Almond benefits in hindi आयुर्वेद में बादाम का जिक्र मिलता है जिसके मुताबिक बुद्धि और स्मरण शक्ति को बढाने के लिये बादाम को लाभदायक माना गया है। बादाम को वैज्ञानिक भाषा में “Prunus Dulcis” के नाम से पुकारा जाता है, एशिया में बादाम का उत्पादन भारत, जापान, ईरान, ईराक, सउदी अरब, मस्कट, शीराज जैसे अनेक देशों में किया जाने लगा है अब विभिन्न देश बादाम की खेती करते है, और Import Export करते है जिस कारण बादाम सरलता से आम आदमियों को मार्केट में उपलब्ध हो जाता है आज के लेख में आप जानेगे बादाम के फायदे और बादाम के नुकसान (badam ke fayde aur nuksan)के बारें में।
बादाम में पोषक तत्वों का भंडार छिपा हुआ होता है. बादाम में कैलोरी (Calories) का स्तर निम्न होता है जिस कारण आपके शरीर को अधिक शक्ति मिलती है, बादाम में कार्बोहाइड्रेट, वसा, प्रोटीन पर्याप्त मात्रा में मौजूद होता है इसके साथ ही इसमें विटामिन C,फाइबर, विटामिन E, कैल्शियम, मैगनीशियम, पोटेशियम, और फॉस्फोरस आदि पाए जाते है। बादाम पाचनशक्ति को दुरुस्त रखने, दिल के रोगों से बचने व आपको ज्यादा देर तक भूख से दूर रखने में सहायक होता है। आइये जानते है बादाम के फायदे – almond benefits in hindi क्या है और क्यों हमे रोज बादाम का सेवन करना चाहिए।
1. बादाम में पाये जाने वाले पोषक तत्व – Nutrients found in almonds in hindi
2. बादाम खाने के फायदे – Badam ke fayde in hindi
3. बादाम खाने के नुकसान – Badam ke nuksan in hindi
ऑलमंड बादाम की एक औंस (28 ग्राम, या छोटी मुट्ठी) में निम्न तत्व होते है
इसके आलावा बादाम के पास तांबा, विटामिन बी 2 (राइबोफ्लैविविन) और फास्फोरस की भी अच्छी मात्रा शामिल होती है। बादाम एक बहुत लोकप्रिय ड्राई फ्रूट्स है। बादाम में स्वस्थ मोनोअनसैचुरेटेड वसा, फाइबर, प्रोटीन और विभिन्न महत्वपूर्ण पोषक तत्वों में मौजूद होते हैं।
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आपको बता दें कि बादाम में मूलरूप से 3 प्रकार की वसा मौजूद होती है, एकल व बहु असंतृप्त वसीय अम्ल। यह हितकारी वसा होती है, जो की शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कंट्रोल में रखती है। जिससे दिल के रोगों में कमी आती है, इसके अलावा आखरी व तीसरा प्रकार है ओमेगा – 3 वसीय अम्ल। ये भी स्वास्थवर्धक होता है। एक ताजा अनुसंधान के मुताबिक, जो लोग नियमित 100 ग्राम (लगभग) बादाम का सेवन करेंगे तो अपने खराब कोलेस्ट्रॉल को 9.4% कम कर सकते हैं।
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जैसे की पहले ही बता चुके है कि, आयुर्वेद में बादाम का जिक्र मिलता है जिसके मुताबिक बुद्धि और मेमोरी पॉवर को बढाने के लिये बादाम को लाभदायक माना गया है। वैज्ञानिक विश्लेषण के मुताबिक बादाम में राइबोफ्लेविन और कार्निटाइन जैसे पोषक तत्व पाए जाते है, जिनकी सहायता से मस्तिष्क कोशिकाओं के विकास में मदद मिलती है। इसलिए आयुर्वेद के आनुसार यदि आपको बादाम के फायदे (almond benefits in hindi) लेने की चाह है तो नियमित रूप से सुबह 5 बादाम को पानी में भिगोकर सेवन करे।
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इसमें अन्य पोषक तत्वों के अलावा स्टेपी ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) भी मौजूद होता है। जो मधुमेह के रोगी में ब्लड शुगर के अनुपात व मधुमेह से बचाव में सहायक होता है ।
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लोग त्वचा के निखार व स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए तरह-तरह के प्रयास करते है जिसमे बादाम (almond) भी शामिल है जिसको त्वचा कि देखरेख के लिए बेहतर मन जाता है। कड़वे बादाम से बने तेल से बच्चों की मालिश की सलाह दी जाती, बादाम का प्रयोग विभिन्न Beauty product बनाने में भी किया जाता है।
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वैज्ञानिक विश्लेषण के मुताबिक, यदि आपके शरीर में मैग्नीशियम (Mg)का स्तर कम रहता है या घटता जा रहा है, तो आप हाई ब्लड प्रेशर, दिल का दौरा व किडनी फ़ैल जैसी गंभीर बीमारियों से ग्रास्थित हो सकते है। बादाम में मैग्नीशियम (Mg) पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है जो आपके शरीर में मैग्नीशियम (Mg) की कमी को पूर्ण करता है, इसलिए जल्दी से आप भी खाने में बादाम को शामिल करे।
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पोषक तत्वों का बेहतर स्रोत होने के साथ बादाम कैल्शियम (Ca)और फास्फोरस (P) जैसे सूक्ष्म पोषक तत्वों का एक बेहतर स्रोत है, हड्डियों और दांत को मजबूत बनाने के लिए इन तत्वों की आवश्यकता पड़ती है। जिससे ऑस्टियोपोरोसिस से होनी बाली समस्या से बचाव किया जा सकता है, हर दिन बादाम खाने के लाभ हड्डी के घनत्व और और कंकाल प्रणाली को मजबूती प्रदान करते हैं।
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इसमें कैलोरी की मात्रा निम्न स्तर (low levels) की होती है, बादाम में मौजूद मोनो-असंतृप्त वसा भूख न लगाने का अहसास कराती है, जिस कारण आप और अधिक भोजन का इस्तेमाल नहीं करोगे यह भूख को संतुष्ट करता है। इसके अलावा बादाम में उपस्थित फाइबर और उच्च प्रोटीन भी वजन घटाने में आपकी सहायता करते है।
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इसमें पाई जाने वाली मोनो-असंतृप्त वसा, प्रोटीन, और पोटेशियम दिल के स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। विटामिन ई एक प्रभावी एंटीऑक्सीडेंट है और हृदय रोगों के जोखिम को भी कम करता है, जबकि बादाम में मैग्नीशियम की उपस्थिति दिल के दौरे से बचने में मदद कर सकती है।
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आपको बता दें कि बादाम में फोलिक एसिड होता है, जो नवजात शिशुओं में जन्म दोषों की घटनाओं को कम करने में मदद करता है। यह स्वस्थ कोशिका वृद्धि और ऊतक गठन को उत्तेजित करता है। न्यूरल ट्यूब दोष ऐसी स्थिति हैं जहां भ्रूण में न्यूरल ट्यूब अविकसित या आंशिक रूप से गायब होती है। डॉक्टर नियमित रूप से ट्यूब के समुचित विकास को सुनिश्चित करने के लिए गर्भवती महिलाओं को फोलिक एसिड की खुराक लिखते हैं, और बादाम में गर्भवती महिलाओ और उनके बच्चों को स्वस्थ रखने के लिए पर्याप्त फोलिक एसिड होता है।
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पोषक तत्वों से भरपूर बादाम फाइबर में समृद्ध है, और अधिकांश अन्य फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों की तरह, बादाम कब्ज को रोकने में मदद करते हैं। हालांकि, पाचन प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए बादाम और अखरोट खाने के फायदे लेने के लिए पानी का एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है इसलिए इसके साथ पर्याप्त मात्रा में पानी पीना भी महत्वपूर्ण है। आपको अत्यधिक मात्रा में बादाम खाने की ज़रूरत नहीं है, 4 या 5 बादाम में फाइबर की मात्रा आपके पाचन और आंत्र आंदोलनों को नियमित रखने के लिए पर्याप्त है।
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हालांकि, अन्य भोजन की तरह बादाम के फायदों के साथ बादाम के नुकसान भी है बादाम में ऑक्सालेट होता हैं, और अत्यधिक ऑक्कोलेट्स क्रिस्टलीकरण का कारण बन सकते हैं। गुर्दे या पित्ताशय की थैली की समस्या वाले लोगों को बादाम खाने से बचना चाहिए।
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