 1 से 3 मिनिट तक करें।
(और पढ़े – बालासन करने का तरीका, फायदे और सावधानियां…)
ऊपरी पीठ दर्द के लिए योग त्रिकोणासन – Triangle pose for Upper back pain in Hindi
ऊपरी पीठ दर्द के लिए त्रिकोणासन योग अति उत्कृष्ट आसन हैं। यह आसन सायटिका और गर्दन के दर्द को कम करने में मदद करता है। यह आपकी रीढ़, कूल्हों और कमर को फैलाता है और आपके कंधों, छाती और पैरों को मजबूत बनाता है।
कैसे करें त्रिकोणासन योग:
इस आसन को करने के लिए आप एक स्थान पर योगा मैट को बिछा के दोनों पैरों को दूर-दूर करके सीधे खड़े हो जाएं, अपने दाएं पैर की तरफ झुकें और अपने हाथ को फर्श पर रखें। दूसरे हाथ को ऊपर सीधा करें जिससे दोनों हाथ एक सीधी रेखा में हो जाएं। इस आसन में कुछ सेकंड से एक मिनिट के लिए रहें।
(और पढ़े – त्रिकोणासन के फायदे और करने का तरीका…)
पीठ दर्द के लिए योग शलभासन – Salabhasana kare peeth ka dard dur in Hindi
पीठ की मांशपेशियों और रीढ़ की हड्डी को मजबूत करने के लिए शलभासन बहुत ही लाभदायक आसन हैं। इस आसन का नाम संस्कृत शब्द शलभ से आया है जिसका अर्थ झींगुर है। यह आसन आपके शरीर के पूरे हिस्से को फैलाता है और टोन करता है।
कैसे करें शलभासन योग:
इस आसन को करने के लिए आप एक स्थान पर योगा मैट को बिछा के उस पर पेट के बल लेट जाएं। दोनों हाथों और पैर को सीधा फर्श पर रखें। अब अपने धड़ और दोनों पैरो को ऊपर की ओर उठायें। साथ में दोनों हाथों को भी ऊपर उठायें। आप इस मुद्रा में कम से कम 20 सेकंड तक रहने की कोशिश करें।
एहतियात:
हृदय रोग से पीड़ित लोगों को यह आसन नहीं करना चाहिए।
यदि गर्दन में कोई मोच आ गई है, तो इस आसन को नहीं करना चाहिए।
थायराइड के रोगियों को बिना ट्रेनर के यह आसन नहीं करना चाहिए।
(और पढ़े – शलभासन करने की विधि और फायदे…)
पीठ दर्द में राहत के लिए योग हलासन – Peeth dard ke liye yoga Halasana in Hindi
हलासन योग रीढ़ हड्डी और अपने कंधों को मजबूत करता हैं, इसके अलावा यह अन्य बीमारियों जैसे दमा, कफ, मधुमेह और पाचन सम्बन्धी समस्या को खत्म करता हैं। हलासन में आपके शरीर की स्थिति एक हल के समान दिखाई देती हैं।
कैसे करें हलासन योग:
इस आसन को करने के लिए आप सबसे पहले एक योगा मैट बिछा के सीधे हाथ पैर कर के लेट जाएं। अब अपने दोनों पैरों को कमर के यहाँ से मुड़े और उनकों ऊपर करें। अपने दोनों हाथों को सीधा जमीन पर ही रखें रहने दें। अब दोनों पैरों को धीरे-धीरे अपने सिर के पीछे की ओर जमीन से लगाने की कोशिश करें। इस स्थिति में अपने क्षमता के अनुसार रहें और अपनी प्रारंभिक अवस्था में आयें।
(और पढ़े – हलासन के फायदे और करने का तरीका…)
पीठ दर्द से छुटकारा पाने के लिए पवनमुक्तासन – Pawanmuktasana yoga for back pain in Hindi
पवनमुक्तासन करने से व्यक्ति को पीठ और कमर दर्द से राहत मिल सकती है। यह योगासन कूल्हों, कमर, पैरों और उनकी मांसपेशियों को फैलाने में मदद करता है। यह पीठ के निचले हिस्से में दर्द को कम करने के लिए भी जाना जाता है। इस योगाभ्यास को करने से तनाव से भी छुटकारा मिलता है। इसके अलावा, पवनमुक्तासन के नियमित अभ्यास से जोड़ों की गतिशीलता कम हो जाती है। यह योग अभ्यास और स्वस्थ जीवन शैली और संतुलित आहार गठिया के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है। इसके कारण, यह आसन पीठ, कमर और जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है।
कैसे करें पवनमुक्तासन योग:
- इस आसन के लिए सबसे पहले आप अपनी पीठ के बल लेट जाएं। ध्यान रखें कि आपके हाथ शरीर के करीब हों।
- अब गहरी सांस लें और दाएं पैर को घुटने से मोड़ें। अब घुटने को अपने दोनों हाथों से पकड़ें और सीने से जोड़ने की कोशिश करें।
- अब आपको सांस छोड़ते हुए सिर को ऊपर उठाना है और नाक को घुटने से छूना है।
- कुछ सेकंड के लिए इस अवस्था में रहें।
- अब सांस छोड़ते हुए अपने पैरों और सिर को प्रारंभिक अवस्था में लाएं।
- दाहिने पैर की प्रक्रिया पूरी होने के बाद, इस आसन को बाईं ओर करें और फिर दोनों पैरों को एक साथ करें।
- पीठ दर्द से छुटकारा पाने के लिए इस आसन को आप चार से पांच बार कर सकते हैं।
पीठ दर्द दूर करने के लिए योग पश्चिमोत्तानासन – Peeth Dard Ke Liye Yogasan Paschimottanasana
इस आसन को करने से रीढ़ की हड्डी लोचदार और मजबूत बनती है। यह रीढ़ की सभी बीमारियों को दूर करने में भी मदद कर सकता है। इसके अलावा, शरीर की वसा को कम करने से मोटापा कम करने में भी मदद मिल सकती है। इसलिए, यह माना जाता है कि इस आसन को करने से पीठ और कमर दर्द से राहत मिल सकती है। एक शोध के अनुसार, महिलाओं द्वारा इस योग को करने से रीढ़ की गतिशीलता में सुधार करने के साथ-साथ पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद मिली। यह योग रीढ़ की हड्डी के दर्द से राहत दिलाने में भी सहायक माना जाता है। फिलहाल, इस विषय पर और अधिक शोध भी सुझाए गए हैं।
कैसे करें पश्चिमोत्तानासन योग:
- पश्चिमोत्तानासन करने के लिए, सबसे पहले दोनों पैरों को सीधा फैलाकर बैठ जाएं, लेकिन सुनिश्चित करें कि पैरों के बीच कोई दूरी न हो।
- इस अवस्था में गर्दन, सिर और रीढ़ सीधी होनी चाहिए।
- फिर दोनों हाथों को घुटनों पर रखें।
- उसके बाद, साँस छोड़ते हुए, आगे झुकते हुए पैर की उंगलियों को पकड़ने की कोशिश करें और माथे को घुटने से छूने की कोशिश करें।
- उसके बाद, भुजाओं को नीचे झुकाकर कोहनी से जमीन को छूने का प्रयास करें।
- कुछ सेकंड के लिए इस अवस्था में रहें और सामान्य रूप से सांस लें।
- इसके बाद, धीरे-धीरे उठें और वापस सामान्य स्थिति में आ जाएं।
- पीठ दर्द दूर करने के लिए आप इस आसन को दो से तीन बार दोहरा सकते हैं।
एहतियात:
- अगर आपको पेट में दर्द है, तो इस आसन को करने से बचें।
- अगर आपके पेट की सर्जरी हुई है, तो भी इसे न करें, क्योंकि इस योग से शरीर में सबसे ज्यादा दबाव पेट पर ही होता है।
पीठ दर्द के लिए योगासन उष्ट्रासन – Ustrasana yoga for back pain in Hindi
उष्ट्रासन (Ustrasana) और कैमल पोज (Camel pose) भी कमर दर्द से राहत पाने के लिए अच्छे माने जाते हैं। इस योगासन को करने से कमर दर्द को भी कुछ हद तक ठीक किया जा सकता है। वास्तव में, उष्ट्रासन के दौरान, कमर पूरी तरह से फैली होती है, जिससे इसका लचीलापन बढ़ता है और दर्द से राहत मिलती है। यह योगासन मांसपेशियों को मजबूत करने में भी मदद कर सकता है।
कैसे करें उष्ट्रासन योग:
- उष्ट्रासन करने के लिए वज्रासन की स्थिति में बैठकर योगासन शुरू करें।
- फिर घुटनों के बल खड़े हो जाएं।
- उसके बाद, एक गहरी सांस लें, पीछे की ओर झुकते हुए, बाईं एड़ी को बाएं हाथ से और दाहिने पैर की एड़ी को दाहिने हाथ से पकड़ें।
- इस समय के दौरान, आपका मुंह आकाश की ओर होना चाहिए।
- अब इस स्थिति में, पूरे शरीर का वजन आपके हाथों और पैरों पर होना चाहिए।
- इस स्थिति में कुछ देर रहें और सामान्य रूप से सांस लेते रहें।
- कुछ मिनटों के बाद, धीरे-धीरे प्रारंभिक अवस्था में वापस आ जाएं।
- पीठ दर्द दूर करने के लिए इस आसन को आप चार से पांच बार कर सकते हैं।
एहतियात:
- हर्निया के रोगी में इस आसन को न करें।
- जिन लोगों का रक्तचाप बढ़ा हुआ है, उन्हें इस आसन को करने से बचना चाहिए।
- शरीर में किसी भी तरह का दर्द होने पर इस आसन को न करें।
पीठ के निचले हिस्से में दर्द के लिए अर्धमत्स्येंद्रासन – Ardha Matsyendrasana yoga for back pain in Hindi
पीठ और कमर दर्द से राहत पाने के लिए अर्धमत्स्येन्द्रासन भी एक अच्छा योग माना जाता है। पीठ दर्द का सामना करने वाले लोग इस आसन को करने से कमर और पीठ के दर्द को कम कर सकते हैं। यह योगासन रीढ़ की लोच बनाए रखने में मदद कर सकता है। साथ ही रीढ़ की हड्डी और नसों के कार्य में सुधार करता है। इस आसन को करने से पूरे शरीर में लचीलापन आता है।
कैसे करें अर्धमत्स्येंद्रासन योग:
- सबसे पहले, समतल जमीन पर योगा मैट बिछाएं।
- अब रीढ़ की हड्डी को सीधा करके बैठें और दोनों पैरों को सीधा आगे फैलाएं।
- अब दाहिने पैर को मोड़ें और इसे बाएं पैर के ऊपर से बाएं घुटने की तरफ ले जाएं।
- फिर, बाएं घुटने को मोड़ें और एड़ी को दाहिने कूल्हे के नीचे रखें।
- अब दाएं घुटने के पास से बाएं हाथ को बाहर निकालकर दाएं टखने को पकड़ने की कोशिश करें।
- उसके बाद गर्दन और कमर को दाईं ओर मोड़ें।
- कुछ सेकंड के लिए इस स्थिति में बने रहें और सामान्य रूप से सांस लें।
- फिर धीरे-धीरे प्रारंभिक मुद्रा में आएं और दूसरी तरफ से इस प्रक्रिया को दोहराएं।
एहतियात:
- पेप्टिक अल्सर और हर्निया से पीड़ित लोगों को यह आसन नहीं करना चाहिए।
- मासिक धर्म के दौरान इस आसन को न करें।
- गर्भवती महिलाओं को यह आसन नहीं करना चाहिए।
- अगर आप किसी सर्जरी से गुज़रे हैं तो भी इस आसन को करने से बचें।
पीठ के ऊपरी हिस्से में दर्द दूर करने के लिए वृक्षासन – Vrikshasana yoga for back pain in Hindi
इस आसन में आपको एक पैर पर खड़े होकर मन को एकाग्र करना होता है। ऐसा माना जाता है कि वृक्षासन करने से व्यक्ति चिंता से छुटकारा पा सकता है। तनाव को भी दूर किया जा सकता है। ऐसी स्थिति में व्यक्ति तनाव के कारण पीठ और कमर के दर्द से छुटकारा पा सकता है। इस योगासन को करने से रीढ़ को लचीला बनाने में मदद मिलती है, जिसकी मदद से रीढ़ और कमर से संबंधित दर्द को ठीक किया जा सकता है।
कैसे करें वृक्षासन योग:
- समतल जगह पर योगा मैट बिछाकर सीधे खड़े हो जाएं और दोनों पैरों को आपस में मिला लें।
- इसके बाद हाथों की मदद से शरीर को संतुलित रखते हुए बायीं जांघ पर दायां पैर रखें।
- फिर अपने हाथों को सिर के ऊपर उठाएं और नमस्कार की मुद्रा में आएं।
- इस अवस्था में कुछ देर रुकने का प्रयास करें, लेकिन ध्यान रहे कि शरीर का संतुलन बना रहे।
- अब धीरे-धीरे योग के पहले चरण में आएं।
- इसके बाद, शरीर को कुछ मिनटों के लिए आराम दें।
- फिर इस प्रक्रिया को दूसरी तरफ भी करें।
- इस आसन को आप दो से तीन बार कर सकते हैं।
एहतियात:
- अगर आपको अनिद्रा या सिरदर्द की समस्या है, तो इस आसन को न करें।
- अगर किसी को अक्सर चक्कर आते हैं, तो यह योगासन नहीं करना चाहिए।
- उच्च और निम्न रक्तचाप वाले लोगों को भी ऐसा न करने की सलाह दी जाती है।
- घुटने या टखने में दर्द होने पर ऐसा न करें।
- अनिद्रा और माइग्रेन की समस्या से पीड़ित लोगों को भी इस योगासन से बचना चाहिए।
कमर और पीठ दर्द के लिए योग धनुरासन – Dhanurasana yoga for back pain in Hindi
धनुरासन पेट के बल किया जाता है। यह आसन पीठ और कमर दर्द के लिए भी एक बहुत प्रभावी आसन माना जाता है। यह रीढ़ और पेट की मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करता है। इसलिए, यह माना जाता है कि इस योगासन को करने से कमर और पीठ का दर्द ठीक हो जाता है।
कैसे करें धनुरासन योग:
- अपने पेट पर लेट जाओ।
- अब घुटनों को मोड़ें और हाथों से एड़ियों को मजबूती से पकड़ें।
- अब सांस लेते हुए अपने सिर, छाती और जांघ को ऊपर की ओर उठाएं।
- ध्यान रखें कि इस मुद्रा में आपके शरीर का आकार धनुष के समान होना चाहिए।
- क्षमता के अनुसार इस मुद्रा में रहें और धीरे-धीरे सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया जारी रखें।
- प्रारंभिक अवस्था में आने के लिए, लंबे समय तक सांस छोड़ते हुए नीचे आएं।
- कमर व पीठ दर्द ठीक करने के लिए इस आसन को आप चार से पांच बार कर सकते हैं।
एहतियात:
- हृदय की समस्याओं से पीड़ित लोगों को इस आसन से बचना चाहिए।
- उच्च रक्तचाप वाले रोगी को भी इस आसन को न करने की सलाह दी जाती है।
- हर्निया, पेप्टिक या अन्य अल्सर से पीड़ित व्यक्ति को यह आसन नहीं करना चाहिए।
पीठ दर्द के लिए योग गरुड़ासन – Garudasana yoga for back pain in Hindi
गरुड़ासन पीठ को लचीला बनाने में मदद कर सकता है। यह एक तरह का स्ट्रेचिंग और शरीर को मजबूत बनाने वाला व्यायाम है। साथ ही, इस योगासन को करने से तनाव से भी राहत मिलती है। इसलिए, गरुड़ासन को पीठ और कमर के दर्द को ठीक करने में मदद करने के लिए जाना जाता है।
गरुड़ासन योग कैसे करें:
- इस आसन को करने के लिए सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं और सामान्य रूप से सांस लें।
- फिर दोनों हाथों को आगे की ओर रखते हुए, दोनों घुटनों को थोड़ा मोड़ें।
- फिर दाएं पैर को आगे ले जाएं और बाएं पैर के पीछे ले जाएं। इस स्तर पर, आपका दाहिना पंजा बाएं पंजे से थोड़ा ऊपर होगा।
- उसके बाद, सामान्य रूप से सांस लेते हुए, बाएं हाथ को दाहिने हाथ के ऊपर रखें और दाहिने हाथ के सामने बाएं हाथ को घुमाकर नमस्कार की मुद्रा में आने का प्रयास करें।
- इस अवस्था में एक मिनट तक खड़े रहने की कोशिश करें।
- इस आसन से बाहर आने के लिए विपरीत क्रिया करें।
- फिर इसे दूसरी तरफ भी करें।
- इस आसन को आप 5 से 10 मिनट तक कर सकते हैं।
एहतियात:
- यदि आपको अपनी नसों में किसी प्रकार की सूजन या जोड़ों में दर्द है, तो इस आसन को करने से बचें।
- अगर आपको पैर में चोट लगी है तो इस योगासन को न करें।
पीठ के दर्द से छुटकारा पाने के लिए बद्धकोणासन – Baddha Konasana yoga for back pain in Hindi
बद्धकोणासन तीन शब्दों से बना है। पहला जो बंधे हुए का अर्थ है, दूसरा कोण यानी कोने और तीसरा आसन, जिसका अर्थ है योग मुद्रा। यह पाया गया है कि इस योग को करने वाले लोगों में सेरोटोनिन नामक रसायन के स्तर में वृद्धि होती है। इसकी मदद से, मानसिक और न्यूरोलॉजिकल विकारों जैसे अवसाद आदि में यह योग लाभकारी होता है। इसके साथ ही यह रसायन, जो योग करने से बढ़ता है, दर्द निवारक के रूप में भी काम करता है। यह साइकोसिस के लक्षणों को कम करने के साथ ही पीठ और कमर के दर्द को ठीक करने में मददगार पाया गया है।
कैसे करें बद्धकोणासन योग:
- बद्धकोणासन और तितली आसन करने से पहले, योगा मैट बिछाएं।
- अब गहरी सांस लें और रीढ़ को सीधा रखें और पैरों को आगे फैलाकर मैट पर बैठ जाएं।
- फिर सांस छोड़ते हुए घुटनों को मोड़कर दोनों पैरों के तलवों को आपस में मिलाएं।
- अब गहरी सांस लेते हुए दोनों हाथों की उंगलियों को एक साथ पकड़ें और दोनों पैरों के पंजे को पकड़ें।
- इसके बाद पैरों को शरीर के करीब लाएं। एड़ियों को जननांगों के करीब लाने की कोशिश करें।
- इस बात का ध्यान रखें कि जितना संभव हो सके, पैरों को उतना ही पास लाएं। बल का प्रयोग बिलकुल न करें।
- फिर साँस छोड़ते हुए, फर्श से घुटनों को छूने की कोशिश करें।
- अब सांस लेते और छोड़ते समय घुटनों को तितली के पंख की तरह ऊपर-नीचे करें।
- जैसे ही आप थका हुआ महसूस करते हैं, कुछ आराम करें और इसे फिर से करें।
एहतियात:
- अगर आपके घुटने में चोट है, तो इस आसन को करने से बचें।
- मासिक धर्म के दौरान इस आसन को न करने की सलाह दी जाती है।
- साइटिका से पीड़ित लोगों को योग विशेषज्ञ की देखरेख में इस आसन का अभ्यास करना चाहिए।
पीठ दर्द को दूर करने के लिए बितिलासन – Bitilasana yoga for back pain in Hindi
बितिलासन दो शब्दों से बना है। बितिला, जिसका अर्थ है गाय और आसनयानी मुद्रा। इस योगासन के दौरान, शरीर गाय की मुद्रा में होता है। यह आसन कैट काऊ पोज यानी मार्जरी आसन के साथ किया जाता है। यह आसन भुजाओं, ऊपरी पीठ, छाती और पेट के किनारों को फैलाने में मदद करता है। यह योगासन पेट की मांसपेशियों और गर्दन और पीठ के दर्द को ठीक करने में मदद कर सकता है। बिटिलसाना भी हाथों, उंगलियों और कलाई को मजबूत कर सकता है।
कैसे करें बितिलासन योग:
- समतल क्षेत्र पर योगा मैट बिछाएं।
- अब घुटनों के बल वज्रासन पर बैठ जाएं।
- फिर, आगे की ओर झुकते हुए, दोनों हाथों को सीधे जमीन पर टिकाएं।
- फिर कूल्हे और कमर को ऊपर की ओर उठाएं।
- बॉडी शेप इस दौरान मेज और टेबल टॉप के समान होना चाहिए।
- योग करते समय, पैर जननांगों के अनुरूप होना चाहिए और कलाई कंधों के ठीक नीचे होनी चाहिए।
- अब अपने सिर को ढीला छोड़ दें और फर्श पर देखें।
- फिर सांस लें और अपने कूल्हों को आसमान की तरफ उठाएं।
- इस दौरान पेट को जमीन की तरफ दबाएं।
- अब कुछ सेकंड के लिए अपना सिर ऊपर उठाएं या आसमान की तरफ देखें।
- कुछ समय के लिए इस मुद्रा में रहने के बाद, टेबल-टॉप स्थिति में वापस आएँ।
- इसके बाद सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे वज्रासन की स्थिति में लौट आएं।
एहतियात:
- अगर गर्दन पर किसी तरह की चोट लगी है या यह संवेदनशील है, तो इसे बहुत ज्यादा न मोड़ें।
- गर्दन के पिछले हिस्से को ज्यादा न झुकाएं।
- अगर आपको कंधे में दर्द है तो इस योगासन को करने से बचें।
नोट: इन सभी योगासनों को एक प्रशिक्षित योग ट्रेनर की देखरेख में करें, अन्यथा आपको लाभ के बजाय नुकसान भी हो सकता है।
इस लेख के माध्यम से, आप पीठ और कमर दर्द के लिए योगासन के बारे में जान गए होगें। इनकी मदद से, आप दर्द से राहत पा सकते हैं। पीठ और कमर दर्द का इलाज करने के अलावा, आप अन्य शारीरिक समस्याओं से दूर रहने के लिए भी इन योग को अपना सकते हैं। ध्यान रखें कि योग नियमित रूप से किया जाना चाहिए। यदि आपको कोई दुविधा है, तो आप किसी योग विशेषज्ञ से भी सलाह ले सकते हैं। वहीं, अगर कमर में दर्द ज्यादा है, तो बिना किसी देरी के डॉक्टर से चेकअप करवाएं और फिर डॉक्टर से पूछकर ही योगासन करें। साथ ही आप अपने सवाल हमें कमेंट बॉक्स के माध्यम से भेज सकते हैं। अपने दोस्तों के साथ इस लेख को शेयर करके, उन्हें जिद्दी पीठ दर्द से राहत पाने में मदद करें।
इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।
Leave a Comment