Breast Milk Production Badhane Ke Liye Kya Khana Chahiye: बच्चे के लिए जन्म से लेकर 6 महीने तक माँ का दूध बहुत ही जरूरी होता है, इसलिए उसे केवल माँ का ही दूध पिलाया जाता हैं। शिशु के लिए माँ के दूध में वसा, चीनी, पानी और प्रोटीन सभी पोषक तत्व होते है जो बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास बहुत जरूरी हैं। लेकिन जब यह दूध माँ के स्तनों में कम हो जाता है तो बच्चे को पर्याप्त पोषण नहीं मिल पता है इसलिए स्तनों में पर्याप्त मात्रा में दूध होना बहुत ही जरूरी होता हैं। आज हम आपको ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने के उपाय बताने जा रहे है, जो स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए बहुत ही फायदेमंद होगें। कुछ खाद्य पदार्थों का सेवन करके आप आसानी से अपने ब्रेस्ट मिल्क को बढ़ा सकती है। आइये जानते है कि स्तनों में दूध बढ़ाने के लिए क्या खाना चाहिए।
वैसे तो बहुत सारे खाद्य पदार्थ, फल और सब्जियां है जो स्तनपान के समय आपकी मदद कर सकते हैं। लेकिन इसके अलावा स्तनपान कराने वाली माँ अपने स्तनों में दूध बढ़ाने के लिए निम्न खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। जानें स्तनों में दूध बढ़ाने के लिए क्या खाना चाहिए?
मेथी के सुगंधित बीजों को अक्सर शक्तिशाली गैलेक्टागोग्स (galactagogues) के रूप में जाना जाता है। उनमें एस्ट्रोजेन जैसे यौगिक होते हैं जिन्हें दूध के प्रवाह को बढ़ाने के लिए माना जाता है। एक छोटे से अध्ययन में पाया गया है कि जो महिलाएं दिन में तीन बार मेथी की चाय पीती थीं, उनके स्तनों में दूध की मात्रा बढ़ गई थी।
मेथी एक जड़ी बूटी (Herb) है जिसे दूध उत्पादन में वृद्धि के लिए जाना जाता है। दूध प्रवाह में वृद्धि लाने के लिए मेथी को चाय में उबालकर उपयोग किया जा सकता है। ये कैप्सूल के रूप में उपलब्ध होते हैं जिनका सेवन कर माताएं अपने दूध उत्पादन की क्षमता को बढ़ा सकती हैं।
(और पढ़े – मेथी के फायदे और नुकसान)
ओटमील या ओट मिल्क आयरन का बहुत अच्छा और समृद्ध स्रोत है, आधा कप सूखे ओट्स में 2 मिलीग्राम आयरन होता है। स्तनपान कराने वाली माताओं को प्रति दिन लगभग 20 प्रतिशत आयरन की आवश्यकता होती है, जो गर्भावस्था के बाद एनीमिया से ग्रसित महिलाओं के लिए बहुत आवश्यक है। अध्ययनों से पता चलता है कि एनीमिया के कारण दूध का कम उत्पादन हो सकता है। आयरन का एक अच्छा स्रोत वाला दलिया रक्त में लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या बढ़ाने में मदद करता है जो बदले में स्तन दूध के उत्पादन में वृद्धि करता है। ओटमील एक आरामदायक भोजन भी है जो बनाने में बहुत आसान होता है।
(और पढ़े – दलिया खाने के फायदे स्वास्थ्य लाभ और नुकसान)
सौंफ के बीज पारंपरिक रूप से दूध बूस्टर माने जाते हैं। स्तनपान करने वाली महिलाएं सौंफ के बीज का सेवन कूकीज और चाय बना कर सकती हैं। मेथी की तरह ही सौंफ़ के बीज में भी एस्ट्रोजेन जैसे यौगिक होते हैं जो दूध की आपूर्ति बढ़ाने के लिए जानें जाते है। एक छोटे अध्ययन के अनुसार दूध की मात्रा और वसा की मात्रा के साथ-साथ शिशु के वजन बढ़ाने के लिए सौंफ के बीज का सेवन किया जा सकता है।
(यह भी पढ़ें – सौंफ का पानी पीने के फायदे और नुकसान)
लहसुन को सबसे अच्छा भोज्य मसाला (food Spice) माना जाता है जो माताओं में दूध उत्पादन में वृद्धि करने में योगदान देता है। इसके अतिरिक्त यह आपके दैनिक भोजन के स्वाद को बढ़ाने के लिए भी जाना जाता है। हम सभी लहसुन के अन्य स्वास्थ्य लाभों को जानते हैं। यह बच्चों के पेट दर्द को ठीक करने में मदद करता है। स्तनपान कराने वाली महिलाओं में ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने के लिए लहसुन (garlic) सबसे उपयुक्त घरेलू उपचार है। महिलाएं लहसुन की एक एक या दो लौंग को अपने भोजन में शामिल अवश्य करें।
(और पढ़े – लहसुन के चमत्कारी स्वास्थ्यवर्धक गुणों के बारे में
)पपीता गैलेक्टगॉग (galactagogue) के रूप में दुनिया भर में मशहूर है। पपीता का सेवन करने से ऑक्सीटॉसिन के उत्पादन में वृद्धि में मदद करता है जो बदले में दूध के उत्पादन में वृद्धि करता है। आप हरे पपीता (green papaya) को उबालकर सेवन भी कर सकती हैं या इन्हें कच्चे भी खा सकती हैं। थाई रेस्तरां हरे पपीता का बहुत उपयोग करते हैं, आप कुछ थाई व्यंजनों को भी आजमा सकती हैं। इसे खाने से महिलाओं में ऑक्सिटॉसिन का उत्पादन बढ़ता है, जो स्तनों में दूध बढ़ाने में मदद करता है।
(और पढ़े – पपीता खाना क्यों है सेहत के लिए लाभकारी)
स्तनपान कराने वाली महिलाओं को ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने के लिए पालक का सेवन करना चाहिए। पालक लौह तत्व (Iron elements) का एक बड़ा स्रोत होता है। हालांकि इसका सेवन करने से पहले इसे उबाला जाना चाहिए ताकि किसी भी खाद्य-बीमारी से बचा जा सके। इसमें अन्य पोषक तत्व (Nutrients) भी होते हैं जो मां के दूध उत्पादन की प्रक्रिया में सहायता करते हैं।
(और पढ़े – पालक खाने के फायदे और नुकसान)
माताओं को स्तनों में दूध बढ़ाने के लिए नट्स खाना चाहिए, क्योंकि ये त्वरित ऊर्जा बूस्टर और प्रोटीन का अच्छा स्रोत होते हैं। यदि आप कैल्शियम के गैर डेयरी उत्पाद की तलाश में हैं तो बादाम का सेवन करें। बादाम में विटामिन ई और ओमेगा-3 अच्छी मात्रा में होते हैं। ओमेगा -3 लैक्टेशन हार्मोन को बढ़ावा देने में मदद करता है। स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए अपने दैनिक आहार में बादाम और अन्य नट्स का सेवन स्तन दूध उत्पादन में वृद्धि करने में मदद करता है। आप इसके लिए मूंगफली का भी उपयोग कर सकते हैं।
मां के दूध उत्पादन में वृद्धि के लिए गाजर का उपयोग किया जा सकता है। इसमें विटामिन ए बहुत अच्छी मात्रा में होता है जो आपके बच्चे के विकास के लिए बहुत अच्छा होता है। स्तनपान कराने वाली महिलाओं को गाजर (Carrots) का उचित मात्रा में सेवन करना चाहिए।
(और पढ़े – गाजर खाने के फायदे और स्वास्थ्य लाभ और नुकसान)
अपने बच्चे के सम्पूर्ण पोषण के लिए माताएं स्तनों में दूध बढ़ाने के लिए लीन मीट जैसे मुर्गी या मछली आदि का सेवन कर सकती है। इसमें आयरन और अन्य खनिज पदार्थ पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा सैल्मन मछली का सेवन डीएचए और ओमेगा-3 (DHA and Omega-3) को उपलब्ध करा कर मां के दूध को और अधिक पौष्टिक बनाता है। लेकिन दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए मांस की खपत पर कोई प्रत्यक्ष प्रमाण या शोध अभी उपलब्ध नहीं है।
(और पढ़े – टूना मछली के फायदे और नुकसान)
यह प्रोबायोटिक्स (probiotics) का एक बड़ा स्रोत है। इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, पोटेशियम, फास्फोरस और विटामिन बी-12 की अच्छी मात्रा उपलब्ध होती है। स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए यह शरीर में प्रोटीन और कैल्शियम को बनाए रखने में मदद करता है। आहार में नियमित रूप से दही को शामिल करने से यह यह प्रतिरक्षा तंत्र को बढ़ावा देने के साथ ही स्वस्थ्य पाचन तंत्र (Digestive system) को बढ़ावा देने में मदद करता है। स्तनपान कराने वाली माताओं को रोजाना दही खाना चाहिए यह आपके और आपके बच्चे के स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा होता है।
स्तनपान कराने वाली माताओं को सफेद चावल की बजाय ब्राउन चावल का सेवन करना चाहिए। इनमें फाइबर की मात्रा सबसे अधिक होती है। ब्राउन चावल स्तनपान वाले हार्मोन को उत्तेजित करने में मदद करते हैं। यह आपके शरीर में चीनी (sugar level) की उचित मात्रा बनाए रखने में मदद करता है। यह आपकी भूख को बढ़ाने में भी मदद करता है।
इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।
Homemade face pack for summer गर्मी आपकी स्किन को ख़राब कर सकती है, जिससे पसीना,…
वर्तमान में अनहेल्दी डाइट और उच्च कोलेस्ट्रॉल युक्त भोजन का सेवन लोगों में बीमारी की…
Skin Pigmentation Face Pack in Hindi हर कोई बेदाग त्वचा पाना चाहता है। पिगमेंटेशन, जिसे…
चेहरे का कालापन या सांवलापन सबसे ज्यादा लोगों की पर्सनालिटी को प्रभावित करता है। ब्लैक…
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिन्हें पहचान कर आप…
त्वचा पर निखार होना, स्वस्थ त्वचा की पहचान है। हालांकि कई तरह की चीजें हैं,…