Apple Seeds Poisonous In Hindi: सेब दुनिया के सबसे लोकप्रिय फलों में से एक है, जिसमें एंटीऑक्सिडेंट गुण पाए जाते हैं। बहुत से लोग सेब के बीज को जहरीला मानते हैं, जबकि अन्य लोग सेब के बीज को स्वास्थ्य के लिए लाभदायक मानते हैं। चूँकि एमिग्डालिन (Amygdalin) सेब के बीज में पाया जाने वाला एक रासायनिक पदार्थ है, जो अपघटित होकर हाइड्रोजन साइनाइड में बदल जाता है। यह बहुत ही जहरीला है, जिसकी उच्च खुराक हृदय और मस्तिष्क को नुकसान पहुंचा सकता है, और यहां तक कि कोमा और मृत्यु तक का कारण बन सकती है। जब लोगों को पता चला कि सेब के बीज में एमिग्डालीन (amygdalin) होता है, तो अनेक व्यक्तियों ने सेब का सेवन करना बंद कर दिया। चूँकि सेब सेहत के लिए बेहद लाभदायक होता है, लेकिन सेब खाते समय इसके बीजों का सेवन करने से बचना आवश्यक होता है।
आज के इस लेख में आप जानेगें कि सेब का बीज क्या है और क्या सेब का बीज जहरीला होता है।
विषय सूची
1. एप्पल बीज क्या हैं – What is apple seeds in hindi
2. क्या सेब के बीज जहरीले होते हैं – Are Apple Seeds Poisonous in hindi
3. कितना एप्पल सीड साइनाइड जानलेवा है – How much cyanide is lethal in hindi
4. एप्पल सीड साइनाइड कैसे काम करता है – How apple seeds cyanide works in hindi
5. सेब के बीज की विषाक्तता के लक्षण – Symptoms of apple seeds poisoning in Hindi
6. क्या सेब के बीज का तेल जहरीला है – Is Apple Seed Oil Poisonous in hindi
सेब के बीज, सेब के केंद्र में पाए जाने वाले छोटे काले बीज होते हैं। सेब का वैज्ञानिक नाम मालुस पुमिला (Malus pumila) है। यह दुनिया में अधिक व्यापक रूप से उगाए जाने वाले फलों में से एक है, और मध्य एशिया में इसकी सबसे अधिक खेती होती है। इसलिए सेब अधिकांश देशों और क्षेत्रों में खाया और उत्पादित किया जाता है। सेब मीठा और रसदार होता है, परन्तु इसका बीज कड़वा होता है।
अध्ययनों में पाया गया है कि सेब के बीज का सेवन शरीर में विषक्ता का कारण बन सकता है। सेब के बीज (Apple seeds) पाचन रस द्वारा आसानी से अपघटित या वियोजित नहीं होते हैं। अर्थात जब कोई व्यक्ति गलती से सेब के बीज को निगल जाता हैं, तो बीजों की कठोर बाहरी परत विषाक्त यौगिकों को शरीर में रिलीज नहीं होने देती है।
सेब के बीजों में एक महत्वपूर्ण घटक एमिग्डालीन (amygdalin) होता है, जो शरीर के पाचन एंजाइमों के संपर्क में आते ही हाइड्रोजन साइनाइड (hydrogen cyanide) में टूट जाता है। साइनाइड सबसे घातक पदार्थों में से एक है, और यह एक प्रकार का जहर है। नतीजतन, जब व्यक्ति अधिक मात्रा में सेब के बीज को चबाकर खाते हैं, तो साइनाइड विषक्ता के गंभीर दुष्प्रभाव देखने को मिल सकते हैं। साइनाइड हृदय और मस्तिष्क को नुकसान पहुँचाने के साथ-साथ कोमा और मृत्यु तक का कारण बन सकता है।
चूँकि सेब सेहत के लिए बेहद लाभदायक होता है, अतः सेब खाते समय इसके बीजों को निकालने पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
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सेब के बीजों में उपस्थित एमिगडलिन यौगिक (Amygdalin), हाइड्रोजन साइनाइड के उत्पादन का कारण बनता है, जो कि एक विषाक्त पदार्थ है। परन्तु इन बीजों में एमिग्डालिन (amygdalin) की सांद्रता स्वाभाविक रूप से कम होती है। अधिकांश सेब कोर में लगभग 5 बीज होते हैं। लगभग सेब के 200 बीज, या 40 सेब कोर को चबाने और खाने से साइनाइड विषक्ता के घातक परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
शरीर में समग्र एंटीऑक्सिडेंट गतिविधि को बढ़ावा देने वाले कुछ फ्लेवोनोइड्स को छोड़कर, सेब बीजों के सेवन से सम्बंधित किसी भी प्रकार के उल्लेखित लाभ ज्ञात नहीं हैं। यदि कोई व्यक्ति यकृत की बीमारी या कुछ ऐसी समस्याओं से पीड़ित है, जो शरीर की डिटॉक्सिफाई करने की क्षमता को प्रभावित करती हैं, तो इस स्थिति में व्यक्ति को सेब के बीज खाने से बचना चाहिए।
गलती से सेब के बीज को निगलने से बीज का कठोर बाहरी परत जहरीले यौगिक को रिलीज नहीं होने देती है, लेकिन 20 से अधिक सेब के कोर को जानबूझकर अच्छी तरह से चबाकर खाना जीवन के लिए घातक हो सकता है।
सेब के बीज के अलावा निम्न फलों के बीज का सेवन भी घातक होता है, जैसे:
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शोध से पता चला है कि कम से कम 1 से 2 मिलीग्राम हाइड्रोजन साइनाइड, प्रति किलोग्राम शरीर का वजन के आधार पर घातक होता है। अर्थात औसत वजन 165 पाउंड या 75 किग्रा वाले व्यक्ति के लिए, लगभग सेब के 210 बीज घातक हो सकते है। एक सेब कोर में लगभग 5 बीज उपस्थित होते हैं। अतः किसी व्यक्ति द्वारा लगभग सेब के 200 बीज, या 40 सेब कोर को चबाकर खाने से साइनाइड विषक्ता के घातक परिणाम देखने को मिल सकते हैं, जिससे व्यक्ति की जान तक जा सकती है।
एक ग्राम सेब के बीज में एमिग्डालिन की मात्रा 1 से 4 मिलीग्राम तक हो सकती है। और बारीक कुचले हुए सेब के बीज का एक ग्राम 0.06 से 0.24 मिलीग्राम तक साइनाइड को उत्पन्न कर सकता है।
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साइनाइड एक रसायन है, जिसे एक घातक जहर के रूप में जाना जाता है। इसका उपयोग रासायनिक युद्ध और सामूहिक आत्महत्या में किया जा चुका है। अनेक प्रकार के यौगिकों (सियानोग्लाइकोसाइड्स cyanoglycosides) में सायनाइड उपस्थित होता है, जो प्रकृति (अक्सर फलों के बीज) में पाए जाते हैं। इन यौगिकों में एमिगडलिन (amygdalin) प्रमुख है।
साइनाइड का मुख्य स्त्रोत एमिगडलिन, सेब के बीज और अन्य फलों के बीज में पाया जाता है। सेब के बीज में एक मजबूत बाहरी परत होती है, जो पाचन रस द्वारा अपघटित नहीं होती है। जिसके कारण शरीर में एमिगडलिन रिलीज नहीं होता है। लेकिन अगर बीजों को चबाया जाता है, तो एमिगडलिन फ्री हो जाता है और शरीर के पाचन एंजाइमों के संपर्क में आते ही हाइड्रोजन साइनाइड (hydrogen cyanide) का उत्पादन कर सकता है। छोटी मात्रा में साइनाइड का उत्पादन शरीर के एंजाइमों द्वारा डीटॉक्सीफाई (detoxify) किया जा सकता है, लेकिन इसकी बड़ी मात्रा खतरनाक हो सकती है।
चूँकि शरीर बहुत कम मात्रा में साइनाइड को मेटाबोलाइज कर सकता है, अतः शरीर द्वारा इसे बेअसर किये जाने से पहले ही, यह मस्तिष्क या हृदय को कोई नुकसान पहुंचा सकता है। जब साइनाइड शरीर में प्रवेश करता है, तो यह रक्त की ऑक्सीजन ग्रहण क्षमता को अवरुद्ध कर देता हैं, जिससे पीड़ित व्यक्ति की असमय मृत्यु हो जाती है। हालाँकि, सेब का सामान्य रूप से सेवन, या सेब के बीजों का कम मात्रा में सेवन हानिरहित होता है।
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सेब के बीज का सेवन साइनाइड विषाक्तता का कारण बन सकता है और इसके लक्षण जल्दी से जल्द उत्पन्न हो सकते हैं। शरीर में सायनाइड की कम मात्रा सिरदर्द, मतली, उल्टी, पेट में ऐंठन, चक्कर आना, कमजोरी और भ्रम जैसे लक्षणों का कारण बन सकती है। जबकि इसकी उच्च मात्रा से सम्बंधित लक्षणों में निम्न को शामिल किया जा सकता है, जैसे:
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सेब के बीज के तेल में पाए जाने वाले एमिगडलिन की मात्रा आमतौर पर बहुत कम होती है। कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि, यह एंटीऑक्सिडेंट (antioxidants) का एक अच्छा स्रोत है और एक एंटीकैंसर एजेंट (anticancer agent) के रूप में भी कार्य कर सकता है। इसके अतिरिक्त एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि, सेब के बीज का तेल बैक्टीरिया और खमीर संक्रमण के खिलाफ एक सक्रिय उत्पाद है। इस तेल का मौखिक रूप से सेवन नहीं करना चाहिए, इसे त्वचा और बालों में लगाने की सलाह दी जाती है। व्यक्तियों द्वारा सेब के बीज का तेल निम्न प्रकार उपयोगी है:
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