Arrowroot ke fayde अरारोट एक खाद्य कंद हैं। क्या आप अरारोट के फायदे और नुकसान जानते हैं। अरारोट स्टार्च से भरा हुए उत्पाद है। अरारोट का उपयोग विभिन्न स्वास्थ्य लाभों के लिए किया जाता है। अरारोट के फायदे वजन को कम करने, हृदय को स्वस्थ्य रखने, स्वस्थ्य पाचन के लिए और गर्भावस्था के दौरान होते हैं। इस आर्टिकल में आप औषधीय गुणों से भरपूर अरारोट के फायदे जानेगें। जिन्हें जानकर आप भी इसके स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकते हैं। आइए जाने अरारोट के बारे में अन्य जानकारियां।
विषय सूची
1. अरारोट क्या होता है – Arrowroot Kya Hai in Hindi
2. अरारोट पाउडर कैसे बनता है – Arrowroot ka powder kaise banta hai
3. अरारोट के पोषक तत्व – Arrowroot Nutrients in Hindi
4. अरारोट के फायदे इन हिंदी – Arrowroot Health Benefits in Hindi
5. अरारोट के नुकसान – Arrowroot ke Nuksan in Hindi
एरोरूट या अरारोट सामान्य रूप से पौधा है लेकिन तकनीकी रूप से यह पौधा न होकर केवल स्टार्च है। अरारोट का वैज्ञानिक नाम मारंता अरुंडिनेशिया (Maranta arundinacea) है। यह मारेंटेसी (Marantaceae) परिवार से संबंधित है जिसकी जड़ों का उपयोग किया जाता है।
इस पौधे में मौजूद स्टार्च का उपयोग करने के लिए जड़ों को खोदा जाता है, फिर इसकी छाल को निकालकर धोया जाता है। फिर इस कंद को कूट कर एक पेस्ट तैयार किया जाता है जिससे कपड़े से छानने के बाद सुखाया जाता है। इस तरह से अरारोट पाउडर तैयार किया जाता है। अरारोट पाउडर सफेद और गंध हीन होता है। इस पाउडर का उपयोग खाद्य व्यंजनों को गाढ़ा करने के लिए किया जाता है। हालांकि अरारोट में पोषक तत्वों की भी उच्च मात्रा होती है। आइए इन्हें जाने।
व्यंजनों को स्वादिष्ट और गाढ़ा बनाने के लिए अरारोट का व्यापक उपयोग किया जाता है। अरारोट पाउडर में पोषक तत्वों की भी उच्च मात्रा होती है। जिनके कारण यह हमें बहुत से स्वास्थ्य लाभ दिलाने में भी मदद करता है। अरारोट में कार्बोहाइड्रेट, विटामिन बी9, कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम, सोडियम, और फास्फोरस जैसे खनिज पदार्थ उच्च मात्रा में होते हैं। इसके अलावा अरारोट में जिंक और आयरन के साथ ही विटामिन बी1 और विटामिन बी6 की भी अच्छी मात्रा होती है। आइए विस्तार से जाने अरारोट के फायदे क्या हैं।
आप अपने स्वास्थ्य बेहत और स्वस्थ्य रखने के लिए अरारोट का उपयोग कर सकते हैं। यह एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जो आपके शरीर में पोषक तत्वों की कमी को दूर करने में सहायक होता है। विशेष रूप से छोटे बच्चों के आहार और मीठें व्यंजनों में अरारोट का उपयोग किया जाता है।
यदि आप अपना वजन कम करना चाहते हैं तो अरारोट आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है। अन्य खाद्य पदार्थों की तुलना में अरारोट में कैलोरी बहुत ही कम होती है। इसके अलावा इसमें कार्बोहाइड्रेट और पोषक तत्वों की उच्च मात्रा होती है। अरारोट में उपस्थित फाइबर पाचन को मजबूत करता है साथ ही भूख को नियंत्रित भी करता है। इस तरह से आप अपने भोजन में अरारोट को शामिल कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
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आप अपने दिल को स्वस्थ्य रखने के लिए अरारोट का उपयोग कर सकते हैं। अरारोट में पोटेशियम की उच्च मात्रा होती है। पोटेशियम दिल को स्वस्थ्य रखने में मदद करता है। इसके साथ ही पोटेशियम रक्त वाहिकाओं और धमनियों में तनाव को कम करता है। जिससे रक्तचाप को कम करने में मदद मिलती है। इस तरह से आप अरारोट का उपयोग कर दिल के दौरे और स्ट्रोक आदि की संभावना को कम कर सकते हैं। पोटेशियम को संज्ञानात्मक क्षमता बढ़ाने के लिए भी उपयोग किया जा सकता है। इस तरह से आप अपने मस्तिष्क और हृदय को स्वस्थ्य रखने के लिए अरारोट का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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हमारी पाचन क्रिया को स्वस्थ्य रखने में फाइबर का विशेष योगदान होता है। अरारोट में फाइबर की उच्च मात्रा होती है। क्योंकि यह हमारे पेट में भोजन को उचित तरीके से प्रबंधित करता है साथ ही पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ाता है। नियिमत रूप से अरारोट की मध्यम मात्रा का सेवन करने से कब्ज और दस्त आदि समस्याओं को दूर किया जा सकता है। इसके अलावा अरारोट के फायदे शुरूआती मधुमेह को रोकने में भी मदद करते हैं। यह शरीर में रक्त शर्करा के स्तर को प्रबंधित करता है। अरारोट में मौजूद फाइबर अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल को दूर करने में भी सहायक होता है। इस तरह से आप वजन को नियंत्रित करने के साथ ही पाचन को स्वस्थ्य रखने के लिए अरारोट का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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यदि आप बार बार समान्य स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रसित रहते हैं तो यह कमजोर प्रतिरक्षा का प्रभाव है। यदि आप अपनी प्रतिरक्षा शक्ति को बढ़ाना चाहते हैं तो अपने आहार में अरारोट को शामिल करें। अरारोट में मौजूद खनिज पदार्थ और पोषक तत्व कमजोरी
, थकान और संज्ञानात्मक विकारों को दूर करने में सहायक होते हैं। इसमें बहुत से विटामिन होते हैं जो आपके लिए एंटीऑक्सीडेंट का काम करते हैं। एंटीऑक्सीडेंट शरीर को फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से बचाते हैं और प्रतिरक्षा शक्ति में वृद्धि करते हैं। इस तरह से अरारोट का उपयोग आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है।(और पढ़े – रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपाय…)
आपके शरीर को पर्याप्त ऊर्जा चयापचय के द्वारा ही प्राप्त होती है। आपकी चयापचय प्रणाली जितनी अच्छी होगी आपको उतनी ही अधिक ऊर्जा प्राप्त होती है। अरारोट में विटामिन बी की उच्च मात्रा होती है जो अच्छे एंजाइमों की वृद्धि में सहायक होते हैं। हार्मोनल उत्सर्जन से लेकर सर्कैडियन लय (circadian rhythms) तक सभी घटनाओं में विटामिन बी की अहम भूमिका होती है। इसलिए आप अपने शरीर में विटामिन बी और इसके अन्य घटकों की कमी को दूर करने के लिए अरारोट का उपभोग कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
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फंगल संक्रमण के कारण एथलीट फुट हो सकता है जो कि एक त्वचा का आम संक्रमण है। आप इस संक्रमण को दूर करने के लिए अरारोट पाउडर का उपयोग प्रभावित क्षेत्र में कर सकते हैं। अरारोट पाउडर में नमी और पसीने को अवशोषित करने की क्षमता होती है। इस तरह से यह त्वचा में कवक और अन्य फंगल संक्रमणों को फैलने से रोकता है। इस तरह से आप भी एथलीट फुट का उपचार करने के लिए अरारोट पाउडर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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महिलाओं के लिए अरारोट बहुत ही लाभकारी होती है। विशेष रूप से गर्भावस्था के दौरान अरारोट पाउडर का इस्तेमाल औषधी के रूप में किया जा सकता है। अरारोट की ताजी जड़ों में फोलेट की अच्छी मात्रा होती है जो गर्भावस्था के दौरान फायदेमंद होता है। यदि गर्भवती महिलाओं द्वारा 100 ग्राम अरारोट पाउडर का सेवन किया जाता है तो यह दैनिक आधार का 84 प्रतिशत फोलेट प्रदान करता है। इस तरह से अरारोट में विटामिन बी12 और फोलेट दोनो मिलकर डीएनए संश्लेषण और कोशिका विभाजन में मदद करते हैं। नियमित रूप से अरारोट का सेवन मासिक धर्म की समस्याओं के साथ ही भ्रूण स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा होता है। गर्भावस्था के दौरान अरारोट का सेवन न्यूरल ट्यूब दोष (neural tube defects) और बच्चों में जन्मजात विकृतियों को रोकने में मदद करता है।
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यदि आप मूत्र पथ संक्रमण से ग्रसित हैं तो इसके घरेलू इलाज के लिए अरारोट का उपयोग करें। अरारोट में एंटीइंफ्लामेटरी और एंटीऑक्सीडेंट की अच्छी मात्रा होती है। ये घटक शरीर मूत्र पथ को स्वस्थ्य रखने और संक्रामक जीवाणुओं को दूर करने में मदद करते हैं। इन्हीं कारणों से अधिकांश डॉक्टरों द्वारा अरारोट सेवन करने की सलाह दी जाती है। आप भी अरारोट पाउडर का सेवन कर इस तरह के लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
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बहुत से आंतरिक और बाहृ कारकों की वजह से आपकी त्वचा कोशिकाओं को नुकसान पहुंच सकता है। जिसके परिणामस्वरूप आपकी त्वचा रूखी, बेजान और सुस्त हो सकती है। इसके अलावा आपकी त्वचा कई प्रकार के संक्रमणों का भी शिकार हो सकती है। लेकिन आप अपनी त्वचा को स्वस्थ्य और सुंदर बनाए रखने के लिए अरारोट का उपयोग कर सकते हैं। झुर्रियां, ठीक रेखाएं और सनस्पॉट आदि का उपचार करने में अरारोट प्रभावी माना जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अरारोट में विटामिन और प्रोटीन की उच्च मात्रा होती है। ये घटक त्वचा की अन्य सभी समस्याओं को दूर करने में सहायक होते हैं।
आप अपनी त्वचा के प्रकार के अनुसार फेस पैक में अरारोट पाउडर का उपयोग कर सकते हैं। यह त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाने और नई कोशिकाओं के विकास में मदद करता है। इस तरह से आप अपनी त्वचा को सुंदर, कोमल और गोरा बनाने के लिए अरारोट का उपयोग कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
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सौंदर्य उत्पादों में अरारोट का व्यापक उपयोग किया जाता है। हालांकि बालों के लिए अरारोट के फायदे अधिक ज्ञात नहीं हैं। लेकिन इसमें मौजूद पोषक तत्वों के कारण ऐसा माना जाता है कि यह बालों की देखभाल कर सकता है। बहुत से लोग अपने हेयर डाई को गाढ़ा करने के लिए अरारोट पाउडर का उपयोग करते हैं। क्योंकि यह बालों को जल्दी सुखाने और बालों को नरम बनाने में सहायक होता है।
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मध्यम या कम मात्रा में अरारोट सेवन करने के कोई नुकसान नहीं होते हैं।
लेकिन अधिक मात्रा में इसका सेवन करने के कुछ दुष्प्रभाव भी होते हैं।
आइये जानतें हैं अरारोट के नुकसान क्या हैं।
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