Pregnancy me pair me sujan ke gharelu upay in Hindi: प्रेगनेंसी के दौरान महिला को अनेक प्रकार की शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जैसे- उल्टी होना, पीठ में दर्द, सिर दर्द, चक्कर आना और प्रेगनेंसी के दौरान स्तनों में परिवर्तन आदि। इन्हीं समस्याओं में से एक मुख्य समस्या है, गर्भावस्था में पैरों में सूजन का आना। गर्भावस्था किसी भी महिला के लिए बहुत खुशीयों भरा समय होता है। लेकिन प्रेगनेंसी में पैरों में सूजन आना एक आम समस्या है। गर्भावस्था के 7 वें, 8 वें, 9 वें महीने के दौरान पैरों में सूजन की समस्या सबसे अधिक होती है। गर्भावस्था के दौरान पैरों में सूजन होना महिलाओं में होने वाले शारीरिक परिवर्तनों से संबंधित है। प्रेगनेंसी में पैरों में सूजन क्यों आती है। आपको इसके कारणों का पता लगाने के लिए डॉक्टरों से संपर्क करना चाहिए।
यदि आप तुरंत डॉक्टर के पास नहीं जा पा रही हैं और घरेलू उपाय की मदद से पैरों की सूजन कम करना चाहती हैं तो आप प्रेगनेंसी के दौरान पैरों में सूजन कम करने के घरेलू उपाय और उपचार आजमा सकतीं हैं। घरेलू उपचार गर्भावस्था के दौरान पैरों में सूजन आने और अन्य प्रकार की शारीरिक समस्याओं को दूर करने में प्रभावी होते हैं।
विषय सूची
- गर्भावस्था के दौरान पैरों में सूजन के कारण – Causes of swollen feet in pregnancy in Hindi
- गर्भावस्था की पहली तिमाही में पैरों में सूजन आने के कारण – Causes of swelling feet in first trimester in Hindi
- प्रेगनेंसी की दूसरी तिमाही में पैरों में सूजन आने के कारण – Causes of swelling feet in Second trimester in Hindi
- गर्भावस्था की तीसरी तिमाही के दौरान पैरों में सूजन के कारण – Causes of Swollen Feet in Third trimester During Pregnancy in Hindi
- प्रेगनेंसी में पैरों में सूजन दूर करने के उपाय – Home remedies to relieve swelling of feet in pregnancy in Hindi
गर्भावस्था के दौरान पैरों में सूजन के कारण – Causes of swollen feet in pregnancy in Hindi
प्रेगनेंसी में पैरों में सूजन क्यों आती है? गर्भावस्था के दौरान आपका शरीर तेजी से बदल रहा है, जो थोड़ा असहज हो सकता है। एक असुविधा जो कई महिलाओं को अनुभव होती है, वह है पैरों में सूजन। गर्भावस्था के दौरान पैरों में सूजन आने के बहुत से कारण हो सकते हैं। हालांकि गर्भावस्था की अलग-अलग तिमाही में अलग अलग कारणों से पैरों में सूजन आती है। आइए जाने गर्भावस्था के दौरान पैरों में सूजन किन कारणों से आती है।
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गर्भावस्था की पहली तिमाही में पैरों में सूजन आने के कारण – Causes of swelling feet in first trimester in Hindi
प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में पैरों की सूजन आने का प्रमुख कारण हार्मोन का असंतुलन होता है। इस दौरान महिलाओं के शरीर में प्रोजेस्टेरोन का स्तर तेजी से बढ़ता है। जिसके कारण महिलाओं में पाचन प्रक्रिया धीमी हो जाती है। इससे पेट में सूजन भी हो सकती है। इस दौरान महिलाओं को हाथों, पैरों या चेहरे के आसपास हल्की सूजन का अनुभव होता है। इस दौरान यदि महिलाएं बहुत अधिक सूजन के साथ चक्कर आना, सिरदर्द या रक्तस्राव जैसे लक्षणों का अनुभव करतीं हैं तो उन्हें तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
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प्रेगनेंसी की दूसरी तिमाही में पैरों में सूजन आने के कारण – Causes of swelling feet in Second trimester in Hindi
गर्भावस्था की दूसरी तिमाही 13 वे सप्ताह से शुरू होती है जो कि लगभग चौथे महिने की शुरुआत मानी जाती है। गर्भावस्था के पांचवे महीने के आसपास पैरों में सूजन दिखाई देती है। यदि आप बहुत अधिक पैरों का इस्तेमाल कर रहीं हैं और अधिक गर्म मौसम होने के कारण पैरों में सूजन होने की संभावना बहुत अधिक होती है।
इस प्रकार की सूजन आपके शरीर में रक्त और तरल पदार्थों की बढ़ती मात्रा के कारण होता है। इस दौरान आपके रक्त में हार्मोनल द्रव 50 प्रतिशत तक बढ़ जाता है। यह सब अतिरिक्त द्रव आपके शरीर को नरम करने और बच्चे को जन्म देने के लिए तैयार करने में मदद करता है । इस प्रकार की समस्या होने पर महिलाओं को जूते या चप्पल पहनने में परेशानी हो सकती है। हालांकि इस प्रकार की समस्या बच्चे को जन्म देने के बाद कुछ दिनों या हफ्तों में खुद ही ठीक हो जाती है।
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गर्भावस्था की तीसरी तिमाही के दौरान पैरों में सूजन के कारण – Causes of Swollen Feet in Third trimester During Pregnancy in Hindi
गर्भावस्था के 7 वें, 8 वें, 9 वें महीने के दौरान पैरों में सूजन की समस्या सबसे अधिक होती है। गर्भावस्था की तीसरी तिमाही 28 वे स्प्ताह से शुरु होती है। इस दौरान महिलाओं को पैरों की सूजन का अनुभव करना बहुत ही आम है। विशेष रूप से जैसे-जैसे सप्ताह बीतते हैं और आप 40 सप्ताह के करीब पहुंचते हैं। इस दौरान भी शरीर में तरल पदार्थों और द्रव का निर्माण जारी रहता है। जो पैरों की सूजन को बढ़ाने में योगदान दे सकता है।
जैसे-जैसे आपका शिशु बढ़ता है आपका गर्भाशय भी भारी होता जाता है। जिससे पैरों से हृदय तक रक्त का प्रवाह धीमा हो सकता है। यदि आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो घबराएं नहीं यह आपके लिए गंभीर स्थिति नहीं है। (चिंता न करें, यह खतरनाक नहीं है – बस असुविधाजनक है।)
पैरों में सूजन आने के कुछ अन्य कारण भी होते हैं जो इस प्रकार हैं :
- गरम मौसम
- आहार असंतुलन
- कैफीन का सेवन
- पर्याप्त पानी नहीं पीना
- शरीर में पानी की कमी
- लंबे समय तक अपने पैरों पर खड़े रहना
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प्रेगनेंसी में पैरों में सूजन दूर करने के उपाय – Home remedies to relieve swelling of feet in pregnancy in Hindi
गर्भावस्था के दौरान पैरों की सूजन महिला के लिए दर्दनाक हो सकती है या बिना दर्द वाली भीहो सकती है। लेकिन निश्चित रूप से पैरों की सूजन महिला के लिए असुविधा वाली स्थिति होती है। यदि महिला के पैरों में सूजन हो तो इन लक्षणों को कम करने के लिए घरेलू उपाय किये जा सकते हैं। इस प्रकार के प्रेगनेंसी में पैरों में सूजन दूर करने के उपाय में पौष्टिक आहार, मालिश और कुछ विशेष प्रकार की एक्सरसाइज आदि शामिल हैं। आइए विस्तार से जाने प्रेगनेंसी में पैरों की सूजन दूर करने के घरेलू उपाय क्या हैं।
प्रेगनेंसी में पैरों में सूजन कम करने का उपाय आहार में नमक का सेवन कम करें
गर्भावस्था के दौरान पैरों की सूजन कम करने का एक तरीका अपने भोजन में नमक कम करना शामिल है। नमक का अधिक मात्रा में सेवन करने पर नमक आपके शरीर को अतिरिक्त पानी रोक देता है। इसके अलावा प्रेंगनेंसी के दौरान डिब्बाबंद या प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचें। क्योंकि इस प्रकार के खाद्य पदार्थों में नमक की उच्च मात्रा होती है। यदि आप पैरों की सूजन को कम करना चाहते हैं तो रोजमेरी (rosemary), थाइम (अजवायन के फूल) और ओरिगैनो (अजवायन की पत्ती) जैसी जड़ी बूटियों का उपयोग आप अपने आहार में कर सकते हैं।
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गर्भावस्था के दौरान पैरों में सूजन कम करने का उपाय पोटेशियम युक्त खाद्य पदार्थ
गर्भवती महिलाओं को अपने आहार में उच्च पोटेशियम युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए। इस प्रकार के खाद्य पदार्थ महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान पैरों की सूजन से बचा सकते हैं। इस दौरान पोटेशियम का भरपूर मात्रा में सेवन करना आपके शरीर में तरल पदार्थों के संतुलन को बनाए रखने में सहायक होता है। कुछ विशेष खाद्य पदार्थ होते हैं जिनका सेवन महिलाओं को गर्भवस्था के दौरान पैरों की सूजन को कम कर सकते हैं। जिनमें शामिल हैं:
- आलू छिलका सहित (potatoes)
- शकरकंद छिलका सहित (sweet potatoes)
- केला (bananas)
- पालक (spinach)
- बीन्स (beans)
- फलों जूस जैसे अनार, नारंगी, गाजर आदि।
- दही
- चुकंदर (beets)
- मसूर की दाल (lentils)
- साल्मन मछली
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प्रेगनेंसी में पैरों में सूजन के उपाय कैफीन सेवन की मात्रा कम करें
गर्भावस्था के दौरान कभी-कभी कैफीन का सेवन करना फायदेमंद होता है। लेकिन प्रेगनेंसी के समय पैरों की सूजन होने के दौरान इसका सेवन हानिकारक हो सकता है। इसके अलावा गर्भावस्था के दौरान अधिक मात्रा में कैफीन का सेवन करना बच्चे के स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक हो सकता है। यह मिहिला के पैरों की सूजन को भी बढ़ाने का कारण बन सकता है। कैफीन में मूत्रवर्धक गुण होते हैं जिसके कारण यह अधिक पेशाब करने का कारण बनता है। ऐसी स्थिति में महिलाओं के पैरों को अधिक चलाने से सूजन और अधिक बढ़ जाती है। ऐसी स्थिति में प्रेगनेंसी में पैरों में सूजन कम करने के लिए कैफीन के सेवन को कम करने के लिए आप दूध या हर्बल चाय जैसे पुदीना आदि का सेवन करने का प्रयास करें।
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गर्भावस्था के दौरान पैर की सूजन दूर करने के लिए खूब पानी पिएं
जो महिलाएं गर्भावस्था के दौरान पैर की सूजन से परेशान हैं उन्हें पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करना चाहिए। क्योंकि शरीर में पानी की कमी पैरों की सूजन को बढ़ा सकती है। आपको यह अजीब लग सकता है कि गर्भावस्था के दौरान सूजन को रोकने के लिए अधिक पानी पीना फायदेमंद होता है। लेकिन यह वास्तव में प्रभावी है। क्योंकि जब आपके शरीर में पानी की कमी होती है तब आपका शरीर इस कमी को दूर करने का प्रयास करता है। इसलिए शरीर में पानी की कमी को रोकने के लिए प्रतिदिन कम से कम 10 गिलास पानी पीना चाहिए। जिससे आपके शरीर में मौजूद विषाक्तता को गुर्दे आसानी से बाहर निकाल सकें। इसके साथ ही आपका शरीर हमेशा हाइड्रेट बना रहता है।
यदि आप सामान्य रूप से पानी पीने में असुविधा महसूस करती हैं तो कुछ विशेष प्रकार की हर्बल चाय का सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा आप अपने पानी को स्वादिष्ट बनाने के लिए नींबू का रस, पुदीना या अन्य हर्बल जड़ी बूटियों को शामिल कर सकतीं हैं।
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गर्भावस्था के दौरान सूजन को कम करने के लिए अपने पैरों को ऊपर उठाएं और आराम करें
गर्भावस्था के दौरान पैरों में सूजन आने के बहुत से कारण होते हैं। इसलिए महिलाओं को इस दौरान कई प्रकार की गतिविधियां करते रहना चाहिए। इस दौरान महिलाओं को बैठना, थोड़ा पैदल चलना और अपने पैरों को ऊपर उठाना शामिल है। हालांकि हर समय बैठे रहना रक्त परिसंचरण के लिए अच्छा नहीं है। ठीक वैसे ही बहुत देर तक खड़े रहना भी गर्भवती महिला के लिए अच्छा नहीं होता है। इसलिए दैनिक गतिविधियों के बाद शाम के समय महिलाओं को कुछ देर अपने पैरों को ऊंचा उठाकर बैठने और आराम करने का प्रयास करना चाहिए। ऐसा करने से पैरों में मौजूद तरल पदार्थ को पैरों से दूर करने में मदद मिलती है।
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गर्भावस्था के 9वें महीने के दौरान पैरों में सूजन कम करने के लिए ढ़ीले और आरामदायक कपड़े पहने
प्रेगनेंसी के दौरान टाइट कपड़े पहनना महिलाओं के लिए असुविधा का कारण बन सकता है। अधिक तंग कपड़े पहनना विशेष रूप से महिलाओं की कलाई, कमर और टखनों के आसपास सूजन का कारण बन सकते हैं। मूल रूप से यह रक्त के परिसंचरण में व्यवधान पैदा कर सकता है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए महिलाओं को इस दौरान ढ़ीले और आरामदायक कपड़े पहनना चाहिए। मौसम के अनुसार ऐसे बहुत से कपड़े हैं जो गर्मीयों और सर्दियों में उपयोग किये जाते हैं। महिलाएं अपने वर्तमान मौसम और शारीरिक सुविधा के अनुसार इन कपड़ों का चुनाव कर सकती हैं।
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गर्भावस्था के दौरान सूजन कम करने के उपाय ठंडे वातावरण में रहें
विशेष रूप से यदि आप गर्मियों के महीनों में गर्भवती हैं तो ऐसी स्थिति में आपको अधिक से अधिक समय घर के अंदर रहने का प्रयास करना चाहिए। साथ ही इस दौरान आपको अधिक फुरतीला व्यायाम (vigorous exercise) करने से अपने आपको बचना चाहिए। ऐसा करना आपको ठंडा रखने और पैरों की सूजन को कम करने में मदद कर सकता है।
आप ठन्डे कपड़े भी पहन सकते हैं, अपने पैरों पर ठंडा सेक लगा सकते हैं या पास में हवा के लिए पंखा रख सकते हैं।
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गर्भावस्था के दौरान पैरों में सूजन का घरेलू नुस्खा कमर-उच्च संपीड़न मोजे पहनें
गर्भवती महिलाएं पैर की सूजन को दूर करने के लिए स्ट्रेचेवल मोजों का उपयोग कर सकती हैं। यदि आपको लगता है कि आपके पैरों में अधिक सूजन है या आपको अधिक देर तक खड़े रहना पड़ेगा। ऐसी स्थिति में वैस्ट-हाई कंप्रेशन (waist-high compression) वाले स्टॉक पहन सकते हैं। इस प्रकार के स्टॉकिंग्स धीरे-धीरे आपके पैरों को दबाते हैं जिससे वहां मौजूद तरल पदार्थ या द्रव के परिसंचरण को बढ़ाते हैं। हालांकि ऐसी स्थिति में अधिक टाइट घुटनों के उच्च संपीड़न मोजा (knee-high compression stockings) का उपयोग करने से बचना चाहिए। क्योंकि ये आपके पैर को और अधिक तंग कर सकते हैं जिससे आपके पैरों की सूजन और अधिक बढ़ सकती है।
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प्रैगनेंसी के दौरान पैरों की सूजन कम करने के लिए नियमित रूप से टहलें
गर्भवती महिलाओं के लिए कुछ समय पैदल चलना या टहलना अच्छा होता है। विशेष रूप से प्रैगनेंसी के दौरान पैरों की सूजन को कम करने के उपाय के रूप में आप पैदल चलने का विकल्प चुन सकतीं हैं। ऐसी स्थिति में दिन में 2 बार 5 से 10 मिनिट की सैर करना आपके शरीर के द्रव के परिसंचरण को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। जिससे पैरों की सूजन को कम करने में मदद मिलती है। इसके अलावा कुछ समय पैदल चलना गर्भावस्था के दौरान एक सुरक्षित व्यायाम करने का एक अच्छा तरीका है।
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गर्भावस्था के दौरान पैर में सूजन कम करने के लिए आरामदायक जूते पहनें
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को आरामदायक जूतों का उपयोग करना चाहिए। क्योंकि ऊंची हील वाले जूते या सैंडल उन्हें खूबसूरत तो दिखा सकते हैं लेकिन ये गर्भावस्था के दौरान पैरों की सूजन का कारण बन सकता है। इसलिए महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान ऊंची हील वाली सैंडल की बजाय आरामदायक जूतों का उपयोग करना चाहिए। अच्छी तरह से फिट होने वाले जूते पैरों की सूजन को कम करने के साथ ही कूल्हे और पीठ की समस्याओं को रोकने में मदद करते हैं।
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प्रेगनेंसी में पैर की सूजन कम करने का घरेलू उपाय स्विमिंग
ऐसे कोई अध्ययन नहीं हैं जो यह बताते हैं कि पानी का दबाव गर्भावस्था के दौरान पैरों की सूजन को कम कर सकता है। लेकिन कई महिलाएं तैरने के दौरान अपने पैरों की सूजन से राहत प्राप्त करती हैं। स्विमिंग अच्छा व्यायाम होने के साथ-साथ सूजन को कम करने में भी मदद करती है। यदि आप भी अपने पैरों की सूजन से परेशान हैं तो ऐसे पूल में तैरने का प्रयास करें जिसकी गहराई आपके गर्दन तक हो। तैरना भी एक व्यायाम है जिसमें पूरी शरीर की मांसपेशियों में खिंचाव आता है। कुछ देर तक तैरने से आप अपने पैरों की सूजन में कमी का अनुभव भी कर सकते हैं।
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गर्भावस्था में पैर की सूजन दूर करने के लिये करें पैरों की मालिश
गर्भावस्था के दौरान पैरों की मालिश करना महिलाओं के पैर की सूजन को कम करने में सहायक हो सकता है। इस दौरान की जाने वाली मालिश पैरों में जमा होने वाले तरल पदार्थो को फैलाने या प्रसारित करने में सहायक होती है। जिससे महिलाओं को पैर की सूजन कम करने में मदद मिल सकती है। पैरों की सूजन को दूर करने के लिए आप पानी की बोतल का उपयोग कर सकते हैं। आप बोतल में हल्का गुनगुना पानी लें और इसे अपने पैरों के ऊपर रखें। पानी की बोतल से मसाज करने के पहले अपने पैरों में पुदीना या लैवेंडर तेल आवश्यक तेल का उपयोग करना आपको और अधिक आराम दिला सकता है।
यदि आपको गर्भावस्था के दौरान किसी और व्यक्ति के स्पर्श से परहेज नहीं है तो कई मसाज संस्थान इस प्रकार की मसाज देते हैं। जो न केवल आपको पैरों की सूजन को दूर करते हैं बल्कि गर्भावस्था के दौरान मानसिक तनाव को दूर करने में भी मदद करते हैं।
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प्रेगनेंसी में पैरों की सूजन से बचने के लिए बाई ओर सोएं
गर्भावस्था के दौरान पैरों की सूजन कम करने का एक और तरीका बाईं करवट सोना है। बाईं करवट सोने से आपके रक्त प्रवाह में सुधार होता है जिससे पैरों की सूजन को कम करने में मदद मिल सकती है। बाईं करवट सोना आपके गर्भाशय के दबाव को अवर वेना कावा (inferior vena cava) से दूर ले जाता है जो कि बड़ी रक्त वाहिका है। यह आपके हृदय में रक्त को लौटाता है जिससे रक्त परिसंचरण सुचारू रूप से चलता है।
सूजे हुए पैर गर्भावस्था का एक बहुत ही सामान्य दुष्प्रभाव है। प्रेगनेंसी के दौरान सूजन आपके शरीर में तरल पदार्थ की मात्रा बढ़ने के कारण होती है, साथ ही इससे परिसंचरण में भी कमी आती है।
यदि आप प्रेगनेंसी के दौरान अचानक या गंभीर सूजन का अनुभव करते हैं, तो अपने चिकित्सक से बात करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह कुछ अधिक गंभीर कारण होने का संकेत हो सकता है। लेकिन इस दौरान थोड़ी सूजन होना निश्चित रूप से सामान्य है।
आप रोज सौम्य व्यायाम (gentle exercise) करके, पर्याप्त पानी पीकर, आराम करके और संतुलित आहार खाने से पैर की सूजन को रोकने में मदद कर सकते हैं।
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