Anti Cancer Food In Hindi अब तक की ज्ञात सबसे गंभीर बीमारियों में से कैंसर प्रमुख है। क्योंकि इसका पूर्ण इलाज संभव नहीं है। लेकिन अक्सर यह पूछा जाता है कि क्या खाने से कैंसर से बचा जा सकता है। क्योंकि आप जो कुछ भी खाते हैं उसका अच्छा और बुरा प्रभाव दोनो ही आपके शरीर पर पड़ता है। आप जो कुछ भी खाते हैं उसका सीधा प्रभाव कई लम्बे समय तक चलने वाली बीमारियों जैसे हृदय की बीमारी, मधुमेह और कैंसर जैसी गंभीर समस्याओं पर प्रभाव डालता है। इस आर्टिकल में आप उन खाद्य पदार्थों के बारे में जान सकते हैं जो कैंसर की संभावनाओं को कम करने में मदद करते हैं। ऐसे बहुत सारे खाद्य पदार्थ होते हैं जिनमें कैंसर को रोकने वाले औषधीय गुण होते हैं। आइए विस्तार से जाने क्या खाने से कैंसर नहीं होता है।
विषय सूची
जो लोग कैंसर की संभावनाओं को कम करना चाहते हैं उनके लिए ब्रोकोली सबसे अच्छा आहार है। ब्रोकोली में सल्फोराफेन होता है जो क्रसिफेरस हरी पत्तेदार सब्जियों में पाया जाता है। सल्फोराफेन (sulforaphane) में शक्तिशाली एंटी कैंसर गुण होते हैं। एक अध्ययन से पता चलता है कि महिलाओं द्वारा नियमित रूप से ब्रोकोली का सेवन करने पर स्तन कैंसर की संभावना को 75 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। एक अन्य पशू अध्ययन से जानकारी मिलती है कि ब्रोकोली में पाया गया सल्फोराफेन प्रोस्टेट कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट करने और ट्यूमर को 50 प्रतिशत तक कम करने में मदद करता है। इस तरह से कैंसर की संभावना को कम करने के लिए ब्रोकोली का नियमित सेवन किया जा सकता है।
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कैंसर से बचने का उपाय के तौर पर सेम को काफी प्रभावी माना जाता है। इसमें फाइबर उच्च आहार के रूप में जाना जाता है। कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि बीन्स और इसमें मौजूद पोषक तत्व कोलोरेक्टल कैंसर (colon cancer) को रोकने में मदद करते हैं। जो लोग नियमित रूप से सेम का सेवन करते हैं उनमें ट्यूमर के फिर से सक्रिय होने का खतरा कम होता है। एक अन्य पशु अध्ययन में यह भी पाया गया कि काले सेम या राजमा का नियमित सेवन कोलन कैंसर कोशिकाओं के विकास को 75 प्रतिशत तक कम कर सकता है। इन सभी परिणामों के अनुसार आप सभी प्रकार की बीन्स को अपने साप्ताहिक आहार में शामिल कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
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कैंसर का घरेलू उपचार के रूप में दालचीनी का उपयोग औषधी की तरह किया जाता है। इसका एक और फायदा रक्त शर्करा को और सूजन को कम करने के लिए किया जाता हैं। इसके अन्य प्रमुख लाभों में कैंसर की रोकथाम भी शामिल है। एक पशु अध्ययन से पता चलता है कि दालचीनी कैंसर कोशिकाओं के प्रसार और इनकी वृद्धि को रोकने में मदद करती है। दालचीनी तेल सिर और गर्दन की कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने और ट्यूमर के आकार को कम करने में सहायक होता है। कैंसर की संभावनाओं को कम करने के लिए आप नियमित रूप से प्रतिदन 2 से 4 ग्राम दालचीनी पाउडर का नियमित सेवन कर सकते हैं। इसके अन्य लाभों में मधुमेह नियंत्रण भी शामिल है।
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कैंसर से बचाव में मदद करने में, औषधीय गुणों से भरपूर जैतून तेल, कई स्वास्थ्य लाभ दिलाने के लिए जाना जाता है। कई अध्ययनों से पता चलता है कि पर्याप्त मात्रा में जैतून तेल का सेवन कैंसर की संभावनाओं को कम कर सकता है। नियमित रूप से जैतून तेल का सेवन करने वाले लोगों में स्तन कैंसर और पाचन तंत्र के कैंसर की संभावना कम होती है। जैतून तेल को अपने नियमित आहार में शामिल करना कई स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने का सबसे आसान और प्रभावी तरीका हो सकता है। आप इसे सलाद और सब्जियों को पकाने के लिए उपयोग कर सकते हैं। इस तरह से कैंसर की रोकथाम के लिए जैतून तेल आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
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कैंसर की संभावना को कम करने के लिए अपने संतुलित आहार में खट्टे फलों को शामिल करना फायदेमंद हो सकता है। खट्टे फलों में मौजूद पोषक तत्व हमारी विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में सहायक होते हैं। अध्ययनों से पता चलता है कि नींबू, संतरा, अंगूर और इसी तरह के अन्य सभी खट्टे फल कैंसर के खतरे को कम कर सकते हैं। उच्च मात्रा में साइट्रस फलों का सेवन करने से पाचन और ऊपरी श्वसन पथ के कैंसर के विकास को रोका जा सकता है। यदि सप्ताह में एक बार उच्च साइट्रस फलों का पर्याप्त मात्रा में सेवन किया जाता है तो यह पेट के कैंसर की संभावना को 28 प्रतिशत तक कम कर सकता है। इस तरह से खट्टे फलों का सेवन कैंसर को रोकने में मदद करता है।
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कई अध्ययनों से पता चलता है कि टमाटर शुरुआती कैंसर के प्रभाव और लक्षणों को कम कर सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि टमाटर में लाइकोपीन (Lycopene) नमक न्यूट्रीशन सप्लीमेंट पाया जाता है जो एक एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है। इसके अलावा पके हुए टमाटारों में एंटी कैंसर गुण भी होते हैं। कई अध्ययनों से पता चलता है कि टमाटर का उचित मात्रा में सेवन प्रोस्टेट कैंसर के प्रभाव को कम कर सकता है। अध्ययनों से पता चलता है कि टमाटर और विशेष रूप से टोमेटो सॉस का अधिक सेवन कैंसर को रोकने में मदद कर सकता है।
आप अपने दैनिक आहार में टमाटर का उपयोग करने के साथ ही सैंडविच, सलाद और अन्य व्यंजनों में भी टमाटर का उपयोग कर सकते हैं। चूंकि टमाटर में अन्य औषधीय गुण भी मौजूद होते हैं जो आपको कैंसर और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से बचा सकते हैं।
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हमारा कैंसर से बचने के लिए और शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए संतुलित आहार लेना जरुरी है। यदि आपके लिए संभव हो तो सप्ताह में कम से कम एक बार मछली को अपने आहार में शामिल करें। मछली का सेवन आपको कैंसर से बचा सकता है। एक अध्ययन से पता चलता है नियमित रूप से मछली का सेवन पाचन तंत्र से संबंधित कैंसर को कम कर सकता है। कैंसर के उपचार के लिए विशेष रूप से सामन, मैकेरल और एन्कोवि ,जैसी फैटी मछली का सेवन किया जाना चाहिए। इन मछलियों में विटामिन डी की उच्च मात्रा होती है इसके अलावा इनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड भी उच्च मात्रा में होता है।
विटामिन डी का उचित स्तर कैंसर के विरूध हमें सुरक्षा प्रदान करता है। इस तरह से आप भी भविष्य में कैंसर की संभावनाओं को दूर करने के लिए मछली को नियमित आहार में शामिल कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
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कैंसर का घरेलू उपचार करने के लिए कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि गाजर इसमें फायदेमंद हो सकती है। कई अध्ययनों से भी पता चलता है कि गाजर का नियमित सेवन कुछ विशेष प्रकार के कैंसर के जोखिमों को कम कर सकता है। नियमित रूप से गाजर का सेवन करने पर पेट के कैंसर की संभावनाओ को 26 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। इसके अलावा गाजर प्रोस्टेट कैंसर के विकास को 18 प्रतिशत तक कम कर सकता है। ध्रूमपान करने और गाजर का सेवन न करने वालों की अपेक्षा गाजर का सेवन करने वाले लोगों में फेफड़े के कैंसर की संभावना 3 गुना तक कम होती है। इसलिए कैंसर की रोकथाम करने और इससे बचने के लिए आप गाजर का सेवन कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
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अध्ययनों से पता चलता है कि कैंसर के खतरे को कम करने के लिए सूखे फलों का सेवन किया जा सकता है। सूखे फलों में सेलेनियम (Selenium) की अच्छी मात्रा होती है। सेलेनियम की उच्च मात्रा फेफड़ों के कैंसर से बचने में मदद कर सकता है। एक पशु अध्ययन से पता चलता है कि चूहों को नियमित रूप से अखरोट खिलाने पर स्तन कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को 80 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। इसी तरह यह ट्यूमर के विकास को 60 प्रतिशत तक कम कर सकता है। आप भी इस गंभीर समस्या से बचने के लिए सूखे मेवों का सेवन कर फायदे प्राप्त कर सकते हैं।
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कैंसर कोशिकाओ के विकास रोकने में हल्दी बहुत गुणकारी है। हम मसाले के रूप में तो हल्दी का उपयोग करते ही हैं। इसके अलावा हल्दी को अपने औषधीय गुणों के कारण विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं को ठीक करने के लिए भी उपयोग किया जाता है। हल्दी में कुर्कुमिन (Curcumin) होता है जो कि एक सक्रिय घटक माना जाता है। इसके अलावा हल्दी में एंटी-इंफ्लामेटरी, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी कैंसर गुण भी होते हैं। अध्ययनों से पता चलता है कि नियमित रूप से 30 दिनों तक 4 ग्राम हल्दी पाउडर का सेवन करने पर यह कोलन के घावों को 40 प्रतिशत तक ठीक कर सकता है। इसके अलावा हल्दी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने में मदद करते हैं।
हल्दी के फायदे फेफड़ों, स्तन और प्रोस्टेट कैंसर कोशिकाओ के विकास को भी करने के लिए जाने जाते हैं। अच्छे परिणामों के लिए प्रतिदिन कम से कम 1-3 ग्राम हल्दी पाउडर का सेवन किया जाना चाहिए।
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कैंसर से लड़ने में फायेदेमंद एलिसिन (Allicin) नामक एक सक्रिय घटक है जिसकी उच्च मात्रा लहसुन में मौजूद होती है। यह शरीर में मौजूद कैंसर के कीटाणुओं को नष्ट करने में सहायक होता है। अध्ययनों से पता चलता है कि जो लोग नियमित रूप से लहसुन, प्याज जैसी सब्जियों का सेवन करते हैं उन लोगों में पेट के कैंसर की संभावना कम होती है। इन निष्कर्षों के आधार पर नियमित रूप से आप आपने दैनिक आहार में 2-5 ग्राम लहसुन का सेवन कर सकते हैं।
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