सर्दियों का मोसम चालू होते ही लोगो के मन मे गर्म और ठंडे पानी से नहाने को लेकर दुविधा पैदा हो जाती है अधिकतर लोग सर्दियों मे गरम पानी से नहाते हैं ताकि वो अपनी शरीर को साफ-सुथरा रख पाएं। गरम पानी से नहाने के फायदे तो होते हैं पर इसके कुछ नुकसान भी हैं। तो हमें गर्म पानी से नहाना सही या ठंडे पानी से, जानिए विज्ञान क्या कहता है।
गरम पानी से नहाने से स्ट्रैस और टेंशन दोनों खत्म हो जाते हैं, मगर इसके इससे त्वचा का सारा तेल निकल जाता हैं और त्वचा सूख जाती हैं नतीजा त्वचा में खुजली हो सकती हैं। वहीं ठंडा पानी हर मायने में आपके लिए बेहद लाभदायक होता है, ये न सिर्फ आपकी प्यास बुझाता है और आपके शरीर को आवश्यक मिनरल देता है, बल्कि इससे नहाने से आपके शरीर को भी कई प्रकार के फायदे भी होते हैं।
यदि आप हमेशा कन्फ्यूज्ड रहते हैं कि गर्म पानी से स्नान करें या ठंडे पानी के स्नान का विकल्प चुनें? आप कैसे तय करते हैं कि नहाने के लिए आपको किसे चुनना है? किसी भी निष्कर्ष पर आने से पहले, आपको चल रहे मौसम, आपकी उम्र, आदतों, प्रथाओं, बीमारी आदि जैसे कारकों पर विचार करने की आवश्यकता है, गर्म पानी या ठंडे पानी नहाने के अपने फायदे और नुकसान होते हैं। गर्म पानी से नहाना सही या ठंडे पानी से की अधिक जानकारी के लिए हमारा पूरा लेख पढ़ें।
गर्म पानी से नहाना सही या ठंडे पानी से – Hot water bath or cold water bath in Hindi
आइए एक नजर डालते हैं ठंडे पानी और गर्म पानी से नहाने के फायदों पर:
ठंडे पानी से नहाने के फायदे – Benefits of cold water bath in Hindi
ठंडा पानी आपको सुबह सुबह जगा देता
सुबह को ठंडे पानी से नहाने से आलस तो दूर होता ही है, आप पूरे दिन तरो-ताजा भी महसूस करते हैं। एक शोध में ये बात सामने आई है कि ठंडे पानी से नहाने से मूड फ्रेश रहता है। दरअसल जब आप ठंडे पानी से नहाते हैं, तो हल्का सा शॉक जैसा लगा है जिससे आपकी सांसे तेज़ चलने लगती है और दिल की धड़कन भी थोड़ी बढ़ जाती हैं। इससे आपके शरीर कार रक्त प्रवाह बढ़ जाता है और आप तरोताज़ा महसूस करने लगते हैं।
त्वचा के लिए ठंडे पानी से नहाना है फायदेमंद
स्किन एक्सपर्ट्स बताते हैं कि ठंडे पानी से नहाने पर बालों के साथ-साथ त्वचा भी चमकदार बनती है। अगर आप मुहांसों से परेशान हैं तो ठंडे पानी से नहाएं। इससे अपकी त्वचा रूखी और बेजान होने से बचेगी। ठंडा पानी आपकी त्वचा को चमकदार बनता है।
ठंडा पानी से नहाना दूर करेगा अनिंद्रा की समस्या
ठंडा पानी अपकी स्वसन प्रणाली को बेहतर बनाते हुए थकान भगाने में मदद करता है। यही नहीं यदि नींद आने में समस्या हो तो भी ठंड़े पीनी से नहाना लाभदायक होता है, इससे अनिंद्रा की समस्या दूर होती है।
पुरुष में प्रजनन क्षमता बढ़ाता है ठंडा पानी
शायद बहुत ही कम लोग इस तथ्य को जानते होंगे कि, ठंडे से पानी से स्नान करना पुरुषों में प्रजनन क्षमता को बढ़ा सकता है। वहीं दूसरी ओर गर्म पानी से स्नान करने से अंडकोष पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है, क्योंकि संभवतः गर्म पानी से नहाना शुक्राणुओं की संख्या कम कर सकता है। यदि आप घर में नए बच्चे को लाने की तैयारी कर रहे हैं तो ठंडे पानी से ही नहाएं।
ठंडे पानी से इम्युनिटी और रक्तसंचार होता है बेहतर
cold water ठंडे पानी से नहाने से रक्तसंचार तो अच्छा रहता ही है, साथ ही ठंडे पानी से आपकी इम्युनिटी अर्थात प्रतिरक्षा प्रणाली भी मजबूत होती है। इम्युनिटी के मज़बूत होने से शरीर में वाइट ब्लड सेल्स बढ़ती हैं जो कई प्रकार की बिमारियों से लड़ने में मदद करती हैं। यह फेफड़ों के कार्यो में सुधार लाने में भी मदद करता है। ठंडे पानी से स्नान शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली और लसीका को उत्तेजित करता है, जो संक्रमण के खिलाफ लड़ने वाली कोशिकाओं के उत्पादन को बढ़ाता है।
गर्म पानी से नहाने के फायदे – Benefits of hot water bath in Hindi
गर्म पानी से नहाने के फायदे मांसपेशियों के लिए
गुनगुना पानी मांसपेशियों के लिए भी लाभकारी होता है। गुनगुने पानी मांसपेशियों में दर्द और ऐंठन को ठीक करता है। यह गठिया, शुगर या अन्य किसी चोट के कारण होने वाले मांसपेशियों में दर्द और ऐंठन को भी ठीक कर देता है। अध्ययनों से पता चला है कि गरम पानी से स्नान मांसपेशियों के लचीलेपन में सुधार लाने और सूजी हुई मांसपेशियों को आराम देने में भी मदद करता है।
गर्म पानी से नहाने से ऑस्टियोआर्थराइटिस का दर्द कम होता है
हल्के गुनगुने पानी से नहाने पर ऑस्टियोआर्थराइटिस और टेन्डीनिटिस के दर्द से राहत मिलती है। ऑस्टियोआर्थराइटिस हड्डियों व टेन्डीनिटिस नसों की सूजन से संबंधित बीमारी होती है। हल्के गुनगुने पानी से नहाने पर हड्डियों और नसों की सूजन को कम करने में मदद मिलती है।
गर्म पानी के स्नान से शरीर में शर्करा का स्तर कम हो जाता है, जिससे आपके शरीर को मधुमेह होने का खतरा कम होता है।
गर्म पानी से नहाने के फायदे मानसिक स्वास्थ्य के लिये
गुनगुना पानी कमाल का स्ट्रेस बूस्टर होता है, और मानसिक शांति प्रदान करता है। गुनगुने पानी से नहाने पर शरीर के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर होता है। गुनगुने पानी से नहाने के बाद आप ज्यादा शांत, खुश और आराम महसूस करते हैं। दिनभर थकान के बाद घर आने के बाद गुनगुने पानी से नहाने के बाद तरोताजा महसूस होता है।
खांसी और सर्दी में गर्म पानी से नहाने के फायदे
यह खांसी और सर्दी का इलाज करने के लिए भी फायदेमंद है क्योंकि भाप वायुमार्ग को साफ करने और आपके गले और नाक को साफ करने में मदद करता है।
गर्म पानी या ठंडे पानी से स्नान का चुनाव विज्ञान के अनुसार – How To Choose Between Cold And Hot Water Baths According To Science in Hindi
नहाने के लिए ठंडा या गर्म पानी? विज्ञान के पास इसका जवाब है। विज्ञान सुझाव देता है कि आपको शरीर के लिए गर्म पानी और सिर के लिए ठंडे पानी का उपयोग करना चाहिए क्योंकि गर्म पानी से आँखें और बाल धोना आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है। आयुर्वेद का सुझाव है कि पानी का तापमान निम्नलिखित कारकों पर आधारित होना चाहिए:
उम्र के आधार पर
युवाओं के लिए, ठंडे पानी से स्नान करने का सुझाव दिया गया है। उम्रदराज लोगों और बच्चों के लिए, गर्म पानी से स्नान करने का सुझाव दिया जाता है। लेकिन अगर आप एक छात्र हैं और पढ़ाई के प्रति अधिक समय देने के लिए समर्पित हैं, तो ठंडे पानी से स्नान आपके लिए फायदेमंद होगा।
शरीर के प्रकार के आधार पर
यदि आपके शरीर का प्रकार पित्त है, तो बेहतर है कि आप स्नान करने के लिए ठंडे पानी का उपयोग करें, और यदि आपके शरीर का प्रकार कफ या वात है, तो नहाने के लिए गर्म पानी का उपयोग करें।
रोगों के आधार पर
यदि आप किसी भी पित्त से संबंधित बीमारी से पीड़ित हैं, जैसे अपच या यकृत विकार, तो ठंडे पानी का स्नान आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होगा। और यदि आप कफ या वात संबंधी विकारों से पीड़ित हैं, तो गर्म पानी से स्नान करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
यदि आप मिर्गी के रोगी हैं, तो गर्म पानी और ठंडे पानी के स्नान की सिफारिश नहीं की जाती है। इसके बजाय, गुनगुने पानी से स्नान करें।
आपकी आदतों के आधार पर
यदि आप नियमित रूप से कसरत करते हैं, तो आपको गर्म पानी के स्नान का सुझाव दिया जाता है।
आप किस समय पर नहाएंगे
यदि आप सुबह स्नान करते हैं, तो ठंडे पानी से स्नान करना अच्छा है। लेकिन अगर आप रात में नहाते हैं, तो गर्म पानी से स्नान करने से आपको आराम महसूस होगा। चूंकि शाम का समय वात पर हावी है, इसलिए गर्म पानी से स्नान करना फायदेमंद होगा।
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आयुर्वेद के अनुसार स्नान कैसे करें – How To Bathe According To Ayurveda in Hindi
आयुर्वेद के अनुसार, “जल्दबाजी में किया गया स्नान जल्दी भोजन करने के समान है, और आपका शरीर सभी लाभों को प्राप्त नहीं करता है और यदि आप तेजी से स्नान करते हैं तो आपका शरीर ठीक से साफ नहीं हो पाता हैं।” ताजगी और स्फूर्ति प्राप्त करने के लिए, एक अच्छा स्नान अनुभव आवश्यक है।
यदि आपके शरीर का प्रकार पित्त है, तो आपके लिए बेहतर है कि आप ठंडे पानी से स्नान करें, और यदि आपका शरीर का प्रकार कफ या वात है, तो गर्म पानी का उपयोग करें। अगर आप अपच या लीवर की किसी बीमारी से पीड़ित हैं, तो ठंडे पानी से नहाना आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होगा।
आपको धीरे-धीरे नहाने की प्रक्रिया का पालन करना चाहिए ताकि आपके शरीर का हर हिस्सा पानी से ठीक से भीग जाए। यहां बताया गया है कि, आयुर्वेद के अनुसार आपको कैसे स्नान करना चाहिए:
- अपने हाथ और पैर धो कर स्नान करना शुरू करें।
- यदि आप ठंडे पानी से नहाते हैं, तो आपका दृष्टिकोण सिर से पैर तक होना चाहिए।
- और अगर आप गर्म पानी से नहा रहे हैं, तो पहले अपने पैर की उंगलियों को धोना शुरू करें और फिर सिर की तरफ बढ़ें।
- जब साबुन की बात आती है, तो बाजार में उपलब्ध रासायनिक रूप से भरे साबुन से बचें क्योंकि त्वचा साबुन के सभी रसायनों को अवशोषित करती है।
- नहाने से पहले सरसों के तेल या तिल के तेल से अच्छे तेल की मालिश करना आपके शरीर के लिए फायदेमंद माना जाता है। यह मांसपेशियों को पुनर्जीवित करता है और त्वचा की बनावट में सुधार करता है।
- हालाँकि आपको नहाते समय जल्दबाज़ी नहीं करनी चाहिए, लेकिन इसे ज़्यादा देर तक करना भी सही नहीं है। इसके अलावा, बेहतर स्वच्छता के लिए, दिन में दो बार स्नान करना पर्याप्त है।
- आप पानी में कुछ नीम के पत्ते जोड़ सकते हैं और इसे कुछ समय के लिए छोड़ सकते हैं। फिर, इस पानी से स्नान करें। यह आपकी त्वचा के स्वास्थ्य में सुधार करेगा।
यह सब गर्म पानी से नहाना सही या ठंडे पानी से के बारे में है। हम आशा करते हैं कि इस लेख में आपके सभी संदेह दूर हो गए होंगे, और आप अब यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपको कौन से पानी से स्नान करना है।
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