Beetroot in Hindi: चुकंदर को ज्यादातर लोग इसके लाल रंग के कारण खून बढ़ाने के लिए उपयोग करते हैं। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि चुकंदर जो कि एक सुपरफूड है कई तरह की बीमारियों को ठीक करने का कार्य करता है। चुकंदर का सेवन अक्सर लोग सलाद और जूस के रूप में करते हैं। आज हम आपको इस लेख में चुकंदर खाने के फायदे और उनसे होने वाले स्वास्थ्य लाभ के बारे में बताने वाले हैं।
चुकंदर आयरन का अच्छा स्रोत माना जाता है क्योंकि इसमें फोलिक एसिड पाया जाता है जो कि खून बढ़ाने के लिए आवश्यक होता है। इसके साथ ही इसमें बीटानिन (betanin) नामक पिगमेंट पाया जाता है जो इसे पिंक कलर प्रदान करता है। इसके साथ ही चुकंदर में नाइट्रेट, मैग्नीशियम, सोडियम, पोटेशियम, फॉस्फोरस, कैल्शियम, आयोडीन, विटामिन बी1, बी2 और विटामिन सी पाया जाता है।
इन सभी तत्वों के साथ चुकंदर एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा स्रोत माना जाता है। चुकंदर (Beetroot) का उपयोग ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में, स्टेमिना बढ़ाने में मसल्स को मजबूत करने में और कई प्रकार के रोगों को दूर करने में किया जाता है। आइए जानते हैं चुकंदर खाने के फायदे क्या है।
चुकंदर एक मूसला जड़ वाला वनस्पति है। यह बीटा वल्गैरिस नामक जाति के पौधे होते हैं। चुकंदर को अंग्रेजी में बीटरूट (Beetroot) के नाम से जाना जाता है। यह एक प्रकार की मूसला जड़ है जो खाने में हलकी-मीठी होती है और उसका रंग लाल या जामुनी है।
शाकाहारी लोग चुकंदर को “रेड रानी” के नाम से भी जानते हैं। इसे औषधि के साथ-साथ सुपरफूड भी माना जाता है क्योंकि यह हमारे स्वस्थ के लिए कई प्रकार से लाभदायक है। आइये चुकंदर पोषण तत्व और उसके फायदे को जानते है।
चुकंदर की तासीर ठंडी है इसलिए यह खाने में ठंडा होता है। तासीर ठंडी होने के कारण यह गर्मियों में पीना अधिक फायदेमंद होता है। लेकिन ठंडी के मौसम में इसका सेवन कम करना चाहिए। जिन लोगों को बीतरूट से एलर्जी होती है तो वे इसका सेवन कम करें।
बीटरूट या चुकंदर में पाए जाने वाले पोषण संबंधी जानकारी को विस्तार से जानते है-
सिद्धांत | पोषक मूल्य | आरडीए का प्रतिशत |
---|---|---|
ऊर्जा | 45 कैल | 2% |
कार्बोहाइड्रेट | 9.56 ग्राम | 7% |
प्रोटीन | 1.61 ग्राम | 1% |
कुल वसा | 0.17 ग्राम | 0.5% |
कोलेस्ट्रॉल | 0 मिलीग्राम | 0% |
फाइबर आहार | 2.80 ग्राम | 7% |
विटामिन | ||
folates | 109 ग्राम | 27% |
नियासिन | 0.334 मिलीग्राम | 2% |
पैंटोथैनिक एसिड | 0.155 मिलीग्राम | 3% |
ख़तम | 0.067 मिलीग्राम | 5% |
राइबोफ्लेविन | 0.057 मिलीग्राम | 4% |
थायमिन | 0.031 मिलीग्राम | 2.5% |
विटामिन ए | 33 आईयू | 1% |
विटामिन सी | 4.9 मिलीग्राम | 8% |
विटामिन ई | 0.04 मिलीग्राम | 0.5% |
विटामिन K | 0.2 माइक्रोग्राम | 0% |
इलेक्ट्रोलाइट्स | ||
सोडियम | 78 मिलीग्राम | 5% |
पोटैशियम | 325 मिलीग्राम | 7% |
खनिज पदार्थ | ||
कैल्शियम | 16 मिलीग्राम | 1.5% |
तांबा | 0.075 मिलीग्राम | 8% |
लोहा | 0.80 मिलीग्राम | 10% |
मैगनीशियम | 23 मिलीग्राम | 6% |
मैंगनीज | 0.329 मिलीग्राम | 14% |
जस्ता | 0.35 मिलीग्राम | 3% |
पादप पोषक तत्वों | ||
कैरोटीन-ß | 20 माइक्रोग्राम | – |
बीटेन | 128.7 मिलीग्राम | – |
Lutein-zeaxanthin | 0 माइक्रोग्राम | – |
चुकंदर के पौष्टिक महत्व के बारे में जाना। और अब चुकंदर के स्वास्थ्य लाभ के बारें में जानते है
हेल्थ को बेहतर बनाए रखने के लिए कुछ सुपर फूड्स खाने की सलाह दी जाती है। चुकंदर भी एक ऐसा ही सुपर फूड है जो हमें कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं से बचाने में मदद कर सकता है। आइए जाने चुकंदर खाने के फायदे क्या हैं।
रक्तचाप को कम करने के लिए चुकंदर खाना बेहद लाभदायक माना जाता है। क्योंकि चुकंदर मैं सोडियम और वसा कम होती है जो उच्च रक्तचाप को कम करने में सहायता करती है। बीटरूट और ब्लड प्रेशर के बीच संबंध को बताने के लिए लंदन के सीन मेरी विश्वविद्यालय में किए गए एक अध्ययन के अनुसार बीटरूट का 200 मिलीलीटर जूस 4 हफ्तों तक पीने से ब्लड प्रेसर के स्तर में कमी पायी गई।
रक्तचाप को कम करने के साथ-साथ अगर आप बीटरूट का नियमित सेवन करते हैं तो यह हृदय के जोखिमो को भी कम करने में सहायता करता है। अगर आप अपने रक्तचाप को स्थिर रखना चाहते हैं तो रोजाना 200 mm बीटरूट का सेवन करें।
(और पढ़ें – उच्च रक्तचाप के लिए घरेलू उपचार)
अपने ऊपर देखा कि चुकंदर किस प्रकार रक्तचाप को कम करने के लिए लाभदायक है। इसी को आगे बढ़ाते हुए चुकंदर का नियमित सेवन आपके हृदय को स्वस्थ रखने में आपकी मदद कर सकता है। जिससे यह हृदय रोग के खतरे को कम करते हैं और स्ट्रोक जैसे जोखिम को भी दूर करता हैं।
एक अध्ययन के मुताबिक नियमित चुकंदर के जूस का सेवन 1 सप्ताह तक करने पर दिल की विफलता के जोखिम में कमी आई है और उनके रक्तचाप में सुधार देखा गया है।
एक अन्य अध्ययन में पता चला है कि चुकंदर मांस पेशियों तक ऑक्सीजन पहुंचाने की क्षमता में सुधार करता है। आपको पता होगा कि अगर मांसपेशियों को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिलती तो वह कमजोर हो जाती हैं। जिससे हमें थकान और कमजोरी महसूस होती है और हमारी शारीरिक गतिविधि में कमी आती है और ऑक्सीजन की कमी से अंत में हृदय से संबंधित रोग होने की संभावना बढ़ जाती है।
(और पढ़ें – हार्ट अटैक से बचने के उपाय)
बीटरूट का नियमित सेवन करने से स्तन और प्रोस्टेट कैंसर को रोका जा सकता है इसके लिए चुकंदर में पाए जाने वाला बेटासायनिन (betacyanin) की उपस्थिति को माना जाता है।
वॉशिंगटन की हावर्ड विश्वविद्यालय में किए गए एक अन्य अध्ययन में फेफड़े और त्वचा के कैंसर को रोकने के लिए चुकंदर को प्रभावी माना गया है।
आप चुकंदर के रस का सेवन गाजर के जूस के साथ कर सकते हैं। यह उपाय ल्यूकेमिया के उपचार में सहायक होता है।
ऐसे बहुत सारे अध्ययन किए जा चुके हैं जो चुकंदर के कैंसर विरोधी गुणों का समर्थन करते हैं और कैंसर सेल को बढ़ने से रोकते हैं।
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लीवर को स्वस्थ रखने के लिए चुकंदर का नियमित सेवन लाभकारी होता है क्योंकि चुकंदर में कैल्शियम विटामिन B, लोहा और एंटीऑक्सीडेंट की उपस्थिति सर्वाधिक होती है। जिससे यह जिगर के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है
नियमित रूप से चुकंदर का सेवन जिगर से पित्त के स्त्राव को बढ़ाता है और जिगर से विषाक्त पदार्थों को खत्म करने में मदद करता है। चुकंदर में फाइबर की मात्रा अधिक होती है जो कि लीवर के स्वास्थ्य के लिए जरूरी मानी जाती है।
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अध्ययनों से पता चला है कि चुकंदर मांसपेशियों को अधिक देर तक ईंधन उपलब्ध कराने का कार्य करता है जिससे ताकत में बढ़ोतरी होती है!
एक अध्ययन में 19 से 38 वर्ष के उम्र के पुरुष को शामिल किया गया जो व्यायाम के तौर पर साइकिल को चलाते थे! उन्होंने 1 दिन में लगभग आधा लिटर बीटरूट जूस लिया जिसे उन्हें 16 प्रतिशत लंबे समय तक व्यायाम करने की छमता प्राप्त हुई।
वैज्ञानिकों का मानना है कि चुकंदर में पाया जाने वाला नाइट्रेट, रक्त के प्रवाह, सेल सिग्नल और हार्मोन को बेहतर बनाने में मदद करते हैं और यह सभी मिलकर ऊर्जा को बढ़ाने में मुख्य भूमिका निभाते हैं।
बीटरूट एडीनोसेंट ट्राई फास्फेट के मांसपेशियों के द्वारा उपयोग किए जाने के स्तर को कम करता है। एटीपी जो कि शरीर का मुख्य ऊर्जा स्रोत माना जाता है ऊर्जा को बनाए रखने का कार्य करता है और एक लंबे समय तक सक्रिय रहने में हमारी मदद करता है।
बीटरूट के फायदे महिलाओं के लिए भी उतने ही है जितने पुरुषों के लिए। महिला एथलीटों के द्वारा दो बार में 70 मिलीलीटर चुकंदर के जूस का सेवन करने से उन्हें अपने प्रदर्शन के स्तर में बढ़ोतरी देखी गई।
इस प्रकार चुकंदर का सेवन आप को अधिक देर तक व्यायाम करने की उर्जा प्रदान करता है और व्यायाम करते समय ऑक्सीजन की लागत को कम करने का कार्य भी करता है। जिससे आप अपने स्टेमिना को बनाए रख पाते हैं और प्रदर्शन में सुधार कर पाते हैं।
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बीटरूट जूस मस्तिक स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है मस्तिक क्षेत्र के डिमेंशिया के शुरुआती चरणों में आमतौर पर चुकंदर के जूस को प्रभावी माना गया है। यह मस्तिष्क तंत्रिकाओं में सुधार करने के लिए जाना जाता है।
चुकंदर के रस में नाइट्रेट पाया जाता है जो कि हमारे शरीर के अंदर नाइट्रिक ऑक्साइड में बदल दिया जाता है। यह नाइट्रिक ऑक्साइड मस्तिष्क कोशिकाओं को एक दूसरे के साथ संवाद करने की अनुमति प्रदान करते है। जिससे हमारा मस्तिष्क अधिक तेज और स्वस्थ बन जाता है।
चुकंदर के रस का सेवन अल्जाइमर को रोकने के लिए भी लाभदायक होता है। कई अध्ययनों में पाया गया है कि चुकंदर के रस को पीने वाले व्यक्ति के पास स्वस्थ दिमाग और संज्ञानात्मक कार्य करने की क्षमता अधिक होती है।
एक अन्य UK के अध्ययन के मुताबिक आहार में नाइट्रेट मस्तिष्क के रक्त प्रभाव में सुधार कर सकता है जिससे मस्तिष्क के कामकाज को बढ़ाया जा सकता है।
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बीटरूट जूस (चुकंदर के रस) का सेवन करने से मधुमेह को कम किया जा सकता है। एक अध्ययन के अनुसार चुकंदर में पाया जाने वाला फाइबर हाइपोग्लाइसीमिया को कम कर सकता है। अध्ययन के मुताबिक दोपहर या रात के भोजन के बाद चुकंदर के रस का सेवन करने पर रक्तचाप में कमी आई जो की गिलाईसेमियां को कम करने के लिए जाना जाता है।
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नियमित रूप से चुकंदर खाने के फायदों में पाचन सुधार एक मुख्य रूप से जाना जाता है। दैनिक रूप से चुकंदर का सेवन पाचन और रक्त की गुणवत्ता में सुधार के लिए जाना जाता है।
अध्ययन में पाया गया है कि सफेद चुकंदर का रस यकृत और प्लीहा के अवरोधों को खत्म कर देता है।
लाल चुकंदर खाने से पाचन तंत्र और रक्त से संबंधित बीमारियों के उपचार में सहायता प्राप्त होती है
जब पेट के स्वास्थ्य की बात आती है तो चुकंदर का इसमें प्रमुख स्थान होता है क्योंकि चुकंदर का उपयोग सदियों से कब्ज और अन्य पेट से संबंधित बीमारियों का इलाज करने के लिए किया जाता है। चुकंदर फाइबर का अच्छा स्रोत होता है जो आंत की सफाई करने का कार्य करता है और साथ ही साथ पाचन तंत्र में सुधार के साथ समग्र स्वास्थ्य को बढ़ाता है।
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एक अध्ययन से पता चला है कि नियमित रूप से चुकंदर का अर्क लेने से कोलेस्ट्रॉल के स्तर में कमी आई है। और अच्छे कोलेस्ट्रॉल में वृद्धि हुई है। हालांकि इस अध्ययन में अभी और शोध करना बाकी है अध्ययन के लोगों का मानना है कि चुकंदर में घुलनशील फाइबर होने के कारण यह खराब कोलेस्ट्रोल को कम करने में सहायता कर सकते हैं। चुकंदर उन खाद्य पदार्थों में से एक है जो कि कैलोरी में कम है और इसमें कोलेस्ट्रोल की मात्रा भी शून्य होती है।
(और पढ़ें – जानें कि क्या होता है अच्छा (HDL) एवं बुरा (LDL) कोलेस्ट्रॉल)
बीटरूट में पाए जाने वाले नाइट्रेट के कारण यह गर्भवती महिलाओं के लिए फायदेमंद होता है। चुकंदर फोलिक एसिड से समृद्ध होती है जो गर्भवती महिलाओं के लिए अपने आहार में शामिल करने का एक बहुत अच्छा कारण माना जाता है। फोलिक एसिड बच्चे में न्यूरल ट्यूब दोष को रोकने में मदद करता है।
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जैसा की हमने ऊपर आपको बताया कि चुकंदर में आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है और एनीमिया का मुख्य कारण लोहे की कमी है। इसलिए एनीमिया को दूर करने के लिए चुकंदर सब्जियों की तुलना में सबसे समृद्ध स्रोत में से एक माना जाता है। क्योंकि चुकंदर का सेवन करने से लोहे का अवशोषण अन्य सब्जियों की तुलना में बेहतर तरीके से होता है। यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड मेडिकल सेंटर की एक रिपोर्ट के मुताबिक चुकंदर आयरन का अच्छा स्रोत है और एनीमिया से निपटने में मदद कर सकता है। क्योंकि चुकंदर में फोलेट पाया जाता है जो एनीमिया को ठीक करने के लिए जाना जाता है।
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आपको यह जानकर हैरानी होगी कि प्राचीन समय से चुकंदर को एक कामोद्दीपक के रुप में इस्तेमाल किया जा रहा है। चुकंदर में अच्छी मात्रा में बोरॉन होता है जो सीधे सेक्स हार्मोन के उत्पादन से संबंधित खनिज है।
यौन स्वास्थ्य के साथ साथ चुकंदर में बोरोन पाया जाता है जो आपके दिमाग को आराम देता है और ट्रिपटोफैन जो की खुशी के लिए जाना जाता है दोनों ही ख़ुशी देने में मदद करते हैं।
एक अध्ययन के मुताबिक चुकंदर का जूस भी यौन कमजोरी का इलाज करने में मदद करता है।
(और पढ़ें – यौन कमजोरी दूर करने के उपाय)
कैल्शियम की कमी से हड्डियां और दांत कमजोर हो जाते हैं चुकंदर का नियमित सेवन कैल्शियम की कमी को दूर करता है। क्योंकि चुकंदर में कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जिससे चुकंदर खाने से हड्डियां मजबूत बनती हैं।
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अगर आप वजन कम करने के बारे में सोच रहे हैं तो चुकंदर आपका अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। चुकंदर का वजन घटाने में प्रयोग मुख्य रूप से कृत्रिम स्वीटनर को हटाने में किया जा सकता है। क्योंकि चुकंदर मैं अपनी एक प्राकृतिक मिठास होती है जिससे आप अपने भोजन में अतिरिक्त चीनी को कम कर सकते है और अपना वजन कम कर सकते हैं।
चुकंदर में फाइबर की मात्रा अधिक होती है जिससे यह वजन घटाने के अन्य पदार्थों में सबसे अच्छा माना जाता है चुकंदर के रस के बारे में बताते हुए कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि यह अन्य विकल्प से बेहतर है। क्योंकि आपका शरीर चुकंदर के रस के साथ पोषक तत्वों को बेहतर तरीके से अवशोषित कर सकता है।
इस प्रकार यदि आप अपना वजन कम करना चाहते हैं तो प्रतिदिन एक गिलास चुकंदर का जूस का सेवन करें।
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उम्र के बढ़ने के साथ त्वचा का ढीलापन एक आम समस्या होती है लेकिन आप इस समस्या को चुकंदर का सेवन कर दूर कर सकते हैं। चुकंदर में विटामिन ए और कैरोटीन होते हैं जो आपको अंदर से लाभ पहुंचाते हैं। इसके अलावा चुकंदर में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं जो आपके फ्री रेडिकल और झुर्रियों को कम करने में मदद करते हैं।
एक अध्ययन के मुताबिक चुकंदर में उत्कृष्ट एंटी एजिंग गुण हैं। चुकंदर में पाए जाने वाले गुण उम्र बढ़ने के साथ त्वचा के ढीलेपन का विरोध करती हैं और आपको अधिक सुंदर और निखरी त्वचा प्रदान करते हैं।
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आप चुकंदर का उपयोग अपने बालों और सिर की खुजली को दूर करने के लिए भी कर सकते हैं। चुकंदर उन चुनिंदा घरेलू उपायों में से एक है जो आपके सिर की खुजली को दूर कर सकता है। चुकंदर का उपयोग करने के लिए आप कुछ चुकंदर के टुकड़ों को लेकर पानी के साथ उबाल लें और इस उबले हुए पानी से अपने सिर की मसाज करें।
इसके साथ आप एक अन्य तरीके में कुछ चुकंदर के टुकड़ों के साथ सेब के सिरके और कुछ अदरक के टुकड़ों को मिला सकते हैं और अपने सिर पर लगा सकते हैं। इस प्रकार बने पेस्ट को सिर पर लगाने के 20 मिनट बाद इसे अच्छे पानी से धो लें।
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चुकंदर कब और कितना खाना चाहिए, इसके बारे में कोई वैज्ञानिक अध्ययन उपलब्ध नहीं है। आप इसका उपयोग रोजाना सलाद के रूप में आधा चुकंदर का सेवन कर सकते है। इसके अलावा आप रोज एक गिलास चुकंदर का जूस भी पी सकते है।
बीटरूट को आप अपने स्वाद अनुसार कई प्रकार से खा सकते है। इसके कुछ उदाहरण निम्न है-
आपने ऊपर जाना चुकंदर खाने के फायदे बहुत अधिक है किंतु इसका यह मतलब नहीं है कि आप इसका अधिक मात्रा में सेवन करें चुकंदर का एक निश्चित मात्रा में सेवन लाभदायक होता है आइए जानते हैं चुकंदर खाने के नुकसान क्या हैं
चुकंदर खाने के फायदे और स्वास्थ्य लाभ (Beetroot benefits and side effects in Hindi) का यह लेख आपको कैसा लगा हमें कमेंट्स कर जरूर बताएं।
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