Bamboo Shoots Benefits and Side effects in Hindi: बांस को भोजन के रूप खाने के फायदे हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत अधिक होते हैं। हम इस लेख में “बांस के नए अंकुर” खाने के लाभ के विषय में बात कर रहे हैं। बांस के नए पौधे के रूप में निकलने वाली कलियां खाने लिए उपयोग की जाती हैं। इन बांस के अंकुरों में औषधीय गुण के साथ ही पोषक तत्वों की उच्च मात्रा होती है। आप अन्य व्यंजनों में स्वाद बढ़ाने के लिए भी बांस की नई कलियों का इस्तेमाल कर सकते हैं। बांस के अंकुर का उपयोग कोलेस्ट्रॉल को कम करने, हृदय को स्वस्थ रखने, वजन घटाने, कैंसर का उपचार करने, प्रतिरक्षा शक्ति बढ़ाने और कब्ज का इलाज करने में सहायक मदद करते हैं। इस लेख में आप नए बांस की कोंपल खाने के फायदे और नुकसान संबंधी जानकारी प्राप्त करेगें।
विषय सूची
बांस का पौधा – Bamboo Plant in Hindi
आपको बता दें बांस एक प्रकार की बड़ी जंगली घास है जिसे वैज्ञानिक रूप से बम्बूसि (Bambuseae) के नाम से जाना जाता है। बांस पोएसी फैमिली (Poaceae family) से संबंधित पौधा है। बांस के पौधे में बहुत लंबे समय तक जीवित रहने की क्षमता होती है। मानव जीवन में बांस के पौधे का उपयोग मानवीय गतिविधयों में विशेष महत्व होता है। हालांकि जलवायु और प्रकृति के अनुसार बांस की कई वैरायटी होती हैं। अधिकांश लोग खाने के लिए बांस की केवल उगने वाली नई कलियों का ही उपयोग करते हैं। आइए जाने बांस की कलियों में पाये जाने वाले पोषक तत्व कौन से हैं जो हमें स्वास्थ्य लाभ दिलाते हैं।
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बांस के पोषक तत्व – Bamboo Shoots Nutrition Value in Hindi
बेबी बम्बू (Baby Bamboo) आपके लिए एक हेल्दी आहार हो सकता है। फूड साइंस एंड फूड सेफ्टी में कॉम्प्रिहेंसिव रिव्यू के एक अध्ययन के अनुसार बांस के अंकुरों में विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व और खनिज पदार्थ होते हैं। जैसे प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, खनिज और फाइबर आदि। बांस के नए अंकुरों में शर्करा और वसा की बहुत ही कम मात्रा होती है। आइए जाने इसमें कौन से पोषक तत्व कितनी मात्रा में होती हैं।
- कैलोरी – बैम्बू शूट की 100 ग्राम मात्रा में केवल 20 कैलोरी होती है।
- कार्बोहाइड्रेट – 100 ग्राम बांस के अंकुरों का सेवन करने पर केवल 3-4 ग्राम कार्बोहाइड्रेट प्राप्त किया जाता है।
- चीनी – बांस की नई कलियों में चीनी की मात्रा कम होती है। लगभग 100 ग्राम बांस के अंकुर का सेवन करने पर केवल 2.5 ग्राम चीनी प्राप्त की जा सकती है।
- फैट – बांस का सेवन उन लोगों के लिए अच्छा है जो वजन घटाना चाहते हैं। क्योंकि 100 ग्राम नये बांस का सेवन करने पर केवल 0.49 ग्राम वसा होता है।
- प्रोटीन – बांस के अंकुर में प्रोटीन उच्च मात्रा में होता है। 100 ग्राम बांस की मात्रा का उपभोग करने पर लगभग 2 से 2.5 ग्राम प्रोटीन होता है।
- विटामिन और खनिज – बांस के अंकुर में पाए जाने वाले विटामिन की उच्च मात्रा होती हैं। जैसे कि विटामिन ए, विटामिन ई, विटामिन बी, विटामिन बी6, थायमिन, राइबोफ्लेविन, नियासिन, फोलेट और पैंटोथेनिक एसिड होते हैं।
- खनिज पदार्थ – बांस की नई कलियों में पाये जाने वाले खनिज पदार्थों में कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, सोडियम, जस्ता, कॉपर, मैंगनीज, सेलेनियम और आयरन आदि होते हैं।
- फाइबर – बांस के अंकुर में फाइबर की उच्च मात्रा होती है। इसकी 100 ग्राम मात्रा में 6-8 ग्राम तक फाइबर होता है। जो हमारी कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में सहायक होता है।
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बांस खाने के फायदे – Bamboo Shoots Benefits in Hindi
नये उगने वाले बांस के अंकुरों में प्रोटीन, विटामिन, खनिज और फाइबर की अच्छी मात्रा होती है। जिसके कारण यह हमारे शरीर की अधिकांश स्वास्थ्य समस्यओं को दूर करने में प्रभावी योगदान दे सकता है। बांस के अंकुर खाने के लाभ इसलिए भी होते हैं क्योंकि इसमें वसा या फैट की मात्रा बहुत ही कम होती है। अपने विशेष औषधीय गुणों के कारण बांस का सेवन करना हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकता है। आइए विस्तार से जाने बांस की नई कलियां खाने के फायदे क्या हैं।
बैम्बू शूट खाने के फायदे कोलेस्ट्रॉल कम करे
बांस के अंकुरों में फाइबर की उच्च मात्रा होती है। जिसके कारण आहार में बांस का उपयोग करना आपके रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है। नियमित रूप से बांस की नई कलियों का सेवन करना शरीर में एलडीएल या लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन (Low Density Lipoprotein) के स्तर को कम कर सकता है। एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को खराब कोलेस्ट्रॉल के रूप में जाना जाता है। वाशिंगटन स्टेट यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन से पता चलता है कि बांस के अंकुरों का सेवन कोलेस्ट्रॉल के स्तर को प्रभावी रूप से कम कर सकता है। यदि आप भी कोलेस्ट्रॉल संबंधी समस्याओं से परेशान हैं तो बांस के अंकुर आपकी मदद कर सकते हैं।
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बांस के अंकुर के फायदे हृदय के लिए
बैम्बू के नए पौधे या कोमल कलियां खाने के रूप में इस्तेमाल करने का एक अच्छा विकल्प होती हैं। लेकिन बांस की नई कलियां खाने के फायदे हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी भी हो सकते हैं। बांस के अंकुर में फाइटोन्यूट्रिएंट्स होते हैं जो हृदय की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। एक अध्ययन के अनुसार बांस के अंकुर में पाए जाने वाले फाइटोस्टेरोल्स और फाइटोन्यूट्रिएंटस (phytosterols and phytonutrients) शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं। यह कोलेस्ट्रॉल हृदय संबंधी समस्याओं और रोगों की संभावना को बढ़ा सकता है। इसके अलावा बैंबू शूट में पोटेशियम भी होता है जो रक्त परिसंचरण और हृदय गति को स्वस्थ बनाए रखने में अहम योगदान देता है। यदि आप भी अपने हृदय को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो आहार विकल्प के रूप में बांस के नए अंकुरों को शामिल कर सकते हैं।
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बैम्बू शूट बेनिफिट्स फॉर वेट लॉस
वजन घटाने की इच्छा रखने वाले लोगों के लिए बांस के अंकुर खाना लाभ दिला सकता है। बांस की कलियों का फायदा इसलिए है क्योंकि इसमें कैलोरी और फैट बहुत ही कम मात्रा में होता है। इसके साथ ही यह फाइबर से भरपूर होता है। जिसके कारण बांस वजन घटाने वाले सबसे अच्छे खाद्य पदार्थों में शामिल किया जाता है। इसमें मौजूद फाइबर पेट में थोक बढ़ाने और आपकी भूख को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। जिससे आपको बार-बार भूख नहीं लगती है जो वजन घटाने में आपकी मदद कर सकता है।
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बांस के गुण रक्तचाप कम करे
उच्च रक्तचाप एक गंभीर समस्या हो सकती है जिसका उपचार आप बांस के अंकुर से कर सकते हैं। बांस के अंकुर में फाइबर की उच्च मात्रा होती है जो उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। बांस की कोमल शाखाओं में पोटेशियम भी अच्छी मात्रा में होता है जो शरीर में द्रव संतुलन को बनाये रखने में सहायक होता है। उच्च रक्तचाप रोगी के लिए बांस खाना आयुर्वेदिक उपाय की तरह ही फायदेमंद होता है।
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बांस खाने के फायदे मधुमेह के लिए
डायबिटीज रोगी के लिए बांस खाने के लाभ हो सकते हैं। क्योंकि बांस में फाइबर की उच्च मात्रा होती है जो उच्च रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है। बांस में मौजूद औषधीय गुण मुख्य रूप से भोजन करने के बाद बढ़ी हुई रक्त शर्करा को कम करने में प्रभावी होता है। शरीर में रक्त शर्करा का उच्च स्तर हानिकारक होता है जो इंसुलिन प्रतिरोध का कारण बन सकता है। बहुत से अध्ययन और स्वास्थ्य सलाहकार यही बताते हैं डायबिटीज रोगी के लिए बांस का सेवन लाभ दिला सकता है।
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कोमल बांस खाने के फायदे कैंसर के लिए
अन्य पौधों की तरह ही बांस के पौधों में फाइटोन्यूट्रिएंटस के साथ ही एंटीऑक्सीडेंट की उच्च मात्रा होती है। हम सभी जानते हैं कि एंटीऑक्सीडेंट हमारे शरीर की कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से बचाते हैं। जो कैंसर होने का प्रमुख कारण हो सकते हैं। इसके अलावा बांस की कलियों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट हमारे शरीर को ऑक्सीडेटिव तनाव से भी बचाने में सहायक होते हैं। ऑक्सीडेटिव तनाव (oxidative stress) डीएनए की क्षति और कैंसर का कारण बन सकता है। नये और कोमल बांस में क्लोरोफिल की भी कुछ मात्रा होती है जो स्वस्थ कोशिकाओं के विकास में सहायक होता है। नियमित रूप से बांस का सेवन करना आपको कैंसर की संभावना को कम कर सकता है।
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बांस खाने के लाभ सूजन कम करे
अध्ययनों से पता चलता है कि खाने के लिए बांस की नई कलियों का उपयोग करना आपको सूजन से राहत दिला सकता है। बैम्बू शूट में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं जिसके कारण यह शरीर के अधिकांश हिस्सों में आने वाली सूजन और दर्द को कम करने में मदद करता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट सूजन बढ़ाने वाले अन्य कारणों और बैक्टीरिया, वायरस आदि को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। आप भी सूजन संबंधी लक्षणों को कम करने के लिए बांस के अंकुर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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बांस के अंकुर का उपयोग कब्ज के लिए
बांस की झाड़ीयों में उगने वाले नए बांस के अंकुर पाचन और विशेष रूप से कब्ज के लिए लाभकारी होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि बांस के अंकुरों में फाइबर की उच्च मात्रा होती है। यह फाइबर मल को नरम बनाने और मल त्याग को आसान बनाने में मदद करता है। यदि आप कब्ज रोगी हैं तो बांस के नये अंकुरों का सेवन कर सकते हैं। क्योंकि यह कब्ज और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं को रोकने में मदद करता है।
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कोमल बांस के फायदे इम्यूनिटी बढ़ाये
कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं हमारी कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली के कारण होती हैं। लेकिन बांस के नए अंकुर का इस्तेमाल करना आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक हो सकता है। बैंबू शूट में विटामिन, खनिज पदार्थ, प्रोटीन और कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट आदि की अच्छी मात्रा होती है। जिसके कारण यह प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करता है। बांस के अंकुर में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट उन फ्री रेडिकल्स से लड़ने की क्षमता बढ़ाता है जो हमारे शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में भी सहायक होते हैं। यदि आप भी अपनी इम्यूनिटी पॉवर को बढ़ाना चाहते हैं तो बैंबू शूट आपके लिए एक बेहतर विकल्प हो सकता है।
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बांस के लाभ श्वसन तंत्र के लिए
बांस की झाडियों में उगने वाले नए और कोमल बांस को खाने के लिए उपयोग करना फायदेमंद होता है। विशेष रूप से यह श्वसन समस्याओं के रोगी को फायदा दिला सकता है। क्योंकि इन बांस के अंकुरों में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं। जो श्वसन तंत्र की सूजन और अन्य संक्रमण को दूर करने में प्रभावी योगदान देते हैं। यदि आपको सांस लेने में असुविधा हो रही है या आपके गले में खरास आदि है तब भी बांस के अंकुरों का इस्तेमाल किया जा सकता है। श्वसन समस्याओं को दूर करने के लिए आप बांस के शूट को उबालर इसके अर्क का सेवन कर सकते हें। बांस के कोमल अंकुर को उबालकर पीने से गले की खरास, खांसी और गले के दर्द को कम करने में मदद मिल सकती है।
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बांस का उपयोग स्वस्थ पाचन के लिए
पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए फाइबर सबसे उपयुक्त घटक होता है। बांस की नई शाखाओं में फाइबर की उच्च मात्रा होती है जो पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है। हमारे आहार में फाइबर की कमी के कारण विभिन्न प्रकार की पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। लेकिन नियमित रूप से आहार के रूप में बांस का सेवन करना आपके मल त्याग को सुविधाजनक और आसान बनाने में सहायक हो सकता है। साथ ही यह आपकी आंतों में अच्छे और बुरे दोनों प्रकार के बैक्टीरिया में संतुलन भी बनाता है। जिससे आपको पाचन संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है।
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बांस का इस्तेमाल मूत्र संक्रमण के लिए
बांस के पौधों के बाजू से उगने वाले नए बांस के अंकुर का सेवन करना आपको मूत्र संबंधी संक्रमण से बचा सकता है। मूत्र संक्रमण मूत्र पथ में होने वाला एक विकार है जो संक्रामक बैक्टीरिया के कारण हो सकता है। लेकिन इस स्थिति का घरेलू उपचार करने के लिए आप बांस के नए अंकुर का इस्तेमाल कर सकते हैं। क्योंकि इनमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं। जो मूत्र पथ में मौजूद बैक्टीरिया और संक्रमण के प्रभाव को कम करने में मदद करते हैं। यदि आप संक्रमण के मूत्र पथ में होने वाली समस्याओं से परेशान हैं तो प्राकृतिक इलाज के लिए बांस को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
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बांस के औषधीय गुण घाव उपचार करे
नियमित रूप से बांस के अंकुर का सेवन करना घाव उपचार प्रक्रिया को बढ़ाने में मदद कर सकता है। घाव उपचार करने में बांस के अंकुर का फायदा इसलिए होता है क्योंकि इसमें एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं। इसके अलावा बांस में विभिन्न प्रकार के विटामिन और खनिज पदार्थ भी होते हैं जो त्वचा कोशिकाओं के विकास में सहायक होते हैं। जिससे घावों का उपचार करने में मदद मिलती है।
बैम्बू शूट के लाभ फंगल संक्रमण के लिए
बांस के नये अंकुर खाने के फायदे आपको फंगल संक्रमण से प्रभाव से बचा सकते हैं। बांस में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होने के साथ ही एंटी-फंगल गुण भी होते हैं। जिसके कारण इनका सेवन करने से त्वचा समस्याओं को ठीक करने में मदद मिल सकती है। यदि आप भी त्वचा में किसी प्रकार के फंगल संक्रमण का इलाज करना चाहते हैं तो बांस का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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बांस का इस्तेमाल चयापचय को बढ़ाये
विभिन्न खनिज पदार्थों के साथ ही मैंगनीज की उच्च मात्रा में बांस के अंकुरों में होती है। मैंगनीज चयापचय एंजाइम के निर्माण में योगदान देता है। जिससे स्वस्थ चयापचय को बनाए रखने में मदद मिल सकती है। आप भी अपनी चयापचय प्रणाली बेहतर बनाए रखने के लिए बांस के अंकुरों को अपने नियमित आहार में शामिल कर सकते हैं।
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बांस का प्रयोग मजबूत हड्डियों के लिए
खाने के लिए बांस के नए अंकुर एक अच्छा विकल्प हो सकता है। बांस में कैल्शियम की उच्च मात्रा होती है जिसके कारण यह हड्डियों के घनत्व को बढ़ाने में सहायक होता है। इसके अलावा बांस खाने के के लाभ आपको ऑस्टियोपोरोसिस से बचाने में भी अहम योगदान दे सकते हैं। मध्ययम और उचित मात्रा में बांस का सेवन करना आपके शरीर में कैल्शियम की कमी को दूर कर सकता है। यदि आपके शरीर में कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा नहीं है तो आपको हड्डी संबंधी विभिन्न प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं। इन सभी समस्याओं को कम करने के लिए बांस का प्रयोग आहार के रूप में किया जा सकता है।
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बांस से करें एनीमिया का घरेलू उपाय
शरीर में खून की कमी को एनीमिया के नाम से भी जाना जाता है। खून की कमी मुख्य रूप से शरीर में आयरन की कमी के कारण होती है। इस स्थिति का उपचार करने के लिए बांस का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है। क्योंकि बांस के अंकुर में आयरन की उच्च मात्रा होती है। आयरन एक खनिज है जो लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में अहम भूमिका निभाता है। बम्बू शूट का नियमित सेवन लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाने में मदद करता है जिससे शरीर के सभी अंगों में ऑक्सीजन प्रवाह बना रहता है।
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बांस खाने के फायदे गर्भावस्था के लिए
पारंपरिक चीनी चिकित्सा में बांस के अंकुर का व्यापक उपयोग किया जाता है। बांस के अंकुर में गर्भाशय को स्वस्थ रखने वाले गुण होते हैं। बांस में यूटरोटोनिक (uterotonic) नामक एक घटक होता है जो गर्भाशय के संकुचन को बढ़ाने में मदद करता है। चीनी महिलाएं गर्भावस्था के अंतिम महीनों में विशेष रूप से बांस के अंकुर का सेवन करती हैं। क्योंकि यह प्रसव के समय को कम करने में मदद करती है। वियना विश्वविधालय के ग्रुबर और ओब्रायन द्वारा किए गए एक अध्ययन से पता चलता है कि बांस दुनिया के लगभग हजारो पौधों में से एक है जो गर्भाशय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करता है।
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बांस के फायदे त्वचा के लिए
बैंबू शूट में विटामिन ई भी होता है जो त्वचा स्वास्थ्य को बढ़ाने में अहम योगदान देता है। विटामिन ई हमारे लिए एक एंटीऑक्सीडेंट का काम करता है। जो त्वचा कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से बचाने में सहायक होता है। ये फ्री रेडिकल्स समय से पहले उम्र बढ़ने वाले संकेतों का प्रमुख कारण होते हैं। यदि आप भी अपनी त्वचा को स्वस्थ, सुंदर और युवा बनाए रखना चाहते हैं तो बांस के अंकुर का सेवन आपको लाभ दिला सकता है।
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बांस जैसे लंबे होने के लिए खाएं बांस का मुरब्बा
यदि आप अपनी हाईट को बढ़ाना चाहते है तो बांस का मुरब्बा बहुत ही लाभदायक होता है , इसमें सभी प्रकार के प्रोटीन और विटामिन जैसे A, E, B-6 आदि होते है। इसके अलावा इसमें कई खनिज पदार्थ जैसे – कैल्शियम, जिंक, आयरन, कापर, पोटेशियम, फास्फोरस पाएं जाते हैं। बांस के मुरब्बा में एमिनो एसिड भी पाया जाता है, ये सभी लम्बाई को बढ़ाने में आपकी मदद करते हैं।
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बांस के अंकुर को कैसे खाएं – How To Eat Bamboo Shoots in Hindi
स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने के लिए बांस के अंकुर का इस्तेमाल खाने के लिए किया जा सकता है। बैम्बू शूट से व्यंजन बनाना बहुत ही आसान है। आप बांस के अंकुर को खाने के लिए इसका प्रयोग कई प्रकार से कर सकते है, लोग अक्सर नए बांस के अंकुर का उपयोग खाने के लिए अचार और मुरब्बा बना कर करते है। बांस के व्यंजन बनाने से पहले इन बांस के अंकुरों को लगभग 20 मिनिट तक उबालना चाहिए। इसके बाद आप अपनी इच्छानुसार व्यंजन बनाने के लिए इनका उपयोग कर सकते हैं। अभी तक ऐसी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है जो यह बताते हैं कि बांस का खाद्य रूप में उपयोग करने पर किसी प्रकार की बीमारी या स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं। इसलिए बांस का सेवन करना पूरी तरह से सुरक्षित माना जाता है।
बांस का मुरब्बा बनाने की विधि
बांस के अंकुर का मुरब्बा बनाने के लिए आप सबसे पहले बांस के नए अंकुर को ले और उसके धो लें। इसके बाद आप बांस के अंकुर को छोटे छोटे टुकड़ों में काट लें। अब इन टुकड़ों को रात भर के लिए पानी में भिगोकर रख दें। सुबह इन बांसों के टुकड़ो में छेद कर दें। इसके बाद आप गैस में पानी को गर्म करने के लिए रखे दे। जब पानी गर्म हो जाये तो उसमें बांस के टुकड़ों को डाल कर उबाल लें। अब अपनी आवश्यकता के अनुसार आप एक बर्तन में शक्कर को पानी में मिलाये और गर्म करके सीरा बना लें। इसके बाद आप उबले हुए बांस के टुकड़ों को इस शक्कर के सीरे में डालकर कुछ देर के लिए पका लें।
इस तरह आपका बांस का मुरब्बा बन के तैयार हो गया है। आप इसे फ्रिज़ में रख कर 6 महीनो तक उपयोग कर सकते हैं।
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बैम्बू शूट बनाने की विधि
आप बांस के अंकुर और पालक को मिलाकर एक लजीज डिश तैयार कर सकते हैं। जो स्वादिष्ट होने के साथ ही पौष्टिक भी होती है। इस डिश को बनाने के लिए आपको कुछ सामग्री चाहिए जो इस प्रकार है।
- पालक
- ¼ कप बैम्बू शूट बारीक कटा हुआ (finely shredded)
- ½ कप मुंगफली या खाने वाला तेल
- नमक स्वादानुसार
- 2 चम्मच चीनी
पालक को ठंडे पानी में अच्छी तरह से धो लें। एक कढ़ाई में मध्यम आंच पर तेल गर्म करें। अब इस तेल में बैम्बू शूट को डालें और लगभग 45 मिनिट तक हिलाते हुए अच्छी तरह से पकाएं। इसके बाद इसमें कटी हुई पालक को मिलाएं और भूने, जब तक वह मुरझा ना जाए। इसके बाद आप इसमें चीनी और नमक को मिलाएं और कुछ देर पकने दें। आपका बैम्बू शूट और पालक से बना व्यंजन तैयार हैं।
बांस खाने के नुकसान – Bamboo Shoots Khane ke Nuksan in Hindi
बांस का नियमित सेवन करना आपकी सेहत के लिए अच्छा होता है। लेकिन अधिक मात्रा में बैम्बू शूट का सेवन करना आपको कुछ नुकसान पहुंचा सकता है। यदि आप कच्चे बैम्बू शूट का सेवन करते हैं तब भी आपको इसके दुष्प्रभावों का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि कच्चे बांस का सेवन करने से पेट में साइनाइड उत्पन्न हो सकता है। कुछ अध्ययनों से यह भी पता चलता है कि बांस का अचार बनाया जाता है तब भी बांस के अंकुर साइनाइड विषाक्तता पैदा कर सकते हैं। इसलिए अधिक मात्रा में कच्चे बांस का अंकुर खाने से बचना चाहिए। इसके अलावा यदि आप किसी प्रकार की दवाओं का सेवन कर रहे हैं तब बांस का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है।
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