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गर्भावस्था की पहली तिमाही में देखभाल केसे करे – Pregnancy First Trimester Care In Hindi

गर्भावस्था की पहली तिमाही में देखभाल केसे करे? - Pregnancy First Trimester Care In Hindi

First Trimester Care Tips In Hindi – गर्भावस्था की पहली तिमाही में देखभाल: प्रेग्नेंसी के शुरूआती तीन महीने बहुत महत्वपूर्ण होते हैं, खासकर उनके लिए, जो पहली बार मां बनने जा रही हैं। गर्भावस्था में पहले तीन महीनो को गर्भावस्था की पहली तिमाही कहा जाता है यह वही 14 हफ्ते का समय होता है, जब बच्चा बनना शुरू हो जाता है। डॉक्टर्स के अनुसार, गर्भावस्था के पहले तीन महीने गर्भवती के लिए बहुत मायने रखते हैं। इसलिए इन तीन महीनों में गर्भवती महिला को अपनी देखभाल बहुत अच्छे से करनी होती है। इस समय की गई अच्छी देखभाल से डिलीवरी आसान हो जाएगी, साथ ही प्रसव के बाद रिकवर होने में भी अधिक समय नहीं लगेगा। इस लेख में हम आपको बताने वाले हैं गर्भावस्था की पहली तिमाही में देखभाल केसे करे?

गर्भावस्था के पहले तीन महीने में गर्भवती महिलाओं को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसी दौरान गर्भ में भ्रूण विकसित होना शुरू होता है, साथ ही शरीर भी कई तरह के हार्मोनल बदलावों से गुजरता है। स्वभाव में बदलाव आता है और खाने के टेस्ट के साथ आपकी त्वचा के रंग रूप में भी परिवर्तन होने लगते हैं। कहा जा सकता है, कि गर्भावस्था के पहले तीन महीने चुनौतीपूर्ण होते हैं। विशेषज्ञ कहते हैं, कि जब महिला के शरीर में भ्रूण विकसित होने लगता है, तो शरीर बहुत जल्दी इस स्थिति को एक्सेप्ट नहीं कर पाता, इसलिए सबसे ज्यादा दिक्कत महिला को प्रेगनेंसी के शुरूआती तीन महीने में ही आती है, लेकिन अच्छी और सही देखभाल आपको इन स्थितियों से बचाने में मदद कर सकती है। अगर आप भी पहली बार मां बनने जा रही हैं, तो हमारे इस आर्टिकल में गर्भावस्था की पहली तिमाही में देखभाल के तरीके बताए गए हैं, इन्हें फॉलो कर आप अपनी प्रेग्नेंसी को आसान और खुशहाल बना सकती हैं।

विषय सूची

  1. गर्भावस्था की पहली तिमाही में देखभाल – Pregnancy Care Tips First 3 Months In Hindi
  2. गर्भावस्था की पहली तिमाही में करें ये व्यायाम – Exercise during pregnancy first trimester in Hindi
  3. प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में जरूर कराएं ये टेस्ट – Test In Pregnancy First Trimester In Hindi
  4. गर्भावस्था की पहली तिमाही में बरतें सावधानियां – Precautions In First Trimester of Pregnancy In Hindi

गर्भावस्था की पहली तिमाही में देखभाल – Pregnancy Care Tips First 3 Months In Hindi

पहले तीन महीनों में गर्भावस्था में देखभाल - Pregnancy Care Tips First 3 Months In Hindi

प्रेग्नेंसी के शुरूआती तीन महीनों में गर्भवती को खास देखभाल की जरूरत है। नीचे हम आपको पहली तिमाही में देखभाल करने के तरीके बता रहे हैं।

पहले तिमाही में देखभाल के लिये डॉक्टर के पास जाएं

अगर आपका प्रेग्नेंसी टेस्ट पॉजिटिव आए, तो सबसे पहले डॉक्टर के पास जाएं। डॉक्टर आपको कुछ दवाईयां देगी, जिसे लेने में लापरवाही बिल्कुल न बरतें।

(और पढ़े – गर्भावस्था की पहली तिमाही में भ्रूण का विकास, शारीरिक बदलाव और देखभाल…)

पहली तिमाही तक प्रेग्नेंसी छिपाकर रखें

अपनी प्रेग्नेंसी की खबर पहले तीन महीने तक छिपाकर रखें। माना जाता है, कि पहले तीन महीने गर्भवती महिला के लिए बेहद नाजुक होते हैं, ऐसे में ये खुशखबरी बताकर लोगों की नजर लग सकती है। हां, आप अपने करीबी और परिवार वालों को इस बारे में बता दें। तीन महीने के बाद सबको ये खुशखबरी दे सकते हैं।

गर्भावस्था के पहले तीन महीने में फॉलिक एसिड सप्लीमेंट लें

गर्भावस्था के पहले तीन महीने में फॉलिक एसिड सप्लीमेंट लें

गर्भावस्था के पहले महीने से ही फॉलिक एसिड सप्लीमेंट लेना शुरू कर दें। फॉलिक एसिड एक आवश्यक पोषक तत्व है, जो आपके बच्चे को मास्तिष्क और रीढ़ की हड्डियों की समस्याओं से बचाता है। गर्भवती महिलाओं को हर दिन 400 माइक्रोग्राम फॉलिक एसिड लेना चाहिए। इसके साथ हर दिन 10 ग्राम विटामिन डी युक्त सप्लीमेंट लेने की भी जरूरत होती है। आप चाहें, तो पहली तिमाही में प्रेग्नेंसी मल्टीविटामिन भी ले सकती हैं।

(और पढ़े – फोलिक एसिड क्या है, उपयोग (लाभ), साइड इफेक्ट्स, खाद्य पदार्थ और दैनिक मात्रा…)

दवाएं लेने से पहले जांच करें

गर्भावस्था की पहली तिमाही में मेडिकल से दवा लेने से पहले इसकी जांच जरूर करें। बिना जांच किए दवाई लेना आपके अजन्मे बच्चे के लिए नुकसानदायक हो सकता है। बेहतर है, कोई भी दवा लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें।

गर्भावस्था की पहली तिमाही में धूम्रपान ना करें

यदि आप स्वस्थ गर्भावस्था चाहती हैं, तो सबसे पहले धूम्रपान की लत छोड़ें। यह आपको गर्भपात और समय से पहले प्रसव के जोखिम में डाल सकती है। आपके धूम्रपान का असर आपके नवजात शिशु पर पड़ता है।

प्रेग्नेंसी के शुरूआती तीन महीने में न पीएं शराब

प्रेग्नेंसी के शुरूआती तीन महीने में न पीएं शराब

प्रेग्नेंसी के पहले तीन महीने बेहद नाजुक होते हैं। यदि आप शराब पीती हैं तो इस दौरान शराब पीना छोड़ दें। गर्भावस्था के पहले 12 हफ्तों के दौरान शराब पीने से बचना चाहिए, क्योंकि ये गर्भपात के उच्च जोखिम से जुड़ी होती है। विशेषज्ञों की सलाह है, कि सप्ताह में एक या दो बार एक यूनिट से ज्यादा शराब नहीं पीनी चाहिए।

(और पढ़े – अपनी शराब पीने की जिम्मेदारी कैसे समझे…)

गर्भावस्था की पहली तिमाही में बनाएं कैफीन से दूरी

गर्भवती होते ही आपको कैफीन का सेवन कम कर देना चाहिए। दिन में 200 मिग्रा कैफीन यानि एक कप कॉफी लेनी चाहिए। यदि गर्भावस्था के दौरान आप दिन में 200 मिग्रा से ज्यादा कॉफी पीते हैं, तो गर्भपात का खतरा बढ़ता है।

गर्भावस्था की पहली तिमाही में बीमार होने से बचें

अपने पहले ट्राइमेस्टर में कई महिलाएं बीमार हो जाती हैं। इस दौरान उन्हें मतली आना, चक्कर आना, जी घबराने जैसी समस्या होती है। इसलिए आप सुबह उठकर सबसे पहले बिस्किट या अन्य कोई स्नैक्स खा सकती हैं। यह समस्या 16 से 20 हफ्ते के बीच कम होनी चाहिए। अगर इस दौरान आपकी उल्टी रूकती नहीं है, तो हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम जैसी मॉर्निग सिकनेस का संकेत हो सकता है। इसलिए डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।

प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में खतरे के संकेत जानें

प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में खतरे के संकेत जानें

गर्भावस्था के कुछ लक्षण होते हैं, जिनके बारे में आपको जानना बेहद जरूरी है। गर्भ बढऩे के साथ अगर आपको पेट में हल्की ऐंठन या अजीब सी हलचल महसूस हो, तो इस बारे में अपनी डॉक्टर से चर्चा करनी चाहिए।

(और पढ़े – गर्भावस्था के दौरान होने वाले शारीरिक परिवर्तन…)

प्रेग्नेंसी के पहले तीन महीनों में ट्रेवलिंग से बचें

गर्भावस्था की पहली तिमाही में जरा सी लापरवाही आपके और शिशु के लिए खतरा बन सकती है। इसलिए प्रेग्नेंसी के पहली तीन महीने में ट्रेवलिंग करने से बचना चाहिए। कोशिश करें, कि भीड़भाड़, प्रदूषण और रेडिएशन वाली जगहों पर न जाएं। उबड़-खाबड़ रास्तों पर भी ट्रेवलिंग करने से बचें।

प्रेग्नेंसी के फर्स्ट ट्राइमेस्टर में मॉर्निंग सिकनेस से बचें

गर्भावस्था के पहले तीन महीनों में सुबह उल्टी होना, जी मितलाना , चक्कर आने जैसी समसया हो सकती है। जिसे मॉर्निंग सिकनेस कहा जाता है। इससे बचने के लिए नींबू पानी या अदरक की चाय पी सकते हैं। दिनभर में चार या पांच बार तरल पदार्थ जैसे छाछ, नींबू पानी या नारियल पानी पी सकते हैं। इससे शरीर में पानी की कमी नहीं होती।

गर्भावस्था की पहली तिमाही में खूब आराम करें

गर्भावस्था की पहली तिमाही में खूब आराम करें

गर्भावस्था की पहली तिमाही में थकान महसूस होना आम है। ऐसा आपके शरीर में तेजी से बदल रहे हार्मोन के स्तर के कारण होता है। ये ऐसा समय है, जब आपको सबसे ज्यादा आराम करने की जरूरत होती है। आपको जब भी मौका मिले, अच्छी नींद लें और कम से कम सप्ताह में एक रात जल्दी सोने की कोशिश  करें। इस दौरान फोन भूल जाएं और काम के बारे में न सोचें। तीसरी तिमाही में करवट लेकर सोना अच्छा है, क्योंकि इससे स्टिलबर्थ का खतरा कम हो जा ता है।

(और पढ़े – गर्भावस्था में सोते समय इन बातों का रखें विशेष ध्यान…)

प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में नियमित व्यायाम करें

गर्भावस्था के पहले तीन महीने में एक्सरसाइज करने से आपको बहुत फायदा होगा। रोजाना एक्सरसाइज करने से आपका वजन कंट्रोल में रहेगा और आप गर्भावस्था के आखिरी महीने तक भी फिट रहेंगी। आपको बता दें,  कि इस दौरान पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज करना एकदम बेस्ट है।

गर्भावस्था की पहली तिमाही में सुरक्षित रूप से काम करें

प्रेग्नेंसी में पहले तीन महीने घर की सफाई करने के लिए इस्तेमाल होने वाले घरेलू रसायन और सफाई उत्पादों का उपयोग करते समय थोड़ा सर्तक रहें। दस्ताने पहनें और उन उत्पादों के सीधे संपर्क में आने से बचें, जिन पर वॉर्निग लेबल लगा हुआ है। सफाई करते समय घर की खिड़कियां हमेशा खुली रखें। इसके अलावा एयरोसोल कैन में उत्पादों का उपयोग करने का प्रयास न करें।

गर्भावस्था की पहली तिमाही में मेटरनिटी ब्रा खरीदें

गर्भावस्था की पहली तिमाही में मेटरनिटी ब्रा खरीदें

गर्भवती होने के तीन महीनों में आपके स्तनों का आकार बढऩे लगता है। ऐसे में गर्भावस्था के पहले की ब्रा आपको असहज महसूस करा सकती है, इसलिए एक या दो मेटरनिटी ब्रा जरूर खरीद लें।

(और पढ़े – सही साइज की ब्रा कैसे चुनें…)

प्रेग्नेंसी के पहले तीन महीने में डॉक्टर की सलाह पर सेक्स करें

अपने पहले त्रैमासिक में आप बहुत थका हुआ महसूस कर सकती हैं। ऐसे में अगर आप मूड में हैं, तो पति के साथ संभोग कर सकती हैं। हर ट्राइमेस्टर के लिए सेक्स पोजीशन बदलती रहती हैं, जिनके बारे में आपको जानकारी ले लेनी चाहिए।

गर्भावस्था की पहली तिमाही में गर्भवती कराएं मसाज

यदि गर्भावस्था के पहले तीन महीने में आप सिरदर्द या पीठ दर्द से पीडि़त रहती हैं, तो मसाज करवाना बढिय़ा विकल्प है। 10-15 मिनट की मसाज आपका सारा तनाव दूर कर आपको रिलेक्स महसूस कराएगी।

प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में पौष्टिक आहार लें

प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में पौष्टिक आहार लें

स्वस्थ सेहत और आरामदायक डिलीवरी के लिए गर्भावस्था में पौष्टिक आहार लेना चाहिए। अपने आहार में फॉलिक एसिड, आयरन, कैल्शियम और प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करें।

(और पढ़े – गर्भावस्‍था के पहली तिमाही में क्‍या खाना चाहिए और क्‍या नहीं…)

गर्भावस्था की पहली तिमाही में गैस्ट्रिक समस्याओं से बचें

गर्भावस्था की पहली तिमाही में गैस्ट्रिक समस्या होना आम है। यह आपके खाने की इच्छा को कम कर देती है। इससे बचने के लिए कभी खाली पेट न रहें, बीच-बीच में कुछ न कुछ खाते रहें। जंक फूड और सॉफ्ट ड्रिंक से परहेज करें। साथ ही ऑयली फूड के सेवन से बची रहें, इससे डिलीवरी में मुश्किलें पैदा हो सकती हैं।

गर्भावस्था की पहली तिमाही में संतुलित और पोष्टिक आहार का सेवन करें

गर्भवती महिला को पहले तीन महीने में प्रोटीन, कैल्शियम और आयरन से भरपूर आहार लेना चाहिए। इससे बच्चे का विकास अच्छे से होता है। खाने में दाल, पनीर, अंडा, सोयाबीन, पालकगुड़, अनार, पोहा को शामिल करना आपकी सेहत के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। विशेषज्ञों की सलाह है, कि गर्भावस्था में भूख ज्यादा लगती है, इसलिए हर दो से तीन घंटे में कुछ न कुछ खाती रहें। बच्चे के विकास के लिए शुरू के तीन महीनों में आपका वजन आधा से दो किलो तक बढऩा ही चाहिए। अगर आपका वजन नॉर्मल है, तो हर दिन 1800-2000 किलो तक कैलोरी आप ले सकती हैं। वहीं प्रोटीन 50-60 ग्राम लेना काफी है। नीचे जानिए प्रेग्नेंसी के फस्र्ट ट्राइमेस्टर में आहार में कौन-कौन सी चीजें शामिल करनी चाहिए।

(और पढ़े – गर्भावस्था के दौरान खाये जाने वाले आहार और उनके फायदे…)

गर्भावस्था की पहली तिमाही में करें ये व्यायाम – Exercise during pregnancy first trimester in Hindi

गर्भावस्था की पहली तिमाही में करें ये व्यायाम - Exercise during pregnancy first trimester in Hindi

प्रेग्नेंसी में व्यायाम स्वस्थ रहने का सबसे अच्छा तरीका है। गर्भावस्था के दौरान शरीर में लगातार परिवर्तन होता है, हार्मोन असंतुलित होते हैं। ऐसे में व्यायाम आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। नीचे हम आपको बता रहे हैं वो एक्सरसाइज, जिन्हें आप गर्भावस्था के पहले तीन महीनों में आसानी से कर सकते हैं।

प्रीनटल योगा (Prenatal yoga)

प्रीनटल योगा आपके शरीर में लचीलापन लाता है और प्रसव के दौरान दर्द को कम करने में मदद करता है। यह एक्सरसाइज विशेष रूप से प्रेग्नेंसी के लिए ही तैयार की गई है। सप्ताह में कम से कम एक बार 10 मिनट के लिए इसे करना चाहिए।

पिलाटे (Pilate)

प्रेग्नेंसी के शुरूआती तीन महीनों में पिलाटे करना बहुत प्रभावशाली है। पिलाटे करने से रक्त प्रवाह में वृद्धि होती है। यह एक्सरसाइज आप फिटनेस एक्सपर्ट की देखरेख में कर सकती हैं। हफ्ते में इस एक्सरसाइज को केवल एक बार करने की सलाह दी जाती है।

स्क्वाट (Squat)

स्क्वाट लोअर बॉडी स्ट्रेंथ को बनाने के लिए अच्छी एक्सरसाइज है। यह प्रसव के दौरान दर्द को कम करने के लिए भी जानी जाती है। याद रखें, कि स्क्वाट करते समय अपने घुटनों को लॉक न करें। सप्ताह में तीन बार 10-15 बार इसे दोहराएं।

स्विमिंग (Swimming)

प्रेग्नेंसी में स्विमिंग करने से आपका शरीर टोन होता है। इस व्यायाम की सबसे खास बात यह है कि यह किसी भी जोड़ पर दबाव नहीं डालता। हफ्ते में चार बार 30 मिनट का सेशन करें।

जॉगिंग (Jogging)

यह गर्भावस्था में व्यायाम करने के सबसे आसान तरीकों में से एक है। जॉगिंग रक्त प्रवाह को नियंत्रित करती है। ध्यान रखें, कि जॉगिंग करते समय आपको बहुत तेज गति से नहीं चलना है, बल्कि ऐसी चाल चलनी है, जिसमें आप कंफर्ट महसूस करें । अगर आप अच्छे जॉगर हैं, तो सप्ताह में तीन बार तो जॉगिंग जरूर करनी चाहिए।

वेट एक्सरसाइज (Weight exercise)

वेट एक्सरसाइज शरीर में ताकत लाने के लिए बहुत अच्छी है। इसे करने से मांसपेशियों को टोन करने में बहुत मदद मिलती है। हालांकि गर्भावस्था में ज्यादा वजन नहीं उठाना चाहिए, बस इसे कसरत के रूप में ही करने की कोशिश करें। प्रेग्नेंसी के पहले तीन महीने में सप्ताह में दो बार कम तीव्रता वाले वर्कआउट करना पर्याप्त हैं।

(और पढ़े – नॉर्मल डिलीवरी के लिए एक्सरसाइज और व्यायाम…)

प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में जरूर कराएं ये टेस्ट – Test In Pregnancy First Trimester In Hindi

प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में जरूर कराएं ये टेस्ट - Test In Pregnancy First Trimester In Hindi

प्रेग्नेंसी कंफर्म होते ही ऐसे कुछ टेस्ट हैं, जो डॉक्टर आपको कराने के लिए कह सकता है। नीचे जानिए इन टेस्ट के बारे में।

  • गर्भावस्था की पहली तिमाही में हिमोग्लोबिन, यूरीन, एचआईवी और ब्लड शुगर टेस्ट कराना चाहिए। ये टेस्ट हर तीन महीने में कराए जाते हैं।
  • प्रेग्नेंसी के शुरूआती तीन महीनों में हाइपोथायरॉइड और थैलेसीमिया की जांच जरूर करानी चाहिए। अगर पैरेंट्स में से किसी एक को थैलेसीमिया है, तो बच्चे को 25 प्रतिशत तक इससे खतरा हो सकता है।
  • बच्चे की ग्रोथ कैसी है, यह पता लगाने के लिए डॉक्टर तीन बार अल्ट्रासाउंड कराते हैं। पहले महीने में बच्चे की धड़कन, तो दसूरे महीने में बच्चे का विकास और तीसरे महीने में बच्चे की स्थिति देखने के लिए अल्ट्रासाउंट कराते हैं, उसी हिसाब से डिलीवरी प्लान होती है।

(और पढ़े – गर्भावस्था में अल्ट्रासाउंड कब और कितनी बार करवाना चाहिए…)

गर्भावस्था की पहली तिमाही में बरतें सावधानियां – Precautions In First Trimester of Pregnancy In Hindi

गर्भावस्था की पहली तिमाही में बरतें सावधानियां - Precautions In First Trimester of Pregnancy In Hindi

गर्भावस्था की पहली तिमाही में बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है। नीचे हम सावधानी बरतने के कुछ ऐसे ही टिप्स आपसे शेयर कर रहे हैं।

  • गर्भावस्था की पहली तिमाही में पति से संबंध बनाने से बचें। इससे बच्चे को नुकसान पहुंच सकता है।
  • प्रेग्नेंसी के शुरूआती तीन महीनों में कोई भी भारी वजन न उठाएं।
  • सीढिय़ों पर चढ़ते-उतरते वक्त सावधानी बरतें। बहुत जल्दी या तेज-तेज सीढ़ी न चढ़ें।
  • अगर आप एकसरसाइज करती हैं, तो हल्की फुल्की एक्सरसाइज ही करें।
  • किसी भी चीज को नीचे से उठाने के लिए झुकने से बचें।
  • प्रेग्नेंसी के शुरू के तीन महीनों में फास्ट डांस करने से बचें।
  • इस दौरान बहुत ढीले -ढाले कॉटन के कपड़े ही पहनें।
  • गर्भावस्था के पहले तीन महीनों में केमिकल युक्त ब्यूटी प्रोडक्ट का यूज न करें, तो आपके लिए बेहतर होगा।
  • गर्भावस्था के दौरान जितना हो सके, खुश रहें। जरा सा भी तनाव आपके बच्चे पर बुरा असर डाल सकता है।
  • गर्भावस्था के दौरान भूलकर भी डायटिंग न करें
  • पहले तीन महीने में डॉक्टर की सलाह के बिना कोई भी दवा न खाएं।
  • यात्रा करने से परहेज करें
  • इस दौरन हॉट टब और सोना बाथ न लें। ऐसा करने से शरीर का तापमान अचनाक से बढ़ सकता है और शरीर में पानी की कमी हो सकती है, जो बच्चे के लिए जानलेवा साबित हो सकती है।
  • बहुत ज्यादा हील वाली सैंडल न पहनें।
  • इस दौरान ज्यादा ड्राइविंग करना भी शिशु के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
  • बहुत देर तक एक ही जगह पर न बैठी रहें।
  • ऐसा कुछ भी काम न करें, जिससे आपको एकदम से झटका लगे।

(और पढ़े – गर्भावस्था में यात्रा कैसे करें टिप्स और सावधानियां…)

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