Ashoka Tree in Hindi अशोक मुख्य रूप से वर्षा वाले वनों को पेड़ है और यह सुस्वादित पत्तों और सुंदर नारंगी-पीले फूलों से भरा होता है। फूल के गुच्छे भारी औऱ सुगंधित होते हैं। अशोक का पेड़ आमतौर पर हिमालय की तलहटी में ज्यादा पाया जाता है। अशोक का पेड़ महिलाओं के लिए वरदान माना जाता है। क्योंकि यह स्त्रियों की कई सारी समस्याओं एवं बीमारियों को ठीक करता है और उन्हें जवान बनाए रखने में भी मदद करता है। स्त्रियों के शरीर में होने वाले दर्द को यह दूर करने में लाभकारी होता है और उन्हें स्वस्थ रखने में सहायक होता है। इस आर्टिकल में हम आपको अशोक के पेड़ के फायदे (Benefits of Ashoka Tree in Hindi) और अशोक के पेड़ के नुकसान (Side Effects of Ashoka Tree in hindi) के विषय में बताएंगे।
1. अशोक पेड़ के फायदे – Ashok ped ke fayde in Hindi
2. अशोक पेड़ के नुकसान – Ashok ped ke nuksan in hindi
आयुर्वेद के अनुसार अशोक के पेड़ में बहुत सारे औषधीय गुण मौजूद होते हैं और इसके तने, पत्ते और फूलों को कई जगहों पर लोग सुखाकर अपने घरों में रखते है। अशोक के पेड़ के बीज फूल और छालों का उपयोग टॉनिक और कैप्सूल बनाने में किया जाता है। भारत में कई तरह की बीमारियों को ठीक करने के लिए अशोक के पेड़ का उपयोग किया जाता है।
औषधीय गुणों से भरपूर होने के कारण अशोक के पेड़ के लगभग सभी भागों का उपयोग औषधी के रूप में किया जाता है। आइए जाने अशोक के पेड़ के फायदे क्या हैं।
स्त्री रोगों से जुड़ी समस्याओं के इलाज के लिए अशोक का पेड़ बहुत ही उपयोगी माना जाता है। यह स्त्रियों में मासिक धर्म से जुड़ी परेशानियों को दूर करने में मदद करता है। यह जड़ी-बूटी के रूप में गर्भाशय की मांसपेशियों एवं एंडोमेट्रियम के लिए टॉनिक का काम करता है और आंत एवं पेट दर्द को नियंत्रित करने का काम करता है। इसके अलावा यह मासिक चक्र (menstruation cycle) को ठीक रखता है और मासिक धर्म की अनियमितता को खत्म करता है। यह ल्यूकोरिया और अल्सर की समस्या को भी खत्म करने में फायदेमंद होता है।
(और पढ़े – पीरियड्स की जानकारी और अनियमित पीरियड्स के लिए योग और घरेलू उपचार)
अशोक का पेड प्राकृतिक रूप से त्वचा के रंग को बेहतर करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह खून को प्यूरिफाई करता है और त्वचा के एलर्जी से बचाता है। यह विषाक्त पदार्थों को दूर कर त्वचा के रंग (Skin Complexion) को साफ करने में मदद करता है। अशोक के पेड़ के छाल का अर्क त्वचा के जलन को दूर करने में बहुत लाभप्रद माना जाता है।
(और पढ़ें – गोरा होने के आसान घरेलू उपाय)
अशोक के पेड़ में कई तरह के दर्द निवारक गुण पाये जाते हैं और यह सुरक्षित रूप से एनाल्जेसिक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। अशोक के पेड़ का छाल उतारकर और उसका महीन पेस्ट बनाकर लगाने से घुटनों एवं पैरों के दर्द से छुटकारा मिल जाता है।
(और पढ़े – हाथ और पैरों के तलवों में जलन से निजात पाने के लिए असरदार घरेलु उपाय)
आंतरिक रक्तस्राव के इलाज के लिए अशोक का पेड़ काफी प्रभावी रूप से कार्य करता है। अशोक के फूल का इस्तेमाल पेचिश के इलाज में किया जाता है। अशोक के फूल को पीसकर इसमें थोड़ा सा पानी मिलाकर पीने से पेचिश एवं पेट की अन्य समस्या सहित मल में खून आने की समस्या भी पूरी तरह दूर हो जाती है।
(और पढ़ें – ब्लीडिंग और स्पॉटिंग है अलग, कैसे जाने फर्क)
इसके कई बड़े फायदों में एक फायदा यह भी है कि अशोक के सूखे फूलों (dry flowers of Ashoka tree) का इस्तेमाल करने से डायबिटीज को दूर करने में फायदा मिलता है। इसके फूलों की बनी टॉनिक या रेगुलर सूखे फूलों को सेवन करने से मधुमेह रोगियों को इस रोग से राहत मिलती है।
(और पढ़ें – मधुमेह को कम करने वाले आहार)
आपको बता दें कि अशोक के पेड़ का उपयोग बवासीर में भी किया जाता है। इसके पेड़ का अर्क अंदरूनी बवासीर और बवासीर में खून आने की समस्या को दूर कर देता है। इसकी जड़ी बूटियों से तैयार सप्लिमेंट बाजारों में भी बिकते हैं, इन जड़ी बूटियों से काढ़ा बनाकर पीने से भी बवासीर में बहुत राहत मिलती है।
(और पढ़े – बवासीर का सफल घरलू इलाज़)
कवकों एवं जीवाणुओं के इंफेक्शन को दूर करने में अशोक के पेड़ की छाल बहुत ही लाभदायक होती है। इसके छाल में बहुत सारे गुण पाये जाते हैं। यह शरीर को प्यूरीफाई करने का काम करता है और शरीर के संक्रमण को भी दूर करता है।
(और पढ़ें – फंगल इन्फेक्शन क्या है, कारण, लक्षण, इलाज और घरेलू उपचार)
कृमि के संक्रमण को दूर करने में भी अशोक के पेड़ का इस्तेमाल किया जाता है। अशोक के पेड़ की पत्तियों और छालों को खाने से पेट में मौजूद कृमि मरकर पेट से बाहर निकल आते हैं। इसके साथ ही यह पेट के दर्द और सूजन को भी कम करने में मदद करता है।
(और पढ़ें – पेट के कीड़े मारने के घरेलू उपाय और नुस्खे)
बिना किसी तरह का नुकसान पहुंचाए हुए अशोक का पेड़ दस्त (diarrhea) को दूर करने में बहुत ही लाभकारी होता है। अशोक के पेड़ की पत्तियां, फूल और छाल टॉनिक का काम करते हैं और डायरिया से निजात दिलाने में मदद करते हैं। यह खून को प्यूरिफाई करके शरीर की क्रिया को बेहतर बनाते हैं।
(और पढ़े – दस्त ठीक करने के घरेलू उपाय)
अशोक के बीज का पावडर गुर्दे की पथरी (kidney stone) को प्राकृतिक रूप से ठीक करने में मदद करता है। इस पावडर को पानी के साथ नियमित रूप से लेने पर यह पेट में पथरी से होने वाले भयंकर दर्द को कम करता है। अशोक के पेड़ (ashoka tree)में शरीर की तमाम बीमारियों को दूर करने के गुण मौजूद होते हैं। इसलिए लोग अशोक के पेड़ को अधिक महत्व देते हैं।
(और पढ़ें – पथरी होना क्या है? (किडनी स्टोन) पथरी के लक्षण, कारण और रोकथाम)
शोध के अनुसार अशोक का पेड़ बीमारियों को दूर करने के गुण के लिए जाना जाता है। इसके बावजूद भी इसके इस्तेमाल से कुछ नुकसान हो सकता है। आइये जानते हैं कि आखिर अशोक का पेड़ हमें किस तरह नुकसान (Ashoka tree side effects) पहुंचा सकता है।
प्रेगनेंट महिलाओं को अशोक के पेड़ का सेवन नहीं करना चाहिए अन्यथा महिला को गर्भपात हो सकता है।
हृदय विकारों से पीड़ित मरीजों को भी अशोक के पेड़ का इस्तेमाल करने से परहेज करना चाहिए अन्यथा उनकी समस्या बढ़ सकती है।
अमेनहोरिया (amenhorrhea) से ग्रसित महिलाओं को भी अशोक के पेड़ का उपयोग नहीं करना चाहिए।
इस आर्टिकल में आपने जाना अशोक के पेड़ के फायदे (Benefits of Ashoka Tree in Hindi) और अशोक के पेड़ के नुकसान (Side Effects of Ashoka Tree in hindi) के बारें में।
(और पढ़ें – महिलाओं के लिए अशोक के पेड़ (छाल) के फायदे)
Homemade face pack for summer गर्मी आपकी स्किन को ख़राब कर सकती है, जिससे पसीना,…
वर्तमान में अनहेल्दी डाइट और उच्च कोलेस्ट्रॉल युक्त भोजन का सेवन लोगों में बीमारी की…
Skin Pigmentation Face Pack in Hindi हर कोई बेदाग त्वचा पाना चाहता है। पिगमेंटेशन, जिसे…
चेहरे का कालापन या सांवलापन सबसे ज्यादा लोगों की पर्सनालिटी को प्रभावित करता है। ब्लैक…
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिन्हें पहचान कर आप…
त्वचा पर निखार होना, स्वस्थ त्वचा की पहचान है। हालांकि कई तरह की चीजें हैं,…