कैस्टर ऑयल या अरंडी का तेल अनेक प्रकार के औषधीय गुणों से भरा हुआ है। इसका इस्तेमाल स्किन पर, बालों पर और खाने के लिए भी किया जा सकता है। यदि आप पेट से जुड़ी किसी भी प्रकार की समस्या से परेशान है तो हम आपको अरंडी के तेल के फायदे कब्ज के लिए बताएंगे।
अरंडी का तेल बेस्वाद और गंधहीन वनस्पति तेल है जिसे अरंडी के पौधे के बीजों को दबाकर निकाला जाता है, इसे वैज्ञानिक रूप से रिकिनस कम्युनिस (Ricinus communis) के रूप में जाना जाता है।
कैस्टर ऑयल में प्राकृतिक एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं जो विभिन्न प्रकार के संक्रमणों की रोकथाम में मदद करते हैं। इस तेल का उपयोग आमतौर पर दवाओं, स्किनकेयर प्रोडक्ट्स और शैंपू में भी किया जाता है।
अरंडी का तेल गठिया, मासिक धर्म संबंधी विकार, कब्ज और पेट से जुड़ी कई समस्याओं के साथ-साथ महिला संबंधी समस्याओं के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है। आइये अरंडी के तेल के फायदे पेट के लिए विस्तार से जानते है।
पेट में कब्ज होने पर कई तरह की परेशानियां उत्पन्न होने लगती हैं। मल कठोर (hard stool) होना या मल त्यागने में परेशानी एवं पेट साफ न होना कब्ज होने का मुख्य लक्षण है। इसके अलावा पेट में दर्द, पेट में ऐंठन, पेट फूलना और घबराहट होना एवं लंबे समय तक भूख न लगना भी पेट में कब्ज होने के लक्षण हैं।
लोगों को कब्ज होना एक आम समस्या है, जो अक्सर आहार और जीवन शैली की वजह से होती है। कुछ खाद्य पदार्थ खाने से या खाने में परिवर्तन करने से मल त्याग की आवृत्ति में सुधार करने में मदद मिल सकती है। चिकित्सा भाषा में मल त्याग या मल पास करने में कठिनाई होना कब्ज कहलाता है। जिन लोगों को कब्ज की परेशानी होती है, उनमें विभिन्न तरह के मल के प्रकार देखे जा सकते है, जैसे- कठोर, सूखा या गांठदार मल निकलना, छोटे पत्थर या पत्थर जैसे दिखने वाले मल निकलना, मल त्याग के समय बहुत अधिक दर्द और तकलीफ होना, आंत्र को पूरी तरह से खाली ना कर पाने की भावना, पेट भरे होने का एहसास होने के कारण भूख में कमी थोड़ा सूजा हुआ पेट लगना आदि। हर किसी की मल त्याग की आदतें अलग-अलग होती हैं, लेकिन आमतौर पर प्रति सप्ताह तीन से कम मल त्याग होना कंब्ज होता है।
अरंडी के तेल में रिसिनोलिक एसिड (Ricinoleic Acid) मौजूद होता है जिसमें प्राकृतिक पेट को साफ करने के गुण होते है।
कैस्टर ऑयल एक स्टिमुलेट लैग्जेटिव (stimulant laxative) है। अमेरिकन एकेडमी ऑफ फैमिली फिजिशियन के अनुसार, स्टिमुलेट लैग्जेटिव का काम आंत्र को हिलाना, निचोड़ना और संकुचन करना होता है।
इसका मतलब है कि जब कोई व्यक्ति कैस्टर ऑयल पीता है, तो यह आंत्र को अधिक मूव करने के लिए उत्तेजित करता है। यह मूवमेंट मल को आंत और मलाशय के बाहर करने के लिए प्रोत्साहित करती है।
लेकिन ध्यान रखें कि लंबे समय तक अरंडी का तेल रेगुलर इस्तेमाल आपके अंततः आंत्र की मांसपेशियों को ठीक से काम करने से रोक सकता है। इसलिए केवल अरंडी के तेल को कब्ज से राहत के रूप में उपयोग करें, न कि मल को नरम करने के लिए।
स्टूल (Stool) को सॉफ्ट बनाने के लिए आप अन्य प्राकृतिक उपाय जैसे कि जैतून का तेल आदि का उपयोग करने का प्रयास करें।
अरंडी का तेल कब्ज से राहत दे सकता है, हालांकि यह एक दुष्प्रभाव के रूप में मतली और उल्टी भी पैदा कर सकता है। कब्ज के लिए अरंडी का तेल लेने वाले किसी भी व्यक्ति को सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि यह संभव है कि वे मिचलीग्रस्त हो सकते है।
यदि आप पेट में होने वाली कब्ज और अपच की समस्या से परेशान है तो हम आपको इससे छुटकारा पाने के लिए कैस्टर ऑयल के सही इस्तेमाल के बारे में बताएंगे।
कैस्टर ऑयल में लैक्सेटिव गुण मौजूद होते है जो कब्ज से छुटकारा दिलाना में मदद करते है। इसके लिए आप सबसे पहले एक चम्मच अरंडी का तेल लेकर इसे फ्रिज में ठंडा होने के लिए रख दें। ठंडा होने के बाद इसमें आप अपनी पसंद के किसी भी फल के रस को इसमें मिला लें। और फिर इसका सेवन करें। इससे आपको कब्ज से जल्दी राहत मिलेगी।
कब्ज से छुटकारा पाने के लिए आप नींबू का रस और अरंडी का तेल को मिलाकर उपयोग कर सकते है, यह बहुत ही प्रभावी होता है। नींबू के रस में सिट्रिक अम्ल पाया जाता है जो कब्ज की समस्या से राहत दिलाने में मदद करता है। इसका उपयोग करने के लिए आप एक चम्मच अरंडी का तेल लेकर इसमें एक कप नींबू के रस को मिला लें। अब इस मिश्रण का सेवन करें, आप इसका सेवन हर दो दिन में कर सकते है। इससे आपको जल्दी राहत मिलेगी।
संतरे के रस में पेट को साफ़ करने वाले गुण होते है जो कब्ज से राहत देने में मदद करते है। जब इसका इस्तेमाल अरंडी के तेल के साथ किया जाता है तो यह और भी अधिक प्रभावी हो जाता है और पुरानी से पुरानी कब्ज की समस्या दूर करता है। इसका उपयोग करने के लिए आप एक चम्मच कैस्टर ऑयल लेकर इसमें एक कप संतरे के रस को मिला लें। अब इसे पियें, आप मिश्रण का सेवन हर कुछ दिन में कर सकते है। इससे आपको जल्दी राहत मिलेगी।
कैस्टर ऑयल का उपयोग हीटिंग पैड के साथ करके भी आप पेट में होने वाले कॉन्स्टिपेशन का इलाज कर सकते है। हीटिंग पैड पेट दर्द को ठीक करने के साथ साथ कब्ज को भी दूर करने में सहायक होता है। कब्ज का उपचार करने के लिए आप एक बड़ी चम्मच अरंडी का तेल लेकर इससे अपने पेट की मसाज करें। अब एक हीटिंग पैड से अपने पेट की सिकाई करें। आप इस इस क्रिया को तब तक कर सकते है जब तक आपको कॉन्स्टिपेशन से राहत नहीं मिलती है। ध्यान रखें कि हीटिंग पैड अधिक गर्म न हो, नहीं तो आपकी स्किन जल सकती है।
यदि आपका बच्चा कब्ज की समस्या से परेशान है तो आप इसके लिए कैस्टर ऑयल से मसाज कर सकती है। अरंडी का तेल कुछ हद तक कॉन्स्टिपेशन के लक्षणों को कम करने में मदद करता है। यह बच्चे के पेट दर्द में भी राहत दिलाने में प्रभावी माना जाता है, क्योंकि इसमें दर्दनिवारक (Analgesic) गुण होते है। सबसे पहले आप ऑर्गेनिक अरंडी का तेल लेकर इसे गुनगुना गर्म कर लें। अब कुछ मिनट तक इस तेल से बच्चे के पेट और हाथ पैर की मालिश करें। अपने पर तेल लगाने से पहले एक बार पैच टेस्ट और तापमान जरूर देख लें।
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