Brush karne ka sahi tarika in hindi: दांत हमारे शरीर और व्यक्तित्व का महत्वपूर्ण अंग हैं। शरीर के कई हिस्सों की तरह इनकी सफाई करना भी बेहद जरूरी होता है, पर बहुत कम लोग ब्रश करने का सही तरीका जानते हैं। आपको बता दें कि गलत तरीके से ब्रश करने से दांत साफ तो नहीं होते हैं, साथ ही दांतों में कई तरह के रोगों का भी सामना करना पड़ता है। इन सभी स्थितियों से बचने के लिए ब्रश करने का सही तरीका मालूम होना चाहिए।
बचपन से ही हम सभी एक ही तरीके से ब्रश करते आ रहे हैं या कहा जाए कि ब्रश करने का एक ही तरीका हमें पता है, वो है (हॉरिजॉन्टली) Horizontally। लेकिन ये हमारे दांतों को नुकसान पहुंचाता है। डेंटिस्ट के अनुसार दांतों को साफ करने के लिए हमेशा ब्रश और दांतों के बीच 45 डिग्री का एंगल बनना चाहिए। ब्रश को गोलाई में घुमाते हुए करें। इसे तिरछा न पकड़ें, क्योंकि ये आपके दांतों और मसूड़ों के लिए हानिकारक हो सकता है और भी ऐसी कई बातें हैं, जो ब्रश से दांतों को साफ करने के दौरान ध्यान में रखनी चाहिए।
तो चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे हैं ब्रश करने का सही तरीका, लेकिन इससे पहले जान लीजिए कि आखिर ब्रशिंग होती क्या है।
विषय सूची
- ब्रशिंग क्या होती है – What is brushing in Hindi
- टूथ्रबश के प्रकार- Types of toothbrush in Hindi
- ब्रश करने का सही तरीका – Brush karne ka sahi tarika in hindi
- ब्रश करते समय बरतें सावधानियां – Brush karte samay barte savdhaniya in hindi
- ब्रश करने के फायदे – Health benefits of brushing your teeth in Hindi
- ब्रश करने के नुकसान – Disadvantage of brushing in Hindi
- ब्रश खरीदने के टिप्स – Tips to choose right toothbrush in Hindi
- टूथब्रश से संबंधित लोगों के सवाल और जवाब – Question and answer of people related to toothbrush in Hindi
- मैन्युअल टूथब्रश और इलेक्ट्रिक टूथब्रश में से कौन सा बेहतर – Electric or manual toothbrush, which is better in Hindi
- टूथब्रश शेयर करने से क्या होता है – What Happens When Toothbrushes Are Shared in Hindi
ब्रशिंग क्या होती है – What is brushing in Hindi
ब्रशिंग टूथब्रश से दांतों को रगड़ने की एक प्रक्रिया है। दांतों को अच्छी तरह से ब्रश करने से कैबिटीज और मसूड़ों की बीमारी को रोकने में मदद मिलती है, जो कम से कम एक तिहाई व्यस्क दांतों के नुकसान का कारण बनती है। यदि दांतों की सही से ब्रशिंग नहीं की जाए, तो यह लार खनिजों के कैल्सीफिकेशन को जन्म दे सकता है, जिसे टार्टर कहते हैं। टार्टर पत्थर का रूप ले लेता है, यदि इसे 24 घंटे के भीतर नहीं हटाया जाए तो। दांतों से जुड़ी सभी समस्याओं के लिए रोजाना ब्रश करना बहुत जरूरी होती है।
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टूथ्रबश के प्रकार- Types of toothbrush in Hindi
बहुत कम लोग जानते हैं कि टूथब्रश दो प्रकार के होते हैं। एक मैन्युअल और दूसरा इलेक्ट्रिक टूथब्रश।
- मैन्युअल टूथब्रश वो होता है, जिसके लिए हाथों का इस्तेमाल करना होता है। ज्यादातर लोग मैन्युअल टूथब्रश का ही उपयोग करते हैं। यह भी कई प्रकार के होते हैं।
- ब्रिसल हार्डनेस- ज्यादातर लोग सॉफ्ट ब्रिसल वाले टूथब्रश का उपयोग करते हैं, लेकिन बाजार में हार्ड ब्रिसल वाले टूथब्रश भी मौजूद हैं। हार्ड टूथब्रश का इस्तेमाल करने का फायदा है कि यह प्लेग की समस्या दूर करता है, लेकिन यह मसूड़ों के लिए नुकसानदायक है।
- हेड शेप टूथब्रश- पारंपरिक रूप से टूथब्रश के हेड गोल या चौकोर होते हैं। डायमंड शेप टूथपेस्ट आपकी दाढ़ों के पीछे और किनारों की गंदगी को साफ करते हैं।
- ब्रिसल पैटर्न- अलग-अलग ब्रिसल पैटर्न दांतों की सफाई में प्रभावी होते हैं। इसमें भी वेवी, क्रिसक्रॉस और पतले ब्रिसल वाले टूथब्रश शामिल हैं। यह आपके दांतों की आवश्यकता पर निर्भर करता है, कि आप कौन सा टूथब्रश इस्तेमाल करते हैं।
- हैंडल डिजाइन- टूथब्रश के हैंडल भी कई डिजाइन के होते हैं। जैसे स्ट्रेट, कॉन्ट्रा एंगल, नॉन-स्लिप ग्रिप और फ्लेक्सीबल।
- इलेक्ट्रिक टूथब्रश- इलेक्ट्रिक टूथब्रश बैटरी से चलते हैं। इसमें बस आपको बटन दबाने की जरूरत होती है और ब्रश स्वयं दांतों को साफ करने के लिए हिलना या घमूना शुरू कर देता है। मार्केट में इलेक्ट्रिक टूथब्रश की भी कई वैरायटी मौजूद हैं, जिनमें से रोटेटिंग, ऑसिलेटिंग, डुयल हेड, सॉनिक और अल्ट्रासॉनिक।
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ब्रश करने का सही तरीका – Brush karne ka sahi tarika in Hindi
सुबह उठकर सबसे पहले आप रोजाना ब्रश करते हैं। इसके बावजूद भी आपको दांत संबंधी समस्या हो जाती हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि आप दांतों को साफ तो करते हैं, लेकिन ब्रश करने का सही तरीका आप नहीं जानते। गलत तरीके से ब्रश करने से कई तरह की समस्याएं दांतों में हो जाती हैं, जैसे इनमें गंदगी जमना, दांतों का हिलना, इनका कमजोर होना, वो इसलिए क्योंकि आप ब्रश करने का सही तरीका नहीं जानते। तो चलिए हम आपको बताते हैं ब्रश करने का सही तरीका क्या है।
ब्रश करने के लिए सबसे पहले नरम नायलोन ब्रिसल वाले ब्रश का चुनाव करें। यह प्रभावी ढंग से आपके दांतों से प्लैग यानि पट्टिका और गंदगी को दूर करेगा। आप चाहें तो, इस जगह इलेक्ट्रिक टूथब्रश का भी इस्तेमाल करते हैं।
अब ब्रश करने से पहले अपने दांतों को फ्लॉस करें। इसे डेंटल फ्लॉस कहा जाता है। बता दें कि अपने दांतों को फ्लॉस करना ब्रश करने जितना ही महत्वपूर्ण है। क्योंकि यह दांतों के बीच फंसने वाले बैक्टीरिया और खाद्य पदार्थों को हटा देता है। कई बार फ्लॉपी ब्रिसल वाले टूथब्रश भी इनकी सफाई नहीं कर सकते। इसलिए दांतों को ब्रश करने से पहले फ्लॉस करना चाहिए। ताकि फ्लॉसिंग के दौरान दांतों के बीच फंसा खाना या बैक्टीरिया आपके दांतों में न रह जाए। इसकी बजाए आप डेंटल पिक का भी यूज कर सकते हैं।
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जानें ब्रश करने का सही तरीका, ऐसे करें दांत साफ
- ब्रश करने का सही तरीका सबसे पहले ब्रश को साफ पानी से धोएं।
- अब ब्रश पर टूथपेस्ट लगाएं। कोशिश करें कि आपके पेस्ट में फ्लेाराइड की मात्रा ज्यादा हो। यह आपको दांतों में कैविटी और सड़न से बचाएगा। मटर के डेन के सामान थोड़ी मात्रा में टूथपेस्ट का उपयोग करें।
- अब ब्रश करना शुरू करें। ब्रश करते समय सबसे पहले पिछले दांतों के सामने वाले हिस्सों को साफ करना शुरू करें। इस समय ब्रश को 45 डिग्री के एंगल पर रखकर हल्के हाथों से धीरे-धीरे दांतों की सफाई करें। इस प्रक्रिया को आप 20 सैकंड तक कर सकते हैं।
- इसके बाद ब्रश को मसूड़ों से दूर रखते हुए दांतों की सफाई करें। ऐसा करने से दांतों के बीच फसा खाना बाहर निकल जाता है।
- अब दाढ़ को साफ करें। इस प्रक्रिया को दो से तीन बार करें और अंदर से भी दाढ़ को अच्छे से साफ कर लें।
- इसके बाद आगे के दांतों के अंदर के हिस्से को साफ करें। यह हिस्सा ज्यादातर अछूता रह जाता है। इसके लिए ब्रश को ऊपर से नीचे की ओर लेकर आएं।
- अब नीचे के दांतों को भी ऊपर के सामने वाले दांतों की ही तरह साफ करें।
- इसके बाद अब आप जिससे खाना चबाते हैं, उस हिस्से को साफ करें। इस हिस्से को घड़ी की दिशा में घुमाते हुए साफ करना चाहिए। जिससे अगर यहां कुछ गंदगी या खाना फंसा हो तो आसानी से निकल जाए।
- दांतों की सफाई के बाद मुंह की सफाई भी बेहद जरूरी है। इसके लिए जीभ को धीरे से साफ करने के लिए टूथब्रश के ब्रिसल्स का उपयोग करें। इससे सांस की दुर्गंध दूर होगी, वहीं जीभ पर मौजूद बैक्टीरिया का भी सफाया हो जाएगा। इसके बाद तालू और गालों का अंदरूनी हिस्से को भी उंगलियों से साफ करें।
- आखिरी में साफ पानी से कुल्ला करें। कुल्ला कम से कम तीन से चार बार करें।
- अब ब्रश को साफ करें। बैक्टीरिया हटाने के लिए कुछ सैकंड के लिए पानी में अपने टूथब्रश को रखें। यदि आप टूथब्रश को अच्छे से साफ नहीं रखते, तो अगली बार आप जब ब्रश करेंगे तो बैक्टीरिया आपके मुंह में पहुंच जाएंगे।
- अपने ब्रश को किसी ऐसी जगह पर रखें, जहां यह आसानी से सूख जाए।
- ब्रश करने के बाद मुंह से अच्छी सुगंध आए , इसके लिए आप किसी अच्छे माउथवॉश का उपयोग कर सकते हैं। माउथवॉश को 30 सैकंड के लिए अपने मुंह में घुमाएं और इसे थूक दें।
- आखिरी में आप चाहें तो नमक के पानी से भी कुल्ला कर सकते हैं। खारे पानी आपके दांतों पर खराब बैक्टीरिया को मारता है।
- अधिकांश डेंटिस्ट सलाह देते हैं कि आप दिन में कम से कम दो बार ब्रश करें। एक सुबह और दूसरा रात में सोने से पहले। बीच में कहीं तीसरी बार ब्रश कर पाएं, तो और भी अच्छा है। 45 के कोण में ब्रश करने की कोशिश करें, क्योंकि आप आपके दांतों पर पट्टिका और भोजन को हटाने में मदद करता है।
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ब्रश करते समय बरतें सावधानियां – Brush karte samay barte savdhaniya in Hindi
- ज्यादा देर तक ब्रश न करें।
- सुबह और रात में सोने से पहले दिन में दो बार दो से तीन मिनटों तक ही ब्रश करें।
- बच्चों को केवल एक मिनिट के लिए ही ब्रश करना चाहिए।
- टूथब्रश का चुनाव करते समय हमेशा मुलायम नायलॉन ब्रिसल वाला टूथब्रश चुनें।
- ब्रश को हर दो महीने में बदल लें और फ्लोराइड टूथपेस्ट का ही इस्तेमाल करें।
- दांतों की सफाई करने के लिए फ्लोराइड टूथपेस्ट का इस्तेमाल करना चाहिए। यह न केवल दांत पट्टिका को हटाने में मदद करता है, बल्कि टूथ इनेमल को भी मजबूत बनाता है।
- दांतों को साफ करते हुए, इन पर ज्यादा दबाव न डालें, इससे मसूड़ों को नुकसान पहुंचता है।
- ब्रश करने के बाद कुल्ला जरूर कर लें। ताकि मुंह में जमी हुई गंदगी निकल जाए।
- खाना खाने के तुरंत बाद ब्रश न करें। इससे दांत कमजोर हो जाते हैं। खाना खाने के 30 मिनट बाद ब्रश करना ज्यादा फायदेमंद होता है।
- ब्रश करते समय टूथब्रश को पहले अच्छे से साफ कर लें।
- ब्रश को कभी भी टूथपेस्ट से पूरा न भरें। एक मटर के दाने जितना ही टूथपेस्ट लगाएं।
- दो मिनट से ज्यादा ब्रश नहीं करना चाहिए। इससे दांत सेंसिटिव हो जाते हैं।
- सस्ते टूथब्रश का इस्तेमाल न करें। ये काफी सख्त होते हैं।
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ब्रश करने के फायदे – Health benefits of brushing your teeth in Hindi
हमारे दांत बहुत अनमोल हैं। लेकिन जब हम इनकी सही से देखभाल नहीं करते, तो इनमें कीड़ा लग जाता है, जो हमारे दांतों को जड़ से खराब कर देते हैं, इससे हमारे दांत ही नहीं बल्कि सुंदरता भी खराब हो जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दांतों की देखभाल से एक स्वस्थ दांत के साथ कई बीमारियों के जोखिम को कम किया जा सकता है। ब्रश से दांत साफ करने के कई फायदे हैं, जिनके बारे में हम आपको यहां बता रहे हैं।
ब्रश करने का फायदा मसूड़े स्वस्थ रखे
रोजाना ब्रश करने से मसूड़ों से जुड़ी समस्या से निजात मिलती है। मसूड़ों में सूजन या खून दांतों की पास की पट्टिका के निर्माण के कारण आता है, लेकिन जब आप नियमित रूप से ब्रश करते हैं, तो मसूड़ों की यह समस्या दूर हो जाती है। खासतौर से दिन में दो बार ब्रश करने से न केवल आप अपने दांतों को स्वस्थ बना सकते हैं, बल्कि अपनी मुस्कान भी वापस ला सकते हैं।
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दो बार ब्रश करने के फायदे कैविटी से बचाव
रोजाना ब्रश करने से दांतों में होने वाली कैविटी और सड़न से बचा जा सकता है। सड़न के कारण मुंह में बदबू आने के साथ दांतों में दर्द भी होता है। इसे दूर करने के लिए ब्रश करना बेहद फायदेमंद साबित होता है। कैविटी और सड़न से बचने के लिए आप 24 घंटे में दो बार ब्रश कर सकते हैं।
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ब्रश करने के फायदे मुंह की बदबू दूर करे
ब्रश करना आपके दांतों के लिए तो अच्छा है ही साथ ही इसे करने से मुंह में आने वाली गंदी बदबू भी दूर हो जाती है।
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ब्रश करने का फायदा पीलेपन की समस्या दूर होती है
रोजाना ब्रश करने से दांतों पर आ रहा पीलेपन दूर होता है। कई बार पीलेपन के कारण आप खुलकर मुस्कुरा नहीं पाते या कभी-कभी तो आपको दूसरों के सामने शर्मिंदा भी होना पड़ता है, ऐसे में ब्रश करके आप दांतों के पीलेपन की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
ब्रश करने से दांतों का दर्द होगा दूर
दांत का दर्द कितना असहनीय होता है, आप सभी जानते होंगे। ऐसा रोजाना ब्रश न करने के कारण होता है। ब्रश न करने से दांतों में कमजोरी आ जाती है, साथ ही कई बार तो दांतों को ठंडा-गर्म भी लगने लगता है। नियमित तौर पर ब्रश करने से दांतों का दर्द दूर हो जाता है।
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रोजाना ब्रश करने के फायदे दिल की बीमारी में फायदेमंद
आप शायद नहीं जानते होंगे, लेकिन ब्रशिंग दिल की बीमारी के लिए बहुत फायदेमंद है। जबकि खराब ओरल केयर का संक्रमण डायबिटीज से जुड़ा हुआ है। रोजाना ब्रश करने से इंफेक्शन कम हो जाएगा और दिल की बीमारियों का खतरा भी कम हो जाएगा।
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ब्रश करने का फायदा गर्भावस्था में करे सुधार
सुनकर यकीन न हो, लेकिन ब्रश करने से गर्भावस्था में सुधार होता है। अब बताते हैं इसके पीछे की असली वजह। गर्भावस्था में महिलाओं को मसूड़ों की सूजन की समस्या होना आम है। यह गम डिसीज है, जिसके कारण मसूड़ों में खून आना, दर्द होना, सूजन और जलन का अनुभव होता है। गर्भावस्था के दिनों में अगर अच्छे से दांत साफ किए जाएं, तो मसूड़ों की सूजन कम हो जाती है। कई अध्ययनों में पाया गया है कि गर्भावस्था में स्वस्थ मसूड़े और स्वस्थ बच्चे का गहरा कनेक्शन होता है।
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ब्रश करने के नुकसान – Disadvantage of brushing in Hindi
जिस तरह ब्रश करने के फायदे बहुत होते हैं, उसी तरह ब्रश करने के कुछ नुकसान भी होते हैं, जिन्हें आपको जानना बेहद जरूरी है। नीचे जानिए क्या होता है ब्रश करने से नुकसान।
- जायद देर तक ब्रश करने से दांतों की परत को नुकसान पहुंचता है।
- गलत तरीके से ब्रश करने से समय से पहले मसूड़ों से जुड़ी समस्या उत्पन्न होना।
- ज्यादा ब्रश करने से मसूड़ों में खून आने लगता है।
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ब्रश खरीदने के टिप्स – Tips to choose right toothbrush in Hindi
आपका ब्रश केवल आपकी दांतों को चमकाता ही नहीं है, बल्कि आपकी पर्सनालिटी को भी निखारने में मदद करता है। इसलिए ब्रश खरीदते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है। नीचे जानिए ब्रश खरीदने वक्त किन-किन बातों का ख्याल रखना चाहिए।
- ब्रश खरीदते समय ध्यान रखें कि ब्रश मुलायम हो, जो आपके दांतों के बीच जाकर अच्छे से सफाई कर सके।
- ब्रश के शेप पर ध्यान देना भी जरूरी है। जब भी ब्रश खरीदें गोल आकार वाला ही खरीदें। ऐसे ब्रश दांतों के कोनों में जाकर सफाई करते हैं।
- आपका ब्रश एक इंच लंबा और सिर आधा इंच चौड़ा होना चाहिए। ऐसे टूथब्रश दांतों के लिए अच्छे माने जाते हैं।
- कोशिश करें, कि जो टूथब्रश आप खरीद रहे हैं, उसका हैंडल लंबा हो। इससे ब्रश पकड़ने’में आसानी होती है। चिकित्सकों के अनुसार हर दो महीने में अपना ब्रश बदलना चाहिए। पूराने टूथब्रश के ब्रिसल्स सख्त हो जाते हैं, जिससे ये दांतों को ठीक से साफ नहीं कर पाते और इनसे इंफेक्शन फैलने का डर भी बढ़ जाता है।
(और पढ़े – दांतों की स्केलिंग (टीथ स्केलिंग) के फायदे और नुकसान…)
टूथब्रश से संबंधित लोगों के सवाल और जवाब – Question and answer of people related to toothbrush in Hindi
- मैन्युअल टूथब्रश और इलेक्ट्रिक टूथब्रश में से कौन सा बेहतर – Electric or manual toothbrush, which is better in Hindi
- टूथब्रश शेयर करने से क्या होता है – What Happens When Toothbrushes Are Shared in Hindi
मैन्युअल टूथब्रश और इलेक्ट्रिक टूथब्रश में से कौन सा बेहतर – Electric or manual toothbrush, which is better in Hindi
दांतों को स्वस्थ बनाने के लिए केवल ब्रश करना ही काफी नहीं है, बल्कि सही टूथब्रश चुनना भी जरूरी है। आज मार्केट में सख्त, मुलायम और रबड़ वाले सिर के साथ सभी प्रकार के मैनुअल और इलेक्ट्रिक टूथब्रश आते हैं। वैसे तो आप अपनी पसंद का टूथब्रश ही चुनते हैं, लेकिन आपकी दातों की सेहत के लिए कौन सा टूथब्रश अच्छा होता है, ये जानना भी जरूरी है। लोगों के पास दो ऑप्शन होते हैं। इलेक्ट्रिक टूथब्रश या फिर मैनुअल टूथब्रश। तो हम आपको बताते हैं कि विशेषज्ञ इलेक्ट्रिक टूथब्रश का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। क्योंकि यह आपके दांतों को तेजी से साफ करता है और इसके उपयोग से ब्रशिंग में समय भी कम लगता है।
लेकिन अगर आपके पास सुबह ब्रशिंग के लिए पर्याप्त समय है, तो मैन्युअल टूथब्रश का इस्तेमाल करना अच्छा है। खासतौर से जिन लोगों के मसूड़ें संवेदनशील हैं, या जिनके दांतों से खून बहता है, उन्हें नरम ब्रिस्टल्स के साथ मैन्युअल टूथब्रश इस्तेमाल करना चाहिए।
टूथब्रश शेयर करने से क्या होता है – What Happens When Toothbrushes Are Shared in Hindi
टूथब्रश शेयर करने से हाइजीन की समस्या पैदा हो सकती है। जब हम टूथब्रश की अदला-बदली करते हैं, तो कुछ खाद्य पदार्थ ब्रश में ब्रिसल्स में रह जाते हैं, जो दिखाई नहीं देते। इससे बैक्टीरिया पैदा हो जाते हैं, इसलिए कभी भी भूल से दूसरों का ब्रश यूज नहीं करना चाहिए।
(और पढ़े – पायरिया के घरेलू उपाय और नुस्खे…)
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Mujhe Apke Dato ke bare me bataye huye tips bahut Achchhe late. Very Nice
Thanks