Besan khane ke fayde बेसन भारत में प्रमुख खाद्य पदार्थ के रूप में उपयोग किया जाता है। चना दाल के पिसे आटे को बेसन कहते हैं। लेकिन क्या आप बेसन खाने के फायदे और नुकसान जानते हैं। बेसन को ग्राम फ्लौर या छोले का आटा (Gram flour or chickpea flour or besan) भी कहा जाता है। बेसन ऐसा खाद्य पदार्थ है जो आमतौर सभी रसोई घरों में उपलब्ध होता है। बेसन का उपयोग हम विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजनों को बनाने के लिए करते हैं। बेसन खाने के फायदे जानकर आप हैरान हो जाएगें। बेसन खाने के फायदे मधुमेह का इलाज करने, मोटापा कम करने, हृदय को स्वस्थ रखने, हड्डियों को मजबूत करने, एनीमिया का उपचार करने और कोलेरेक्टल कैंसर जैसी गंभीर समस्याओं को दूर करने में होते हैं। आज इस आर्टिकल में आप बेसन खाने के फायदे और नुकसान संबंधी जानकारी प्राप्त करेगें।
विषय सूची
1. बेसन क्या है – Besan Kya hai in Hindi
2. बेसन की तासीर – Besan Ki Taseer in Hindi
3. बेसन के स्वास्थ्य लाभ – Besan Ke Swasth labh in Hindi
4. बेसन खाने के नुकसान – Besan Khane ke Nuksan in Hindi
बेसन एक विशेष खाद्य पदार्थ है जो भारत सहित दुनिया के लगभग सभी देशों में उपभोग किया जाता है। सामान्य शब्दों में कहा जाए तो बेसन चने की दाल का आटा है। कई जगहों पर चने की दाल को भून कर या कच्चे ही आटा बनाकर बेसन तैयार किया जाता है। बेसन में बहुत से पोषक तत्व और खनिज पदार्थों की उच्च मात्रा होती है। जिसके कारण बेसन का सेवन करने से हमें बहुत अधिक मात्रा में ऊर्जा प्राप्त होती है। इसके अलावा बेसन का उपयोग सौदर्य प्रसाधन के लिए भी किया जाता है। क्योंकि चने के आटे की प्रकृति त्वचा समस्याओं को प्रभावी रूप से दूर करने में सहायक होती है। आइए जाने बेसन खाने के फायदे जो हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं।
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कई प्रकार के रोगों से मानव शरीर की रक्षा करने वाले पोषक तत्व बेसन में मौजूद रहते हैं। इसके अलावा बेसन की तासीर गर्म होने के कारण यह हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। यही कारण है कि बड़े बुजुर्ग सर्दीयों के मौसम में चने खाने की सलाह देते हैं।
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बेसन या चने की दाल का आटा बहुत ही पौष्टिक आहार है। नियमित रूप से इसका सेवन करने पर यह विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं से हमारी रक्षा कर सकता है। हालांकि स्वास्थ्य समस्याओं के लिए बेसन खाने के फायदे अप्रयक्ष रूप से लाभ दिलाते हैं। इसका मतलब यह है कि बेसन का उपभोग करने पर यह किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए त्वरित लाभकारी नहीं है। नियमित रूप से सेवन करने पर और लंबे समय के बाद ही प्रभावी होता है। हालांकि कुछ लोगों के लिए बेसन खाने के नुकसान भी होते हैं। आइए सबसे पहले बेसन खाने के फायदे को विस्तार से जानें।
हम अपने आहार में बेसन का कई प्रकार से उपयोग कर सकते हैं। बेसन खाने के फायदे रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। बेसन को बहुत ही कम ग्लाइसेमिक स्तर के लिए जाना जाता है जो उच्च मधुमेह वाले लोगों के लिए फायदेमंद होता है। ऐसा माना जाता है बेसन की रोटी खाने के फायदे मधुमेह रोगी के लिए बहुत अधिक होते हैं। लेकिन आप बेसन के पराठे भी खा सकते हैं। आप बेसन के कुछ आटे को भून सकते हैं और इसमें मसालों के साथ फ्राई करके उपभोग कर सकते हैं। यह आपके शरीर में रक्त शर्करा के स्तर को कम करने का सबसे अच्छा और पौष्टिक तरीका हो सकता है।
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आप अपने दिल को स्वस्थ रखने के लिए बेसन का उपयोग कर सकते हैं। बेसन में घुलनशील फाइबर होता है जो आपके हृदय स्वास्थ्य को लंबे समय तक बनाए रखता है। इसलिए कहा जाता है कि बेसन की रोटी बेनिफिट्स फॉर हार्ट। बेसन में ऐसे बहुत से घटक होते हैं तो रक्त वाहिकाओं को आराम दिलाने के साथ ही आपके हृदय की कार्य क्षमता को बढ़ाने में सहायक होते हैं। बहुत से हार्ट सर्जन रोगी को बेसन का सेवन करने की सलाह भी देते हैं। हृदय रोगियों के लिए बेसन खाने के फायदे उनके जीवन को बढ़ाने में सहायक होते हैं।
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जो लोग अपना वजन कम करने का प्रयास कर रहे हैं उन्हें अपने आहार में बेसन को शामिल करना चाहिए। क्योंकि बेसन खाने के लाभ वजन कम करने में प्रभावी पाए गए हैं। चूंकि बेसन में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है इसलिए इसमें कैलौरी की मात्रा भी कम होती है। यही कारण है कि बहुत से फिटनेस सलाहकार बेसन को प्रमुख आहार के रूप में खाने की सलाह देते हैं। भारत में बेसन का उपयोग सत्तू के रूप में भी किया जाता है। इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा भी कम होती है जो प्रोटीन से भरपूर होता है। इसके अलावा बेसन में फाइबर भी अच्छी मात्रा में होता है जो अधिक वजन को नियंत्रित करने में सहायक होता है। इस तरह से बेसन के फायदे वजन कम करने के लिए भी जाने जाते हैं।
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चने के आटे या बेसन की रोटी के फायदे एनीमिया के लक्षणों को कम करने में सहायक होते हैं। बेसन शरीर की थकान, अधिक वजन और लोहे की कमी जैसी समस्याओं का प्रभावी ढंग से इलाज कर सकता है। जानकारों के अनुसार नियमित रूप से बेसन की अनुशंसित मात्रा का सेवन करने से एनीमिया या खून की कमी जैसे लक्षणों को दूर किया जा सकता है। बेसन थियामिन (Thiamine) का अच्छा स्रोत होता है जिसके कारण यह आपको पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा दिलाने में सक्षम है।
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विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए बेसन का उपयोग किया जाता है। बेसन के इन्हीं लाभों में एक रक्त कोलेस्ट्रॉल
को कम करना भी शामिल है। जी हां बेसन खाने के लाभ रक्त कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकते हैं। आपके द्वारा उपभोग किये जाने वाले मकई के आटे में ट्रांस फैट नहीं होता है जो रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित कर सकता है। जबकि बेसन में इसकी अच्छी मौजूदगी होती है। रक्त कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित कर आप अपने दिल को भी स्वस्थ रख सकते हैं। इस तरह से बेसन के फायदे रक्त कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकते हैं जो आपके तनाव को भी कम करने में सहायक हो सकता है।(और पढ़े – कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए भारतीय घरेलू उपाय और तरीके…)
चने को पीसकर बेसन प्राप्त किया जाता है जिसमें आयरन की अच्छी मात्रा होती है। इस तरह से बेसन का नियमित सेवन कर शरीर में आयरन की कमी को दूर किया जा सकता है। इसके अलावा बेसन में फोलेट भी होता है जो शारीरिक कमजोरी (frailty) को दूर करने में प्रभावी होता है। यदि आप भी अपने शरीर को कमजोर महसूस कर रहे हैं तो अपने नियमित आहार में शामिल कर बेसन के फायदे प्राप्त कर सकते हैं।
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स्वास्थ्य लाभ दिलाने के लिए बेसन में विभिन्न प्रकार के औषधीय गुण होते हैं। इन्हीं गुणों में कैंसर रोधी गुण भी शामिल है। इसलिए बेसन के फायदे स्तन कैंसर जैसी गंभीर समस्या के लक्षणों को कम करने में सहायक होते हैं। हालांकि बेसन में कैंसर रोधी गुण आंशिक रूप से होते हैं। बेसन में सैपोनिन्स नामक फाइटोकेमिल होते हैं जो कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने में सहायक होते हैं। इसके अलावा यह ट्यूमर के विकास की संभावना को भी कम करते हैं। नियमित रूप से महिलाओं द्वारा बेसन का सेवन करने से यह ऑस्टियोपोरोसिस से रक्षा करता है। रजोनिवृत्ति के बाद महिलाओं में स्तन कैंसर को रोकने वाले हार्मोन को उत्तेजित करने में भी बेसन के पोषक तत्व अहम भूमिका निभाते हैं।
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उन महिलाओं के लिए भी बेसन के फायदे होते हैं जो गर्भवती हैं। क्योंकि बेसन में फोलेट और आयरन दोनों की उच्च मात्रा होती है जो गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत ही आवश्यक हैं। गर्भावस्था के दौरान बेसन का सेवन करने से यह महिलाओं की कमजोरी को भी दूर करने में सहायक होता है। इसके अलावा इसमें मौजूद फोलेट बच्चे के तंत्रिका विकास में सहायक होता है। बेसन में कैल्शियम भी होता है जो गर्भावस्था के दौरान महिलाओं की हड्डियों को मजबूत रखने का अच्छा विकल्प है। इस तरह से गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के लिए बेसन खाने के फायदे होते हैं।
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क्या आप अनिद्रा या नींद की समस्या से परेशान हैं। यदि ऐसा है तो बेसन को अपने आहार में शामिल कर लाभ प्राप्त किया जा सकता है। अच्छी नींद को बढ़ावा देने में बेसन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। बेसन के फायदे इसमें मौजूद 3 प्रमुख घटकों के कारण होते हैं। ये घटक हैं अमीनो एसिड, ट्रिप्टोफैन और सेरोटोनिन। ट्रिप्टोफैन आपके मस्तिष्क को शांत करने में सहायक होते हैं। इसके अलावा सेरोटोनिन नींद को उत्तेजित करने में सहायक होते हैं। इसलिए ही बेसन खाने के फायदे आपकी नींद को बेहतर बनाने और आपके मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए जाने जाते हैं।
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जानकारों का मानना है कि बेसन का सेवन करने के फायदे रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि बेसन में मैग्नीशियम की अच्छी मात्रा होती है। यह आपके रक्तचाप को नियंत्रित करने और बहुत सी हृदय संबंधी समस्याओं को रोकने में प्रभावी होता है। जो लोग हृदय रोग से ग्रसित हैं उन्हें नियमित रूप से बेसन का सेवन करना चाहिए क्योंकि बेसन के गुण हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं।
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यदि आप अपनी हड्डियों को स्वस्थ और मजबूत रखना चाहिते हैं तो बसेन का नियमित सेवन करें। क्योंकि अध्ययनों से पता चलता है कि बेसन बेनिफिट्स फोर हेल्दी बोन्स। बेसन में मौजूद कैल्शियम, मैग्नीशियम और महत्वपूर्ण खनिज पदार्थ आपकी हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। इसके अलावा बेसन खाने के फायदे हड्डियों के घनत्व को भी बढ़ाते हैं। जिससे उम्र बढ़ने पर ऑस्टियोपोरोसिस जैसी हड्डीयों संबंधी समस्याएं होने की संभावना कम होती है।
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बेसन में फोलेट नामक एक महत्वपूर्ण विटामिन होता है। यह आपके मस्तिष्क स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और मस्तिष्क की कार्य क्षमता को बढ़ाने में सहायक होता है। नियमित रूप से बेसन का सेवन करने से शरीर को आवश्यक मात्रा में फोलेट और अन्य पोषक तत्वों की प्राप्ति होती है। इस तरह से बेसन मस्तिष्क कार्य क्षमता को उत्तेजित करने में सक्षम होता है। आप भी अपने और परिजनों के मस्तिष्क स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए अपने आहार में बेसन को शामिल कर सकते हैं।
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एक अध्ययन के अनुसार बेसन में सूजन रोधी गुण होते हैं। इसलिए बेसन का इस्तेमाल सूजन को कम करने के लिए किया जा सकता है। बेसन में सेलेनियम, पोटेशियम, विटामिन ए और और विटामिन बी भी होते हैं। ये सभी घटक सूजन संबंधी समस्याओं को दूर करने में प्रभावी होते हैं। यदि आप भी सूजन संबंधी समस्याओं से परेशान हैं तो सबसे पहले डॉक्टर से संपर्क करें साथ ही विकल्प के रूप से बेसन का सेवन कर सकते हैं।
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चने का आटा या बेसन खाने के फायदे बहुत अधिक होते हैं। लेकिन बेसन खाने के नुकसान को अनदेखा नहीं किया जा सकता है। क्योंकि किसी भी खाद्य पदार्थ के फायदे और नुकसान दोनों ही होते हैं। आइए जाने चने का बेसन खाने के नुकसान क्या हैं।
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