Baccho Ka Dimag Tez Karne Ke Gharelu Upay हर पेरेंट्स अपने बच्चों का दिमाग तेज करने के घरेलू उपायों को जानना चाहते है। आज हम आपको बच्चों का दिमाग तेज करने के घरेलू उपाय, बच्चों का दिमाग किन कारणों से कमजोर रह जाता है और बच्चों का दिमाग तेज करने की घरेलू एक्टिविटी के बारे में बता रहे है। दरअसल हर माँ-बाप एक ऐसी संतान उत्पन्न करना चाहते है जो न सिर्फ शारीरिक तौर पर मजबूत हो बल्कि दिमागी तौर पर भी दूसरों से बेहतर हो। लेकिन आज की भागदौड़ भरी जिंदगी और खाने-पीने के बदलते तौर-तरीकों की वजह से हमारे खाने में जरूरी पोषक तत्वों और मिनरल्स की लगातार कमी होती जा रही है जिससे बच्चों का दिमाग सही तरीके से विकसित नहीं हो पाता है।
हालांकि उम्र के हिसाब से शारीरिक तौर पर तो बच्चों का विकास हो ही जाता है लेकिन कई बार मानसिक या दिमागी तौर पर बच्चों को दिमाग विकसित नहीं हो पाता है। ऐसे में बच्चों के मानसिक विकास के लिए सिर्फ प्राकृतिक परिवर्तनों पर ही निर्भर रहना ठीक नहीं है। आइये बच्चों को तेज दिमाग के लिए क्या खिलाएं और घरेलू उपाय को जानते है।
विषय सूची
1. बच्चों का दिमाग तेज करने के घरेलू उपाय – Baccho Ka Dimag Tez Karne Ke Gharelu Upay In Hindi
2. इस उम्र तक होता है बच्चों का दिमाग विकसित – Development of Child Brain in Hindi
3. बच्चों के दिमाग पर इन बातों का पड़ता है बुरा असर – Things Harms Children’s Mental Health in Hindi
4. बच्चों का तेज दिमाग करने के लिए क्या खिलाएं – bacho ka dimag tej karne ke liye kya khilaye
5. बच्चों की याददाश्त बढ़ाने के लिए दिमागी खेल – Baccho ka dimag tez karne ka tarika dimagi khel in hindi
6. बच्चों के तेज़ दिमाग के लिए करें नॉलेज शेयर – Bacho ka dimag tez karne ke nuskhe knowledge sharing in Hindi
7. बच्चों का मेमोरी पावर तेज़ करने के लिए उन्हें दोपहर में नींद लेने दें – bachho ka dimag tez karne ke liye afternoon sleep in hindi
8. बच्चों का दिमाग तेज करने के लिए खिलाए गेम्स – Baccho ka dimag tez karne ke liye games
9. बच्चों के दिमाग की शक्ति बढ़ाने के लिए करें बातचीत – Bacho ka dimag tej karne ke upay talking in Hindi
अगर आपके बच्चे का भी पढ़ने में मन नहीं लगता और वो अपने दिमाग का सही तरीके से इस्तेमाल नहीं कर पा रहा है तो आज हम आपको बताने जा रहे है कि कैसे आप अपने बच्चे का दिमाग तेज कर सकते है। यहां पर आज हम आपको बच्चों के दिमाग को तेज करने के घरेलू उपायों, दिमागी एक्सरसाइज और बच्चों का दिमाग सही तरीके से विकसित नहीं होने के कारण बताने जा रहे है। तो आइये जानते है बच्चों का दिमाग तेज करने के घरेलू उपायों के बारे में।
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बच्चों का दिमाग तेज करने के घरेलू उपाय जानने से पहले ये जानना जरूरी है कि बच्चों का दिमाग विकसित कैसे होता है। किसी भी नॉर्मल बच्चे का दिमाग 5 वर्ष की उम्र तक 95% विकसित हो जाता है 18 वर्ष की उम्र तक आते-आते बच्चों का दिमाग पूर्णत:विकसित हो जाता है। 18 वर्ष की उम्र के पश्चात दिमाग की वृद्धि बहुत ही कम या न के बराबर हो जाती है। ह्यूमन ब्रेन (दिमाग) में 75 से 80 प्रतिशत तक पानी की मात्रा होती है। जब शरीर में पानी की मात्रा कम होने लगती है तो दिमाग सही तरीके से काम करना बंद कर देता है। इंसान का दिमाग न्यूरॉन्स के जरिए काम करता है। जिस तरह एक कंप्यूटर को चलान के लिए सीपीयू काम करता है उसी तरह दिमाग न्यूरॉन्स के जरिए काम करता है। इंसानी दिमाग में 10 हजार करोड़ न्यूरॉन्स पाए जाते है।
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अगर आपके बच्चे का भी दिमाग तेज नही है और वो पढ़ाई में दूसरे बच्चों से पीछे है तो उसके ये कारण हो सकते है-
अगर आपके घर में भी ऐसा माहौल है जहां पर आए दिन लड़ाई-झगड़ा होता रहता है तो इसका सीधा असर बच्चों के दिमाग पर पड़ता है। बड़े होते बच्चों पर पारिवारिक माहौल का बहुत असर पड़ता है। जब परिवार में लड़ाई होती है या पारिवारिक बिखराव होता है तो बच्चे सोच में पड़ जाते है कि इसका कारण कहीं वो खुद तो नही है। घर के ऐसे माहौल की वजह से बच्चे तनाव और अकेलापन महसूस करने लगते है, जिसका सीधा असर उनकी मानसिक स्थिति पर पड़ता है।
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जिन बच्चों को इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेट जैसे स्मार्टफोन, गेम्स और कंप्यूटर आदि की लत होती है उन बच्चों का दिमाग दूसरे बच्चों की अपेक्षा कम काम करता है। इसके अलावा जो बच्चे फिजिकल एक्टिविटी जैसे खेल-कूद आदि में व्यस्त रहते है उन बच्चों का दिमाग तेज होता है। इलेक्ट्रॉनिक्स गेम्स की लत से बच्चे की फिजिकल एक्टिविटी कम या न के बराबर हो जाती है जिससे उनके दिमाग पर इसका सीधा असर पड़ता है। पेरेंट्स को ध्यान रखना चाहिए की उनके बच्चे दिन में पांच घंटे से ज्यादा किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के सामने नही रहे।
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आज की बदलती लाइफस्टाइल और प्रतियोगिताभरी जिंदगी में बच्चें तनाव में जी रहे है जिसका सीधा असर उनकी मानसिक स्थिति पर पड़ रहा है। आज के समय में हर पेरेंट्स अपने बच्चे को खेलकूद और पढ़ाई में आगे रहने के लिए प्रेशर डालते है जिससे बच्चे डिप्रेशन में जाने लगते है। पेरेंट्स को इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि बच्चों को किसी भी तरह का तनाव नही मिले।
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बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए उनका खेल-कूद में भाग लेना बेहद जरूरी है। खेल-कूद और फिजिकल एक्टिविटी में भाग लेने से बच्चों का दिमाग शांत और बुद्धि में विकास होता है, इसके साथ ही नई चीजें सीखने और समझने की क्षमता में सुधार आता है इसलिए बच्चों को ज्यादा से ज्यादा खेल-कूद और फिजिकल एक्टिविटी के लिए प्रेरित करना चाहिए।
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यदि आप जानना चाहतें हैं कि बच्चों को तेज दिमाग के लिए क्या खिलाएं तो हम आपको 13 खाने की चीजों के बारे में बताने जा रहे है जिसको समय-समय पर खिलाने से बच्चे का दिमाग पहले से ज्यादा तेज और फुर्तीला बना सकते है-
दूध में कैल्शियम और दूसरे पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा होती है जो बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए बहुत लाभदायक है। इसलिए बच्चों को रोज एक गिलास दूध देना जरूरी है। बच्चों की डेली डाइट में दूध को शामिल करने से बहुत ही जल्दी अच्छे रिजल्ट देखने को मिलते है।
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बच्चों का दिमाग तेज करने के लिए उन्हें दही खिलाना जरूरी है। दही के सेवन से बच्चों के दिमाग की कोशिकाएं लचीली बनती है। बच्चों को नियमित रूप से खाने के साथ में दही भी देना चाहिए लेकिन इस बात का ध्यान रहे दही ठंडा होता है इसलिए रात के समय बच्चों को दही देने से बचना चाहिए।
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हरी पत्तेदार सब्जियों में भरपूर मात्रा में आयरन पाई जाती है। दिमाग को तेज करने के लिए बाकी पोषक तत्वों के साथ ही आयरन की भी आवश्यकता होती है। पालक, पुदीना, शिमला मिर्च, मैथी और लौकी आदि में भरपूर मात्रा में आयरन और मैग्नीशियम होता है। इन सब्जियों का जूस बनाकर या सब्जी बनाकर आप बच्चों को दे सकते है।
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सूखे मेवे अथवा ड्राई फ्रूट्स में दिमाग को तेज करने के सारे आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते है। आप अपने बच्चों को बादाम, काजू, पिस्ता, खजूर, अखरोट, किशमिश आदि को पिसकर और दूध में मिलाकर दे सकते है। खासकर सर्दियों में सूखे मेवे और ड्राई फ्रूट्स का सेवन करना अत्यंत लाभदायक रहता है।
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सेब फल के सेवन से दिमाग की शक्ति बढ़ती है और भूलने की आदत से छुटकारा मिलता है। अगर आप बच्चों की डाइट में नियमित रूप से सेब को शामिल करेंगे तो उनका दिमाग कुछ ही महीनों में तेज हो जाता है। इसके अलावा सेब फल के नियमित सेवन से कई शारीरिक लाभ भी मिलते है।
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बच्चों को हल्दी का सेवन कराने से उनका दिमाग विकसित होगा। इसके साथ ही हल्दी के सेवन से बच्चों में भूलने की आदत से भी छूटकारा पाया जा सकता है। आप बच्चों का दिमाग तेज करने के लिए उन्हें दूध में हल्दी मिलाकर दे सकते है।
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बच्चों का दिमाग तेज करने के लिए उन्हें खिलाएं अंडे में भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाई जाती है, प्रोटीन के सेवन से एकाग्रता में काफी मदद मिलती है। अंडे का सेवन बच्चों को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ्य रखता है। बच्चों को रोजाना एक अंडा खाने में दिया जा सकता है।
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बच्चों का दिमाग तेज करने के लिए उन्हें चुकंदर खिलाएं। चुकंदर शरीर में खून बढ़ाने में सहायक होता है चुकंदर के सेवन से मस्तिष्क में खून की गति तेज होती है जिससे बच्चों की स्मरण शक्ति बढ़ती है। बच्चों को चुकंदर सलाद या जूस के रूप में खिलाए जा सकते है।
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बच्चों की याददाश्त तेज करने के लिए उन्हें ओट्स खिलाएं। ओट्स में कई तरह के पोषक तत्व और जरूरी मिनरल्स पाए जाते है जो बच्चों की स्मरण शक्ति बढ़ाते है। इसके साथ ही ओट्स में उर्जा देने वाले तत्व पाए जाते है जो बच्चों को शारीरिक थकान भी नही होने देते है। आप बच्चों को ओट्स सुबह नाश्ते में दे सकते है।
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अगर आप बच्चों का दिमाग तेज करना चाहते है तो उन्हें साबूत अनाज जैसे हरी मटर, चने फली आदि खिलाएं। साबुत अनाज में ग्लूकोज़ की भरपूर मात्रा पाई जाती है। ग्लूकोज़ बच्चों को दिमागी रूप से अलर्ट रखने के लिए बेहद आवश्यक है। आप बच्चों को साबुत अनाज खाने में दे सकते है।
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अगर आप अपने बच्चे का दिमाग तेज करना चाहते है तो मछली के सेवन से अपने बच्चे का दिमाग तेज कर सकते है। मछली में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है जो दिमाग के लिए उर्जा का काम करता है। बच्चो का दिमाग तेज करने के लिए उन्हें हफ्ते में दो से तीन बार मछली खाने के लिए दी जा सकती है।
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बच्चों का दिमाग तेज करने के लिए आंवले का उपयोग भी किया जा सकता है। आंवले में भरपूर मात्रा में विटामिन सी और दूसरे मिनरल्स पाए जाते है जो दिमाग और आखों के लिए काफी फायदमेंद होते है। बच्चों का दिमाग तेज करने के लिए आंवले का सेवन मुरब्बा या जूस के रूप में किया जा सकता है।
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बच्चों का दिमाग तेज करने के लिए जामुनी फल जैसे जामुन, काले, अंगूर और शहतूत का भी उपयोग किया जा सकता है। जामुनी फलों में एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन्स भरपूर मात्रा में पाए जाते है जो ब्रैन सेल्स को डैमेज करने वाली फ्री रेडिकल्स को कंट्रोल करते है।
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अगर आप चाहते है कि आपके बच्चे का दिमाग तेज हो तो उन्हें छोटे-छोटे दिमागी खेल खिलाएं। दिमागी खेल खेलने से बच्चों का दिमाग तेज होता है। इन गेम्स में आप भी पार्टिसिपेट कर सकते है लेकिन उनके साथ बच्चों की तरह ही खेलें और गलतियां होने पर उन्हें बताएं भी। इन छोटे-छोटे दिमागी खेलों से बच्चों का दिमाग काफी तेज हो जाता है।
बच्चों का दिमाग तेज करने के लिए मिसिंग नंबर गेम एक बेहतरीन दिमागी कसरत हो सकती है। इस गेम में 1 से 20 तक के नंबर्स लें और बीच में कोई अंक छोड़ दें और बच्चों को उस मिसिंग नंबर को ढूंढनें को कहें। इस मिसिंग नंबर गेम से बच्चों का दिमाग तेज होता है।
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बच्चों का दिमाग तेज करने के लिए अपोजिट शब्द गेम काफी अच्छा गेम है। इस गेम में बच्चों के सामने कोई शब्द बोले और उन्हें उसका अपोजिट शब्द बोलने को कहें। लेकिन इस गेम में इस बात का ध्यान रखें कि वही शब्द बच्चों से पूछे जिनके बारे में उन्हें पता हो। जैसे- दिन-रात, सुबह- शाम, सूरज-चांद आदि।
बच्चों का दिमाग तेज करने के लिए टंग ट्विस्टर गेम एक अच्छा दिमागी कसरत गेम है इसमें बच्चों को कोई टंग ट्विस्टर को सही तरीके से गाने के लिए कहा जाता है। टंग ट्विस्टर से न सिर्फ बच्चों की दिमागी कसरत होती है बल्कि एकाग्रता भी बढ़ती है। आप खड़गसिंग के खड़गने से खड़गती है खिड़कियां… जैसे टंग ट्विस्टर का इस्तेमाल कर सकते है।
अगर आप कोई ऐसी बात जानते है जो बच्चों के काम की हो तो आप उनसे शेयर कर सकते है। इसके अलावा दिन में हुई किसी घटना के बारे में बातें शेयर कर सकते है। इससे बच्चे भी स्कूल की और अपने दोस्तों की बातें आपसे शेयर करेंगे। बच्चों से नॉलेज शेयर करने से उनके दिमाग की सोचने की शक्ति बढ़ती है।
अभी हाल ही में अमेरिका स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाच्युसेट्स में हुए एक अध्ययन में ये बात सामने आई है कि अगर बच्चों को दोपहर में खाना खाने के बाद एक घंटे नींद दी जाए तो उनकी याददाश्त बढ़ती है। इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने खुलासा किया की दोपहर में खाना खाने के बाद एक घंटे की नींद लेने से दिमाग मजबूत बनता है और पहले से ज्यादा एक्टिव रहता है।
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बच्चों का दिमाग तेज करने के लिए उन्हें वीडियो गेम्स या दूसरे अन्य गेम खेलने दें। गेम्स खेलने से बच्चों ध्यान केंद्रित करने की शक्ति बढ़ती है।
बच्चों का दिमाग तेज करने के लिए उनसे बातचीत करें। छोटे बच्चे कई तरह के सवाल पूछते है वो हर तरह की बातें जानना चाहते है इसलिए आपको उनके सवालों के जवाब देते रहना चाहिए। बच्चों के सवालों के जवाब देने से उनका दिमाग तेज होता है।
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