बार-बार पेशाब का आना आपको परेशान कर सकता है और यह समस्या लंबे समय तक होने पर एक गंभीर बीमारी का कारण भी बन सकती हैं। सामान्य से अधिक पेशाब आने की समस्या को एक अतिसक्रिय मूत्राशय (overactive bladder) के रूप में भी जाना जाता है। इस स्थिति में पेशाब की तीव्र इच्छा होती है। मूत्र पथ के संक्रमण (UTI), बढ़े हुए प्रोस्टेट, दवाओं और ट्यूमर के विकास आदि के कारण बार-बार पेशाब आने की समस्या होती हैं। आप इस समस्या का इलाज घरेलू उपचारों से भी कर सकते हैं (Home Remedies For Frequent Urination In Hindi )। नीचे कुछ प्राकृतिक घरेलू उपचार दिए गए हैं जिनसे आप बार-बार पेशाब आने की समस्या का समाधान कर सकते हैं।
बार बार पेशाब आने के निम्न कारण हो सकते है-
बार बार पेशाब का आना आपके शरीर में पानी की कमी करता है। इसके अलावा यह समस्या रात में भी आपकी नींद को ख़राब कर सकती है और आपको कई बार बाथरूम जाना पड़ सकता हैं। आइए बार बार पेशाब आने के घरेलू उपाय को जानते है।
दही प्रोबायोटिक्स का एक समृद्ध स्रोत है, जो कि अच्छे बैक्टीरिया होते हैं। यह आपके पेट के साथ-साथ समग्र स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। दही मूत्र पथ के संक्रमण के इलाज में भी मदद करता है, जो मूत्र आवृत्ति यानि बार-बार पेशाब आने की समस्या का कारण है। दही के प्रयोग से मूत्र पथ के संक्रमण का इलाज करने के लिए आप एक छोटे कटोरा की मात्रा के बराबर रोज दही का सेवन करें। यह बार बार पेशाब आने की समस्या से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकता हैं (1)।
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यदि आप बार-बार पेशाब आने से परेशान है तो बेकिंग सोडा इसका का रामबाण इलाज है। बेकिंग सोडा की क्षारीय प्रकृति का उपयोग आपके मूत्र को क्षारीय करने के लिए किया जा सकता है। जो अधिक पेशाब आने की समस्या का इलाज करता है और यह मूत्र पथ के संक्रमण को भी ठीक करने में आपकी मदद कर सकता है। बार बार पेशाब आने की समस्या की उपचार करने के लिए आप आधा चम्मच बेकिंग सोडा लें और उसको एक ग्लास पानी में मिला लें। अब इस घोल का सेवन आप प्रतिदिन एक बार करें (2)।
(और पढ़ें – बेकिंग सोडा के फायदे और नुकसान)
तुलसी एक ऐसी जड़ी बूटी है जिसके कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं, यह अनेक प्रकार के रोगों के उपचार के लिए प्रयोग की जाती है। तुलसी एक एंटीऑक्सिडेंट औषधीय जड़ी बूटी है जो आपके शरीर से सभी विषाक्त पदार्थों को खत्म करने में मदद करती है। इसमें पाए जाने वाले प्राकृतिक रोगाणुरोधी गुण मूत्र पथ के संक्रमण का इलाज करने में मदद कर सकते हैं। बार बार पेशाब आने पर आप 8-10 तुलसी के पत्ते ले और इनका रस निकालने के लिए तुलसी के पत्तों को कुचलें। अब इसमें दो चम्मच शहद के साथ आवश्यकतानुसार पानी मिला कर एक मिश्रण तैयार कर लें। अधिक पेशाब लगने की समस्या को ठीक करने के लिए हर सुबह एक बार इस मिश्रण का सेवन करें (3)।
(और पढ़ें – तुलसी के फायदे और नुकसान)
सेब के सिरका के रोगाणुरोधी और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण मूत्र पथ के संक्रमण और एक अतिसक्रिय मूत्राशय का इलाज करने में मदद कर सकते हैं। यह बार-बार पेशाब आने का मुख्य कारण होता है। सेब के सिरका का प्रयोग करने के लिए आप एक गिलास पानी में एक चम्मच एप्पल साइडर सिरका अच्छी तरह से मिलाकर एक मिश्रण तैयार कर लें। अब आप इस मिश्रण का सेवन रोज एक बार अवश्य करें। इससे बार-बार पेशाब आने की समस्या से छुटकारा मिलता हैं (4)।
(और पढ़ें – सेब के सिरके के फायदे, लाभ, गुण और नुकसान)
बार बार पेशाब आने के उपचार में विटामिन सी और ए काफी लाभदायक हैं। विटामिन सी माइक्रोबियल विकास को प्रतिबंधित करता है जो मूत्र पथ के संक्रमण के लिए जिम्मेदार हो सकता है। और विटामिन ए मूत्राशय के संक्रमण का इलाज करने में मदद करता है जो अधिक पेशाब का कारण हो सकता है। इन विटामिन को अच्छी मात्रा प्राप्त करने के लिए आप खट्टे फल, पालक, हरी मिर्च, गाजर, खुबानी, पपीता, और अंडे का अधिक सेवन कर सकते हैं (5), (6)।
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क्रैनबेरी के रस में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जिन्हें प्रोएन्थोसाइनिडिन्स (Proanthocyanidins) कहा जाता है। ये यौगिक एंटी-आसंजन (Anti-adhesion) अणुओं के रूप में कार्य करते हैं जो संक्रमण पैदा करने वाले बैक्टीरिया को आपकी मूत्र की दीवारों से चिपके रहने से रोकते हैं। क्रैनबेरी का रस मूत्र संक्रमण के साथ-साथ मूत्र आवृत्ति जैसे लक्षणों का इलाज करता है। आप रोजाना 1 से 2 बार क्रैनबेरी जूस का सेवन करें (7)।
(और पढ़ें – क्रैनबेरी (करौंदा) जूस के फायदे और नुकसान)
यदि आप कई बार पेशाब जाने की समस्या से परेशान है और आपकी मूत्र आवृत्ति का कारण मूत्र पथ का संक्रमण है, तो इसमें ग्रीन टी बहुत मदद करती है। ग्रीन टी के रोगाणुरोधी गुण इस स्थिति के इलाज में मदद करते हैं। बार-बार पेशाब की समस्या को ठीक करने के लिए आप एक चम्मच ग्रीन टी को एक कप गर्म पानी में मिला लें। 5 से 7 मिनट के बाद इसे छानकर इसमें थोड़ा शहद मिला कर इसका सेवन करें। आप रोजाना दो बार ग्रीन टी पिएं (8)।
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तनाव भी बार बार पेशाब का एक कारण हो सकता है। लैवेंडर का तेल तनाव से राहत देने वाले गुणों को प्रदर्शित करता है जो आपको रिलैक्स रखता है और तनाव से छुटकारा दिलाता है। इसके लिए आप पानी से भरे डिफ्यूजर (Diffuser) में लैवेंडर के तेल की तीन से चार बूंदें डालें और इसकी सुगंध की श्वास लें। ऐसा आप रोजाना 1 से 2 बार करें (9)।
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याद आप सामान्य से अधिक बार पेशाब जाते है तो इसके उपचार के लिए अनार का सेवन करें। एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन C पाया जाता हैं। एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालते हैं और विटामिन सी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। इसके कारण हमारे मूत्राशय में होने वाले बैक्टीरिया को उसकी दीवारों पर जमा नहीं होने देता है और मूत्र पथ का संक्रमण भी ठीक हो जाता है। अनार के प्रयोग करने के लिए आप एक अनार के छिलके को लेकर इसका पेस्ट बना ले और उसे दूध में मिलकर पियें।
(और पढ़ें – अनार खाने के फायदे और नुकसान )
अधिक पेशाब की समस्या को ठीक करने में मेथी बहुत ही फायदेमंद होती है। इसमें पाए जाने वाले रासायनिक गुण और मूत्रवर्द्धक प्रभाव बार-बार पेशाब आने की समस्या का समाधान कर सकते हैं। मेथी का प्रयोग करने के लिए आप इसके पाउडर को लेकर इसमें अदरक का पेस्ट और शहद मिला कर इसका सेवन करें। इसका सेवन आपको दिन में केवल एक बार करना है।
(और पढ़ें – मेथी के फायदे और नुकसान )
यदि आप अधिक पेशाब आने की समस्या से परेशान है तो इसमें जीरा आपकी सहायता कर सकता है। यह मूत्र पथ का संक्रमण के साथ पेट में होने वाली पाचन संबधी सभी बिमारियों का इलाज करता है। इसके लिए 2 कप पानी में, एक चम्मच जीरे को अच्छे से उबाल ले और फिर ठंडा होने के बाद छानकर इसमें शहद मिला कर पियें। आप इसके दिन में दो बार चाय के स्थान पर पी सकते हैं।
(और पढ़ें – जीरा पानी पीने के फायदे और नुकसान)
तिल के बीज में एंटीऑक्सीडेंट्स, फाइबर, विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं जो बार बार पेशाब आने की समस्या की रोकथाम में सहायक होते हैं। तिल के बीज का सेवन करने के लिए आप इसे गुड़ के साथ मिला कर खाएं। इसके अलवा आप इसका सेवन अजवाइन से साथ भी कर सकते है जो अधिक फायदेमंद होता हैं।
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बार बार पेशाब जाने से आपके शरीर में पानी की कमी हो सकती हैं। इसके अलावा पानी की कमी से भी मूत्र पथ का संक्रमण होने की संभावना भी होती है जो कि बार-बार पेशाब के आने का कारण होता है। आप दिनभर जितना अधिक हो सकता है उतना अधिक पानी पियें। इससे किडनी से गंदगी बाहर हो जाती है और आपका शरीर भी हाइड्रेट रहेगा।
(और पढ़ें – पानी की कमी (निर्जलीकरण) क्या है, लक्षण, कारण और इलाज)
बार बार पेशाब जाने की समस्या का मुख्य कारण मूत्र पथ का संक्रमण होता है। ऊपर दिए गए बार बार पेशाब आने के घरेलू उपाय मूत्र पथ के संक्रमण (UTI) को कम करने और सामान्य से अधिक पेशाब आने की समस्या से छुटकारा दिला सकते है। यदि फिर भी आपको इस प्रकार की अधिक समस्या है तो आप अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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