Babul Gond Ke Fayde Aur Nuksan in hindi: गोंद या पेड़ों से निकलने वाले रस जो कि सूखने के बाद थोड़े कठोर हो जाते हैं, उनके बारे में तो आप लोग जानते ही होगें। और आप बबूल के पेड़ के फायदे भी जानते होगें। लेकिन क्या आप बबूल की गोंद के फायदे जानते हैं। आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है कि बबूल पेड़ के जितने फायदे होते हैं, उससे कहीं अधिक बबूल गोंद के फायदे होते हैं। क्योंकि इसमें बबूल के सारे गुण होते हैं जो कि बबूल पेड़ के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग मात्रा में होते हैं। बबूल गोंद का उपयोग बहुत सी आयुर्वेदिक दवाओं (Ayurvedic medicines) को बनाने में किया जाता है। बबूल गोंद का सेवन करके यौन स्वास्थ्य, मधुमेह, कैंसर, वजन कम करना, तनाव, किडनी स्वास्थ्य जैसी कई समस्याओं को दूर किया जा सकता है।
बबूल गोंद और गोंद कतीरा (Tragacanth gum) में अंतर होता है। ये किसी भी प्रकार से समान नहीं हैं। नाम लगभग समान होने के कारण बिल्कुल भ्रंमित न हों। आइए जाने बबूल गोंद के फायदे और नुकसान के बारे में।
विषय सूची
1. बबूल गोंद के पोषक तत्व – Babul Gond Ke Poshak Tatva in Hindi
2. बबूल गोंद के बारे में – Babul Gond Ke Bare Me in Hindi
3. बबूल की गोंद के फायदे इन हिंदी – Babul Ki Gond Ke Fayde In Hindi
4. बबूल गोंद खाने के नुकसान – Babul Gond Khane Ke Nuksan in Hindi
अपने औषधीय गुणों के कारण बबूल गोंद को विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए उपयोग किया जाता है। इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्वों में गैलेक्टोज (Galactose), ग्लुको रोनिक एसिड (Glucoronic Acid), आरबीनोगलैक्टन-प्रोटीन कॉम्प्लेक्स (Arabinogalactan-Protein Complex), ग्लाइकोप्रोटीन (Glycoprotein) आदि शामिल होते हैं। इन पोषक तत्वों के अलावा इसमे बहुत से एंटीऑक्सीडेंट गुण और खनिज पदार्थ भी शामिल हैं। आइए जाने बबूल गोंद के फायदे क्या हैं।
आप बबूल गोंद से परिचित होगें लेकिन यदि परिचित नहीं है तो कोई बात नहीं हम आपको बबूल गोंद की प्रकृति के बारे में पूरी जानकारी देंगें। बबूल गोंद का रंग हल्का पीला लाल होता है, इसका स्वाद हल्का मीठा होता है। यदि इसकी प्रकृति (nature) के बारे में बात की जाए तो यह तासीर में ठंडा होता है। इन गुणों और विशेषताओं के कारण बबूल गोंद हमारे लिए और भी फायदेमंद हो जाती है।
यदि आपको बबूल की गोंद के फायदे नहीं पता है तो इस लेख का पूरा अध्ययन करें। यह लेख को उन लोगों की मदद के लिए बनाया गया है जिन्हें यौन संबंधित कमी है। जो महिलाएं और पुरुष बांझपन, हृदय स्वास्थ्य (cardiovascular health) आदि जैसी गंभीर समस्याओं से परेशान हैं उनके लिए बबूल गोंद एक औषधी है। बबूल गोंद का उपयोग कर ऐसी कई प्रकार की बीमारियों का निदान किया जा सकता जो आपके व्यक्तिगत जीवन को प्रभावति करती हैं। आइए विस्तार से जाने बबूल गोंद के फायदे क्या हैं और इन्हें कैसे प्राप्त किया जा सकता है।
आप बबूल गोंद को सामान्य गोंद न समझे, यह शरीर के कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करती है और मुक्त कणों से छुटकारा दिलाती है जो कि कैंसर का कारण बनते हैं। इसमें उपस्थित एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidant) आपके द्वारा खाये जाने वाले खाद्य पदार्थों द्वारा आने वाले हानिकारक जीवाणुओं को नष्ट करके कैंसर की संभावना को कम करते हैं। बबूल गोंद का उपयोग कुछ दवा उद्योग और खाद्य पदार्थों में भी उपयोग किया जाता है। इसमे उपस्थिति फाइबर आपके शरीर में उपस्थित खराब कोलेस्ट्रोल को दूर करने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाने में मदद करते हैं जो कैंसर की रोकथाम को बढ़ावा देते हैं।
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जो लोग मधुमेह से पीड़ित हैं उनके लिए बबूल गोंद बहुत ही फायदेमंद होती है। मधुमेह रोगी (Diabetic patients) को हर समय भूख लगती है, उनकी भूख संतुष्ट नहीं हो पाती है। उनकी इस समस्या का समाधान बबूल गोंद से किया जा सकता है। बबूल गोंद में उपथित फाइबर भूख को संतुष्ट करने में मदद करते हैं, और आपके खाने की आदत को नियंत्रित करते हैं। जिसके कारण आपके शरीर में रक्त शर्करा (Blood sugar) को नियंत्रित किया जा सकता है। रक्त शर्करा की अधिक मात्रा मधुमेह का प्रमुख कारण होता है। आप बबूल गोंद को अपने खाद्य पदार्थों में मिलाकर सेवन कर सकते हैं।
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पुरुषों के यौन स्वास्थ्य (Sexual health) के लिए बबूल की गोंद बहुत ही फायदेमंद होती है। पौरूष स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए बबूल गोंद को सामान्य रूप से प्रतिदिन 5 से 10 ग्राम की मात्रा का सेवन करना चाहिए। यदि इसके सेवन से किसी प्रकार की हानि होती है तो इस प्रभाव को कम करने के लिए पलाश की गोंद (Palaash gum) का इस्तेमाल किया जा सकता है।
वीर्य रोग और शीघ्रपतन को दूर करने के लिए बबूल की 100 ग्राम गोंद को भून कर पीस लें और इसमें 50 पिसी हुई अश्वगंधा मिलाएं। इस मिश्रण को प्रतिदिन नियमित रूप से सुबह-शाम गर्म दूध के साथ सेवन करें। यह आपके वीर्य को गाढ़ा बनाने के साथ-साथ सभी प्रकार के वीर्य रोग को ठीक करने में मदद करता है।
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कुछ अध्ययन बताते हैं कि बबूल गोंद का उपयोग महिलाओं के स्वास्थ्य पर सकारात्मक (Healthy) प्रभाव डालता है। यदि महिलाओं द्वारा 6 सप्ताह तक नियमित रूप से 3 ग्राम बबूल गोंद का सेवन प्रतिदिन किया जाता है तो यह महिलाओं के बांझपन (Female infertility) की समस्या को दूर कर सकता है। बबूल गोंद का नियमित सेवन करने से यह महिलाओं के बढ़ते वजन को भी नियंत्रित कर सकता है। यह शरीर के वसा (Body fat) को 2 प्रतिशत तक कम कर सकता है। जो यह साबित करता है कि यह महिलाओं के वजन को कम करने में सहायक है।
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आप शायद जानते हों कि डायरिया एस ऑरियस जीवाणु (S. Aureus bacteria) के कारण होता है। दूषित पानी पीना या फिर दूषित और बैक्टीरिया युक्त भोजन करना दस्त होने का प्रमुख कारण है। यदि आप इस तरह की समस्या से ग्रसित हैं तो बबूल गोंद आपकी सहायता कर सकती है। बबूल गोंद आपके दस्त को कम करने में मदद करती है। इसका मतलब यह नहीं है कि आपको दस्त (Diarrhea) का इलाज
नहीं कराना है। आप अपना उपचार जरूर कराएं और दी गई दवाओं के साथ ही बबूल गोंद का भी सेवन करें। यह आपके उपचार को और अधिक प्रभावी बनाने में मदद करता है।(और पढ़े – दस्त ठीक करने के घरेलू उपाय…)
मोटापा बहुत सी बीमारियों का कारण होता है, इसलिए आप भी नहीं चाहेगें की आप अधिक मोटे हों। यदि आप मोटापा कम करना चाहते हैं या मोटा नहीं होना चाहते हैं तो बबूल गोंद का सेवन करें। यदि आप बबूल गोंद की थोड़ी मात्रा का सेवन प्रतिदिन करते हैं तो इसमे मौजूद फाइबर आपके वजन को कम करने में मदद करते हैं। बबूल गोंद का नियमित सेवन करने से आपको अतिरिक्त भूख का एहसास नहीं होगा जो कि आपके मोटापे का मुख्य कारण होता है। आप यदि मोटापे और इससे संबंधित अन्य समस्याओं से बचना चाहते हैं तो बबूल गोंद का नियमित सेवन कर सकते हैं।
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दांतों की समस्या का प्रमुख कारण मुंह में होने वाले बैक्टीरीया होते हैं। जिनके कारण दांतों की गंदगी (Dental plaque) का स्तर आपके मुंह में बढ़ सकता है। आपके दांत आपकी सुंदरता का अहम हिस्सा होते हैं, यदि आप इनका ख्याल नहीं रखते हैं तो आपको भविष्य में बहुत परेशानियां हो सकती हैं। आप अपने दांतों को स्वस्थ्य रखने के लिए बबूल गोंद का इस्तेमाल कर सकते हैं। अध्ययनों ने यह साबित कर दिया है। वास्तव में बबूल गोंद में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो आपके मुंह के हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट करने में मदद करते हैं। इन जीवाणुओं के कारण आपके दांतों और मसूड़ों से खून निकलने लगता है। यदि आप सामान्य रूप से बबूल गोंद का सेवन 7 दिनों तक करते हैं तो यह आपके मुंह की गंदगी (Mouth dirt) को हटा सकता है।
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ऑक्सीडेटिव तनाव उस स्थिति में होता है जब आपके शरीर में मुक्त कणों (free radicals) की संख्या बढ़ जाती है। एक अध्ययन से पता चलता है कि बबूल गम का सेवन करने से यह हानिकारक जीवाणुओं से हमारे शरीर की रक्षा करता है, क्योंकि इनमें एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidant) अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। मुक्त कण आपके तनाव को बढ़ाने के साथ-साथ शरीर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इनसे बचने के लिए स्वस्थ्य भोजन और बबूल गोंद का नियमित सेवन करें। यह आपके तनाव को कम करने में मदद करता है।
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पेट के स्वास्थ्य के लिए बबूल गोंद बहुत ही फायदेमंद होती है क्योंकि इसमें फाइबर (Fiber) की अच्छी मात्रा होती है। फाइबर की अच्छी मात्रा होने के कारण यह पेट में अतिरिक्त गैस के उत्पादन और पेट की सूजन को कम करता है। पेट की गैस और सूजन के कारण दर्द का अनुभव होता है जो कि बहुत ही कष्टदायक होता है। अध्ययन बताते हैं कि बबूल गोंद का सेवन करने से यह आंतों को स्वस्थ्य (Intestines healthier) रखता है। इसलिए बबूल गोंद का सेवन करने से यह पेट की समस्याओं को दूर करने में मदद करता है।
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जब आपके गले में किसी प्रकार का संक्रमण होता है तो यह आपके लिए बहुत असुविधाजनक होता है। ऐसी स्थिति में आपको पहले अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डॉक्टर आपको कोई सिरप या दवा देगा। आप बबूल गोंद का भी उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि अधिकांश सिरप में बबूल गोंद मुख्य घटक के रूप में उपयोग किया जाता है। यह आपको गले में जलन और दर्द से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। आप इसका सेवन करने से गले के संक्रमण के दौरान राहत प्राप्त कर सकते हैं।
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आपके शरीर को स्वस्थ्य रखने और विभिन्न प्रकार के संक्रमणों से बचाने के लिए आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) का मजबूत होना बहुत ही आवश्यक है। यदि आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत नहीं होगी तो आप बार-बार बीमार हो सकते हैं। प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए बबूल गोंद का सेवन किया जा सकता है। जब आप खांसी या फ्लू से बार-बार ग्रसित होते हैं तो इसका मतलब यह है कि आपका शरीर उपयुक्त स्थिति में नहीं है। ऐसी स्थिति में आपके शरीर को वायरस और बैक्टीरिया द्वारा आसानी से शिकार बनाया जा सकता है। आप अपने शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए बबूल गोंद का सेवन कर सकते हैं।
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यदि हम अपने आहार में फाइबर युक्त भोजन का उपयोग नहीं करते हैं तो यह हमारे पाचन तंत्र (Digestive System) में परेशानियों का कारण बन सकता है। यदि आप उचित मात्रा में फाइबर युक्त भोजन का उपभोग करते हैं तो यह आपके मल त्याग (bowel movement) में आने वाली समस्याओं को कम कर सकता है। कब्ज हर किसी को हो सकता है जो कि उनके खान पान पर निर्भर करता है। आप अपने दैनिक आहार (daily diet) में हरी सब्जीयों और फलों को शामिल कर इस समस्या से बच सकते हैं। फिर भी अगर आपको कब्ज (Constipation) की शिकायत होती है तो आप नियमित रूप से प्रतिदिन बबूल गोंद की थोड़ी सी मात्रा का सेवन करें। यह आपके पाचन तंत्र को स्वसथ्य रखने में मदद करता है।
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स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने से सारे गुण बबूल गोंद में उपस्थित होते हैं। लेकिन यह तब फायदेमंद होता है जब इसका सेवन उचित मात्रा में किया जाए। यदि अधिक मात्रा में बबूल गोंद का सेवन किया जाता है तो यह आपके लिए भिन्न प्रकार की परेशानियों को उत्पन्न कर सकता है। बबूल गोंद का अधिक मात्रा में सेवन करने से होने वाले नुकसानों में शामिल हैं :
गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान बबूल गोंद का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें। इस स्थिति में बबूल गोंद का सेवन पर पर्याप्त अध्ययन नहीं हैं।
यदि आप किसी विशेष समस्या के लिए दवाओं का सेवन कर रहे हैं तो आप बबूल गोंद का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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