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हाई कोलेस्ट्रॉल क्या है, लक्षण, कारण, जांच, इलाज और बचाव – High cholesterol in Hindi

हाई कोलेस्ट्रॉल क्या है, लक्षण, कारण, जांच, इलाज और बचाव - High cholesterol in Hindi

High cholesterol in Hindi हाई कोलेस्ट्रॉल या उच्च कोलेस्ट्रॉल एक तरह के खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) की वजह से उत्पन्न होता है, मनुष्य में ज्यादातर यह उच्च कोलेस्ट्रॉल खराब या अनियमित जीवनशैली और गलत तरह के खानपान से उत्पन्न होता है। कोलेस्ट्रॉल आपके रक्त में पाया जाने वाला एक मोमी पदार्थ है यह एक वैक्स या वसा के जैसा पदार्थ होता है जो हमारे लीवर के हर तरफ जाकर जमा हो जाता है और उसके आकार को छोटा करके उसमे सिकुड़न पैदा कर देता है। आपके शरीर को स्वस्थ कोशिकाओं के निर्माण के लिए कोलेस्ट्रॉल की आवश्यकता होती है, लेकिन हाई कोलेस्ट्रॉल से आपके हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है।

हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण, आपकी रक्त वाहिकाओं में वसायुक्त पदार्थ जमा होने लगता हैं। जिससे रक्त का प्रवाह सही तरह या सही मात्रा में न होने से यह दिल और मस्तिष्क को प्रभावित करता है तथा विभिन्न प्रकार की बीमारिया जैसे दिल का दौरा, आघात (Stroke), सीने में दर्द जैसी परेशानी उत्पन्न करता है।

सही समय पर उच्च कोलेस्ट्रॉल की जांच करवाकर इस बीमारी की रोकथाम की जा सकती है। इस लेख में हम आपको हाई कोलेस्ट्रॉल क्या है (High Cholesterol in Hindi) उसके लक्षण ,कारण, जांच, इलाज और बचाव के बारे में बताने जा रहे है।

विषय सूची

1. कोलेस्ट्रॉल क्या है – What is Cholesterol in Hindi
2. कोलेस्ट्रॉल के प्रकार – Types Of Cholesterol In Hindi

3. हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण – High Cholesterol Symptoms in Hindi
4. हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण – High Cholesterol Causes in Hindi
5. हाई कोलेस्ट्रॉल की जटिलताये – High Cholesterol Complications in Hindi
6. हाई कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ – High Cholesterol Foods in Hindi
7. हाई कोलेस्ट्रॉल की जांच – High cholesterol Diagnosis in hindi
8. कोलेस्ट्रॉल के स्तर और रेंज – Cholesterol Levels And Ranges in Hindi
9. हाई कोलेस्ट्रॉल की दवाईया – High Cholesterol Medications in Hindi
10. उच्च कोलेस्ट्रॉल को कम करने के कुछ घरेलू नुस्खे – High Cholesterol Controlling Natural Remedies in Hindi
11. हाई कोलेस्ट्रॉल से बचने के उपाय – Lifestyle and home remedies for High Cholesterol in Hindi

कोलेस्ट्रॉल क्या है – What is Cholesterol in Hindi

कोलेस्ट्रॉल लिपिड का एक प्रकार होता है। यह एक मोमी (वेक्स की तरह) वसा जैसा पदार्थ है जो आपका लीवर स्वाभाविक रूप से स्वयं ही उत्पन्न करता है। कोलेस्ट्रॉल कोशिका झिल्ली, कुछ हार्मोन और विटामिन डी के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण होता है। कोलेस्ट्रॉल एक तरह का पदार्थ है जो पानी में घुलनशील नही होता है, इस लिए खून में यह खुद नही घुल सकता, इसके लिए इसे पूरी तरह से घुलनशील बनाने के लिए लीवर एक तरह का पदार्थ बनाता है जिसे लिपोप्रोटीन कहते है।

लिपोप्रोटीन क्या है – लिपोप्रोटीन (lipoprotein) वसा और प्रोटीन से बने कण होते हैं। वह आपके रक्तप्रवाह के माध्यम से कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स (एक अन्य प्रकार का लिपिड) ले जाते हैं। लिपोप्रोटीन के दो प्रमुख रूप होते है जिसमें निम्न-घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (LDL) और उच्च-घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (HDL) होते हैं।

कोलेस्ट्रॉल के प्रकार – Types Of Cholesterol In Hindi

कोलेस्ट्रॉल के प्रकार - Types Of Cholesterol In Hindi

कोलेस्ट्रॉल आपके रक्त के माध्यम से, प्रोटीन से जुड़ा होता है। प्रोटीन और कोलेस्ट्रॉल के इस संयोजन को लिपोप्रोटीन (lipoprotein) कहा जाता है। कोलेस्ट्रॉल के मुख्य 2 प्रकार होते हैं, जो लिपोप्रोटीन के आधार पर होते है। वो निम्न हैं:

उच्च घनत्व वाले लिपोप्रोटीन या गुड कोलेस्ट्रॉल – HDL Cholesterol or Good Cholesterol in hindi

उच्च घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (HDL) को गुड कोलेस्ट्रॉल भी कहते है। यह आपके शरीर से एलडीएल (खराब कोलेस्ट्रॉल) को लीवर में वापस लाकर शरीर को साफ़ करता है। यह आपकी धमनियों (Arteries) में कोलेस्ट्रॉल पट्टिका (plaque) के निर्माण को रोकने में मदद करता है।

यदि आपके शरीर में एचडीएल कोलेस्ट्रॉल का स्वस्थ स्तर है तो यह आपके शरीर में दिल का दौरा, स्ट्रोक और रक्त के थक्के जमने के जोखिम के स्तर को कम करने में मदद करता है।

कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन या खराब कोलेस्ट्रॉल – LDL Cholesterol or Bad Cholesterol (High cholesterol) in Hindi

यदि आपके रक्त में बहुत अधिक एलडीएल कोलेस्ट्रॉल (कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन द्वारा लिया गया कोलेस्ट्रॉल) है, तो इसे हाई कोलेस्ट्रॉल के रूप में जाना जाता है। कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (LDL) को अक्सर “खराब कोलेस्ट्रॉल” कहा जाता है। यह आपकी धमनियों (arteries) में उच्च कोलेस्ट्रॉल को ले जाता है और रक्त के प्रवाह में विभिन्न प्रकार की बाधा उत्पन्न करता है। यदि आपके शरीर में उच्च कोलेस्ट्रॉल का स्तर बहुत अधिक है, तो यह आपकी धमनियों (arteries) की दीवारों पर हर तरफ से निर्माण कर लेता है और धमनियों को सिकोड़ कर छोटा कर देता है जिससे रक्त संचार ठीक तरह से दिल और मस्तिष्क में ना पहुँच पाने से बाधा उत्पन्न होती है।

इस तरह के बिल्डअप को कोलेस्ट्रॉल पट्टिका (plaque) के रूप में भी जाना जाता है। यह पट्टिका आपकी धमनियों (arteries) को छोटा कर देती है और रक्त संचार को सिमित कर देता है जिससे रक्त के थक्के जम सकते है और रक्त के थक्के जमने से शरीर में जोखिम बढ़ जाता है। यदि यह रक्त के थक्के आपके दिल या मस्तिष्क की धमनियों को अवरूद्ध करता है तो उससे दिल का दौरा या स्ट्रोक पैदा हो सकता है, जो जानलेवा भी हो सकता है।

(और पढ़े – जानें कि क्या होता है अच्छा (HDL) एवं बुरा (LDL) कोलेस्ट्रॉल…)

हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण – High Cholesterol Symptoms in Hindi

हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण - High Cholesterol Symptoms in Hindi

ज़्यादातर हाई कोलेस्ट्रॉल के कोई लक्षण दिखाई नही देते है इसलिए इसे साइलेंट प्रॉब्लम भी कहा जा सकता है, इसलिए ज़्यादातर लोगों को हाई कोलेस्ट्रॉल का तब पता चलता है जब बहुत सी जटिलताये उत्पन्न हो चुकी होती है, परन्तु अगर आपको सीने में दर्द (Angina) या ऐसे कोई भी लक्षण दिखाई दे या महसूस हो तो तुरन्त ही डॉक्टर से जांच कराये हो सकता है यह उच्च कोलेस्ट्रॉल के लक्षण हो सकते है जो जानलेवा भी साबित हो सकते है। इसलिए हाई कोलेस्ट्रॉल की समय समय से जाँच करवाना बहुत ज़रूरी है। आज के समय में हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण सिर्फ बुज़ुर्गो में ही नहीं वयस्कों में भी पाए जा रहे है इसलिए डॉक्टर यही सलाह देते है की २० से अधिक उम्र के लोगों को नियमित तौर पर हर तरह के कोलेस्ट्रॉल की जाँच करवानी चाहिए।

उच्च कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol Symptoms) के लक्षणों में विभिन्न प्रकार शामिल हैं:

उच्च कोलेस्ट्रॉल की वजह से पैरों में सही मात्रा में रक्त ना भेज पाने में असमर्थ अवरुद्ध धमनियों (block arteries) के कारण चलने में दर्द उत्पन्न होता हैं|

(और पढ़े – एनजाइना के लक्षण, कारण, निदान, उपचार, और बचाव…)

हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण – High Cholesterol Causes in Hindi

हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण - High Cholesterol Causes in Hindi

हाई कोलेस्ट्रॉल होने का सबसे मुख्य कारण अनियमित जीवनशैली है। जिसमे से-

उच्च कोलेस्ट्रॉल की वजह अनियमित खानपान भी होता है

हाई कोलेस्ट्रॉल का  सबसे बड़ा कारण अनियमित खानपान है, खाने में विभिन्न प्रकार का वसा जैसे एक प्रकार का संतृप्त वसा (saturated fats), कुछ मीट, डेयरी उत्पादों, चॉकलेट, पके हुए खाद्य पदार्थों (fried foods) और गहरे तले और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों (processed foods) में पाया जाता है। एक अन्य प्रकार ट्रांस वसा (Trans fat) कुछ तले हुए और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों (Processed foods) में भी पाया जाता है जो उच्च कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है। इन विभिन्न प्रकार के वसा को खाने से आपका एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है और कई तरह की बीमारिया उत्पन्न कर सकता है जो सेहत के लिए हानिकारक और जानलेवा हो सकती है।

उच्च कोलेस्ट्रॉल शारीरिक गतिविधि का अभाव होने से भी बढ़ती है

बहुत ज्यादा बैठे रहने की आदत और शारीरिक गतिविधि ना करने से भी अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) का स्तर घट जाता है और हाई कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है। इसलिए ज्यादा बैठे रहने की जगह कई तरह के व्यायाम (Exercise) किये जा सकते है और जितनी ज्यादा शारीरिक गतिविधिया हम करेंगे उच्च कोलेस्ट्रॉल का स्तर उतना ही कम होगा|

उच्च कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का एक मुख्य कारण धुम्रपान भी है

हाई कोलेस्ट्रॉल होने का यह भी एक मुख्य कारण है। सिगरेट का धुँआ आपके रक्त वाहिकाओं (vessels) की दीवारों को नुकसान पहुंचाता है, जिससे उनमें फैट जमा होने से सिकुड़न पैदा हो जाती है जिस से खतरा और अधिक बढ़ जाता है। धूम्रपान आपके एचडीएल (HDL) या अच्छे  कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम कर देता है।

उच्च कोलेस्ट्रॉल का एक कारण मोटापा भी है

आज के समय में मोटापा (Obesity) हाई कोलेस्ट्रॉल  एक बहुत बड़ा और मुख्य कारण बन चुका है, अनियमित खानपान और किसी भी तरह का व्यायाम या शारीरक गतिविधि ना करना मोटापे की सबसे बड़ी वजह है जिससे हाई कोलेस्ट्रॉल होने की संभावना और अधिक बढ़ जाती है| 30 या अधिक की बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) होने से आपको उच्च कोलेस्ट्रॉल का खतरा हो सकता है जो आपके लिए घातक साबित हो सकता है।

उच्च कोलेस्ट्रॉल की बड़ी वजह उम्र भी होती है

जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती हैं, आपके कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता जाता है जो कई तरह के हार्मोनल परिवर्तन की वजह से हो सकता है। भले ही यह कम आम है, परन्तु बच्चों और किशोरों सहित छोटे लोगों में भी हाई कोलेस्ट्रॉल की शिकायत दिन पर दिन बढ़ती जा रही है और बढ़ती उम्र के साथ यह और भी घातक और जानलेवा हो सकती है। इसलिए अपनी दिनचर्या में कुछ बदलाव करके आप हाई कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकते है।

उच्च कोलेस्ट्रॉल आनुवंशिक (heredity) भी हो सकता है

कुछ दुर्लभ मामलों में, उच्च कोलेस्ट्रॉल आनुवंशिक (heredity) भी होता है जैसे की यदि आपके परिवार के किसी सदस्य को पहले कभी उच्च कोलेस्ट्रॉल की शिकायत रही है तो यह संभावना हो सकती है की आप भी उच्च कोलेस्ट्रॉल की बीमारी के शिकार हो सकते है इसलिए यदि आपके परिवार में ऐसा है तो डॉक्टर की सलाह लेकर आप समय से उच्च कोलेस्ट्रॉल की जांच करवाएं। इस तरह की अनुवांशिक हाई कोलेस्ट्रॉल की बीमारी को पारिवारिक हाइपरकोलेस्ट्रॉलमियां (familial hypercholesterolemia) भी कहा जाता है। यह आनुवांशिक विकार आपके शरीर से ख़राब कोलेस्ट्रॉल या एलडीएल को हटाने से रोकता है।

  • इस स्थिति वाले अधिकांश वयस्कों में कुल कोलेस्ट्रॉल का स्तर 300 मिलीग्राम / डीएल और उच्च कोलेस्ट्रॉल का स्तर 200 मिलीग्राम / डीएल से ऊपर होता है।
  • डायबिटीज, किडनी की बीमारी और हाइपोथायरायडिज्म आदि बीमारियों की वजह से भी हाई कोलेस्ट्रॉल होने की संभावना बढ़ जाती है।
  • महिलायों में होने वाली विभिन्न बीमारिया जैसे पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम (Polycystic ovarian syndrome), प्रेगनेंसी के समय होने वाले विभिन्न हार्मोनल डिसऑर्डर भी महिलायों में हाई कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है।
  • कम काम करने वाली थाइरोइड ग्रंथि (Underactive Thyroid gland) भी हाई कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है।

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हाई कोलेस्ट्रॉल की जटिलताये – High Cholesterol Complications in Hindi

हाई कोलेस्ट्रॉल की जटिलताये – High Cholesterol Complications in Hindi

हाई कोलेस्ट्रॉल या उच्च कोलेस्ट्रॉल आपके धमनियों (arteries) की दीवारों पर कोलेस्ट्रॉल और अन्य डिपॉजिट्स के खतरनाक संचय का कारण बन सकता है। ये डिपॉजिट्स आपकी धमनियों (arteries) के माध्यम से रक्त के प्रवाह को कम कर देते हैं, जिससे कई तरह की जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे:

छाती में दर्द (Chest Pain) – यदि रक्त (कोरोनरी धमनियों) से आपके दिल की आपूर्ति करने वाली धमनियां (arteries) प्रभावित होती हैं, तो आपको सीने में दर्द (एनजाइना) और कोरोनरी धमनी (Coronary arteries) की बीमारी के अन्य लक्षण होते हैं, और यह सारे लक्षण उच्च कोलेस्ट्रॉल के हो सकते है।

दिल का दौरा (Heart Attack) – यदि पट्टिका टूटती है (plaque rupture) या फटती है तब, एक रक्त का थक्का पट्टिका टूटने की जगह पर बन जाता हैं जो रक्त के प्रवाह को अवरुद्ध (block) करता है। यदि आपके दिल के हिस्से में रक्त प्रवाह रुक जाता है, तो आपको दिल का दौरा पड़ता है। दिल का दौरा पड़ने का उच्च कोलेस्ट्रॉल एक मुख्य कारण है।

आघात (Stroke) – इसके लक्षण दिल के दौरे के समान ही होते है, स्ट्रोक तब होता है जब रक्त का थक्का आपके मस्तिष्क के हिस्से में रक्त के प्रवाह को अवरुद्ध करता है। हाई कोलेस्ट्रॉल की वजह से आघात या स्ट्रोक होने की संभावना बढ़ जाती है।

  • उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure)
  • परिधीय संवहनी रोग (peripheral vascular disease)
  • गुर्दे की पुरानी बीमारी (chronic kidney disease)

यह सभी बीमारिया उच्च कोलेस्ट्रॉल के लक्षण हो सकते है जिनकी सही समय से जांच करवाना बहुत ही महत्वपूर्ण  है नहीं तो यह जानलेवा हो सकती है।

(और पढ़े – कोरोनरी आर्टरी डिजीज (कोरोनरी धमनी रोग) के कारण, लक्षण, उपचार, और बचाव…)

हाई कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ – High Cholesterol Foods in Hindi

विभिन्न तरह के खाद्य पदार्थों में हाई कोलेस्ट्रॉल होता है,जिनकी सूचि इस प्रकार दी गयी है –

  • लाल मांस (red meat)
  • पूर्ण वसा वाली डेयरी पदार्थ (full-fat dairy product)
  • नकली मक्खन (margarine)
  • हाइड्रोजनीकृत तेल (hydrogenated oils)
  • पके हुए खाद्य पदार्थ (baked goods) आदि।

इसी तरह बहुत से खाद्य पदार्थों में HDL या गुड कोलेस्ट्रॉल भी होता है, इनकी सूचि इस प्रकार दी गयी है-

यह सभी खाद्य पदार्थ हमारे शरीर में अच्छा कोलेस्ट्रॉल बनाने में मदद करते है जिससे उच्च कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की संभावना कम हो जाती है|

(और पढ़े – कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए भारतीय घरेलू उपाय और तरीके…)

हाई कोलेस्ट्रॉल की जांच – High cholesterol Diagnosis in hindi

हाई कोलेस्ट्रॉल की जांच - High cholesterol Diagnosis in hindi

कोलेस्ट्रॉल के स्तर की जाँच के लिए रक्त परीक्षण – जिसे लिपिड पैनल या लिपिड प्रोफाइल टेस्ट (lipid panel or lipid profile) कहा जाता है किया जाता है जिसकी रिपोर्ट में शामिल है

  • कुल कोलेस्ट्रॉल (Total cholesterol)
  • निम्न घनत्व वसा कोलेस्ट्रौल (LDL cholesterol)
  • एच डी एल कोलेस्ट्रॉल (HDL cholesterol)
  • ट्राइग्लिसराइड्स – रक्त में वसा का एक प्रकार (Triglycerides)

हाई कोलेस्ट्रॉल की जांच के सबसे सटीक माप के लिए, रक्त का नमूना लेने से पहले नौ से 12 घंटे के लिए (पानी के अलावा) कुछ भी न खाएं या पीएं।

(और पढ़े – लिपिड प्रोफाइल टेस्ट (कोलेस्ट्रॉल टेस्ट) क्या है, प्रक्रिया, परिणाम और कॉस्ट…)

कोलेस्ट्रॉल के स्तर और रेंज – Cholesterol Levels And Ranges in Hindi

  • वयस्कों में, कुल कोलेस्ट्रॉल का स्तर 200 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर (मिलीग्राम / डीएल) से कम माना जाता है।
  • 200 और 239 मिलीग्राम / डीएल के बीच की रीडिंग बॉर्डरलाइन उच्च(borderline high) कहलाता है।
  • 240 मिलीग्राम / डीएल और इसके बाद की रीडिंग को हाई कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol) माना जाता है।

हाई कोलेस्ट्रॉल (LDL) का स्तर 100 मिलीग्राम / डीएल से कम होना चाहिए।

  • 100-129 मिलीग्राम / डीएल बिना किसी स्वास्थ्य समस्या वाले लोगों के लिए ठीक है, लेकिन हृदय रोग या हृदय रोग के जोखिम वाले कारक (factors) किसी भी व्यक्ति के लिए चिंता का विषय हो सकते है।
  • उच्च कोलेस्ट्रॉल की 130-159 मिलीग्राम / डीएल की रीडिंग सीमावर्ती  उच्च (borderline high) कहलाता है।
  • हाई कोलेस्ट्रॉल की 160–189 मिलीग्राम / डीएल की रीडिंग अधिक (High Cholesterol) कहलाता है।
  • उच्च कोलेस्ट्रॉल की 190 मिलीग्राम / डीएल  की रीडिंग या उच्चतर (very high) माना जाता है।

अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) का स्तर उच्च रखा जाना चाहिए, जिस से शरीर हमेशा स्वस्थ रहेगा और हाई कोलेस्ट्रॉल होने की संभावना कम हो जाएगी।

  • अच्छे या गुड कोलेस्ट्रॉल के स्तरों के लिए इष्टतम (optimal) रीडिंग 60 मिलीग्राम / डीएल या उच्चतर कहलाता है।
  • 50 मिलीग्राम / डीएल से 59 मिलीग्राम / डीएल तक की रीडिंग बॉर्डरलाइन कम (borderline low) कहलाती है।
  • 40 मिलीग्राम / डीएल से कम की रीडिंग हृदय रोग के लिए एक बड़ा जोखिम कारक हो सकता है, जो जानलेवा भी साबित हो सकता है।

हाई कोलेस्ट्रॉल की दवाईया – High Cholesterol Medications in Hindi

हाई कोलेस्ट्रॉल की दवाईया - High Cholesterol Medications in Hindi

कुछ केस में डॉक्टर हाई कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए दवाई लेने की सलाह देते है।

हाई कोलेस्ट्रॉल में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली दवाई है स्टैटिन (statins), यह दवाई आपके लीवर को ब्लाक करके ज्यादा कोलेस्ट्रॉल पैदा करने से रोकती है।

  • स्टैटिन (statins) के कुछ उदहारण है-
  • एटोरवास्टेटिन (लिपिटर)
  • फ़्लुवास्टेटिन (लेसकोल)
  • रोज़ुवास्तीन (क्रेस्टर)
  • सिमवास्टेटिन (ज़ोकोर)

डॉक्टर उच्च कोलेस्ट्रॉल के लिए अन्य दवाएं भी लिख सकते है जैसे –

नियासिन – नियासिन आपके जिगर की LDL और VLDL कोलेस्ट्रॉल का उत्पादन करने की क्षमता को सीमित करता है। लेकिन नियासिन स्टैटिन पर अतिरिक्त लाभ प्रदान नहीं करता है। नियासिन को लीवर की क्षति और स्ट्रोक से भी जोड़ा गया है, इसलिए अधिकांश डॉक्टर अब इसे केवल उन लोगों के लिए सुझाते हैं जो स्टैटिन नहीं ले सकते।

पित्त एसिड रेजिन (bile acid resin) या सेवेस्टर, जैसे कि कोलीसेवलम (वेलचोल), कोलस्टिपोल (कोलस्टिड), या कोलेस्टिरमाइन (प्रीवालाइट)

कोलेस्ट्रॉल अवशोषण अवरोधक(cholesterol absorption inhibitors), जैसे कि एज़ेटिमिब (ज़ेटिया)

(NOTE – कोई भी दवाई बिना डॉक्टर की सलाह के ना ले)

ओमेगा – 3 फैटी एसिड के सप्लीमेंट्स – Omega-3 fatty acid supplements

ओमेगा -3 फैटी एसिड की खुराक आपके ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने में मदद कर सकती है। वे डॉक्टर के पर्चे या ओवर-द-काउंटर द्वारा उपलब्ध हैं।

यदि आप ओवर-द-काउंटर पूरक लेना चुनते हैं, तो अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य करें। ओमेगा -3 फैटी एसिड की खुराक आपके द्वारा ली जा रही अन्य दवाओं को प्रभावित कर सकती है।

(और पढ़े – ओमेगा 3 फैटी एसिड के फायदे और स्वास्थ्य लाभ…)

उच्च कोलेस्ट्रॉल को कम करने के कुछ घरेलू नुस्खे – High Cholesterol Controlling Natural Remedies in Hindi

उच्च कोलेस्ट्रॉल को कम करने के कुछ घरेलू नुस्खे - High Cholesterol Controlling Natural Remedies in Hindi

हाई कोलेस्ट्रॉल को कई घरेलू उपचार से भी कंट्रोल किया जा सकता है, इसके कई तरीके है, जिसकी सूचि इस प्रकार दी गयी है –

  • लहसुन
  • नागफनी (hawthorn)
  • लाल खमीरी चावल (red yeast rice)
  • स्टेरोल (sterol) और स्टेनॉल (stanol) सप्लीमेंट्स
  • जई का चोकर (oat bran), दलिया आदि।
  • ब्लॉन्ड साइलियम, ईसबगोल
  • जमीनी अलसी (ground flex seed)

Note – किसी भी हर्बल या पोषक तत्वों की खुराक लेने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से बात करें। कुछ मामलों में, वे अन्य दवाओं के साथ गलत तरह से मिल सकते है जिन्हें आप ले रहे हैं। जिससे कई तरह के साइड इफ़ेक्ट हो सकते है।

(और पढ़े – संतुलित आहार के लिए जरूरी तत्व , जिसे अपनाकर आप रोंगों से बच पाएंगे…)

हाई कोलेस्ट्रॉल से बचने के उपाय – Lifestyle and home remedies for High Cholesterol in Hindi

हाई कोलेस्ट्रॉल से बचने के उपाय - Lifestyle and home remedies for High Cholesterol in Hindi

आपके कोलेस्ट्रॉल के स्तर में सुधार के लिए जीवनशैली में बदलाव आवश्यक है। कोलेस्ट्रॉल के स्तर में सुधार के लिए, निम्नलिखित प्रयास करें:

अतिरिक्त वजन को कम करने की कोशिश करें – 5 से 10 पाउंड खोने से कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद मिल सकती है।

दिल से सेहतमंद आहार चुनें- फलों, सब्जियों और साबुत अनाज सहित पौधों पर आधारित खाद्य पदार्थों का सेवन करें। प्रसंस्कृत खाद्य का सेवन कम करें जैसे लाल मांस और पूर्ण वसा वाले डेयरी उत्पादों, और ट्रांस वसा में पाए जाने वाले संतृप्त वसा, कई प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों में पाए जाते हैं।

मोनोअनसैचुरेटेड वसा का सेवन करें – मोनोअनसैचुरेटेड फेट जैतून तेल और कैनोला तेलों में पाया जाता है, जो हाई कोलेस्ट्रॉल एक स्वस्थ विकल्प है। एवोकाडो, नट्स और ऑयली मछली स्वस्थ वसा के अन्य स्रोत हैं।

हाई कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए नियमित रूप से व्यायाम करें- अपने डॉक्टर की सलाह पर, सप्ताह में पांच बार कम से कम 30 मिनट की मध्यम तीव्रता वाले व्यायाम करें या सप्ताह में पांच मध्यम से तेज गति वाले व्यायाम करें।

हाई कोलेस्ट्रॉल से बचने के लिए धूम्रपान न करें– यदि आप धूम्रपान करते हैं, तो छोड़ने का एक तरीका खोजें।

(और पढ़े – बॉडी फिटनेस टिप्स इन हिंदी…)

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