Ginger Benefits in Hindi अदरक का उपयोग प्राचीन समय से मसाले के रूप में किया जा रहा है। अदरक में बहुत से विशिष्ट गुण होते जो इसे आयुर्वेदिक औषधी बनाते है। अदरक आपकी प्रतिरक्षा शक्ति (Immune power) और भूख बढ़ाने में मदद करता है। अदरक का उपयोग कर आप दर्द और जी मिचलाना जैसी सामान्य समस्याओं को दूर कर सकते है। इस लेख में आप जानेंगे अदरक के फायदे, औषधीय गुण, उपयोग और अदरक के नुकसान के बारे में। Adrak ke fayde Use aur Nukshan in Hindi
अदरक में बहुत से पोषक तत्व और एंटीऑक्सिडेंट होते है जो कैंसर, श्र्वशन, मोटापा, गठिया, मासिक धर्म संबंधित रोगों दूर करने में लाभकारी होते है। इसके अलावा यह गैस और एसिडिटी (Acidity) को दूर करने में भी मदद करता है अदरक ताजे या सूखे हर प्रकार से उपयोगी होते है। अदरक से हम अपने भोजन को स्वादिष्ट बना सकते है। अदरक के बहुत से स्वास्थ्य लाभ होते है। आइए इन्हें जानें।
हम अदरक पाउडर का उपयोग बहुत से रोगों के उपचार के लिए करते है। यह (Ginger Root) हमारे खाने में स्वाद लाने के साथ हमे स्वास्थ लाभ भी देता है। इसका उपयोग कर हम बहुत सी बीमारीयों को रोक सकते है। अदरक में बहुत से खनिज पदार्थ और यौगिक होते है जो हमारे स्वास्थ और उपचार में मदद करते है।
पाचन तंत्र को मजबूत करने में अदरक महत्वपूर्ण योगदान देता है। अदरक में फेनोलिक (phenolic) यौगिक होते है जो जलन को दूर करने में मदद करते है। अदरक हमारे लिए लार और पित्त (Saliva and bile) के उत्पादन में वृद्धि करता है और पेट पर पड़ने वाले दवाब को कम करते है। एंजाइम ट्राप्सिन (Enzyme trypsin) और अग्नाशयी लाईपेज पर अदरक का लाभकारी प्रभाव पड़ता है। यह पाचन प्रक्रिया को तेज करता है। अदरक का नियमित सेवन करने से कोलन कैंसर और कब्ज को दूर करने में मदद मिलती है।
आपको बता दें अदरक में कई प्रकार के कैंसर को रोकने की क्षमता होती है। अदरक में उपस्थित एंटीऑक्सिडेंट पेट में कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करते है जो कोलोरक्टल कैंसर (Colorectal cancer) को बढ़ावा दे सकते है। अध्ययनों से पता चलता है कि अदरक में एपोप्टोसिस (Apoptosis) भी होता है जो ट्यूमर और कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने मे मदद करता है। जिंजरोल त्वचा कैंसर को भी कम करने में मदद करता है।
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उल्टी और मतली के उपचार के लिए अदरक बहुत उपयोगी होता है। कीमोथेरेपी लेते समय मतली को दूर करने के लिए आप अदरक को कच्चे ही खा सकते है। या फिर अदरक की चाय का उपयोग कर सकते है। गर्भावस्था के समय होने वाली उल्टी और जी मिचलाने को रोकने के लिए अदरक का उपयोग लाभकारी होता है।
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मानसिक तनाव और सूजन आप में शारीरिक कमजोरी ला सकती है जो कि आपको समय से पहले बुढ़ापे की तरफ ले जाते है। अदरक का उपयोग अल्जाइमर और बढ़ती उम्र का उपचार करने में मदगार होता है। अदरक में उपस्थित एंटीऑक्सिडेंट और बायोएक्टिव (bioactive) तत्व मस्तिष्क में होने वाली सूजन को कम करने में मदद करते है। यह आपकी याद रखने की शक्ति को बढ़ाता है।
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अदरक का नियमित सेवन आंत के संक्रमण (Intestinal infection) को दूर करने और उन्हें स्वस्थ बनाने में मदद करता है। यह पेट में होने वाले घाव जिसे हम अल्सर के नाम से जानते है उन्हें बढ़ने से रोकता है। अल्सर एच. पिलोरी बैक्टीरिया के अलावा रक्तस्राव चिड़चिड़ापन आदि के कारण होता है। अदरक का उपयोग कर एच. पिलोरी बैक्टीरिया (H.pylori) को रोका जा सकता है। इस प्रकार अदरक का उपयोग कर आप अपने पेट को स्वस्थ रख सकते है।
अल्सरेटिव कोलाइटिस (Ulcerative colitis) और क्रॉन की बीमारी शरीर को नुकसान पहुंचाती है और आपको तनाव युक्त बनाती है। ऐसी समस्याओं को अदरक में उपस्थित एंटीऑक्सिडेंट की मदद से दूर करने में सहायता मिलती है।
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अदरक का उपयोग प्राचीन समय से यौन गतिविधि और शक्ति (Sexual activity and power) को बढ़ाने के लिए किया जा रहा है। इससे आने वाली खुशबू आपकी यौन इच्छा और क्षमता को बढ़ाने में मदद करती है। अदरक आपके शरीर में रक्त प्रवाह को भी बढ़ाता है। आपके शरीर के मध्य भाग में रक्त अधिक आसानी से फैलता है जो कि यौन प्रदर्शन के लिए विशेष आवश्यक होता है।
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इसमें उपस्थित पोषक तत्व आपकी हड्डीयों को मजबूत बनाते है। अदरक गठिया से संबंधित जोडों के दर्द को कम करने में मदद करते है। अदरक में जिन्जेरोल (gingerol) होते है जो घुटने की सूजन, ऑस्टियोआर्थराइटिस (Osteoarthritis), और रूमेटोइड गठिया को ठीक करने में मदद करता है। इसमें बहुत ही शक्तिशाली प्रतिरोधक गुण होते है जो गठिया और उससे होने वाले दर्द को कम करने में हमारी सहायता करते है। (और पढ़े – गठिया (आर्थराइटिस) कारण लक्षण और वचाब
)जैसा की आप सभी जानते है अदरक एक आयुर्वेदिक औषधी है जिसका उपयोग श्वशन संबंधी रोगों के उपचार में किया जाता है। एंटीऑक्सिडेंट गुण होने के साथ साथ अदरक में जेरंबोन (Zerumbone) यौगिक होता है जो अस्थमा को रोकने में मदद करता है। इसमें श्वसन नलिका में सूजन आ जाने के कारण एलर्जी होती है अदरक इस एलर्जी को कम करने में सहायक होता है।
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अदरक का उपयोग कर तपेदिक रोग से बचा जा सकता है क्योंकि इसमें लीवर की विषाक्तता (hepatotoxicity) को रोकने की क्षमता होती है। अदरक में उपस्थित कैडमियम लीवर में होने वाले विषाक्तता को कम करने में मदद करते है। अदरक का तेल मोटापे के कारण लीवर की परेशानियों को कम करता है।
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अदरक का उपयोग कर आप मोटापे को कम कर सकते है। यह आपके चयापचय (metabolism) को बढ़ावा देते है और मोटापे को कम करने में मदद करता है। अदरक का नियमित सेवन करने से यह आपकी सहनशक्ति को बढ़ाता है। इसका सेवन करने से आपके शरीर में जमा अतिक्ति वसा कम होता है जो कि मोटापे का विशेष कारण होता है। अपने को स्वस्थ और निरोगी रखने के लिए आप अदरक का नियमित सेवन जरूर करें।
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अदरक का उपयोग महिलओं को मासिक धर्म के समय हाने वाले दर्द और ऐंठन को कम करने मदद करता है। अदरक शरीर में प्रोस्टाग्लैंडिन के स्तर को कम करता है जो कि ऐंठन का प्रमुख कारण होता है। प्रोस्टाग्लैंडिन (prostaglandins) एक हार्मोन होता है जो कि क्रैम्प, दर्द, और बुखार आदि को बढ़ाने का काम करता है। यदि अदरक का नियमित सेवन किया जाए तो प्रोस्टाग्लैंडिन को नियंत्रित किया जा सकता है। जिससे हम बहुत सी बीमारीयों को रोक सकते है।
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आप अदरक का उपयोग करके आपने शरीर में उपस्थित खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करके अच्छे कोलेस्ट्राल (HDL) के स्तर को बढ़ा सकते है। एचडीएल कोलेस्ट्रॉल हृदय तथा रक्तवाहिकाओं को स्वास्थ और सुरक्षा प्रदान करता है। खून के गाढ़ा होने या थक्का जमने जैसी समस्याओं से बचने के लिए हम अदरक का उपयोग कर सकते है। यह हाई ब्लड प्रेशर को कम कर आपके हृदय को स्वस्थ और सुरक्षित रखने में मदद करता है।
शुगर होने पर अदरक का नियमित उपयोग कर मधुपेह टाइप 2 के प्रभावों को कम किया जा सकता है। मधुमेह प्रकार 2 के मरीज अदरक का नियमित सेवन कर उनके खून में शुगर कंट्रोल कर सकते है। इंसुलिन प्रतिरोध और डायबिटीज नियंत्रण के लिए अदरक को नियमित आहार फादेमंद होता है।
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अदरक के प्रतिरोधी गुण हानिकारक तत्वों को कम करने और उन्हें शरीर से निकालने में भी मदद करते है। अदरक पसीना निकलने की प्रक्रिया को बढ़ाता है। अदरक पसीना निकालने से रोम छिद्रों को साफ करता है और विषाक्त पदार्थों को नष्ट कर पसीने के साथ बाहर कर देता है। हमारे पसीने में एक एंटीबैक्टीरियल यौगिक होता है जिसे डर्मिडिन (Dermcidin) कहते है। यह अच्छे बैक्टीरिया और उनके अच्छे प्रभावो में मदद करता है। क्योंकि यह त्वचा पर प्रोटीन की सुरक्षा करने में मदद करता है।
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इसमें उपस्थित एंटीऑक्सिडेंट जीवाणु, वायरल और कवक संक्रमण (fungal infection) को रोकने में प्रभावी होता है। यह मुंह में हानिकारक कीटाणूओं को मार कर हमारे मुंह और मसूढ़ो को स्वस्थ बनाने में मदद करते है। अदरक के जीवाणू रोधी गुण उन हानिकारक बैक्टीरिया को रोकते है जो मूत्र मार्ग को संक्रमित कर सकते और निमोनिया का कारण बनते है। इसलिए संक्रमण से बचने के लिए अदरक का नियमित उपयोग करना चाहिए।
आप अदरक का उपयोग कर दस्त का उपचार कर सकते है। क्योंकि यह पेट के ऐंठन (spasms) और गैस को रोकता है जो कि दस्त को बढ़ाता है। अगर आप दस्त से परेशान है तो अदरक के पाउडर का सेवन करें यह आपको दस्त से आराम दिलाने में मदद करेगा। (और पढ़े – दस्त ठीक करने के घरेलू उपाय)
अदरक में एंटीऑक्सिडेंट होते है जो एंजाइमा के लक्षणों को कम करने में मदद करते है। आप अदरक का उपयोग चाय में या रस निकाल कर या फिर कच्चे ही कर सकते है। यह आपकी त्वचा रोगों जैंसे मुंहासे, फुंसीयां, काले दाग आदि को दूर करने में मदद करते है। (और पढ़े – गोरी त्वचा पाने के लिए चेहरे पर नींबू का इस्तेमाल करने का तरीका )
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