Increase Appetite in Hindi आप जैसा खाते हैं वैसा ही आपका शरीर होता है। आज लगभग सभी लोग भूख कम होने या भूख न लगने की समस्या से परेशान हैं। लेकिन भूख बढ़ाने के आयुर्वेदिक उपाय भी होते हैं। भूख कम होना मतलब आपका शरीर कमजोर होना है। क्योंकि आपके शरीर को ताकत और अच्छा स्वास्थ्य, भोजन से ही प्राप्त होता है। जब आप पर्याप्त मात्रा में भोजन का उपभोग नहीं करेगें तो स्वाभाविक है कि आपको पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिलेगी। भूख न लगना एक आम समस्या है। लेकिन इस समस्या का निराकरण कुछ प्राकृतिक खाद्य पदार्थों से किया जा सकता है जो भूख की कमी वाले लोगों में भूख के प्रति एक मजबूत इच्छा को बढ़ाते हैं। आइए जाने भूख न लगने का कारण और भूख बढ़ाने के आयुर्वेदिक घरेलू उपाय क्या हैं।
विषय सूची
1. भूख न लगने या कम लगने का कारण – Bhukh Kam Lagne Ke Karan in Hindi
2. भूख बढ़ाने के उपाय और घरेलू नुस्खे – Bhukh badhane ke gharelu nuskhe in Hindi
यह देखने में आपको सामान्य लग सकता है कि आपकी भूख कम हो गई है। लेकिन इसके परिणाम गंभीर हो सकते हैं। भूख में कमी अस्थायी या लंबी अवधि की हो सकती है। भूख में कमी आना एक अचानक से होने वाली घटना नहीं है। बल्कि यह धीरे-धीरे होने वाले दुष्प्रभावों का नतीजा होता है। भूख कम होने के कई कारण हो सकते हैं। इनमें से कुछ प्रमुख कारण इस प्रकार हैं :
बच्चों और वयस्कों की भूख बढ़ाने के कुछ घरेलू और आयुर्वेदिक उपाय भी होते हैं। इन आयुर्वेदिक उपचारों का उपयोग कर आप अपनी भूख की कमी को दूर कर सकते हैं। आइए इन्हें जाने।
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भोजन जीवन की मूलभूत आवश्यकता है जो जीवन के लिए बहुत ही आवश्यक है। उचित और पौष्टिक भोजन के बिना हमारा शरीर ठीक से काम नहीं कर सकता है। भोजन हमारे लिए एक टॉनिक है जो शरीर के विभिन्न तंत्रों के उचित कामकाज में मदद करता है। लेकिन जब व्यक्ति की भूख के प्रति इच्छा कम हो जाती है तो यह शरीर के कमजोर होने का संकेत होता है। हालांकि इस समस्या का उपचार आयुर्वेद के पास है। प्रकृति ने हमें कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ दिये हैं जो हमारी भूख को बढ़ा सकते हैं या इस समस्या का प्रभावी इलाज कर सकते हैं।
आयुर्वेद में आंवले को उसके गुणों के कारण औषधी के रूप में जाना जाता है। यह आपके शरीर के लिए टॉनिक का काम करते हुए मतली का इलाज भी करता है। आंवला हमारे पाचन तंत्र को वापस रैक पर लाता है और यकृत को साफ करने में मदद करता है। आंवले में विटामिन सी की अच्छी मात्रा होती है जो हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देता है। इसके अलावा इस औषधीय फल में एंटी-डाइबेटिक, गैस्ट्रोस्टाइनल और सेरेब्रल गुण भी होते हैं।
यदि आपको भूख की कमी का एहसास होता है तो आप आंवले का उपभोग कर सकते हैं। यदि नियमित रूप से सुबह के समय खाली पेट 2 चम्मच आंवला जूस का सेवन किया जाए तो यह आपकी भूख को बढ़ा सकता है। इसके अलावा आप आंवले का अन्य प्रकार से भी उपभोग कर सकते हैं।
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आपकी कमजोर पाचन व्यवस्था भी भूख की कमी का कारण हो सकती है। बेहतर पाचन की सहायता के लिए प्राचीन समय से ही अजवायन का उपयोग किया जा रहा है। भारतीय समाज में खाना पकाने के दौरान अजवायन के बीजों का उपयोग एक आम घटक की तरह किया जाता है। यदि आप भूख में कमी से परेशान हैं तो अजवायन का नियमित उपभोग प्रारंभ करें। यह निश्चित ही आपको लाभ दिला सकता है। आजवाइन एंटी-फ्लैटुलेंस और एंटासिड के रूप में कार्य करने के अलावा पाचन एंजाइमों के स्राव में भी मदद करता है। जिससे स्वाभाविक रूप से आपकी भूख को उत्तेजित किया जा सकता है। अजवायन का उपभोग आप कई प्रकार से कर सकते हैं जैसे कि :
आप अजवायन के चूर्ण का सेवन कर सकते हैं या फिर अजवायन के पानी का उपभोग कर सकते हैं।
अजवायन का पानी बनाने के लिए आप 1 चम्मच अजवायन को 1 गिलास गर्म पानी में डालें और थोड़ी देर उबलने के बाद आप इस पानी का सेवन करें। आप नियमित रूप से इस पानी को सुबह खाली पेट पीएं भूख बढ़ाने के लिए यह अधिक फायदेमंद हो सकता है।
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दूर से ही आकर्षित करने वाले अनार के चमकीले बीज रस से भरे होते हैं। इस लाल फल में एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन की अच्छी मात्रा होती है। इस कारण अनार का जूस आपके शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद हो सकता है। इसका विशेष लाभ यह है कि यह आपकी भूख की कमजोर इच्छा का इलाज कर सकता है। इसके अलावा अनार का उपयोग मुंह के खराब स्वाद को ठीक करने के लिए भी जाना जाता है। यह स्वाभाविक रूप से आपकी भूख को बढ़ा सकता है। यह बच्चों के लिए भूख बूस्टर का सबसे अच्छा विकल्प होता है।
भूख न लगने का इलाज करने के लिए आप 1 गिलास अनार जूस में शहद मिलाएं और नियमित सेवन करें। यदि आपकी भूख बेहद कम है तो अनार जूस को दिन में 3 बार पिये जब तक भूख सामान्य न हो जाए। इसके अलावा आप प्रतिदिन 1 गिलास अनार जूस का सेवन सुबह के समय कर सकते हैं।
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हम आयुर्वेदिक उपचारों की बात कर रहे हैं जो हमारी भूख को बढ़ा सकते हैं। इन्हीं आयुर्वेदिक उपचारों में हरीतकी या हर्रा भी शामिल है जो आपकी भूख को बढ़ाने में मदद करता है। हरितकी के कई अन्य स्वास्थ्य लाभ भी हैं लेकिन पाचन संबंधी बीमारियों के लिए इसका अधिक उपयोग किया जाता है। यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल बीमारियों को ठीक करने और भूख को बढ़ाने में मदद करता है। यदि आप अपचन की समस्या से ग्रसित
हैं तो इस समस्या का प्रभावी इलाज हरितकी से संभव है।हर्रा शरीर से विषाक्त पदार्थों को हटाने में मदद करता है और पाचन तंत्र को स्वस्थ्य अवस्था में लाता है। इन्हीं गुणों के कारण हरितकी को जड़ी-बूटीयों की मां भी कहा जाता है। आप भी अपनी भूख को बढ़ाने के लिए हरितकी का औषधीय उपभोग कर सकते हैं।
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अपचन, एसिडिटी, भूख और गैस्ट्रिक आदि समस्याओं से ग्रसित लोगों के लिए इलायची फायदेमंद होती है। यह हमारे पाचन तंत्र के लिए एक अच्छा टॉनिक के रूप में काम करती है। यह पाचन रस के प्रवाह को उत्तेजित करके पाचन को बढ़ाता है। आप सामान्य रूप से इलायची का सेवन भोजन के बाद कर सकते हैं। यह भारतीय परंपरा में भी शामिल है। इसके अलावा आप चाय के साथ भी इलायची या इसके पाउडर का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप अपने कुछ विशेष व्यंजनों में भी इलायची को शामिल कर सकते हैं। इस तरह से आप अपनी पाचन शक्ति को बढ़ाने के लिए अपने दैनिक जीवन में इलायची को शामिल कर सकते हैं।
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आयुर्वेदिक औषधीयों और खाद्य पदार्थों का उपयोग कर आप अपनी भूख को बढ़ा सकते हैं। इसके लिए आप इनसे एक आयुर्वेदिक सिरप भी तैयार कर सकते हैं। यह सुगंधित, हल्का और स्वादिष्ट होता है। इस प्रकार के सिरप को बनाने के लिए आपको चाहिए।
½ लीटर नींबू का रस, 1 किलो कैंडी शुगर, ½ लीटर पानी, ½ चम्मच सफेद सिरका। इस सिरप को बनाने के लिए आप एक बर्तन में पानी डालें और इसमें चीनी को मिलाएं। इस मिश्रण को धीमी आंच में गर्म होने दें जब तक यह पूरी तरह से घुल न जाये। पूरी तरह से घुलने के बाद इस मिश्रण को ठंडा होने दें और इसमें नींबू का रस और सफेद सिरका मिलाएं। इस मिश्रण को किसी हवा बंद कंटेनर या बोतल में बंद करके रख लें। आप और आपके परिवार के सभी सदस्य इस सिरप का सेवन कर सकते हैं। इसे दिन में दो बार लिया जाना चाहिए। यह भूख बूस्टर के रूप में प्रभावी काम करता है।
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पेट को साफ करने और स्वस्थ्य रखने वाले गुण इमली में मौजूद रहते हैं। इस खट्टे और स्वादिष्ट फल में बहुत से औषधीय गुण होते हैं जिसके कारण इसे कई खाद्य आहारों के साथ प्रमुखता से उपयोग किया जाता है। विशेष रूप से यह दक्षिण भारतीय व्यंजनों का प्रमुख घटक माना जाता है। यह भूख को बढ़ाने और पाचन को बढ़ावा देने के लिए भी उपयोगी होता है। इमली का उपभोग कई प्रकार से किया जा सकता है। जैसे कि इमली का सूप या जूस बनाकर। इमली का जूस बनाने के लिए आपको चाहिए :
10 ग्राम पकी हुई इमली, 1 कटोरी पानी, नमक स्वादानुसार इस जूस को बनाने के लिए आप 1 कटोरी पानी में इमली को कुछ घंटो तक भीगने दें। फिर इस इमली को इस पानी में अच्छी तरह से मसलें और अपने स्वाद के अनुसार नमक और कालीमिर्च को शामिल करें। आप इस जलसेक का सेवन कर सकते हैं। इस जलसेक को दिन में दो बार सेवन किया जाना चाहिए। यह आपकी भूख को बढ़ाने का प्राकृतिक और असरदार तरीका हो सकता है।
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अधिकांश भारतीय व्यंजनों में धनिया आमतौर पर उपयोग की जाती है। औषधीय गुणों के कारण इसे भी जड़-बूटीयों में शामिल किया जा सकता है। धनिया अपचन को ठीक करने के लिए जानी जाती है। धनिया का रस गैस्ट्रिक एंजाइमों के उत्पादन में मदद करता है जो बदले में भूख को बढ़ाते हैं। इस तरह से आप धनिया का उपभोग कर अपनी भूख में सुधार कर सकते हैं। आप अपने आहार में धनिया का उपयोग करने के अलावा इसके रस का सेवन भी कर सकते हैं जो अतिरिक्त लाभ दिला सकता है। धनिया का रस निकालने के लिए आपको चाहिए।
½ कप धनिया के पत्ते और पानी को मिलाकर ताजा धनिया का रस निकालें। इस रस को प्रतिदिन सुबह खाली पेट सेवन करें। यह आपकी भूख को बढ़ाने में मदद करता है।
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अब तक के ज्ञात खाद्य पदार्थों में अदरक ही है जो व्यापक रूप से भूख उत्तेजक के रूप में उपयोग किया जाता है। अदरक का रस भूख की कमी का प्रभावी इलाज कर सकता है। इसके अलावा यह प्रतिरक्षा शक्ति और पाचन तंत्र दोनो के लिए लाभकारी होता है। धनिया के साथ मिलाकर इसका उपभोग करने पर यह भूख बूस्टर के रूप में काम करता है। अदरक का रस एक मजबूत भूख उत्तेजक पेय की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है।
अदरक का जूस बनाने के लिए आपको धनिया के बीज और सूखे अदरक की आवश्यकता होती है। आप धनिया बीज और सूखे अदरक को 5:1 में मिलाएं जिससे 1 चम्मच पाउडर तैयार किया जा सके। इस मिश्रण को पानी में मिलाएं और गर्म करें जब तक की यह पूरी तरह से पक न जाए। आप इस काढ़े को ठंडा करें और दिन में दो बार इसका उपभोग करें। यह आपकी भूख को उत्तेजित करने में मदद कर सकता है।
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आप विभिन्न प्रकार की औषधीय जड़ी-बूटीयों और खाद्य पदार्थ का उपभोग कर आप अपनी भूख बढ़ा सकते हैं। लेकिन शरीर को स्वस्थ्य रखने और भूख बढ़ाने का एक और तरीका व्यायाम है। भूख बढ़ाने में योगा आपकी बेहद मदद कर सकता है। एक स्वस्थ्य शरीर और पाचन सुधार के लिए हर दिन लगभग 30-40 मिनिट के लिए योग अभ्यास जरूरी है। भूख बढ़ाने वाले कुछ योग इस प्रकार हैं:
सूर्य नमस्कार – यह 12 चरणीय दिनयर्चा शरीर के सभी मुख्य मांसपेशी समूहों को सक्रिय करती है और सभी आंतरिक प्रक्रियाओं को नियंत्रित करती है।
कपालभाती प्राणायाम – यह श्वास योग है जो मानव पाचन तंत्र को बढ़ावा दे सकता है। साथ में यह भूख को भी बढ़ा सकता है।
पश्चिमोत्तासन – सामने की तरफ झुकने का अभ्यास आपकी भूख को बढ़ा सकता है। इसके अलावा यह पाचन संबंधी अन्य समस्याओं को भी दूर करने में मदद कर सकता है। आप नियमित रूप से पश्चिमोत्तासन योग को करें। यह आपके अच्छे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है।
पवनमुक्तासन – यह मुद्रा कब्ज और अन्य पाचन समस्याओं को खत्म करने में मदद करता है। इस प्रकार आपकी भूख को बढ़ाया जा सकता है। आप अपनी दिनचर्या में बेहतर नियंत्रण पाने के लिए योग अभ्यास का सहारा ले सकते हैं। यह आपकी कमजोर भूख को उत्तेजित करने में अहम योगदान दे सकते हैं।
पौष्टिक आहार और नियमित व्यायाम के साथ ही आप अपनी नींद पर नियंत्रण रखें। अच्छी भूख के लिए समय पर सोना और सुबह जल्दी उठना भी फायदेमंद होता है। आप के द्वारा भोजन का समय भी निश्चित किया जाना चाहिए।
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