Air Conditioner In Hindi एयर कंडीशनर (एसी) में रहने के बहुत से फायदे भी है और उससे ज्यादा उसके नुकसान है। गर्मियों का मौसम आ गया है तो अब गर्मी से राहत पाने के लिए सभी को एसी की याद आती है क्योकि एसी ही हमें गर्मी से निजात दिलाता है। पर क्या आपको पता है एसी में लम्बे समय तक रहने से फायदे से ज्यादा नुकसान है क्योकि एयर कंडीशनर जितनी हमें ठंडी हवा देता है उतना ही नुकसान भी पहुंचता है। ज्यादा देर तक एसी में रहने से शरीर में कई तरह की बीमारियाँ उत्पन्न हो जाती है क्योकि एसी एक तरह की आर्टिफिशियल गैस (CFC & HCFC) से चलता है जो बहुत ही हानिकारक गैस होती है जो हमारे शरीर में कई तरह की बीमारियों को जन्म देती है।
आज इस लेख में हम आपको एयर कंडीशनर में रहने के क्या फायदे और नुकसान है उसके बारे में बतायेंगे।
विषय सूची
एयर कंडीशनर (एसी) में रहने से वैसे तो ज्यादातर नुकसान ही होते है परन्तु इसके कुछ फायदे भी है, जैसे-
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एएसी इस्तेमाल करने के जितने फायदे नहीं होते है उससे ज्यादा एसी में लम्बे समय तक रहने के नुकसान है, जिससे कई तरह की गंभीर बीमारियाँ हो सकती है, एसी में ज्यादा रहने के नुकसान होते है-
क्लोरों फ्लोरो कार्बन (CFC or HCFC) दोनों ही गैस एसी में इस्तेमाल होती है जो बहुत ही हानिकारक गैस होती है, यह गैस कई तरह से स्वास्थ्य पर प्रभाव डालती है और इससे कई तरह की बीमारियाँ उत्पन्न होती है। यह गैस पर्यावरण को भी नुकसान पहुँचाती है इससे ओजोन परत बनती है जिससे कई तरह की स्किन की बीमारियाँ होती है।
जो लोग एयर कंडीशनर में ज्यादा देर तक रहते है और हमेशा एसी का तापमान कम करके रखते है उनके ब्लड सर्कुलेशन में गड़बड़ी हो जाती है और उन्हें अक्सर सिरदर्द की समस्या बनी रहती है और ऐसे लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम हो जाती है जिससे सर्दी, जुखाम, खांसी, फ्लू जैसी बीमारियाँ जल्दी होती है।
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एसी में लम्बे समय तक रहने वालो को अक्सर थकान की समस्या का सामना करना पड़ता है, क्योकि एसी का तापमान कम होता है जिससे शरीर को अपना तापमान मेंटेन करने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है जिससे थकान महसूस होती है।
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पूरे समय एसी में रहने से शरीर को उसी तापमान में रहने की आदत पड़ जाती है जिससे जरा भी ज्यादा ठंडा या गर्म माहौल में परिवर्तित होने से शरीर में बदलाव होता है जिससे व्यक्ति को बेचैनी और स्ट्रेस की समस्या होती है।
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एयर कंडीशनर में बहुत समय तक रहने से और उसकी ठंडी हवा के कारण हमारा म्यूकस ग्लैंड हार्ड हो जाता है जिससे साइनस का खतरा होता है। एक शोध में पाया गया है की जो व्यक्ति 4 घंटे से ज्यादा एसी में रहते हैं उनको साइनस होने की संभावना ज्यादा रहती है।
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एसी का फ़िल्टर यदि लम्बे समय तक साफ नहीं किया जाये तो उसमे धूल और बैक्टीरिया जमा हो जाते है जिससे एलर्जी, अस्थमा और वायरल इन्फेक्शन जैसी बीमारियाँ होने की संभावना रहती है।
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एसी में ज्यादा रहने से इसकी ठंडी हवा की वजह से स्किन की प्राकृतिक नमी चली जाती है और स्किन हार्ड हो जाती है जिससे स्किन में खुजली भी हो सकती है।
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एयर कंडीशनर की ठंडी हवा की वजह से आँखों का पानी सूख जाता है और आँखों में बहुत खुजली होती है, आँखे लाल हो जाती है और चुभन सी होती है और आँखों में से पानी आने लगता है।
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एसी की हवा में ज्यादा लम्बे समय तक रहने से जोड़ों में दर्द की शिकायत हो सकती है। इसकी हवा से हड्डियों के फंक्शन पर असर पड़ता है जिससे गर्दन, पीठ, कमर और घुटनों में दर्द हो सकता है और आगे जाकर इससे आर्थराइटिस (arthritis) की समस्या हो सकती है।
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एसी की ठंडी हवा में ज्यादा रहने से ब्रेन की सेल्स सिकुड़ने लगती है जिससे मस्तिष्क को काम करने में दिक्कत होती है जिससे कई तरह की ब्रेन प्रॉब्लम हो सकती है।
अक्सर लोगों के मन में यह सवाल आता है की क्या नवजात शिशुओं को ज्यादा समय तक एसी में रखना सुरक्षित है या नहीं। तो इसका जवाब है हाँ, आप अपने बच्चे को एयर कंडीशनर में रख सकती है परन्तु उसके लिए आपको कुछ नियमों का पालन करना होगा, जैसे-
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