Balayam Yoga in Hindi: बालायाम योग दोनों हाथों के नाखूनों को आपस में रगड़ने की क्रिया है। यदि आप अपने बाल झड़ने की समस्या से परेशान है और स्वस्थ, चमकदार बाल चाहते है तो आपको बालायाम योग जरूर करना चाहिए। अपने कई बार लोगों को नाखूनों को घिसते देखा होगा जब उनसे पूछा जाता है कि ऐसा करने से क्या होता है, तो वह बोलते है कि ऐसा करने से बाल काले हो जाते हैं। नाखूनों को रगड़ने (Nail Rubbing) की प्रक्रिया को बालायाम योग के रूप में जाना जाता है। यदि आपको इस बात पर भरोसा नहीं कि ऐसा कैसे हो सकता है, तो आज के इस आर्टिकल में आपको सभी सवालों के जवाब मिल जायेंगें। आइये बालायाम योग करने की विधि और फायदे को विस्तार से जानते हैं।
दुनिया के अधिकांश हिस्सों में, बालायाम योग को बालों के विकास के लिए नेल रबिंग एक्सरसाइज या नेल एक्सरसाइज (Nail Exercise) या हेयर फॉल के इलाज के लिए नेल एक्सरसाइज के रूप में जाना जाता है। लेकिन भारतीय प्राचीन प्रथा में नाख़ून को रगड़ना बालायाम योग के नाम से जाना जाता हैं। बालायाम योग दो शब्दों “बाल” और “व्यायाम” से मिलकर बना है। इस प्रकार से हम कह सकते है कि यह बालों को स्वस्थ रखने के लिए व्यायाम है। नाखून रगड़ना (Nail Rubbing) व्यायाम बालों के विकास के लिए एक वैकल्पिक रिफ्लेक्सोलॉजी थेरेपी (reflexology therapy) है जिसमें एक समान मात्रा में बल के साथ दोनों हाथों के नाखूनों को रगड़ना शामिल है। आइये बालायाम योग करने की विधि और फायदे को विस्तार से जानते हैं।
एक्यूप्रेशर चिकित्सा पद्धति में भी बालायाम योग का बहुत महत्व है। आयुर्वेद के कई चिकित्सक, एक्यूप्रेशर चिकित्सक और योग स्वामी बालों की समस्याओं जैसे बालों का गिरना, समय से पहले सफ़ेद होना, एलोपेसिया एरीटा (alopecia areata), गंजापन, और यहां तक कि मस्तिष्क को पोषण देने और अनिद्रा का इलाज करने के लिए सबसे सामान्य उपचार के रूप में नेल रबिंग एक्सरसाइज यानि बालायाम योग करने की सलाह देते हैं।
(यह भी पढ़ें – बालों के लिए योग)
जैसे बालायाम को नाखून रगड़ने वाले व्यायाम के रूप में भी जाना जाता है, उसी तरह योगिक भाषा में बालायाम योग को प्रसन्न मुद्रा (Prasanna Mudra) के रूप में भी जाना जाता है। इसलिए प्रसन्ना मुद्रा बालायाम योग और नेल रबिंग एक्सरसाइज का वैकल्पिक नाम है। आजकल प्रसन्ना मुद्रा या बालायाम योग को हेयरडू (Hairdo) आसन के रूप में भी जाना जाता है।
(और पढ़े – बालों को झड़ने से रोकने के लिए योग…)
नेल रबिंग एक्सरसाइज यानि बालायाम करना बहुत ही आसान है इसे कोई भी बहुत ही आसानी से कर सकता है। इस योग आसान को करने के लिए किसी भी प्रकार के अनुभव और प्रैक्टिस करने की आवश्यकता नहीं होता हैं। आइये बालायाम योग करने के तरीके को विस्तार से जानते हैं।
(यह भी पढ़ें – नाखून रगड़ने के फायदे)
ऊपर दिए गए नेल रबिंग एक्सरसाइज को करने के तरीके के बाद यदि आप जानना चाहते है कि बालायाम योग को कब करना चाहिए आइये इसे जानते हैं। सभी योग आसान की तरह ही बालायाम योग को करने का सबसे अच्छा समय, सुबह और शाम का होता है। एक बात हमें याद रखनी चाहिए कि किसी भी योग आसन या एक्यूप्रेशर चिकित्सा से अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए हमें इसे खाली पेट करना चाहिए। बालायाम एक ऐसा योग है जिसे आप टीवी देखते समय या अपनी पसंद के गाने सुनते हुए भी इस एक्सरसाइज को कर सकते हैं।
हमें इस योग को कितनी देर तक अभ्यास करना चाहिए इसका जवाब इस बात पर निर्भर करता है कि आपको बालों की समस्या कितनी है। यदि आपके बाल कम झड़ते है तो आपको यह योग रोज कम से कम 5-7 मिनट तक करना चाहिए। यदि आप बालों की बड़ी समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो इस नेल रबिंग बालायाम योग का अभ्यास प्रतिदिन लगभग 15-20 मिनट करें और धैर्य रखें क्योंकि आपको परिणाम मिलने में समय लग सकता है।
नाखूनों को रगड़ने से आपके स्कैल्प पर रक्त संचार भी बढ़ता है, जिससे आपके रोम छिद्र मजबूत होते हैं जो बालों का गिरना या झड़ना रोकता है।
नाखून रगड़ने के पीछे योग और आयुर्वेदिक सिद्धांत है क्योंकि बालायाम योग की उत्पत्ति भारत में योग के रूप में हुई है। भारतीय चिकित्सा विज्ञान और आयुर्वेद पूरी तरह से इस बात को स्पष्ट करता है कि बालायाम योग कैसे काम करता है।
आयुर्वेद में, बालों और नाखूनों को चयापचय प्रक्रियाओं की मसल्स के रूप में माना जाता है जो अस्थि धातू (Asti Dhatu) (हड्डियों / कंकाल प्रणाली) के गठन के लिए जाने जाते हैं। इस प्रकार अस्थि धातू पर तीन दोषों (वात, पित्त, कफ) का प्रभाव बालों और नाखूनों पर भी पड़ता है।
किसी एक दोष का अत्यधिक प्रभाव, विशेष रूप से वात और पित्त, रूसी, समय से पहले बाल सफ़ेद हो जाना, बालों का झड़ना या बालों के पतले होने के समस्या के संकेत दे सकते हैं। बालायाम योग आसन इन दोषों को संतुलित करने में मदद करता हैं, अस्थि धातू (Asti Dhatu) को मजबूत करता हैं, और बालों को फिर से जीवंत करके बालों के विकास को बढ़ावा देते हैं।
(यह भी पढ़ें – स्वस्थ बालों के लिए क्या खाना चाहिए)
नाखूनों को घिसना बालायाम योग विज्ञान में एक्यूप्रेशर और रिफ्लेक्सोलॉजी हैं। रिफ्लेक्सोलॉजी (Reflexology) एक वैकल्पिक दवा है जिसमें विशिष्ट बिंदुओं पर दबाव डाला जाता है। यह आमतौर पर पैरों और हाथों के “रिफ्लेक्स एरिया (Reflex areas)” रूप में जानना जाता है, जो शरीर के अंगों में दर्द को ठीक करने या कुछ ग्रंथियों में राहत प्रदान करने के लिए विशिष्ट अंगूठे, उंगली और हाथ की तकनीक के साथ होता है।
बालायाम योग आंतरिक अंगों और उनके सिस्टम को अच्छे कामकाज की स्थिति में लाता है, और रक्त की आपूर्ति को बढ़ाता है जो कोशिकाओं में अतिरिक्त ऑक्सीजन और पोषक तत्व लाता है और अपशिष्ट हटाने में मदद करता है। रिफ्लेक्सोलॉजी पॉइंट के अनुसार, नाखूनों के नीचे का आधार और नेल मैट्रिक्स (Nail Matrix) में मौजूद नसों को सीधे स्कैल्प में मौजूद बालों के रोम से जोड़ा जाता है। इसलिए बालायाम योग सिर में रक्त परिसंचरण को उत्तेजित करता है जो बालों के पोषण और विकास में मदद करता है।
(यह भी पढ़ें – बालों को मोटा और घना बनाने के घरेलू उपाय)
बालायाम योग करना हमारे बालों के लिए कई प्रकार से लाभदायक होता है आइये नेल रबिंग एक्सरसाइज करने से होने वाले सभी फायदों को विस्तार से जानते हैं।
बालायाम योग शून्य साइड इफेक्ट के साथ आता है। इसे करने से किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य या मानसिक समस्या या कोई भी विकार नहीं होता हैं। हालाँकि नाखूनों को अत्यधिक और जबरदस्ती रगड़ना आपके नाखूनों को संभावित रूप से नुकसान पहुंचा सकता है। और इसके अलावा इस योग का कोई साइड इफेक्ट नहीं है।
इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।
Homemade face pack for summer गर्मी आपकी स्किन को ख़राब कर सकती है, जिससे पसीना,…
वर्तमान में अनहेल्दी डाइट और उच्च कोलेस्ट्रॉल युक्त भोजन का सेवन लोगों में बीमारी की…
Skin Pigmentation Face Pack in Hindi हर कोई बेदाग त्वचा पाना चाहता है। पिगमेंटेशन, जिसे…
चेहरे का कालापन या सांवलापन सबसे ज्यादा लोगों की पर्सनालिटी को प्रभावित करता है। ब्लैक…
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिन्हें पहचान कर आप…
त्वचा पर निखार होना, स्वस्थ त्वचा की पहचान है। हालांकि कई तरह की चीजें हैं,…