Lose Weight In Hindi: किसी को यह कहना बहुत ही आसान है कि अपनी तोंद कम करों। लेकिन क्या तोंद कम करना और वजन घटना इतना आसान है? वजन कम करना, विशेष रूप से पेट के चारों ओर जमी अतिरिक्त चर्बी को कम करना कुछ लोगों के लिए आसान नहीं है – लेकिन यह उतना मुश्किल भी नहीं है। किसी भी व्यक्ति के पेट में जब फैट अधिक मात्रा में जमा हो जाता है उसे तोंद निकलना कहते हैं। पेट की चर्बी या तोंद को कम करना आसान नहीं है। आप सभी जानते हैं कि मोटापा या तोंद एक बीमारी की तरह ही है जो अन्य कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। लेकिन तोंद कम करने के लिए लोग कई प्रकार के आहार और व्यायाम आदि का उपयोग करते हैं जो कि बहुत ही प्रभावी भी होते हैं।
वजन बढ़ने के बहुत से कारण हो सकते हैं लेकिन मोटापे को कम करने के आयुर्वेदिक तरीके भी होते हैं। आयुर्वेद एक ऐसा तरीका है जो आपकी तोंद को कम करने और जिद्दी बेली फेट से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकता है। अतिरिक्त पेट वसा कई गंभीर स्वास्थ्य स्थितियों के बढ़ते जोखिम से जुड़ा हुआ है। वजन घटाने के लिए यहां 7 सबसे प्रभावी आयुर्वेदिक औषधी के बारे में बताया गया हैं। इस लेख में आप पेट की चर्बी दूर करने के आयुर्वेदिक उपाय संबंधी जानकारी प्राप्त करेगें।
विषय सूची
वजन घटाने के उपचार या तकनीक जो किसी के लिए काम करने लगती है वह दूसरे व्यक्ति के लिए भी सहायक हो ऐसा नहीं है। प्रत्येक व्यक्ति की एक अलग जीवन शैली, शरीर का प्रकार, आनुवांशिकी, संभव चिकित्सा स्थितियां हैं – ये सभी फिटनेस परिणाम प्राप्त करने और बनाए रखने के लिए एक व्यक्ति की क्षमता में भूमिका निभाते हैं।
लेकिन, अच्छी खबर यह है कि वजन कम करने के लिए एक सरल, लेकिन प्रभावी उपचार मौजूद है जो लिंग, आयु आदि की परवाह किए बिना उस अतिरिक्त चर्बी को दूर करने की कोशिश करने में किसी की भी मदद कर सकता है, जी हां हम बात कर रहे हैं “आयुर्वेद” की। वजन घटाने के आयुर्वेदिक तरीके अपनाने से आपको न केवल उस जिद्दी पेट की चर्बी को कम करने में मदद मिलती है बल्कि जीवनशैली से जुड़ी कई बीमारियों पर भी अंकुश लगता है। इसके अलावा, अतिरिक्त पेट की चर्बी कई गंभीर स्वास्थ्य स्थितियों जैसे हृदय रोग, स्ट्रोक, मोटापा, मधुमेह, कुछ कैंसर आदि के बढ़ते जोखिम से जुड़ी होती है, यहाँ सात शक्तिशाली आयुर्वेदिक तत्व दिए गए हैं जो आयुर्वेद द्वारा वजन कम करने और जिद्दी पेट वसा से छुटकारा पाने के लिए जाने जाते हैं।
(और पढ़े – मोटापा और वजन कम करने के आयुर्वेदिक टिप्स…)
वजन कम करना सुनने में जितना आसान लगता है उतना आसान नहीं है। क्या आप पेट की चर्बी करने के लिए कई प्रयास कर चुके हैं और आपको सफलता नहीं मिली है। घबराएं नहीं आपके पेट का वजन को कंट्रोल करने के आयुर्वेदिक उपाय भी होते हैं। मोटापे की समस्या को दूर करने के लिए आप आयुर्वेदिक औषधि गुग्गुल का उपयोग कर सकते हैं। गुग्गुल कॉमिपोरा मुकुल (Commiphora Mukul) वृक्ष से प्राप्त एक प्रकार की राल होती है। जिसे गुग्गुलस्टरोन (guggulsterone) के नाम से भी जाना जाता है। यह वजन घटाने में बहुत ही प्रभावी होता है। आप अपना बढ़ता वजन नियंत्रित करने के लिए गुग्गुल का उपयोग कर सकते हैं। क्योंकि यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने में सहायक होता है। आप अपनी तोंद कम करने या अपने थुलथुले पेट को कम करने के लिए आयुर्वेदिक औषधि गुग्गुल के लाभ ले सकते हैं।
(और पढ़े – गुग्गुल के फायदे, गुण, लाभ और नुकसान…)
गार्सिनिया कैंबोगिया (Garcinia Cambogia) एक उष्णकटिबंधीय फल है जिसका उपयोग आयुर्वेद में वजन कम करने के लिए किया जाता है। यदि आप अपने पेट की चर्बी को बढ़ने से रोकना चाहते हैं तो गार्सिनिया कैंबोगिया को अपने आहार में शामिल करें। यह शरीर में मौजूद अतिरिक्त वसा को कम करने साथ ही वसा के अधिक उत्पादन को नियंत्रित करने में सहायक होता है। इस फल के छिलकों में हाइड्रॉक्सीसिट्रिक एसिड (Hydroxycitric acid) होता है जो चयापचय को बढ़ावा देने और भूख को नियंत्रित करने में मदद करता है।
इसके अलावा नियमित रूप से मालाबार इमली का सेवन करने के फायदे तनाव कम करना, रक्तशर्करा और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में भी प्रभावी योगदान देता है। जिसके कारण आपको बेली फेट कम करने में मदद मिल सकती है। तोंद कम करने का यह सबसे प्रभावी आयुर्वेदिक उपचार है।
(और पढ़े – गार्सिनिया कैम्बोजिया के फायदे, उपयोग और नुकसान…)
बढ़ा हुआ पेट कम करने के लिए आप आयुर्वेदिक उत्पाद त्रिफला
का इस्तेमाल कर सकते हैं। त्रिफला बेली फेट कम करने का सबसे प्रभावी उपाय है। यह तीन प्रकार के सूखे हुए औषधीय घटकों आंवला, हर्रा और बहेड़ा को मिलाकर तैयार किया जाता है। आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली में प्राचीन समय में इस मिश्रण का उपयोग कई प्रकार की बीमारियों और मुख्य रूप से शरीर के तीन दोषों को दूर करने के लिए किया जाता रहा है। यह औषधीय और आयुर्वेदिक उत्पाद पाचन समस्याओं को दूर करने और वजन कम करने में सहायक होता है। नियमित रूप से त्रिफला का सेवन करने से यह पेट को साफ रखता है। आप अपने संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए भी त्रिफला का सेवन कर सकते हैं। आप अपने पेट की चर्बी को दूर करने के लिए नियमित रूप से दिन में दो बार त्रिफला चूर्ण का सेवन कर सकते हैं।(और पढ़े – 1 चम्मच त्रिफला चूर्ण, मोटापा करेगा दूर…)
हम सभी जानते हैं कि दालचीनी एक आयुर्वेदिक औषधी है जो कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में हमारी मदद करती है। यदि आप मोटापे या बेली फेट को कम करना चाहते हैं तब भी दालचीनी आपके लिए प्रभावी होती है। दालचीनी में कई औषधीय गुण होते हैं जिनमें चयापचय को बढ़ाने की क्षमता भी शामिल है। जो कि प्रभावी रूप से आपके वजन और पेट की चर्बी को कम करने में सहायक होता है। आप अपने पेट और कमर के मोटापे को कम करने के लिए दालचीनी की चाय का सेवन भी कर सकते हैं। नियमित रूप से आप सुबह के समय 1 कप दालचीनी चाय का सेवन लाभ ले सकते हैं।
(और पढ़े – दालचीनी के फायदे, गुण, लाभ और नुकसान…)
विभिन्न प्रकार के स्वास्थ्य लाभों के लिए पुनर्नवा का उपयोग प्राचीन समय से ही आयुर्वेद में किया जा रहा है। पुनर्नवा एक आयुर्वेदिक औषधी है जो मोटापे को कम करने में सबसे प्रभावी हर्बल उपचारों में से एक है। पुनर्नवा में मूत्रवर्धक गुण होते हैं जो गुर्दों और मूत्राशय को स्वस्थ रखने में सहायक होता है। नियमित रूप से इस औषधी का सेवन करना आपके शरीर में अतिरिक्त वसा की मात्रा को कम करने और जल प्रतिधारण को कम करने में मदद करता है। जिससे आपको अपना वजन घटाने में मदद मिल सकती है। पुनर्नवा मोटापे की समस्या वाले लोगों के लिए बहुत ही लाभकारी आयुर्वेदिक उपचार होता है।
(और पढ़े – जड़ी बूटियां जो आपका वजन कम करने और मोटापा घटाने में हैं मददगार…)
मेथी के आयुर्वेदिक लाभ कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के लिए होते हैं। इन्हीं लाभों में तोंद कम करना भी शामिल है। इसका मतलब यह है कि मेथी का उपयोग आपके वजन को कम करने के लिए किया जा सकता है। मेथी पाचन तंत्र की समस्याओं को दूर करने का सबसे अच्छा प्राकृतिक उपाय है। मेथी में गैलक्टोमेनान (Galactomannan) नामक एक घटक होता है जो पानी में अघुलनशील है। यह लंबे समय तक आपकी भूख को नियंत्रित कर सकता है जो कि आपके उभरे हुए पेट को कम करने में सहायक होता है। आप अपनी तोंद को कम करने के लिए मेथी के पाउडर का सेवन कर सकते हैं। इसके लिए मेथी के कुछ बीजों को भून लें और फिर पीसकर पाउडर बना लें। इस पाउडर को नियमित रूप से सुबह खाली पेट 1 गिलास पानी के साथ 1 चम्मच मेथी पाउडर का सेवन कर सकते हैं।
इसके अलावा बेली फेट कम करने में मेथी का पानी भी सहायक होता है। मेथी का पानी बनाने के लिए कुछ मेथी के बीजों को 1 गिलास पानी में रात भर भीगने दें और अगली सुबह इस पानी का सेवन करें।
(और पढ़े – मेथी के फायदे और नुकसान…)
विजयसार का वानस्पतिक नाम पेरोकार्पस मार्सुपियम (Pterocarpus Marsupium) है। यह एक पर्णपाती वृक्ष है जिसकी छाल में औषधीय गुण होते हैं। विजयसार का उपयोग मधुमेह और विशेष रूप से मोटापे को कम करने के लिए किया जाता है। विजयसार में बेली फेट के प्रमुख कारण वसा को कम करने की क्षमता होती है। जिसके कारण यह आपके पेट की चर्बी को कम करने में प्रभावी माना जाता है। इसके अलावा विजयसार की राल और छाल का उपयोग पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में भी किया जाता है। आप भी अपने बढ़े हुए पेट को कम करने के लिए विजयसार की छाल का इस्तेमाल कर सकते हैं। मोटापे को कम करने के लिए आप नियमित रूप से विजयसार की छाल से बनी चाय का सेवन करें। निश्चित ही विजयसार आपकी तोंद को कम करने में प्रभावी योगदान दे सकता है।
(और पढ़े – विजयसार के फायदे और नुकसान…)
इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।
आपको ये भी जानना चाहिये –
Homemade face pack for summer गर्मी आपकी स्किन को ख़राब कर सकती है, जिससे पसीना,…
वर्तमान में अनहेल्दी डाइट और उच्च कोलेस्ट्रॉल युक्त भोजन का सेवन लोगों में बीमारी की…
Skin Pigmentation Face Pack in Hindi हर कोई बेदाग त्वचा पाना चाहता है। पिगमेंटेशन, जिसे…
चेहरे का कालापन या सांवलापन सबसे ज्यादा लोगों की पर्सनालिटी को प्रभावित करता है। ब्लैक…
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिन्हें पहचान कर आप…
त्वचा पर निखार होना, स्वस्थ त्वचा की पहचान है। हालांकि कई तरह की चीजें हैं,…