Apricot in Hindi: खुबानी या एप्रीकॉट एक बीज युक्त फल है खुबानी खाने के फायदे बहुत अधिक हैं। इस छोटे से फल में कई प्रकार के विटामिन और पोषक तत्व मौजूद होते हैं, खुबानी फाइबर का भी अच्छा स्रोत है।
खुबानी खाना त्वचा, आंखों, ह्रदय, डायबिटीज और कैंसर जैसी बीमारियों में लाभदायक होता है। 3000 साल पहले से इसकी खेती भारत में की जा रही है। यह भारत के पहाड़ी क्षेत्र जैसे कि कश्मीर, हिमाचल प्रदेश आदि में यह उगाया जाता है। खुबानी का छिलका मुलायम होता है।
आज हम आपको इस लेख में खुबानी खाने के फायदे, स्वास्थ्य लाभ, उपयोग और खुबानी के नुकसान के बारें में बताएँगे। खुबानी (Apricot) में विटामिन ए (Vitamin A), विटामिन बी (Vitamin B), विटामिन सी (Vitamin C), और विटामिन ई (Vitamin E) पाए जाते हैं।
विटामिन के साथ-साथ इसमें पोटेशियम, मैग्नीशियम, कॉपर, फॉस्फोरस जैसे खनिज पदार्थ में पाए जाते हैं। आइए जानते हैं खुमानी खाने के फायदे क्या क्या है(Apricot benefits in Hindi) और इसे किस प्रकार से उपयोग किया जाता है।
खुबानी एक प्रकार का फल है, इसको अंग्रेजी में एप्रीकॉट (apricot) के नाम से जाना जाता है। खुबानी का वैज्ञानिक नाम प्रूनस आर्मेनियाका (Prunus Armeniaca) है, यह कई सारे पोषक तत्वों से भरा हुआ है। इसका सेवन ब्रेकफास्ट से लेकर स्वादिष्ट और मसालेदार भोजन बनाने में किया जाता है। खुबानी का छिलका मुलायम होता है।
खुबानी में कई प्रकार के पोषक तत्व होते है, आइये इसे जानते है कि एप्रीकॉट की 100 ग्राम मात्रा निम्न मुख्य पोषक तत्व होते है –
Apricot खुबानी के फायदे अनेक हैं क्योंकि इस में उपस्थित पोषक तत्व और विटामिन इसको अधिक उपयोगी बनाते है आइए जानते हैं खुबानी खाने के फायदे और स्वास्थ्य लाभ के बारे में।
विटामिन ए (Vitamin A) विटामिन सी, केरोटीनाइट ( carotenoids) और बीटा-कैरोटीन से समृद्ध खुबानी आंखों की रोशनी संबंधी समस्याओं के जोखिम को कम करने के लिए उपयोग किया जाता है बीटा कैरोटीन का उच्च स्तर आंखों में रक्त प्रवाह को बेहतर बनाते हैं। खुबानी का उपयोग करने पर मोतियाबिंद भी ठीक हो सकता है।
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कब्ज होना एक आम समस्या के रूप में जानी जाती है जिससे ज्यादातर लोग परेशान होते हैं खुबानी में पेक्टिन की एक उच्च मात्रा होती है जो कि घुलनशील फाइबर है जो कब्ज के उपचार में मदद करता है। खुबानी खाने से आंत की अकड़न और कब्ज से राहत प्राप्त होती है इस इसके गुणों के कारण अक्सर कब्ज और पेट से संबंधित रोगियों को इसे खाने की सलाह दी जाती है इसमें पाए जाना वाला फाइबर गैस्ट्रिक और पाचक रस के उत्पादन को बढ़ाता है जिससे भोजन का पाचन आसान हो जाता है। यह पाचन को तेज कर गति प्रदान करता है। इस प्रकार खुबानी में फाइबर का उच्च स्तर बड़ी आंत के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
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हड्डियों को मजबूत रखने के लिए कैल्शियम (Calcium) की आवश्यकता होती है खुबानी में हड्डियों के विकास के लिए आवश्यक सभी पोषक तत्व पाए जाते हैं इसलिए खुबानी का नियमित सेवन करने से हड्डियों के विकास में मदद मिलती है यह ऑस्टियोपोरोसिस सहित अन्य आयु के संबंधित जो रोग हड्डियों में होते हैं उनकी स्थिति को रोकता है और उनके खतरे को कम करता है खुबानी की एंटी इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टी (anti-inflammatory properties) शरीर में सूजन को कम करती है और गठिया और गठिया बाव (arthritis pain and gout) से राहत देता है।
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Apricot खुबानी एंटीऑक्सीडेंट (antioxidants) का उत्कृष्ट स्रोत होता है मुक्त कण जो आमतौर पर प्रदूषण, सूर्य के कारण और अन्य पर्यावरणीय परिस्थितियों के कारण होते हैं वे कोशिका वृद्धि की प्रक्रिया में बाधा डालते हैं जिससे कोशिकाओं के DNA में परिवर्तन हो सकता है यह शरीर में कैंसर कोशिकाओं के गठन का कारण बनता है इसलिए अपने आप को कैंसर से बचाने के लिए नियमित आधार पर खुबानी (Apricot) का सेवन करना लाभदायक माना जाता है इसके अलावा अध्ययनों से पता चला है कि खुबानी बीज में बी 17 नामक एक यौगिक शामिल है जो कैंसर के उपचार में मदद करता है इसके साथ साथ खूब पानी में विटामिन ए और विटामिन सी की उच्च मात्रा पाई जाती है जो प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देती है जो कि कैंसर की सेल्स से लड़ने में हमरी हेल्प करते हैं।
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शरीर में मुख्य रूप से दो खनिज पदार्थ सोडियम और पोटेशियम की मात्रा के स्तर को बनाए रखना आवश्यक होता है। खुबानी में पोटेशियम के संतुलन को बनाए रखने की क्षमता होती है। शरीर में उर्जा सभी अंगों में समान रूप से वितरित हो इसके लिए इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन होना बहुत जरूरी है। इसलिए खुबानी के सेवन करने से शरीर में पाए जाने वाले द्रव के स्तर में संतुलन बनाने में मदद मिलती है। जिससे हमारे शरीर के सभी अंग और मांसपेशियां ठीक तरह से कार्य कर पाती हैं इस प्रकार खुबानी के सेवन से हम अधिक उर्जा के साथ कार्य को कर पाते हैं और हमें मांसपेशियों में ऐंठन और दर्द की समस्या भी नहीं होती।
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बुखार को ठीक करने के लिए खुमानी के रस का सेवन लाभदायक माना जाता है। क्योंकि इसमें पाए जाने वाले विटामिन और पोषक तत्व के साथ साथ इसकी एंटी इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टी के कारण शरीर के तापमान को कम करने में मदद मिलती है। जिससे बुखार में इसका सेवन करने से बुखार को जल्दी ही ठीक किया जा सकता है। खुबानी के रस का उपयोग पानी के साथ मिलाकर करना चाहिए इसके लिए आप खुबानी के रस को निकालकर पानी में मिला लें और उसमें एक बड़ा चम्मच शहद को मिलाएं। इसे दिन में 2 बार पिएं इससे ठंड से हुई खांसी और बुखार को राहत प्राप्त हो सकती है।
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कान के दर्द को ठीक करने के लिए खुबानी के तेल (Apricot oil) का उपयोग किया जा सकता है कान में दर्द होने पर खुबानी के तेल की कुछ बूंदें में कान में डालने पर कान दर्द से जल्दी राहत प्राप्त होती है।
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दिल को स्वस्थ रखने के लिए खुबानी एक उत्कृष्ट फल माना जाता है। कई शोधों में पाया गया है कि जो लोग विटामिन C से समृद्ध खाद्य पदार्थ खाते हैं उनमें हृदय रोगों का खतरा कम होता है। खुबानी में फाइबर (dietary fibre) की उच्च मात्रा प्राप्त होती है जिससे धमनियों में अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल को दूर करने में सहायता प्राप्त होती है जिससे हृदय पर पड़ने वाला दबाव कम होता है। इसके अलावा यह ऑक्सीकरण से कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन की रक्षा करता है और हृदय को अन्य हृदय रोग जैसे कि हार्ट अटैक
और स्ट्रोक (heart diseases and stroke) के खतरे को रोकता है। खुबानी में पोटेशियम (Potassium) पाया जाता है जो की रक्त वाहिकाओं और धमनियों के तनाव को आराम देकर रक्तचाप को नियंत्रित करने का कार्य करता है जिससे रक्तचाप को नियंत्रित किया जाता है।(और पढ़े – हाई बीपी (उच्च रक्तचाप) लक्षण, कारण और बचाव के उपाय)
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हृदय को स्वस्थ रखने के लिए आप प्रतिदिन खुबानी का सेवन कर सकते हैं और अपने हृदय को स्वस्थ रख सकते हैं।
एनिमिया जो कि खून की कमी के कारण होता है जिसे खुबानी का सेवन कर दूर किया जा सकता है। खुबानी आयरन का एक अच्छा स्रोत होता है हमारे शरीर में आयरन का कार्य हीमोग्लोबिन को बढ़ाना है। हिमोग्लोबिन रक्त का एक घटक है जिसकी कमी के कारण एनीमिया रोग होता है। इसके साथ-साथ खुबानी में तांबे (copper) की मात्रा भी शामिल होती है जो कि हमारे शरीर में लोहे के अवशोषण को बढ़ाता है। हमारे शरीर में रक्त प्रवाह को आसान बनाता है। हीमोग्लोबिन की कमी के कारण हमारा शरीर ठीक से कार्य नहीं कर पाता और हमें थकान और कमजोरी महसूस होने लगती है इनसे निपटने के लिए खुबानी का सेवन करना लाभदायक होता है जो कि हमें एनीमिया ठीक करने में में सहायता प्रदान करता है।
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गर्भवती महिलाओं (pregnant women) को खुमानी का सेवन सावधानी से करना चाहिए क्योंकि इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व भ्रूण के विकास में मदद करते हैं। किंतु इसका अधिक उपयोग गर्भावस्था के समय अन्य समस्या उत्पन्न कर सकता है। गर्भवती महिलाओं को सूखे खुबानी (dry apricot)का उपयोग करने की सलाह दी जाती है। इसमें उच्च मात्रा में आयरन होता है जो कि उनके शरीर में रक्त के उत्पादन में सहायता करता है और एनीमिया को रोकता है। क्योंकि गर्भावस्था के समय खून की कमी एक मुख्य समस्या होती है। इससे निपटने के लिए गर्भवती महिलाओं को अपने आहार में खुबानी का सेवन करना चाहिए। खून बढ़ाने के साथ साथ खुबानी अपच और कब्ज जैसी समस्या को भी दूर करता है।
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त्वचा से संबंधित अनेक समस्याओं जैसे की ड्राई स्किन, खुजली, मुहासों और अन्य कई समस्याओं को दूर करने के लिए खुबानी का उपयोग किया जाता है। साथ ही साथ खुबानी का उपयोग फाइन लाइनों और झुर्रियों से छुटकारा पाने में भी किया जाता है खुबानी का तेल त्वचा की देखभाल के लिए बहुत उपयोगी है यह त्वचा में जल्दी अवशोषित हो जाता है। इसे लगाने के बाद त्वचा ऑयली नहीं लगती है आइये समझते हैं खुबानी के फायदे त्वचा के लिए क्या है।
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खुबानी तेल के एंटी इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टी (anti-inflammatory properties) के कारण मुहांसों के साथ-साथ मुंहासे के लाल निशानों का इलाज इसके द्वारा किया जा सकता है। मुंहासे को ठीक करने के लिए खुबानी के पेस्ट बनाकर आप इसे अपने मुंहासों पर लगा सकते हैं। इसके साथ-साथ खुबानी के पत्ते का उपयोग खुजली और एक्जिमा के इलाज के लिए उपयोगी होता है। खुबानी त्वचा के ब्लैकहेड्स को कम करता है और पोर्स को ओपन कर त्वचा को अंदर से साफ करता है जिससे हमें मुहांसों से मुक्ति मिल जाती है।
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शरीर और त्वचा की मालिश करने के लिए खुबानी के तेल का उपयोग लाभदायक होता है यह त्वचा को स्वस्थ रखने और हमारे तंत्रिका तंत्र को मजबूती देने का कार्य करता है।
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नियमित रूप से खुबानी का सेवन त्वचा में कसाव उत्पन्न करता है। क्योंकि खुबानी में विटामिन ए पाया जाता है जो कि वृद्धावस्था के लक्षणों को कम करने में मदद करता है। इसके लिए आप खुबानी का सेवन करने के साथ साथ इसका उपयोग अपने चेहरे पर पेस्ट के रूप में भी कर सकती हैं जिससे आपको अधिक लाभ प्राप्त होगा और झुर्रियों को कम करने में मदद मिलेगी।
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वजन घटाने के लिए खाने में कम कैलोरी का होना आवश्यक होता है। खुबानी में कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है जो आपके वजन घटाने में आपको सहायता प्रदान करती है। 100 ग्राम खुबानी खाने में आपको केवल 45 कैलोरी ही प्राप्त होती है और इसमें अघुलनशील फाइबर (insoluble fibre) की मात्रा उच्च होती है जो कि हमारे शरीर में पानी के अवशोषण को बढ़ाता है। जिससे पेट लंबे समय तक भरा रहता है और आपको भूख कम लगती है इसलिए वजन कम करने के लिए खुबानी का उपयोग करना बहुत ही लाभकारी है।
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ऊपर दिए गए खुबानी के लाभों को प्राप्त करने के लिए आपको खुबानी खाने का सही तरीका पता होना चाहिए। आप फल के रूप में इसका सेवन सुबह या दोपहर किसी भी समय कर सकते है। खुबानी खाने के लिए आप निम्न तरीके से इसका उपयोग कर सकते है।
ऊपर आपने जाना खुबानी खाने के फायदे और स्वास्थ्य लाभ के बारे में एक निश्चित मात्रा में खुबानी खाने के बहुत अधिक फायदे हैं इसलिए इसका सेवन लाभदायक होता है क्योंकि खुमानी में पोषक तत्वों की एक लंबी श्रंखला पाई जाती है। जिसमें बीटा कैरोटीन (beta-carotene) Vitamin A, C, E, and K भी पाया जाता है।
इसके अलावा यह खनिज तत्वों में लोहे पोटेशियम मैग्नीशियम फॉस्फोरस मैग्नीशियम से पोषक तत्वों से भरपूर होता है इसके अलावा इसमें एंटीऑक्सीडेंट और डाइटरी फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है जो कि स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत ही उपयोगी होता है।
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