Baccho Ke Liye Yoga In Hindi बच्चों के लिए योग भी सभी बड़े लोगों के समान आवश्यक हैं। योग के दायरे में सभी के लिए कुछ न कुछ है फिर चाहे वो बच्चें हो या व्यस्क हों। योग शरीर, मन और आत्मा को जोड़ने पर केंद्रित है। योग सभी उम्र के बच्चों के लिए व्यायाम का एक शानदार विकल्प है क्योंकि बच्चों के लिए योग के बहुत सारे लाभ हैं और इसे लगभग कहीं भी किया जा सकता है। बच्चों और वयस्कों के लिए समान रूप से योग एक अद्भुत व्यायाम है। आज के युग में योग लोकप्रिय हो रहा है क्योंकि यह शरीर के लचीलेपन को बढ़ाता है। एक व्यक्ति को अपने शरीर के बारे में जागरूक करता है। आइये बच्चों के लिए योग और ध्यान करने की लिए कुछ सरल योगासन को विस्तार से जानते हैं।
विषय सूची
1. बच्चों के लिए योग के शुरुआती टिप्स – Beginners Tips Of Yoga For Children in Hindi
2. बच्चों के लिए योग के फायदे – Benefits of Yoga for Children in Hindi
3. बच्चों के लिए योगासन – Baccho Ke Liye Yoga In Hindi
4. बच्चों के लिए योग करने से पहले सावधानी रखें – Precautions to do Yoga for Children in Hindi
योग का अभ्यास आपको स्वस्थ रहने और शांत रहने में मदद करता है। यहां शुरुआती लोगों के लिए कुछ योग के टिप्स दिये गये हैं जिन्हें आपको ध्यान में रखना चाहिए।
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योग आसन बच्चों के लिए अनेक प्रकार से लाभदायक है आइये इसके लाभों को विस्तार से जानते हैं-
योगासन बच्चों के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से बहुत ही लाभदायक हैं। बच्चों के लिए योग की स्थिति मूल रूप से संतुलन कौशल विकसित करने और ध्यान के माध्यम से एक शांतिपूर्ण वातावरण बनाने पर केंद्रित है। इन आसनों का अभ्यास करके बच्चे अपने शारीरिक संतुलन में सुधार करना सीखते हैं जो उन्हें उपलब्धि की भावना देता है। योग आसन बच्चों को मानसिक स्पष्टता, स्थिरता प्राप्त करने में मदद करते हैं। संतुलन सीखना योग का प्रमुख तत्व है। समन्वय संतुलन से बंधा हुआ है और यदि बच्चे संतुलन बनाना सीखते हैं तो वे समन्वय में भी सुधार कर सकते हैं।
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बच्चों का योग क्रम उन्हें मानसिक भावना को शांत करने और भौतिक शरीर का व्यायाम करने में मदद करता है। बच्चों के लिए सरल योग आसन मन और शरीर को जोड़ता है।
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जब कोई बच्चा किसी एक योगासन में महारत हासिल करना सीख जाता है तो यह बच्चे का आत्मविश्वास और आत्मसम्मान बढ़ाता है। योग के लाभ बच्चों के लिए दृढ़ता प्राप्त करना, बच्चों में करुणा और धैर्य पैदा करना शामिल है ताकि वे अपने लक्ष्यों के लिए काम कर सकें और उन्हें पूरा कर सकें।
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योग का अभ्यास न केवल मांसपेशियों को काम करता है, बल्कि मन को शांत भी करता है। जिससे बच्चे अपने दिमाग को किसी भी चीज में अधिक ध्यान केंद्रित करने में सक्षम होते हैं।
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योग आसन बच्चों के शरीर की विभिन्न मांसपेशियों पर काम करने में मदद करते हैं। यह शरीर के विभिन्न अंगों में खिंचाव और उनको को मजबूत करता है जो समग्र शरीर में लचीलेपन को बढ़ाता है।
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जो बच्चे नियमित रूप से योग का अभ्यास करते हैं वे बेहतर कल्पना करने में सक्षम होंगे और अत्यधिक रचनात्मक हो सकते हैं। चूंकि योग मन को साफ करता है, जिससे एक बच्चा अपनी कल्पना को व्यापक बनाने में सक्षम होगा और महान रचनात्मक कौशल के साथ बाहर आएगा।
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बच्चों के लिए योग के कुछ लाभों के बारे में बताने के बाद, यहां कुछ आसन दिए गए हैं, जिन्हें आप अपने बच्चों को उनके घर पर आराम से करा सकते हैं। वे करने के लिए बहुत सरल हैं, और उचित मार्गदर्शन के साथ, वे इसे कुछ ही समय में अपने दम पर कर सकते हैं।
नीचे बच्चों के लिए कुछ सरल योगासन को करने की विधि दी जा रही है जो बच्चों के लिए योग करने में मदद करेगी-
चाइल्ड पोज़ उन लोगों के लिए एक अच्छा आसन हो सकता हैं जो अभी-अभी योग की शुरुआत कर रहे हैं। इस आसन को करने के लिए आप एक योगा मैट को बिछा के उस पर वज्रासन में या घुटने टेक के बैठ जाएं। अब धीरे-धीरे अपने सिर को झुकाते जाएं और जमीन पर सिर को रखें। अपने दोनों हाथों को सामने की ओर सीधे करके फर्श पर रखें। इस आसन में आप कम से कम 2 से 3 मिनिट रहने का प्रयास करें।
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यह मुद्रा आपको एक पहाड़ के सामान स्थिर रहना सिखाती हैं। ताड़ासन करने के लिए आप सबसे पहले किसी योगा मैट को बिछा के उस पर खड़े हो जाएं। अपने दोनों पैरों के बीच थोड़ी सी दूरी बना के रखें। अब अपने दोनों हाथों को ऊपर करें। दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में फस लें। अब आप अपनों दोनों हथेलियों को घुमा के उल्टा कर लें, इसमें आपके हाथ की हथेलियां असमान की ओर रहेगी। अब दोनों हाथों को ऊपर की ओर खींचे और पैरों की एड़ियों को ऊपर उठा के पंजों के बल खड़े हो जाएं। 20-30 सेकंड के लिए आप इस आसन में रहें और फिर हाथों को नीचे करके सामान्य हो जाएं।
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सेतुबंध आसन एक अच्छा शुरुआती पोज़ होता हैं जो शरीर को सामने से फैलता हैं और शरीर को पीछे से मजबूत करता हैं। इसे करने के लिए आप एक योगा मैट को बिछा के सीधे लेट जाएं, अब अपने पैरों को घुटनों के यहाँ से मोड़े और अपने हिप्स को ऊपर रखें, अपने दोनों हाथों को पीठ के नीचे आपस में जोड़ लें। इस स्थिति में आपका शरीर एक ब्रिज के समान दिखाई देता हैं।
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वृक्षासन करने से आपके शरीर के संतुलन में सहायता मिलती हैं। यह एक पेड़ के समान दिखने वाली स्थिति होती हैं। इस आसन को करने के लिए आप एक योगा मैट पर सीधे खड़े हो जाएं, अब अपने दाएं पैर को उठा के बाएं पैर की जांघ पर रखें। अपने दोनों हाथों को ऊपर की ओर उठायें और ऊपर ही जोड़ लें। इस स्थति में आप अपनी क्षमता के अनुसार खड़े रहने का प्रयास करें।
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सुखासन प्राणायाम और ध्यान के लिए एक अच्छी आरामदायक स्थिति हैं, यह आपके ध्यान को केन्द्रित करने के लिए सबसे सरल आसन में से एक हैं। यह स्थिति आपको आराम महसूस कराने में मदद करती हैं। इस आसन को करने के लिए आप एक योगा मैट को जमीन पर बिछा के बैठ जाएं, अपने पैरों के यहाँ से मोड़ लें एक पैर बहार की ओर तथा दूसरा पैर अन्दर के ओर रहता हैं। अपने रीढ़ के हड्डी को सीधा रखें और दोनों हाथों को सीधा करके अपने घुटनों पर रखें,आखों को बंद करके ध्यान करें। इस आसन में आप अपनी इच्छा के अनुसार रह सकते हैं।
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भुजंगासन बहुत ही सरल हैं और योग के शुरुआत के लिए एक अच्छा आसन माना जाता हैं, यह आसन रीढ़ के हड्डी को मजबूत करता हैं और साथ ही उसको लचीला बनता हैं, यह पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करता हैं, अपनी छाती को भी खोलता हैं। इस आसन को करने लिए आप एक योगा मैट को बिछा के उस पर पेट के बल लेट जाएं जिसमे आपकी पीट ऊपर के ओर रहे। अपने दोनों हाथों को जमीन पर रखें। अब अपने दोनों हाथों पर वजन डालते हुयें धीरे-धीरे अपने सिर को पीछे के ओर करें और ठुड्डी को ऊपर की ओर करने का प्रयास करें। आप इस आसन में 20 से 30 सेकंड तक रुकने का प्रयास करें।
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धनुरासन में आपकी स्थिति ऊपर उठे हुए धनुष के सामान दिखाई देती हैं। यह आसन आपके शरीर के सामने की सभी मांसपेशियों को फैलाने में मदद करता है। इस आसन को करने के लिए आप एक योगा मैट बिछा के उस पर पेट के बल लेट जाएं, दोनों हाथों को शरीर के समान्तर रखें और पैरों को पीछे की ओर मोड़ लें। अब अपने हाथों को पीछे ले जाएं और दोनों पैरों को दोनों हाथों से पकड़ लें। इस आसन में 20 से 30 सेकंड तक रुकने का प्रयास करें। अंत में दोनों हाथों को खोल के अपनी प्रारंभिक स्थिति में आयें।
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यह आसन बच्चों के पैरों और कोर (core) को मजबूत बनाने में मदद करता है। यह छाती और कंधों को फैलाता है। जिन बच्चों को पीठ दर्द की शिकायत है वे इस आसन को करके राहत पा सकते हैं। वीरभद्रासन करने के लिए आप एक साफ स्थान पर योग मेट को बिछा के उस पर सीधे खड़े हो जाएं। अपने दोनों पैरों के बीच लगभग 3.5 फिट की दूरी रखें। अब अपने दोनों हाथों की हथेलियों को उठा के अपने सिर के ऊपर जोड़ लें। इसके बाद अपने दाएं पैर के पंजे को 90 डिग्री के कोण पर घुमाएं और बाएं पैर के पंजे को 45 डिग्री घुमा लें। इसके बाद अपने सिर को भी अपने दायं पैर की ओर घुमाएं और दाएं घुटने से पैर को मोड़ के जांघ को फर्श के समान्तर आयें। अब अपने सिर को पीछे की ओर झुका दें और आसमान की ओर देखें।
इस मुद्रा में आप 40 से 60 सेकंड तक रहें। फिर से यही पूरी क्रिया दूसरे वाले पैर से करें।
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कम उम्र में बच्चों को योग करने से फायदा होता है क्योंकि यह एक स्वस्थ जीवन शैली की ओर ले जाता है। योग करने से पहले सावधानी रखें, कुछ बीमारियों जैसे अस्थमा, ब्रोंकाइटिस आदि से पीड़ित बच्चों को इन योगासन से बचना चाहिए।
मांसपेशियों के जोड़ों की चोटों से बचने के लिए, कुछ ऐसे आसन करने चाहिए जो आपकी मांसपेशियों में खिंचाव पैदा न कर सकें।
वयस्कों से लेकर बच्चों और विद्यार्थियों तक सभी उम्र के लोग योग का अभ्यास करते रहे हैं, जो एक स्वस्थ जीवन शैली और मन, शरीर और आत्मा के साथ संबंध को बनाए रखने के लिए आवश्यक है। यह आपको जीवन का एक नया दृष्टिकोण देता है और आपको हमेशा जागरूक और तरोताजा रखता है। एक मानसिक स्थिरता हासिल करता है और यह दिमागी गतिविधि को बढ़ाता है, जिससे एक व्यक्ति छात्र या बच्चा संतुलित स्वस्थ जीवन जीता है। इसलिए, आज से ही योग की शुरुआत करें और स्वस्थ जीवन जीने का संकल्प लें।
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