Birth Control Sponge in Hindi बर्थ कंट्रोल स्पंज का उपयोग आपको गर्भावस्था से बचा सकता है। लेकिन बहुत से लोगों को बर्थ कंट्रोल स्पंज का उपयोग और सावधानियां पता नहीं होती है। जबकि गर्भनिरोधक के लिए स्पंज का उपयोग बहुत ही प्रभावी और सुविधाजनक होता है। जिन लोगों को बर्थ कंट्रोल स्पंज का उपयोग और सावधानियां पता नहीं है वे इस लेख के माध्यम से समझ सकते हैं कि किस प्रकार बर्थ कंट्रोल स्पंज का उपयोग किया जा सकता है। आइए विस्तार से जाने बर्थ कंट्रोल स्पंज से सबंधित अन्य जानकारियां क्या हैं।
विषय सूची
1. जन्म नियंत्रण स्पंज क्या है – Birth Control Sponge Kya Hai in Hindi
2. गर्भनिरोधक स्पंज कैसे काम करता है – Garb Nirodhak Sponge Kaise Kaam Karta Hai in Hindi
3. बर्थ कंट्रोल स्पंज कितना प्रभावी है – Birth Control Sponge Kitna Prabhavi Hai in Hindi
4. गर्भनिरोधक स्पंज का उपयोग कैसे करें – Birth Control Sponge ka Upyog kaise kare in Hindi
5. गर्भनिरोधक स्पंज कैसे प्राप्त करें – Birth Control kaise prapt kare in Hindi
6. बर्थ कंट्रोल स्पंज की कीमत कितनी है – How Much Does birth control Sponge Cost in Hindi
7. जन्म नियंत्रण स्पंज कितना सुरक्षित है – Birth control Sponge Kitna Surakshit Hai in Hindi
8. क्या बर्थ कंट्रोल स्पंज सभी के लिए सुरक्षित है – Kya birth control Sponge Sabhi ke liye Surakshit hai in Hindi
9. जन्म नियंत्रण स्पंज के जोखिम क्या हैं – What are the risks of birth control sponge in Hindi
10. बर्थ कंट्रोल स्पंज का उपयोग करने के नुकसान – Birth control Sponge Ke side effects in Hindi
बर्थ कंट्रोल स्पंज को गर्भनिरोधक स्पंज के नाम से भी जाना जाता है। बहुत ही कम लोगों को यह पता होता है कि जन्म नियंत्रण स्पंज क्या है और यह कैसे काम करता है। यह नरम, स्क्विशी प्लास्टिक से बना एक छोटा गोल स्पंज होता है। इस स्पंज को सेक्स करने पहले योनि के अंदर डाला जाता है। डायाफ्राम की तरह स्पंज भी महिलाओं के गर्भाशय ग्रीवा (cervix) को कवर करता है और गर्भ धारण करने से रोकता है। डायाफ्राम की तरह स्पंज के साथ भी शुक्राणुनाशक (spermicides) का उपयोग किया जाता है। प्रत्येक स्पंज में फैब्रिक लूप होता है जिससे इसे बाहर निकालने में आसानी होती है।
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आज जन्म नियंत्रण करने वाले बहुत से उत्पाद बाजार में मौजूद हैं जिनमें स्पंज भी शामिल हैं। लेकिन बहुत से लोगों को यह पता नहीं होता है कि गर्भनिरोधक स्पंज कैसे काम करता है। स्पंज गर्भाधारण को दो प्रकार से रोकता है। यह आपके गर्भाशय ग्रीवा को अच्छी तरह से कवर करता है और गर्भावशय के प्रवेश द्वारा को बंद करता है। जिससे शुक्राणु (sperm) गर्भशाय के अंदर प्रवेश नहीं कर पाते हैं जिससे अंडे के निषेचित (Fertilized) होने की संभावना खत्म हो जाती है। स्पंज के गर्भधारण रोकने का दूसरा तरीका इसमें उपयोग किये जाने वाले शुक्राणुनाशक हैं। स्पंज में पहले से ही शुक्राणुनाशक मौजूद रहते हैं जो शुक्राणुओं को ख़त्म करने में सहायक होते हैं। जिसके कारण भी शुक्राणुओं को अंडे तक पहुंचने में मुश्किल होती है। गर्भावस्था को रोकने के लिए स्पंज का उपयोग सीधे ही किया जा सकता है। लेकिन अतिरिक्त सुरक्षा प्राप्त करने के लिए स्पंज के साथ कंडोम का उपयोग भी किया जा सकता है। ऐसा करने पर आपको गर्भावस्था के साथ ही यौन संक्रमणों से भी सुरक्षा प्राप्त हो सकती है।
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बहुत सी महिलाएं गर्भनिरोधक के रूप में स्पंज का उपयोग करती हैं। लेकिन बर्थ कंट्रोल स्पंज कितना प्रभावी होता है यह भी जानना बहुत जरुरी है। यदि सही तरीके से स्पंज का उपयोग किया जाये तो इसके अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं। हर बार सेक्स के दौरान आपको सही तरीके से स्पंज का उपयोग करना चाहिए। इसमें कोई शक नहीं है कि गर्भावस्था को रोकने में स्पंज बहुत ही प्रभावी है। हालांकि यदि आप किसी प्रकार का जोखिम नहीं चाहते हैं तो स्पंज के साथ ही पुरुष या महिला कंडोम का उपयोग कर सकते हैं। यह आपको अतिरिक्त लाभ दिलाने में सहायक होता है। आइए विस्तार से जाने कि बर्थ कंट्रोल स्पंज कितना प्रभावी होता है।
सभी बर्थ कंट्रोल विधियों की तरह ही स्पंज को लेकर भी महिलाओं के मन में यह प्रश्न जरूर उठता होगा कि गर्भावस्था को रोकने में स्पंज कितना प्रभावी है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यदि सही तरीके से स्पंज का उपयोग किया जाये तो यह आपको गर्भावस्था से बचाने के लिए सबसे अच्छा और सुरक्षित तरीका है। लेकिन यदि आप दिये गए निर्देशों का सही तरह से पालन नहीं करते हैं तो यह आपके लिए प्रभावी नहीं हो सकता है। इसलिए प्रत्येक बार सेक्स के दौरान आपको बर्थ कंट्रोल स्पंज का उपयोग करना चाहिए। गर्भनिरोधक स्पंज का उपयोग उन महिलाओं के लिए अधिक प्रभावी होता है जो अब तक मां नहीं बनी हैं। यदि ये महिलाएं हर सेक्स के दौरान स्पंज का उपयोग करती हैं तो इन्हें 91 प्रतिशत तक गर्भावस्था से सुरक्षा मिल सकती है।
यदि आप पहले मां बन चुकी हैं और हर सेक्स के दौरान स्पंज का उपयोग करती हैं तो यह आपको 80 प्रतिशत तक गर्भावस्था से बचा सकता है। लेकिन वास्तविक जीवन में महिलाओं के लिए स्पंज का उपयोग करना मुश्किल हो सकता है। इस कारण माना जाता है कि बर्थ कंट्रोल स्पंज लगभग 88 प्रतिशत महिलाओं के लिए ही प्रभावी होता है। इसका मतलब यह है कि यदि 100 महिलाएं स्पंज का उपयोग कर रही हैं तो उनमें से केवल 12 महिलाएं ही गर्भवती हो सकती है जबकि 88 महिलाएं गर्भवती नहीं होती है। इससे स्पष्ट है कि सही तरह से उपयोग करने पर गर्भावस्था को रोकने में स्पंज प्रभावी होता है।
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लगभग सभी महिलाएं गर्भावस्था को लेकर किसी प्रकार की लापवाही नहीं चाहती हैं। इसलिए वे हमेशा कोशिश करती हैं कि स्पंज को और अधिक प्रभावी कैसे बनाया जायें। हर बार जब आप योनि सेक्स करते हैं तो स्पंज का सही तरीके से उपयोग करना सबसे महत्वपूर्ण है। लेकिन स्पंज को अधिक प्रभावी बनाने के लिए आपको इसके साथ अन्य गर्भनिरोधक विधियों का भी उपयोग करना चाहिए। गर्भावस्था को रोकने के लिए आपके पुरुष साथी पुल आउट विधि (pull out method) का उपयोग कर सकते हैं। जिसमें शुक्राणु को योनि के अंदर नहीं छोड़ा जाता है। इसके अलावा हर बार सेक्स करने के दौरान कंडोम का उपयोग करना भी एक अच्छा विकल्प है। यह न केवल आपको गर्भावस्था से बचाता है बल्कि यह आपको यौन संक्रमण से भी बचाता है।
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बहुत से लोगों के मन में यह सवाल होता है कि क्या स्पंज यौन संक्रमण से बचाता है। तो जान लें इसका जबाब है नहीं, यह स्पंज यौन संक्रमण के खिलाफ सुरक्षा नहीं दिलाता है। बल्कि अधिक उपयोग करने पर यह एचआईवी और अन्य यौन संचारित समस्याओं के जोखिम को बढ़ा सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि स्पंज में उपयोग किये जाने वाले शुक्राणुनाशक में नॉनओक्सीनॉल-9 (Nonoxynol -9) नामक रसायन होता है। इससे महिलाओं की योनि में खुजली और जलन हो सकती है। इसके अलावा यह यौन संक्रमण के कीटाणुओं के शरीर में प्रवेश को आसान बनाता है। यदि आप स्पंज का उपयोग कर रही है और यौन संक्रमण से बचना चाहती हैं तो घबराने की जरूरत नहीं है। क्योंकि यौन संक्रमण से बचने का सबसे बेहतर विकल्प कंडोम के रूप में मौजूद है। सेक्स के दौरान आप महिला या पुरुष कंडोम का उपयोग कर यौन संक्रमण से बच सकते हैं।
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यह तो सभी को पता है कि जन्म नियंत्रण के लिए स्पंज का उपयोग किया जाता है। लेकिन सही तरीके से बर्थ कंट्रोल स्पंज का उपयोग कैसे करें यह बहुत सी महिलाओं को पता नहीं है। जितनी बार भी आप सेक्स करते हैं उतनी बार ही आपको सही तरीके से बर्थ कंट्रोल स्पंज का उपयोग करना चाहिए। इसके अलावा स्पंज का उपयोग करना भी बेहद आसान है। आप इसे उसी तरह से उपयोग कर सकते हैं जैसे टैम्पोन या डायाफ्राम का उपयोग किया जाता है। आइए जाने बर्थ कंट्रोल स्पंज का उपयोग कैसे करें इससे सबंधित कुछ जानकारीयां क्या हैं।
सामान्य रूप से महिलाओं को यह नहीं पता होता है वे स्पंज का सही तरीके से उपयोग कर रही हैं या नहीं। अक्सर उनका खुद से ही यह सवाल होता है कि जन्म नियंत्रण स्पंज को कैसे योनि में लगायें। हालांकि स्पंज का उपयोग करने की विधि बहुत ही आसान है। लेकिन इसे बहुत ही सावधानी के साथ किया जाना चाहिए। क्योंकि थोड़ी सी चूक आपके लिए गर्भावस्था जैसे गंभीर परिणाम ला सकती है। स्पंज को योनि में डालने के दौरान निम्न स्टेप्स का पालन करें।
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यह प्रश्न स्वाभाविक है कि स्पंज को योनि में कब डाला जा सकता है या यह सक्रिय कब होता है। जब भी आप सेक्स करना चाहते हैं उस समय आप अपनी योनि में स्पंज का उपयोग कर सकते हैं। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि योनि में डालने से पहले आपको स्पंज गीला करना है। क्योंकि गीला करने से ही इसके शुक्राणुनाशक सक्रिय होते हैं। जैसे ही आप शुक्राणुनाशक को सक्रिय करते हैं और स्पंज को योनि में डालते हैं जन्म नियंत्रण स्पंज प्रभावी रूप से अपना काम करना शुरु कर देता है। सेक्स करने के 24 घंटे पहले स्पंज डाला जा सकता है जिससे आप गर्भावस्था को रोक सकते हैं। ऐसा करना से आपको रूकावट मुक्त सेक्स करने में मदद मिलती है। एक बार जब आप स्ंपंज को योनि के अंदर डाल लेते हैं तब आप अगले 24 घंटों तक जितनी बार चाहें उतनी बार सेक्स कर सकते हैं।
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बर्थ कंट्रोल के लिए स्पंज का उपयोग करना बहुत ही प्रभावी होता है। लेकिन महिलाओं को यह जानना भी आवश्यक है कि स्पंज को योनि में कब तक रखा जा सकता है। स्पंज का उपयोग करने वाली महिलाओं को सेक्स के बाद कम से कम 6 घंटे तक स्पंज को योनि में रखना चाहिए। लेकिन स्पंज को योनि में अधिकतम 30 घंटों से अधिक समय तक नहीं रखा जाना चाहिए। इसका मतलब यह है कि स्पंज का उपयोग करने के बाद 24 घंटे तक कभी भी सेक्स किया जा सकता है। यह भी ध्यान रखें के योनि में स्पंज रखने का अधिकतम समय 30 घंटे है लेकिन इसे पूरे 30 घंटों तक योनि में ही नहीं छोड़ना चाहिए। बस आपको इतना ध्यान रखना है कि सेक्स करने के बाद कम से कम 6 घंटे तक स्पंज योनि के अंदर ही रखना है।
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जैसा कि आप ऊपर जान चुके हैं कि स्पंज को सेक्स करने के बाद 6 घंटे तक योनि के अंदर ही रखना चाहिए। लेकिन इसके बाद स्पंज को बाहर कैसे निकालें यह भी एक समस्या है। हालांकि आपको घबराने की आवश्कता नहीं है क्योंकि स्पंज को योनि से बाहर निकालना बहुत ही आसान है। स्पंज को योनि से बाहर निकालने के लिए पहले अपनी उंगलियों को साफ करें। इसके बाद आप अपनी उंगली से स्पंज के तल पर फैब्रिक लूप के चारो ओर हुक करें। फिर धीरे से स्पंज को अपनी योनि से बाहर निकालें। यदि आपको स्पंज निकालने में दिक्कत हो रही है तो अपनी योनि की मांसपेशियों को धक्का दें जैसा आप पेशाब करने के दौरान करते हैं। योनि से निकाले गए स्पंज को किसी पेपर में लपेट कर कचरे में फेंक दें।
इस बात का विशेष ध्यान रखें कि स्पंज का फिर से उपयोग नहीं किया जा सकता है। इसका मतलब यह है कि एक बार उपयोग करने के बाद आप इसे फिर से गर्भावस्था के बचाव में उपयोग नहीं कर सकते हैं। प्रत्येक स्पंज केवल 24 घंटों तक ही गर्भावस्था से आपकी रक्षा कर सकता वो भी तब जब यह आपकी योनि के अंदर हो।
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अन्य जन्म नियंत्रणों की तरह ही आप किसी स्वास्थ्य केंद्र, दवा दुकानों आदि से बर्थ कंट्रोल स्पंज को प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा बहुत सी बेव साइट स्पंज की आनलाइन बिक्री भी करती हैं। जिनसे आप इन्हें आसानी से खरीद सकते हैं।
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गर्भावस्था से बचाव के दौरान इसकी कीमत नहीं बल्कि इसकी गुणवत्ता और प्रभावशीलता पर ध्यान दिया जाना चाहिए। हालांकि स्पंज बहुत अधिक महंगा नहीं है। सामान्य रूप से बर्थ कंट्रोल स्पंज 3 के पैक में उपलब्ध होता है। हालांकि यह कई ब्रांडों का होता है इस कारण इसकी कीमतें भी अलग-अलग होती हैं। अनुमानित रूप से स्पंज का एक पैकिट लगभग 1100 रूपये का होता है। लेकिन स्पंज खरीदने के आधार पर इनकी कीमतें भिन्न हो सकती हैं। आप इन्हें दवा दुकानों, चिकित्सा संस्थानों या ऑन लाइन भी खरीद सकते हैं।
स्पंज का उपयोग करने वाली महिलाओं में यह दुविधा बनी रहती है कि स्पंज कितना सुरक्षित है। लेकिन उन्हें बता दें कि स्पंज केवल उसी समय प्रभावी होता है जब वे इसका सही तरीके से उपयोग करती हैं। हालांकि बर्थ कंट्रोल स्पंज का उपयोग करने के कुछ दुष्प्रभाव भी होते हैं। लेकिन यह अधिकांश महिलाओं के लिए सुरक्षित जन्म नियंत्रण विकल्प है। कुछ विशेष परिस्थितियों में स्पंज का उपयोग करना मुश्किल हो जाता है।
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क्या उपयोगिता के आधार पर स्पंज सभी के लिए सुरक्षित है यह प्रश्न महिलाओं के लिए अहम है। अधिकांश महिलाएं गर्भनिरोधक स्पंज का उपयोग सुरक्षित और आसान तरीके से करती हैं। लेकिन यह सभी महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है। आइए जाने किन कारणों से स्पंज सभी के लिए सुरक्षित नहीं है।
इन लक्षणों के अलावा जब आपके पीरियड्स आये हो या किसी भी तरह का योनि से रक्त स्राव हो रहा हो तो आपको स्पंज का उपयोग नहीं करना चाहिए। स्पंज का उपयोग करने से दुर्लभ लेकिन गंभीर टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम (toxic shock syndrome) बीमारी की संभावना बढ़ जाती है।
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कुछ महिलाओं के लिए बर्थ कंट्रोल स्पंज का उपयोग करने के दुष्प्रभाव भी होते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि स्पंज में उपयोग किये जाने वाले शुक्राणुनाशक में नॉनओक्सीनॉल-9 (Nonoxynol -9) नामक हार्मोन होता है। यह घटक महिलाओं की योनि में खुजली और जलन पैदा करता है। इसका अधिक मात्रा में उपयोग करने से योनि में जलन, एचआईवी और अन्य यौन संक्रमण जैसी समस्या उत्पन्न हो सकती है। इसलिए यौन संक्रमण से बचने के लिए सेक्स के दौरान कंडोम का उपयोग किया जाना चाहिए।
यदि सेक्स के दौरान स्पंज का उपयोग करने पर महिलाओं की योनि या पुरुषों के लिंग में किसी प्रकार का दर्द होता है तो यह आपके निजी अंगों की संवेदनशीलता को दर्शाता है। यदि आपको यौन संक्रमण या किसी लेटेक्स कंडोम की संवेदनशीलता है तो स्पंज के उपयोग के दौरान योनि मे जलन हो सकती है। इसलिए स्पंज को सभी महिलाओं के लिए सुरक्षित और अच्छा जन्म नियंत्रण विधि का विकल्प नहीं माना जा सकता है।
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जन्म नियंत्रण के रूप में फायदेमंद होने के साथ ही बर्थ कंट्रोल स्पंज का उपयोग करने के कुछ नुकसान भी होते हैं। हालांकि हर बार सेक्स के दौरान स्पंज का उपयोग करना अच्छा होता है। लेकिन कुछ महिलाओं के लिए यह असुविधा और मुश्किल का काम हो सकता है। स्पंज में मौजूद शुक्राणुनाशक के रसायन भी महिलाओं की परेशानी का कारण बन सकते हैं। आइए जाने स्पंज का उपयोग करने के नुकसान क्या हैं।
बर्थ कंट्रोल स्पंज के प्रभावी रूप से काम करने के लिए आपको सेक्स के दौरान हर बार स्पंज की जरूरत होती है। इसके अलावा यदि इसका उपयोग सही तरीके से नहीं किया जाता है तो यह प्रभावी नहीं होगा। इसका मतलब यह है कि स्पंज का इस्तेमाल करते समय सही तरीके से उपयोग करना चाहिए। अन्यथा महिलाओं के गर्भवती होने की संभावना बनी रहती है। आप स्पंज को योनि में 24 घंटे तक ही रख सकते हैं। यदि इससे अधिक समय तक स्पंज योनि में रहता है तो यह समस्या पैदा कर सकता है। यदि आपको लगता है कि आप स्पंज का सही तरीके से उपयोग नहीं कर पा रही हैं तो आपको इसके साथ कंडोम का भी उपयोग करना चाहिए। क्योंकि यह आपको जन्म नियंत्रण और यौन संक्रमण दोनों से बचाने में प्रभावी होता है।
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बहुत सी महिलाओं को स्पंज लगाने में परेशानी होती है। इसलिए स्पंज से पूर्ण सुरक्षा प्राप्त करने में मुश्किल हो सकती है। महिलाओं को इसका उपयोग करने के लिए पर्याप्त अभ्यास की आवश्यकता है। आपको यह भी सुनिश्चित करना पड़ता है कि सेक्स के बाद कम से कम 6 घंटे तक स्पंज योनि में ही रहे, लेकिन 30 घंटों से अधिक समय तक नहीं।
यदि महिलाएं सही तरीके से स्पंज का उपयोग नहीं करती हैं तो यह उन्हें गर्भधारण से बचाने में असमर्थ है। इसलिए स्पंज के पैकिट पर दिये गए सभी निर्देशों का पालन करना अनिवार्य है।
बहुत सी महिलाओं को सेक्स के बाद हर बार स्पंज निकालने में भी परेशानी होती है। यह भी स्पंज का उपयोग करने के दौरान होने वाली असुविधा में से एक है। इसके लिए आप योनि की मांसपेशियों को दबाव दें जैसा आप पेशाब करने के दौरान करते हैं। इसके अलावा आपको स्पंज निकालने के लिए अपनी उंगलियों की मदद लेनी पड़ती है।
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सभी लोगों को गर्भावस्था के साथ ही यौन संक्रमण से सुरक्षा की आवश्यकता होती है। लेकिन स्पंज का उपयोग करने पर यह यौन संक्रमण को नहीं रोकता है। बल्कि अधिक मात्रा में स्पंज का उपयोग करने पर यह एड्स और यौन संक्रमणों की संभावना को बढ़ा सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि स्पंज के शुक्राणुनाशक में मौजूद रसायन योनि को परेशान कर सकते हैं। ये योनि में संक्रामक जीवाणुओं के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करते हैं। लेकिन स्पंज का उपयोग करने के दौरान आप कंडोम का इस्तेमाल कर इन सभी समस्याओं से बच सकते हैं।
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कुछ महिलाएं बर्थ कंट्रोल स्पंज में उपयोग किये जाने वाले शुक्राणुनाशक के घटक नॉनओक्सीनॉल-9 के प्रति संवेदनशील होती हैं। यह महिलाओं की योनि में जलन पैदा कर सकता है साथ ही यह एड्स की संभावनाओं को भी बढ़ाता है। स्पंज का उपयोग करने से टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम जैसी गंभीर बीमारी होने का खतरा भी होता है।
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