Aloe vera Benefits in Hindi एलोवेरा या घृतकुमारी अपने औषधीय गुण गुणों के कारण सौंदर्य और स्वास्थ्य का पर्याय बन चुका है। आप एक स्वस्थ्य शरीर के लिए एलोवेरा जूस का सेवन कर सकते हैं और अपनी सुंदरता बढ़ाने (beauty) के लिए एलोवेरा जेल का उपयोग कर सकते हैं। एलोवेरा बालों के लिए भी फायदेमंद होता है। इस लेख में आप जानेंगे एलोवेरा के फायदे और नुकसान के बारे में (Aloe vera ke fayde aur nuksan in Hindi)।
यह पौधा (Aloe Vera) हरे रंग का होता है जो अपनी पत्तियों में पानी को ज्यादा अवशोषित कर मोटा बना लेता है। इसकी पत्तियों को तोड़ने से ताजा ऐलोवेरा जेल निकलता है। इसकी पत्तियां एलो लेटेक्स (aloe latex) नामक तरल पदार्थ पैदा करती है। यह साबुन के समान पोषक तत्वों से भरा हुआ रहता है, जो आपके शरीर और बालों के लिए फायदेमंद है। आप इसे आहार के रूप में भी उपयोग कर सकते है।
इसका उपयोग सूरज की जलन (sun burn), सुस्त निर्जीव त्वचा, सूखे बेजान (frizzy) बालों आदि की समस्या को दूर करने में किया जाता है। इसके साथ ही यह कई स्वास्थ्य लाभ जैसे मोटापा, कैंसर, प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune system) आदि को ठीक करने में मदद करता है।
विषय सूची
1. एलोवेरा का उपयोग कैसे करें – Aloe Vera Uses in Hindi
2. एलोवेरा के फायदे – Aloe Vera ke Fayde in Hindi
3. एलोवेरा के नुकसान – Aloe Vera Ke Nuksan in Hindi
आप अपनी त्वचा, बालों और समग्र स्वास्थ्य के लिए ऐलोवेरा का उपयोग कर सकते हैं। आप कई तरीकों से अपने चेहरे के लिए ऐलोवेरा का उपयोग कर सकते है। सीमित मात्रा में ऐलोवेरा जूस का सेवन करना आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है। ऐलोवेरा जूस के साथ आप अपने दिन की शुरुआत कर सकते है। आइए जानते है ऐलोवेरा से होने वाले स्वास्थ्य लाभों के बारे में जिन्हें जानकर आप इसका उपयोग किये बिना नहीं रह सकते।
मोटी जेल (thick gel) आपकी त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद होती है। यह त्वचा को हाइड्रेट और मॉइस्चराइज करके स्वस्थ्य और चमकीला बनाती है। यदि आपकी त्वचा रूखी और बेजान है, तो आप एलोवेरा जेल को अपने चेहरे पर फेस पेक के रूप में उपयोग कर सकते हैं। आप अपने (DIY) फेस पैक में ऐलोवेरा मिला सकते है ताकि उन्हें और अधिक प्रभावी बनाया जा सके। आइए जाने यह आपकी त्वचा के लिए किस प्रकार फायदेमंद है। (और पढ़े – त्वचा को खूबसूरत बनाए रखने के लिए लगाएं फ्रूट फेस मास्क)
त्वचा में लाईनें और झुर्रियां समय पूर्व बुढ़ापे को बताते हैं। कॉस्मेटिक उपचार और रासायनिक उत्पादों पर पैसे खर्च करने के बजाय, शुरुआती उम्र से अपनी त्वचा का ख्याल रखना ज्यादा अच्छा है। चेहरे के लिए ऐलोवेरा जेल का प्रयोग करें और इसे अपना काम करने दें। एलोवेरा में बीटा कैरोटीन (beta-carotene), विटामिन ए, विटामिन ई जैसे कई एंटीऑक्सीडेंट अच्छी मात्रा में होते हैं। ये सभी अवयव आपकी त्वचा में सुधार करते हैं और प्राकृतिक दृढ़ता (natural firmness) को बरकरार रखने में मदद करते है। (और पढ़े – चेहरे की झुर्रियों के कारण और झुर्रियां कम करने के घरेलू उपाय)
एलोवेरा का चेहरे पर उपयोग : जैतून के आधा चम्मच तेल के साथ एलोवेरा जेल और 1 चम्मच दलिया (oatmeal) मिलाएं। इस मिश्रण को अपने चेहरे और गर्दन पर लगाएं और 30 मिनिट तक सूखने दें। सूखने के बाद ठंडे पानी से धो लें। इसमें उपस्थित दलिया आपके चेहरे को साफ कर देगा, और जैतून का तेल आपकी त्वचा को पोषण देगा। इस तरह आप इस फेस पेक का उपयोग कर अपनी त्वचा को स्वस्थ्य और सुंदर बना सकते है। (और पढ़े – जैतून के तेल के फायदे और उपयोग)
त्वचा में नमी बनाए रखने के लिए ऐलोवेरा एक सुरक्षात्मक परत का कार्य करता है। यह त्वचा के उपकला स्तर (epithelial level) पर विशेष उपचार गतिविधि प्रदान करता है। इसके उच्च एंटीआक्सीडेंट गुणों के कारण त्वचा तेजी से ठीक होती है।
कुछ घंटों के लिए ऐलोवेरा जेल को फ्रिज में ठंड़ा करें और त्वचा में सूर्य की रोशनी से होने वाली जलन (sun burnt skin) में इसका उपयोग करें। यह जल्द ही आपको ठंडक देगा और आपकी त्वचा को ठीक भी करेगा।
एंटीऑक्सीडेंट (antioxidant) गुणों के कारण ऐलोवेरा जेल त्वचा पर मैल साफ करने और त्वचा पर चकते (rashes) को शांत करने में मदद करते है। आप इसके छोटे टुकड़ों का उपयोग सामयिक उपचार (topical treatment) के रूप में भी कर सकते है। एलोवेरा जेल की आपकी त्वचा को ठंडक देने के साथ नमी बनाए रखने में मदद करता है।
अच्छे स्वास्थ्य के लिए हम एलोवेरा जूस का उपयोग कर सकते है। इसमें उपस्थित पोषक तत्व हमारे शरीर में पूरक का काम करते है और हमारे शरीर के हानिकारक प्रभावों को कम करने में मदद करते हैं। आइए जानते है ऐलोवेरा हमारे स्वास्थ्य के लिए किस प्रकार फायदेमंद है।
(और पढ़े – एलोवेरा है 5 स्वास्थ्य फायदों से भरपूर
)शरीर में आई सूजन को दूर करने के लिए ऐलोवेरा जूस का उपयोग किया जा सकता है। फ्री रेडीकल्स (free radicals) के कारण आक्सीडेटिव क्षति हमारे शरीर में सूजन का कारण बनती है। ऐलोवेरा में एंटीआक्सीडेंट (Anti-oxidant) बहुत अच्छी मात्रा में होते हैं। ऐलोवेरा जूस आसानी से मिल सकता है और आप ऐलोवेरा कैप्सूल का भी उपयोग कर सकते हैं। ऐलोवेरा जूस गठिया और संधिशोध में भी उपयोगी साबित हो सकता है।
एंटीआक्सीडेंट युक्त ऐलोवेरा में विटामिन सी, विटामिन ई, फलैवोनोइड्स, टैनिन और कैरोटीनोइड अच्छी मात्रा मे होते है। जो आक्सीडेटिव क्षति को रोककर प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune system) की रक्षा कर सकते हैं। एलोवेरा सफेद रक्त कोशिकाओं (White blood cells) को सक्रिय करता है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत और उत्तेजित करता है।
पॉलीफेनॉल से युक्त ऐलोवेरा मानव कोशिकाओं में कैंसर की वृद्धि को रोकने में मदद करता है। इसमें उपस्थित एमोडिन त्वचा कैंसर कोशिका के विकास को रोकने में मदद करते है। इसके अलावा केमोथेरेपी (chemotherapy) दवाओं के साथ ऐलोवेरा को मिला कर उनके प्रभावों को बढ़ाया जा सकता है।
एलोवेरा के घटक एमोडिन, अलॉइन और एंथ्रेसीन (aloin and anthracene) कैंसर को निष्क्रिय करने में मदद करते है।
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मधुमेह प्रकार 2 रोगियों के एक अध्ययन में पाया गया कि एलोवेरा कैप्सूल पूरक (supplementation) ने मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद की है। दो महिनों के लिए प्रतिदिन 300 मिलीग्राम ऐलोवेरा जूस लेने से रक्त शर्करा और खराब कोलेस्ट्रोल (LDL) के स्तर को कम करता है। इसने एचबीए 1 सी (HBA 1 c) को भी कम किया है जो रक्त शर्करा को कम करने का उपाय है। (और पढ़े – शुगर ,मधुमेह लक्षण, कारण, निदान और बचाव के उपाय)
मानव कोशिकाओं मे ऐलोवेरा के एक घटक एमोडिन ग्लाइकोसाइड्स (aloe-emodin glycosides) ने ग्लूकोज अपटेक और ग्लाइकोजन संश्लेषण में वृद्धि की। यह ग्लूकोज के स्तर को कम करता है और इंसुलिन प्रतिरोध को रोकने में मदद करता है। (और पढ़े – मधुमेह को कम करने वाले आहार)
पाचन शक्ति को बढ़ाने के लिए ऐलोवेरा रस का सेवन प्रतिदिन करना फायदेमंद होता है। यह पाचन शक्ति को बढ़ाने के साथ अल्सर से राहत प्रदान करने में मदद करता है। लेकिन ऐलोवेरा रस के दुष्प्रभावों से बचने के लिए इसको लेने से पहले आपको अपने डाक्टर से बात करनी चाहिए।
विभिन्न अध्ययनों से पता चलता है कि मौखिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए ऐलोवेरा अन्य टूथपेस्टों के रूप में कार्य करता है। यह मुंह के घावों का इलाज करता है और आपके मसूड़ों को माइस्चराइज (gums moisturized) करने में मदद करता है। यह मसूड़ों की सूजन को कम करता है। इस तरह यह हमारे मुंह को स्वस्थ्य बनाए रखने में मदद करता है।
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त्वचा और स्वास्थ्य लाभ के साथ साथ ऐलोवेरा हमारे बालों के लिए भी बहुत ही महात्वपूर्ण होता है। इसका उपयोग कर हम अपने बालों से संबंधित परेशानियों को दूर कर सकते है। आइए जानते है बालों की समस्याओं के लिए घृतकुमारी क्यों फायदेमंद है।
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प्रोटीलोइटिक एंजाइमों की अच्छी उपस्थिति एलोवेरा में होती है। ये एंजाइम (enzymes) मृत कोशिकाओं को हटाते हैं और नई कोशिकाओं के विकास में मदद करते हैं। इस प्रकार यह हमारे बालों की मरम्मत करने में मदद करते हैं। एलोवेरा में प्राकृतिक माइस्चराइजिंग (moisturizing) गुण होते है यह आपके बालों को पोषण देता है ओर मजबूत करता है। यह आपके बालों को प्राकृतिक चमक भी प्रदान करता है। आप शैम्पू के बाद एक कंडीशनर के रूप में ऐलोवेरा जेल का उपयोग कर सकते हैं।
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बालों में एलोवेरा कैसे लगाये: एक स्प्रे बोतल में बराबर मात्रा में ऐलोवेरा जेल और पानी मिलाएं। आपने बालों पर इस मिश्रण का स्प्रे करें। यह आपकी आपके सिर पर ठंड़क लाएगा और आपके बालों को शिल्की और मजबूत बनाऐगा ।
हमारी खोपड़ी (Scalp) का पीच संतुलन 5.5 है। जब यह संतुलन बाधित हो जाता है, तो यह बालों की समस्याओं का कारण बनता है। शैंम्पू में बहुत ज्यादा सर्फैक्टेंट (surfactants) होते हैं। चूंकि ये प्रकृति में क्षारीय हैं, इसलिए वे आपकी खोपड़ी के सामान्य पीएच को बदल सकते हैं। अपने बालों की नमी और पीएच को बहाल रखने के लिए ऐलोवेरा अच्छा विकल्प है। यह आपके बालों को एक चिकनी बनावट (smooth texture) देता है और बालों के विकास में मदद करता है।
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यदि आप डैंड्रफ और खुजली से परेशान हैं, तो ऐलोवेरा का उपयोग इन समस्याओं से बचा सकता है। डैंड्रफ तेल से या सिर (scalp) के संक्रमण के कारण हो सकता है। एलोवेरा जेल इन सभी समस्याओं का उपचार है। यह मृत कोशिकाओं को हटाने और अपने सिर के बंद छिद्रों को खोलने में मदद करता है। इसके एंटीआक्सीडेंट (Anti-oxidant) और एंटीबैक्टीरियल गुण संक्रमण के खिलाफ लड़ते है।
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वैसे तो एलोवेरा हर प्रकार से फायदेमंद होता है। लेकिन सभी की तरह इसके भी कुछ दुष्प्रभाव हो सकते है। हो सकता है कि ऐलोवेरा आपकी त्वचा या शरीर के अनुरूप न हो और ऐलोवेरा आपके लिए हानिकारक बन जाए। कुछ लोगों के लिए ऐलोवेरा से एलर्जी हो सकती है। आइए जाने ऐलोवेरा से किस प्रकार के नुकसान हो सकते हैं।
(और पढ़े – एलोवेरा जूस बनाने की घरेलू विधि और फायदे)
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