Bhang In Holi Festival In Hindi: होली का त्यौहार बहुत ही नजदीक आ गया है। सब लोगों में इसके लिए बहुत अधिक उत्साह देखा जा रहा है जैसे ही होली का नाम मुँह की जुबां पर आता है तो रंगों के साथ-साथ भांग की गोली और भांग से बने पकवान का स्वाद लेने के लिए मन ललचा जाता है। आज हम इस लेख में आपको होली के त्यौहार में भांग का महत्व और उपयोग की संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं। तो आइए जानते हैं कि किस प्रकार भांग होली में उपयोग की जाती है और इसके क्या फायदे और नुकसान हैं। साथ ही साथ भांग की गोली, भांग की लस्सी और ठंडाई बनाने की विधि के साथ भांग का नशा उतारने के उपाय क्या है।
भांग एक आयुर्वेदिक औषधि के रूप में जाने जाने वाली जड़ी बूटी है जिसका उपयोग भारत में 1000 बी सी से भी अधिक साल पहले से किया जा रहा है। भांग मुख्यतः भांग के पेड़ की पत्तियों से प्राप्त की जाती है और इसे ज्यादातर लोग खाने में यूज करते हैं। कुछ लोग इसका सेवन स्मोक के रूप में भी करते हैं। भांग का महत्व होली के समय बहुत अधिक बढ़ जाता है सबसे ज्यादा भांग का उपयोग भारत में होली के पर्व में किया जाता है। भांग (bhang) का इस्तेमाल खाने में, भांग की गोली के रूप में और भांग की ठंडाई के रूप में किया जाता है। भांग का पौधा 3-8 फीट उंचाई का होता है भांग के पौधे के पतीयाँ खंडों के रूप में पायी जाती है भांग के नर पौधे के पत्तों को सुखाकर भांग तैयार की जाती है।
आपको बता दें कि भांग का उपयोग 50000 से भी अधिक औद्योगिक उत्पादों में किया जाता है इसलिए इसका महत्व बहुत अधिक है।
भारत में भांग परंपरा और रीति-रिवाजों का एक प्राचीन भाग रहा है ग्रामीण भारत के कुछ हिस्सों में लोग भांग का उपयोग विभिन्न प्रकार के औषधीय गुणों के रूप में करते हैं। यदि भांग का सेवन उचित मात्रा में किया जाए तो माना जाता है कि भांग बुखार को ठीक करने, सूरज की रोशनी से बचाने, कफ को साफ करने, पाचन में सहायता और भूख के इलाज जैसी समस्याओं में किया जा सकता है। इसके साथ ही साथ भांग का उपयोग बोलने से संबंधित परेशानियों को दूर करने में भी किया जाता है। भांग को चिंता दूर करने के रूप में जाना जाता है। यह ध्यान को बढ़ाकर शरीर को सतर्कता प्रदान करती है।
भांग जिसे कैनाबिस भी कहा जाता है मौखिक रूप से मलेरिया और गठिया जैसे रोगों का इलाज करने के लिए आयुर्वेदिक औषधि के रूप में रोगी को दिया जाता है। पहले के समय में योद्धा अपनी नसों को मजबूत बनाने के लिए भांग का सेवन किया करते थे और भांग का उपयोग कामेच्छा बढ़ाने के लिए भी किया जाता था।
भारत में अपने धार्मिक और आध्यात्मिक निहितार्थों के लिए भांग की भारत में प्रतिष्ठा अधिक है विशेषकर हिंदू धर्म में। माना जाता है कि हिंदू देवता शिव ने भांग को अपनी दिव्य शक्तियों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए इस्तेमाल किया था और पवित्र हिंदू ग्रंथ अथर्ववेद में भांग को धरती पर पांच सबसे पवित्र पौधों में से एक माना गया है। वेदों के कुछ वैदिक अनुष्ठानों मैं दुश्मनों और बुरी ताकतों से उबरने के लिए अनुष्ठान यज्ञ में भांग को जला दिया जाता था। क्योंकि वेद भांग को “खुशी का स्रोत” “आनंद देने वाला” और “मुक्तिदाता” के रूप में मानते थे ।
(और पढ़ें – भूख बढ़ाने के आयुर्वेदिक घरेलू उपाय)
होली के दौरान भांग लस्सी लेने की परंपरा उत्तर भारत में विशेष रूप से आम है जहां पर होली को अन्य जगहों से अलग तरीके से मनाया जाता है। भांग हिंदुओं को धार्मिक महत्व के प्राचीन शहर मथुरा में भारी मात्रा में खाई जाती है। ऐसा माना जाता है कि भांग को खाकर भगवान कृष्ण को याद किया जाता है और भगवान कृष्ण के अनुयायियों द्वारा इसे दूसरों को दिया जाता है और प्रसाद के रूप में इसे ग्रहण किया जाता है। मथुरा के कुछ लोग भांग का सेवन अपनी भूख को कम करने के लिए लेते हैं जबकि कुछ लोग भांग का सेवन तनाव को कम करने के लिए करते हैं। आपको बता दें कि भांग का मुख्य केंद्र वाराणसी जिसे बनारस कहते हैं। माना जाता है जहां पर गंगा के कई घाटों पर भांग को तैयार किया जाता है।
(और पढ़े – होली खेलने से पहले रखें इन बातों का ध्यान)
प्राचीन परंपरा से भांग की लस्सी का उपयोग किया जा रहा है। भांग की लस्सी को बनाने के लिए हरे पत्तियों के पाउडर को दही और मट्ठे के साथ मिलाकर तैयार की जाती है। इसका मिश्रण बनने तक इसे हाथों से अच्छे से मथा जाता है यह स्वादिष्ट और ताजा होता है। भांग की लस्सी भारत के कई हिस्सों में कानूनी है और यह मुख्य रूप से होली के दौरान बेची और पी जाती है। कहीं-कहीं भांग के पकौड़े भी बनाकर खाए जाते हैं ,उत्तर प्रदेश में भांग की दुकानों को लाइसेंस दिया गया है और भारत के कई जगहों में भांग के उत्पादों की खरीदी की जा सकती है और भांग की लस्सी को पिया जा सकता है।
भारत के कुछ हिस्सों में होली के त्यौहार में भांग की गोलियां और मिठाई आदि का विशेष रूप से उपयोग किया जाता है। भांग होली के समय भांग की गोली के रूप में भी उपलब्ध होती है जो कि भांग को पानी के साथ मिलाकर तैयार की जाती है। मीठी भांग की गोलियां होली के समय व्यापक रूप से उपलब्ध होती हैं। इन्हें नशीली दवा नहीं माना जाता लेकिन इन्हें खाने के बाद नींद में बढ़ोतरी होती है। भांग की गोली खाने के 2 घंटे बाद अपना प्रभाव दिखाती है और इसे खाने के बाद स्वप्न जैसा अनुभव प्राप्त होता है। भांग की गोली से कई प्रकार की आयुर्वेदिक औषधियां तैयार की जाती हैं भांग का पाउडर कानूनी रूप से आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी में उपलब्ध है।
(और पढ़ें – होली पर क्या अधिक न खाएं और पेट खराब होने पर क्या करें)
होली पर भांग की ठंडाई का विशेष महत्व है आपने भांग की ठंडाई का नाम जरूर सुना होगा और कुछ लोग तो ऐसे भी हैं जिन्होंने इसका स्वाद भी चखा होगा। आज हम आपको भांग की ठंडाई बनाने की विधि बताने जा रहे हैं जिससे आप भांग की ठंडाई को बड़ी आसानी से बना सकते है।
सबसे पहले आप भांग की ठंडाई बनाने के लिए एक छोटे बाउल में लगभग दो कप पानी को लेकर सारी सूखी सामग्रियां उसमें डाल दें और दो से ढाई घंटे तक फूलने दें अच्छी तरह फूल जाने के बाद उनका एक पेस्ट तैयार कर लें।
इसके बाद एक बर्तन में लगभग आधा लीटर पानी को लेकर इसमें शक्कर डालकर 2 घंटे के लिए रख दें।
आपने जो पहले सुखी सामग्रियों का पेस्ट बनाया था उसमें भांग की गोलियों को भी अच्छे से मिलाकर पीस लें फिर इस पेस्ट को किसी कपड़े में लपेटकर अच्छे से छान लें और जो बना हुआ भाग है उसमें दूध और चीनी का जो घोल है उससे मिला लें।
अब बने हुए इस मिश्रण को आप फ्रिज में रख दें और दो-तीन घंटे के लिए रखा रहने दें। इसके बाद आपकी भांग की ठंडाई पीने के लिए तैयार है आप अपने दोस्त मित्रों के साथ इसका सेवन ऊपर से बादाम को छिड़क कर कर सकते हैं।
भांग को और अच्छा बनाने के लिए आप इसमें केसर और बर्फ के टुकड़ों को भी मिला सकते हैं।
(और पढ़ें – केसर के फायदे और नुकसान)
दोस्तों जैसा कि आपने ऊपर पड़ा होली के त्यौहार में भांग का अपना अलग महत्व है। लेकिन यदि भांग का सेवन अधिक मात्रा में कर लिया जाए तो इसका नशा उतारना काफी मुश्किल भरा हो सकता है। आइए जानते हैं कि भांग का नशा कैसे उतारे हैं और भांग चढ़ जाने पर कौन से पदार्थ का सेवन करें जिससे भांग का नशा जल्दी ही उतर जाए।
(और पढ़ें – भांग का नशा उतारने के घरेलू उपाय)
होली के त्यौहार में भांग पीने के बाद होने वाले नशे को उतारने के लिए निम्न घरेलू उपायों को करें।
यदि भांग का नशा अधिक चढ़ गया हो तो आप इसे उतारने के लिए खट्टे फलों जैसे कि नींबू, छाछ, दही जैसी खट्टी चीजों का सेवन करें इससे जल्दी ही भांग का नशा उतर जाता है।
शुद्ध घी का प्रयोग भांग का नशा उतारने में किया जा सकता है आप खाने में अधिक से अधिक मात्रा में घी का उपयोग करें कि भांग के असर को शांत करने का काम करता है घी का सेवन करने से भांग का नशा कम चढ़ता है और जल्दी ही उत्तर भी जाता है।
नींबू पानी से बने शरबत का सेवन भांग के नशा उतारने के लिए किया जा सकता है इसके लिए आप एक गिलास पानी में नींबू का रस मिलाकर उसमें कुछ चीनी और नमक मिलाएं और उसका एक शरबत बना लें थोड़ी थोड़ी देर में इसका सेवन करते रहने से भांग का नशा जल्दी ही उतर जाता है।
यदि भांग का नशा इन सब उपायों के बाद भी नहीं उतरता तो आपको जल्दी ही व्यक्ति को चिकित्सीय जांच के लिए ले जाना चाहिए और उचित उपचार और इलाज कराना चाहिए।
होली के त्यौहार में भांग का महत्व और उपयोग की संपूर्ण जानकारी (Importance Of Bhang In Holi Festival in Hindi) का यह लेख आपको कैसा लगा हमें कमेंट्स कर जरूर बताएं।
इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।
Homemade face pack for summer गर्मी आपकी स्किन को ख़राब कर सकती है, जिससे पसीना,…
वर्तमान में अनहेल्दी डाइट और उच्च कोलेस्ट्रॉल युक्त भोजन का सेवन लोगों में बीमारी की…
Skin Pigmentation Face Pack in Hindi हर कोई बेदाग त्वचा पाना चाहता है। पिगमेंटेशन, जिसे…
चेहरे का कालापन या सांवलापन सबसे ज्यादा लोगों की पर्सनालिटी को प्रभावित करता है। ब्लैक…
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिन्हें पहचान कर आप…
त्वचा पर निखार होना, स्वस्थ त्वचा की पहचान है। हालांकि कई तरह की चीजें हैं,…