Baking Soda Gender Test in Hindi इस लेख में आप जानेंगे की बेकिंग सोडा लिंग परीक्षण क्या है? यह कैसे किया जाता है, बेकिंग सोडा लिंग जाँच का रिजल्ट कैसे देखते है, और बेकिंग सोडा टेस्ट के पीछे सिद्धांत क्या है के बारे में। गर्भावस्था ऐसा समय होता है जब बहुत सी अप्रत्याशित (unexpected) चीजें होती हैं। इस अवस्था के दौरन अपने खान-पान, रहन सहन, व्यायाम या आप जो भी करते है उसके लिए आप हमेंशा चिंतित रहते है। आप गर्भावस्था के दौरान बहुत ही उत्सुक (curiosity) रहते है यह जानने के लिए कि आपके गर्भ में लड़का है या लड़की। लिंग की जाँच कराना कानूनन अपराध है इसके बाद भी यह जिज्ञासा बनी रहती है। लड़का होगा या लड़की आप बेकिंग सोडा से लिंग की जांच कर सकते है।
आमतौर पर बुजुर्ग या अन्य अनुभवी लोग बच्चे के लिंग को पेट में उसकी टक्कर (bump) और पेट के आकर से पहचान लेते हैं और कई पुरानी माताओं की कहानियां विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में प्रचलित हैं जो यह बताती है की किस तरह उन्होंने आपने गर्भ में लड़के या लड़की के लक्षण को पहचाना था। हालांकि हम सभी इन्हें अनदेखा करते है। लेकिन यह सच है कि कई घरेलू विधियां हैं जो आपके लिए इन रहस्यों को खोल सकती हैं। यह स्पष्ट नहीं है कि ये विधियां 100 प्रतिशत सटीक हैं, लेकिन कोशिश करने में क्या नुकसान है।
विषय सूची
1. बेकिंग सोडा लिंग परीक्षण क्या है – What Is The Baking Soda Gender in Hindi
2. लिंग परीक्षण के लिए दिशा-निर्देश बेकिंग सोडा से – Baking Soda Gender Test Directions in Hindi
3. बेकिंग सोडा लिंग जाँच का रिजल्ट ऐसे देखें – Reading the Baking Soda Gender Test Results in Hindi
4. बेकिंग सोडा टेस्ट के पीछे सिद्धांत क्या है – Theory Behind Baking Soda Gender Test Accuracy in Hindi
5. मैं इस टेस्ट का उपयोग कब कर सकती हूं – When Can I Use this Test in Hindi
6. बेकिंग सोडा लिंग परीक्षण की शुद्धता – Baking Soda Gender Test Accuracy in Hindi
7. गर्भावस्था और बच्चें के लिंग की पुष्टि के लिए घरेलू जांच क्यों – Why DIY Tests to Confirm Pregnancy And The Sex Of The Baby in Hindi
8. बेकिंग सोडा से घरेलू गर्भावस्था परीक्षण – Homemade Pregnancy Test With Baking Soda in Hindi
बेकिंग सोडा लिंग जांच एक बहुत ही सरल विधि है जिसे पूरा होने में कुछ ही मिनिट का समय लगता है। आपको केवल एक साफ कटोरी (जो आपके द्वारा उपयोग न किया जाता हो ) और ताजा बेकिंग सोडा, सुबह का पहला मूत्र (undiluted urine) की कुछ बूंदें (अधिकांश गर्भवस्थ परीक्षणों के लिए यह जरूरी और महत्वपूर्ण है) चाहिए । विज्ञान यह है कि एचसीजी हार्मोन (HCG hormone) महिलाओं की प्लेसेंटा द्वारा जारी किया जाता है। यह शरीर में फैलता हे और इसके निशान मूत्र और खून दोनों में मौजूद रहते है।
(और पढ़े – एचसीजी हार्मोन क्या होता है गर्भावस्था में एचसीजी की भूमिका)
बेकिंग सोडा से संबंधित सभी परीक्षण, गर्भावस्था की पुष्टि करने और भ्रुण के लिंग (Fetal gender) की जांच करने के लिए मूत्र नमूने पर निर्भर करते हैं। मूत्र का नमूना दिन में किसी भी समय नहीं लिया जाना चाहिए। यह सुबह के समय सबसे पहले एकत्रित (unrelieved sample) होना चाहिए।
बेकिंग सोडा से लिंग जांच के लिए आपको आवश्यकता है-
एक साफ, सूखे कटोरे में, बेकिंग सोडा की 1-2 चम्मच ड़ालें, क्योंकि यह अपना प्रभाव खो सकता है। इस कारण परीक्षण करने के लिए एक नया बाक्स का इस्तेमाल करें। इस कटोरी में अपने मूत्र की कुछ बूंदें डालें।
(और पढ़े – बेकिंग पाउडर और बेकिंग सोडा में अंतर)
इसमें लिंग परीक्षण का रिजल्ट तुरंत मिलता है। यदि मिश्रण किसी भी कार्बोनेटेड शीतल पेय की तरह सुरसुराहट (fizzles) करता है तो माना जाता है कि एक लड़का है। दूसरी तरफ, यदि कोई प्रतिक्रिया नहीं होती है तो यह कहा जा सकता है कि गर्भ में एक लड़की है।
आपको बता दें की बेकिंग सोडा लिंग परीक्षण के पीछे कोई विज्ञान नहीं है। इसके बजाए, यह इस तथ्य पर बनाया गया एक है कि मूत्र लगभग 6.2 के पीएच मान के साथ थोड़ा अम्लीय होता है।
हालांकि, यह रीडिंग स्वस्थ लोगों में भिन्न-भिन्न हो सकती है। यदि आपका पीएच 4.6 और 8 के बीच है तो अगर आप किसी भी समय बेकिंग सोडा के साथ पेशाब मिलाते हैं, तो यह तेज सरसराहट कर सकता है।
बेकिंग सोडा शिशु लिंग सिद्धांत भी आपके भ्रूण के लिंग के आधार पर हार्मोन की मात्रा में अंतर को मानता है।
यदि आप एक लड़के की उम्मीद कर रहे हैं, तो मूत्र अधिक अम्लीय दिखाई देगा और इसलिए सोडा के साथ मिश्रित होने पर जोरदार सरसराहट होगी।
यदि दूसरी तरफ, आप एक लड़की की उम्मीद कर रहे हैं, तो मूत्र अधिक क्षारीय होगा, और इसलिए मिश्रण में कोई भी प्रतिक्रिया नहीं होती है।
(और पढ़े – जाने गर्भ में लड़का होने के लक्षण क्या होते है)
चूंकि परीक्षण से जुड़े कोई दुष्प्रभाव नहीं हैं, इसलिए आप इसे किसी भी समय कर सकती हैं जब आप महसूस करते हैं कि आप गर्भवती हैं।
अधिकांश लोग इसे मजे के साथ ही अपनी जिज्ञासा को पूरा करने के लिए करते हैं, और इसलिए आप अभी भी ऐसा कर सकती हैं।
हालांकि, गर्भावस्था के दस सप्ताह बाद एचसीएच (HCH) हार्मोन काफी अधिक हो जाता है, और यह परीक्षण करने का सही समय हो सकता है।
कई माताएं अपने बच्चों के लिए शिशु सदन (nursery) तैयार करने और खरीदारी के लिए बच्चों के लिंग को जानना चाहती हैं। यद्यपि यह बहुत दूर की बात है, लेकिन सच्चाई यह है कि कई महिलाओं ने इस प्रकार की जांच (Test) को सही होने की जानकारी दी है। यह परिक्षण सरल और ज्यादा प्रभावशाली होता है जो बिना किसी अतिरिक्त खर्च के घर में आसानी से किया जा सकता है। लेकिन इस प्रकार के परीक्षणों की सफलता, सामग्री के निश्चित अनुपान पर निर्भर करती है। यह भी ध्यान में रखना चाहिए कि यह परिक्षण 100% सत्य नहीं है।
इस परिक्षण का उद्देश्य आपके दिमाग को शांत करना ओर आपकी गर्भावस्था में कुछ उत्साह जोड़ना है। यदि आप वास्तव में एक लड़की की इच्छा रखते हैं और आपको लड़के की संभावना परिक्षण द्वारा मिलती है तो हतोत्साहित (disheartened) न हों। गहरी सांस के साथ प्रतिक्षा करें। क्योंकि इस परीक्षण का समर्थन करने वाला कोई विज्ञान नहीं है, इसलिए कुछ और समय के लिए अपनी जिज्ञासा (curiosity) बनाए रखें, और फिर आपको पता चलेगा कि आपको किसी और के लिए इस परीक्षण की सिफारिश करनी चाहिए या नहीं।
(और पढ़े – गर्भावस्था के समय क्या न खाएं)
ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की पहुंच अच्छे क्लीनिक तक नहीं होती है। इसके अलावा, कभी-कभी गर्भावस्था परीक्षण करने की आधिकारिक तौर पर घोषणा करने से पहले, आप सुनिश्चित करना चाहेंगे। इन तरह की स्थितियों में, ये बच्चे के लिंग जाँच के घरेलू नुस्खे (DIY) आसान होते हैं। इससे पहले हमारे पूर्वज इन तरीकों पर भरोसा करते थे, और आज भी वे इन परीक्षणों के लिए प्रतिबद्ध हैं। भारत में भ्रूण के लिंग को निर्धारित करना अवैध है और डॉक्टर जन्म होने तक बच्चे के लिंग का खुलासा (disclose) नहीं करते हैं, इस कारण कई मार्डन महिलाओं ने इन्हें अपने उत्सुक दिमाग का जवाब देने की कोशिश करती हैं।
हमारे देश के कई हिस्सों में महिला भ्रूण हत्या आम बात हो गई है। इसलिए ज्यादातर महिलाएं इन परीक्षणों को आजमाने से दूर रहना चाहती हैं। दुनिया भर के अन्य देशों में डाक्टर अगर बच्चे का लिंग जानना चाहते हैं तो बच्चे के लिंग का खुलासा, अधिकतर 20 वे सप्ताह के अल्ट्रासाउंड (ultrasound) के दौरान करते है। फिर भी कई महिलाएं अभी भी इन परीक्षणों को करने की कोशिश करती हैं ।
बेकिंग सोडा न केवल नवजात शिशु के लिंग का परीक्षण करने के लिए प्रयोग किया जाता है, बल्कि गर्भवस्था की पुष्टि और आपके घर की गोपनीयता के लिए उपयोग किया जाता है। बेकिंग सोडा गर्भवस्था परीक्षण (pregnancy test) की सटीकता 70 % तक होती है, और आप बिना कोई अतिरिक्त खर्च के इस टेस्ट को कर सकते है। आपको बस इतना करना है कि आपके दिन का प्रथम पेशाब (urine sample ) में 2 चम्मच ताजा बेकिंग सोडा मिलाना है। एक सरसराहट (A fizzle) दर्शाती है कि आप गर्भवती हैं, यदि कोई प्रतिक्रिया न हो तो यह बताता है कि आप गर्भवती (pregnant) नहीं हैं। यह बहुत ही आसान है।
(और पढ़े – पीरियड मिस होने के बाद प्रेगनेंसी टेस्ट नेगेटिव आने के कारण)
इन्टरनेट ऐसे कई परीक्षणों से भरा है जो आप अपने घर में आराम से कर सकते हैं और स्पष्ट परिणाम प्राप्त कर सकते हैं। इन परीक्षणों के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि उन्हें घर पर (perform) करना आसान होता है और आपको आवश्यक सामग्री घर पर ही आसानी में मिल जाती है। हालांकि विश्वसनीयता केवल एक मात्र प्रश्न होता है। यदि आपकी जिज्ञासा (curiosity) बहुत अधिक हो तो इन परीक्षणों में से किसी एक को आजमाने में कोई हानि नहीं है, लेकिन निश्चित रूप से अंतिम परिणाम केवल नौ महीने के अंत में जाना जाएगा।
(और पढ़े – प्रेगनेंट हैं तो नॉर्मल डिलीवरी के इन लक्षणों को जानें)
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