Allergy Me Kya Khana Chahiye Aur Kya Nahi: मौसम के बदलने या अन्य कई कारणों से लोगों को एलर्जी होने लगती है। एलर्जी कई प्रकार की होती है जैसे स्किन एलर्जी में खुजली होना, स्किन रैशेज, आंखों में खुजली गले में खराश होना, कफ होना और सर्दी होना आदि एलर्जी के संकेत होते है। आज हम आपको इससे बचाने के लिए एलर्जी में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए, इसके बारे में बताएंगे।
एलर्जी से होने वाले प्रतिक्रियाएं आमतौर पर हानिकारक नहीं होती हैं। जब बाहरी पदार्थों या संक्रमण का संपर्क आपकी त्वचा पर होता है तब इम्युनिटी सिस्टम की प्रतिक्रिया से एलर्जी होती है। भोजन की वजह से होने वाली एलर्जी में आपको अपने खानपान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है।
आइये विस्तार से जानते है कि एलर्जी में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए।
अगर आपको एलर्जी है तो आप निम्न चीजों का सेवन करें।
(और पढ़ें – एलर्जी के घरेलू उपाय और उपचार)
प्याज क्वेरसेटिन (quercetin) का एक उत्कृष्ट प्राकृतिक स्रोत है, जिसमें बायोफ्लेवोनॉइड (bioflavonoid) होता है इसे सप्लीमेंट के रूप में भी बेचा जाता है। कुछ रिसर्च बताते हैं कि क्वेरसेटिन एक प्राकृतिक एंटीहिस्टामाइन के रूप में कार्य करता है, जो मौसमी एलर्जी के लक्षणों को कम करता है। चूंकि प्याज में कई अन्य एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट यौगिक भी होते हैं, इसलिए आप एलर्जी में अपने आहार में उन्हें शामिल कर सकते। प्याज के अलावा मिर्च, बेरी और अजमोद सभी में क्वेरसेटिन है।
अदरक में कई प्रकार के एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते है जो नाक के मार्ग, आंखों और गले में सूजन और जलन को कम करने में मदद करते है। प्राचीनकाल से ही अदरक का इस्तेमाल मतली और जोड़ों का दर्द आदि के लिए किया जाता है। यह एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी फाइटोकेमिकल (phytochemical) यौगिकों से भरा हुआ है। इसके लिए आप अदरक की चाय बनाकर भी पी सकते है।
हल्दी भी अच्छे एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण जानी जाती है। इसका सक्रिय संघटक, कर्क्यूमिन, कई सूजन-संचालित बीमारियों के लक्षणों को कम करने से जुड़ा हुआ है। हल्दी एलर्जी राइनाइटिस के कारण होने वाली सूजन और जलन को कम करने में मदद कर सकती है। हल्दी को गोलियों, टिंचर्स या चाय में लिया जा सकता है। चाहे आप हल्दी को एक सप्लीमेंट के रूप में ले सकते हैं या अपने खाना पकाने में इसका उपयोग कर सकते हैं।
टमाटर विटामिन सी से भरा हुआ है और यह सभी आवश्यक पोषक तत्व का एक उत्कृष्ट स्रोत है। एक मध्यम आकार के टमाटर में आपके अनुशंसित दैनिक आहार का लगभग 26 प्रतिशत विटामिन सी होता है। इसके अतिरिक्त टमाटर में लाइकोपीन होता है, जो एक एंटीऑक्सीडेंट यौगिक होता है जो क्वेल सिस्टमिक (quell systemic) सूजन में मदद करता है।
खट्टे फलों में विटामिन सी होता है। विटामिन सी आम सर्दी को रोकता है, इसे जल्दी ठीक करने में मदद कर सकता है और साथ ही एलर्जी से पीड़ित लोगों के लिए लाभ प्रदान करता है। विटामिन सी में उच्च खाद्य पदार्थों को खाने से एलर्जी राइनाइटिस को कम करने में लाभ मिलता है। इसलिए एलर्जी के दौरान, संतरे, अंगूर, नींबू, लाइम, शिमला मिर्च, और बेरी जैसे उच्च विटामिन सी खट्टे फलों का सेवन करें।
मछली में ओमेगा -3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में होता है जो आपकी एलर्जी को दूर करने में मदद कर सकता है। यह छींक और अस्थमा में भी सुधार कर सकता हैं। एक जर्मन अध्ययन में पाया गया कि अधिक ईकोस्पाण्टेनोइक (eicosapentaenoic) फैटी एसिड लोग में एलर्जी संवेदनशीलता या हे फीवर (hay fever) के खतरा को कम करते है। फैटी एसिड अस्थमा और कुछ मौसमी एलर्जी को कम करने में मदद करते है, क्योंकि इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। मछली जैसे सैल्मन, मैकेरल, सार्डिन और टूना आदि का सेवन करें।
ऊपर दिए गए आहार के अलावा आप निम्न खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
यदि आपको किसी भी प्रकार की भोजन से जुड़ी एलर्जी है तो आप ऊपर दी गई चीजों का सेवन करे साथ में निम्न खाद्य पदार्थों को खाने से बचें।
(और पढ़ें – एलर्जी के लक्षण, कारण इलाज और घरेलू उपचार)
मौसमी एलर्जी के दौरान लोगों को मसालेदार खाना नहीं खाना चाहिए। मसालों के कारण भी हिस्टामिन जारी होने लगता है। अधिक मसालेदार खाना खाने से आपकी नाक की नली में सूजन आ सकती जिसकी वजह से सांस लेने में परेशानी होती है। ऐसे इसलिए होता है क्योंकि मसालों के सेवन से हिस्टामिन जारी होने लगता है।
दूध और दूध से बने प्रोडक्ट हमारे शरीर में बलगम को गाढ़ा कर देते हैं जो गले और नाक में जलन का कारण बनते है। इसलिए आप दही और चीज आदि का सेवन करें।
अगर आपको एलर्जी है तो आप कच्चे खाद्य पदार्थ जैसे सलाद पत्ते आदि का सेवन न करें। इसके लिए आप अच्छी तरह से पके हुए पदार्थों का सेवन करें।
अगर आपको एलर्जी है तो आप उन खाद्य पदार्थों को न खाएं, जिसके सेवन से शरीर में हिस्टामिन बढ़ता है। इसकी वजह से छींक आना, नाक में घरघराहट होना, आंखों में खुजली होना आदि समस्या हो सकती है। हिस्टामिन बढ़ाने वाले पदार्थों में किशमिश, चीज, मशरूम, एवोकाडो, प्रोसेस्ड मीट और बैंगन आदि शामिल है।
शराब का सेवन करना तो सभी के लिए हानिकारक होता ही है लेकिन एलर्जी इसे पीना और अधिक नुकसानदायक हो सकता है। वाइन और बियर जैस शराब से भी हिस्टामिन बढ़ता है। नाक की नली में सूजन और सांस लेने में दिक्कत होने लगती है।
एलर्जी में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए (Allergy Me Kya Khana Chahiye Aur Kya Nahi) का यह लेख आपको कैसा लगा हमें कमेंट्स कर जरूर बताएं।
इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।
Homemade face pack for summer गर्मी आपकी स्किन को ख़राब कर सकती है, जिससे पसीना,…
वर्तमान में अनहेल्दी डाइट और उच्च कोलेस्ट्रॉल युक्त भोजन का सेवन लोगों में बीमारी की…
Skin Pigmentation Face Pack in Hindi हर कोई बेदाग त्वचा पाना चाहता है। पिगमेंटेशन, जिसे…
चेहरे का कालापन या सांवलापन सबसे ज्यादा लोगों की पर्सनालिटी को प्रभावित करता है। ब्लैक…
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिन्हें पहचान कर आप…
त्वचा पर निखार होना, स्वस्थ त्वचा की पहचान है। हालांकि कई तरह की चीजें हैं,…