Babool ke fayde in hindi सदियों से भारत और कई देशों में स्वास्थ्य की द्रष्टि से बबूल (कीकर) का देशी चिकित्सा पद्धति में खासा उपयोग किया रहा है। आज के इस लेख में हम आपको बबूल के फायदे (Acacia Benefits) स्वास्थ्य लाभ और बबूल के नुकसान के बारे में बताएँगे। बबूल के फायदे मुंह से जुड़ी कई प्रकार की समस्याओं को दूर करने के साथ साथ संम्पूर्ण स्वास्थ के लिये फायदेमंद होते हैं। आइये जानते है कि बबूल के फायदे क्या है। बबूल की पत्तियां, गोंद और छाल सभी चीज़ें बड़ी ही काम की होती हैं। आइये जानते है बबूल की पत्ती के फायदे, बबूल की छाल के फायदे और बबूल की गाद के फायदे के बारें में।
कांटे दार बबूल के पेड़ घने एवं बड़े होते है एवं इसकी लकड़ी बहुत मजबूत होती है यह काली मिट्टी में सबसे ज्यादा पाये जाते है। इसके पत्ते आंवले के पत्ते की अपेक्षा बहुत छोटे एवं घने होते हैं। बबूल की छाल मोटी एवं खुरदुरी होती है इसके फूल पीले एवं कम सुगंध वाले होते हैं। बबूल की फलियां जो की लगभग 7 से 8 इंच लंम्बी होती है एवं इनकी आकृति चपटी होती है।
प्राचीन समय से ही कई प्रकार की औषधियों को बनाने में बबूल की पत्तियां, छाल और गोंद आदि का उपयोग किया जा रहा है। आइए जाने बबूल के पेड़ से प्राप्त होने वाले फायदे क्या हैं।
दस्त को ठीक करने के लिए बबूल का उपयोग कर सकते हैं। बबूल की पत्तियों का लगभग 12 ग्राम पेस्ट बनाकर इस मिश्रण का दिन में तीन बार सेवन करें। साथ ही साथ इसकी छाल से बने अर्क को भी दिन में तीन बार लिया जा सकता है।
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औषधीय गुणों से भरपूर बबूल के पत्तियां को घाव भरने में बहुत ही फायदे मंद माने जाते हैं। बबूल के पत्तों का इस्तमाल रक्त स्राव एवं संक्रमण रोकने में किया जा सकता है साथ ही बबूल से घावों को ठीक किया जाता है।
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इसके पत्तो से बालों को काफी फायदा होता है बालों के झड़ने से रोकने के लिए इसके पत्तो का बालों पर पेस्ट लगाएं और अच्छे गुणवत्ता वाले शैम्पू के साथ 30 मिनिट बाद बालो को धो ले एवं हमेशा अपने बालों को धेाने के लिए गुनगुने पानी का उपयोग करें।
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पोषक तत्वों से भरपूर बबूल की छाल चबाने से मसूडो में आने वाले खून को ठीक किया जा सकता है एवं मसूड़ो केा मजबूत करने में इससे मदद मिलती है। इस पाउडर का निर्माण करने के लिए 60 ग्राम बबूल की लकड़ी का कोयला एवं 34 ग्राम भुनी हुई फिटकरी साथ ही 12 ग्राम सेंधा नमक का उपयोग किया जाता है।
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आँखों का आना एक आम समस्या है इसे ठीक करने के लिए आप बबूल की पत्ती का इस्तेमाल कर सकते हैं। रात में आने वाली ऑख पर बबूल के पत्ते पीस कर लगा कर एवं किसी साफ कपडे से बॉध दें। आप सुबह देखगें तो आपकी ऑख का दर्द खत्म हो जाएगां।
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टॉन्सिल को ठीक करने में बबूल का उपयोग किया जा सकता है। इसके लिए आप बबूल की छाल से गरम काढा बनाये एवं उसमें काला नमक मिला कर गरारा करे इससे आपके टॉन्सिल जल्द ही ठीक हो जाएगें।
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यदि आपके शरीर से बहुत ज्यादा पसीना आता है और आप पोंछ-पोछ कर बेहाल हो रहे हैं तो बबूल आपके लिए बहुत ही फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके लिए आप बबूल की पत्तियां पीसकर पूरे शरीर पर मसलें और कुछ ही देर बाद नहा लें। ऐसा करने पर कुछ दिन बाद आपको बहुत पसीना आना बंद हो जाऐगा।
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घुटनों के दर्द को कम करने के लिए बबूल का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसका उपयोग करने के लिए आप बबूल की फली को धूप में सुखाकर पाउडर बना लें एवं दिन में 2 से 3 बार घुटनो पर लगाये अतः ऐसा करने पर घुटनो का दर्द स्वतः ही समाप्त हो जायेगां।
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महिलाओं के लिए बबूल किसी औषधी से कम नहीं है। बबूल के पेड़ के तने से एक फोडा सा निकलता है जिसे बांदा भी कहा जाता है। इसे पीसकर और छाया में सुखाकर चूर्ण बना ले एंव इस चूर्ण को तीन ग्राम की मात्रा में माहवारी के खत्म होने के अगले दिन से तीन दिनो तक सेवन करे।
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मुंह में छाले मिटाने के लिए बबूल का उपयोग किया जाता है। इसके लिए आपको बबूल की छाल को सूखाकर चूर्ण बनाना होगो एवं छाले वाली जगह पर यह चूर्ण लगा ले ऐसा करने पर छाले कुछ ही दिनों में समाप्त हो जाऐगे।
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सीने में जलन को कम करने के लिए आप बबूल की पत्ती का उपयोग कर सकते है इसके लिए आप बबूल की पत्तियो को उबाल कर दिन में 3 से बार पीने से सीने की जलन मिटाने में उपयोग किया जाता है ।
औषधीय बबूल की छाल का उपयोग लिकोरिया को ठीक करने के लिए किया जाता है। इसका उपयोग करने के लिए आपको बबूल की छाल का काढा बानकर दिन में 2 से 3 बार पीना होगा।
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ऊपर आपने जाना की बबूल के फायदे (Babool ke fayde ) हमारे लिए कितने अधिक लाभकारी और उपयोगी हैं। लेकिन इसकी सही मात्रा और सही तरीके से उपयोग करना जरूरी होता है। नहीं तो आपको बबूल के नुकसान भी उठाने पढ़ सकते हैं। वैसे तो बबूल के नुकसान काफी कम है आइये जानते है बबूल के नुकसान क्या है।
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