Breast Pain During Pregnancy in Hindi बहुत सी गर्भवती महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान स्तनों में दर्द यानि ब्रेस्ट पेन की शिकायत करती है। जानें प्रेग्नेंसी के दौरान स्तनों में दर्द (Pregnancy me breast pain) होने के कारण क्या होते है और इससे राहत पाने के लिए क्या किया जा सकता है। गर्भावस्था के दौरान एक महिला शारीरिक और मानसिक दोनों तरह के बदलावों से गुजरती है। सबसे प्रमुख परिवर्तनों (prominent changes) में से एक महिला के स्तनों में होता है। जैसे ही एक गर्भवती महिला का शरीर स्तनपान कराने के लिए तैयार होता है, उसके शरीर में कुछ ऐसे हार्मोनों का स्राव होना शुरू हो जाता है जो स्तनों की संवेदनशीलता को बढ़ा देता है और संभवतः स्तनों में दर्द भी पैदा कर देता है।
यह एक ऐसी अवस्था है जिसका सामना आमतौर पर हर महिला को करना पड़ता है। इस लेख में हम आपको गर्भावस्था के दौरान ब्रेस्ट में दर्द के कारण (Breast Pain During Pregnancy in Hindi) और उपचार के बारे में बताने जा रहे हैं।
विषय सूची
1. प्रेग्नेंसी के दौरान स्तनों में दर्द का कारण – Causes of Breast Pain During Pregnancy in hindi
- गर्भावस्था में स्तन दर्द का कारण स्तन से रिसाव – Garbhawastha mein breast pain ka karan Breasts Leak in hindi
- प्रेगनेंसी में ब्रेस्ट दर्द का कारण स्तन में परिवर्तन – Changes in the Breast causes breast pain in pregnancy in hindi
- गर्भावस्था में स्तनों में दर्द का कारण हार्मोन का असंतुलन – Hormone Imbalance garbhawastha mein breast pain ka karan in hindi
- प्रेगनेंसी के दौरान ब्रेस्ट पेन का कारण फाइब्रोसिस्ट – Fibrocystic causes breast pain during pregnancy in hindi
- प्रेगनेंसी में स्तन के दर्द से बचने के लिए खूब पानी पीएं – Pregnancy mein breast pain se bachne ke liye khub pani piye in hindi
- गर्भावस्था में स्तन के दर्द से बचने के लिए अदरक और नींबू का सेवन – ginger or lemon for breast pain during pregnancy in hindi
- प्रेगनेंसी में ब्रेस्ट पेन के लिए अलसी के बीज का सेवन Flaxseeds for breast pain during pregnancy in hindi
- डेंडेलियॉन गर्भावस्था में स्तन का दर्द दूर करने के लिए – Dandelion garbhawastha mein stan dard ke ilaj ke liye in hindi
- विटामिन ई और विटामिन बी 6 प्रेगनेंसी में स्तन के दर्द से बचने के लिए – Vitamins E and B6 for breast pain during pregnancy in hindi
- प्रेगनेंसी में स्तन के दर्द से बचने के लिए सोडियम कम खाएं – Pregnancy mein breast pain se bachne ke liye sodium kam khaye in hindi
- प्रेगनेंसी में स्तन के दर्द से बचने के लिए कोल्ड कंप्रेस ट्राई करें- Try a cold compress for breast pain during pregnancy in hindi
- गर्भावस्था में स्तन का दर्द दूर करने के लिए वार्म शावर लें – Take warm showers for breast pain during pregnancy in hindi
प्रेग्नेंसी के दौरान स्तनों में दर्द का कारण – Causes of Breast Pain During Pregnancy in Hindi
डॉक्टरों का मानना है कि गर्भावस्था के दौरान किसी एक नहीं बल्कि कई कारणों से महिलाओं के स्तन में दर्द होता है। हालांकि यह कोई गंभीर समस्या नहीं है इसलिए अधिक परेशान नहीं होना चाहिए। आइये जानते हैं कि प्रेगनेंसी में स्तनों में दर्द के कारण क्या है।
गर्भावस्था में स्तन दर्द का कारण स्तन से रिसाव – Garbhawastha mein breast pain ka karan Breasts Leak in Hindi
गर्भावस्था के दौरान कई महिलाओं का स्तन रिसता है और यह ज्यादातर गर्भावस्था के दूसरे या तीसरे तिमाही (third trimester) में देखा जाता है। वास्तव में स्तन का रिसाव तब शुरू होता है जब महिला के स्तन में कोलोस्ट्रम (colostrums) का उत्पादन शुरू हो जाता है। यह एक मोटा तरल पदार्थ (thick-fluid) होता है जो आपके नवजात शिशु को जन्म के शुरूआती कुछ दिनों पोषण (nourishes) प्रदान करता है। यह तरल पदार्थ स्तन पर मसाज या फिर यौन रुप से उत्तेजित होने के कारण निकलता है जिसके कारण प्रेग्नेंसी के दौरान महिला के स्तन में तेज दर्द होता है।
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प्रेगनेंसी में ब्रेस्ट दर्द का कारण स्तन में परिवर्तन – Changes in the Breast causes breast pain in pregnancy in Hindi
स्तनों का सबसे महत्वपूर्ण कार्य आपके बच्चे को प्रसव के बाद दूध पिलाना (feed) है। इस कारण से गर्भावस्था की अवधि में आपके स्तन धीरे धीरे आपके शरीर द्वारा तैयार किए जाते हैं। गर्भावस्था के दौरान दूध बनाने वाली कोशिकाएं (milk producing cells) और दूध नलिकाएं (milk ducts) बनती हैं। जिसके कारण स्तनों का आकार बढ़ जाता है। गर्भावस्था के शुरूआती तीन महीनों में स्तन का कप साइज (cup size ) तेजी से बढ़ता है और स्तनों के नीचे वसा की परत जमा होने का खतरा रहता है। इन कई कारकों से गर्भावस्था में स्तन में दर्द शुरू हो जाता है।
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गर्भावस्था में स्तनों में दर्द का कारण हार्मोन का असंतुलन – Hormone Imbalance garbhawastha mein breast pain ka karan in Hindi
गर्भावस्था के दौरान, यह बहुत स्वाभाविक है कि शरीर खुद को शिशु के विकास के कई चरणों से गुजरने के लिए तैयार करता है। इसके परिणामस्वरूप विभिन्न हार्मोनल स्तरों (hormonal levels) में त्वरित परिवर्तन होता है। इस दौरान विशेष रूप से एस्ट्रोजन के स्तर में असंतुलन (imbalance) होता है जिसके कारण प्रेगनेंसी के दौरान ब्रेस्ट पेन होता है।
गर्भावस्था के अपने तीसरे महीने के आसपास आपके हार्मोन आपके स्तनों में दूध नलिकाओं को सक्रिय करने के लिए संकेत देते हैं। “नाल द्वारा बनाई गई एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन स्तन के ऊतकों के भीतर नलिकाओं के विकास को बढ़ावा देते हैं।
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प्रेगनेंसी के दौरान ब्रेस्ट पेन का कारण फाइब्रोसिस्ट – Fibrocystic causes breast pain during pregnancy in Hindi
फाइब्रोसिस्ट के कारण प्रेगनेंसी में स्तनों में दर्द हो सकता है। यह गर्भावस्था के दौरान स्तन में दर्द का सबसे आम कारण के रूप में देखा जाता है। फाइब्रोसिस्टिक स्तन परिवर्तन में, स्तन के रेशेदार ऊतकों (fibrous tissue) में छोटे सिस्ट (cysts) बनते हैं, जो द्रव (fluid) से भर जाते हैं और इसमें सूजन हो जाती है जिसके कारण प्रेगनेंसी में स्तनों में दर्द होने लगता है।
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गर्भावस्था के दौरान स्तनों में दर्द का घरेलू उपचार – Home remedies for breast pain during pregnancy in Hindi
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को कई छोटी बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है जो कि बहुत सामान्य होता है। चूंकि स्तन का कार्य बच्चे को दूध पीलाना है इसलिए इसमें एक बड़ा परिवर्तन आना स्वाभाविक है। इसलिए आइये जानते हैं कि गर्भावस्था के दौरान जब स्तन में दर्द हो तो घरेलू उपचार से इसे कैसे ठीक करें।
प्रेगनेंसी में स्तन के दर्द से बचने के लिए खूब पानी पीएं – Pregnancy mein breast pain se bachne ke liye khub pani piye in Hindi
गर्भवती महिलाओं में स्तन दर्द के लिए सबसे आम घरेलू उपचारों में से एक है अधिक से अधिक पानी पीना। गर्भवती महिला के शरीर में पानी की कमी (Water retention) के कारण अपने आप स्तनों में तेज दर्द शुरू हो सकता है। जब कि पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से स्वाभाविक रूप से अतिरिक्त तरल पदार्थ और हार्मोन शरीर में बेहतर तरीके से प्रवाहित (flush) होते हैं जिसके कारण स्तनों का दर्द दूर हो जाता है।
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गर्भावस्था में स्तन के दर्द से बचने के लिए अदरक और नींबू का सेवन – Ginger or lemon for breast pain during pregnancy in Hindi
प्रेगनेंसी के दौरान यदि आपके स्तनों में सूजन और तेज दर्द हो रहा हो तो आप दिन में कई बार सादे पानी में अदरक का रस या फिर नींबू का रस मिलाकर पीएं। नींबू और अदरक में आयुर्वेदिक चिकित्सकीय गुण पाया जाता है जो गर्भावस्था के दौरान शरीर में जमा विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल देता है। जिसके कारण स्तनों के दर्द से राहत मिलती है।
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प्रेगनेंसी में ब्रेस्ट पेन के लिए अलसी के बीज का सेवन – Flaxseeds for breast pain during pregnancy in Hindi
वैसे तो गर्भावस्था के दौरान होने वाले स्तन दर्द को दूर करने के लिए महिलाएं कई घरेलू उपाय करती हैं। लेकिन इसके लिए अलसी सबसे उत्तम इलाज है। वास्तव में अलसी के बीज में फाइबर उच्च मात्रा में पाया जाता है जो स्तन के दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है। इसलिए स्तनों में दर्द होने पर आप रोजाना एक चम्मच अलसी पाउडर पानी के साथ खाएं और संभव हो तो भोजन में अधिक से अधिक विटामिन और खनिज युक्त भोज्य पदार्थ शामिल करें।
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डेंडेलियॉन गर्भावस्था में स्तन का दर्द दूर करने के लिए – Dandelion garbhawastha mein stan dard ke ilaj ke liye in Hindi
यह एक प्राकृतिक मूत्रवर्धक (diuretic) है जो गर्भावस्था में स्तनों में उठने वाले तेज दर्द को खत्म करने में मदद करता है। डेडेंलियॉन एक जड़ी बूटी है जिसका सेवन गोली (capsule) के रूप में किया जा सकता है या फिर पाउडर के रुप में भी सुबह शाम लिया जा सकता है। इसके अलावा डेडेंलियॉन की जड़ या पाउडर को 15 मिनट तक पानी में उबालकर दिन में तीन बार पीने से भी ब्रेस्ट पेन (breast sore) खत्म हो जाता है।
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विटामिन ई और विटामिन बी 6 प्रेगनेंसी में स्तन के दर्द से बचने के लिए – Vitamins E and B6 for breast pain during pregnancy in Hindi
इन दोनों विटामिन्स का सेवन एक साथ करने से गर्भावस्था (pregnancy) में स्तन दर्द से निजात मिल जाता है। इसके लिए आप बादाम, जौ, गेंहू से बने भोज्य पदार्थ खाकर अधिक मात्रा में विटामिन ई प्राप्त कर सकती हैं। विटामिन बी 6 प्राप्त करने के लिए आप एवोकैडो, लीन मीट (lean meats) और अधिक से अधिक मात्रा में पालक का सेवन कर सकती हैं। वैसे भी गर्भावस्था में इन चीजों की जरूरत सबसे ज्यादा होती है जो स्तन में किसी भी तरह की समस्या को दूर करने में सहायक होते हैं।
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प्रेगनेंसी में स्तन के दर्द से बचने के लिए सोडियम कम खाएं – Pregnancy mein breast pain se bachne ke liye sodium kam khaye in Hindi
आप माने या ना माने लेकिन गर्भावस्था में नमक का सेवन कम करने से आपके स्तनों का दर्द घटने में बहुत मदद मिलती है। वास्तव में अधिक मात्रा में नमक का सेवन करने से यह पानी को शरीर में रोककर (retains water) रखता है जिसके परिणामस्वरूप स्तन भारी (heavier) हो जाते हैं और इनमें तीव्र दर्द होने लगता है। हालांकि, रक्त की मात्रा (blood volume) को बढ़ाने के लिए नमक का सेवन आवश्यक है, इसलिए चिकित्सक के परामर्श के बिना नमक का सेवन बंद ना करें।
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प्रेगनेंसी में स्तन के दर्द से बचने के लिए कोल्ड कंप्रेस ट्राई करें – Try a cold compress for breast pain during pregnancy in Hindi
गर्भावस्था के दौरान ब्रेस्ट में दर्द को कम करने के लिए आप अपनी छाती के ऊपर एक तौलिया बिछाएं और स्तनों में दर्द वाले क्षेत्र में एक आइस पैक लगायें (जमे हुए मटर का बैग भी अच्छी तरह से काम करता है!)।
गर्भावस्था में स्तन का दर्द दूर करने के लिए वार्म शावर लें – Take warm showers for breast pain during pregnancy in Hindi
प्रेगनेंसी में स्तन के दर्द से बचने के लिए कोल्ड कंप्रेस हर किसी पर काम नहीं करता है, इसलिए यदि आपको गर्भावस्था में स्तन का दर्द दूर करने के लिए आइस पैक से राहत नहीं मिलती है, तो कुछ समय के लिए एक गर्म पानी या भाप से भरा स्नान करने की कोशिश करें। क्योंकि, “गर्मी स्तन के आसपास की मांसपेशियों को आराम देने और तनाव कम करने में मदद कर सकती है।”
यदि गर्भावस्था के दौरान ब्रेस्ट में दर्द कम करने के घरेलू उपचार अपनाने के बाद भी आपको दर्द हो रहा है, तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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