Cavity hatane ke upay कैविटी का घरेलू उपचार: कैविटी हमारे मुँह में होने वाली एक गंभीर समस्या होती हैं, इसके कारण हमारे मुँह के दांतों में सड़न होने लगती हैं। मुँह हमारे शरीर का एक मुख्य हिस्सा होता हैं, मुँह के द्वारा खाये गये भोजन द्वारा ही हमारे शरीर को ऊर्जा प्राप्त होती हैं। परन्तु मुँह से खून आने के कारण हम खाना भी नहीं खा पाते हैं। मुँह की कैविटी का कारण हमारे दांतों में स्वच्छता की कमी होती हैं जिसके कारण बैक्टीरिया और प्लेक से हमारे मुँह में कैविटी की समस्या आने लगती हैं। आइये दांतों में कैविटी से छुटकारा पाने के घरेलू उपाय को विस्तार से जानते हैं।
विषय सूची
1. दांतों में कैविटी के कारण – Causes of Cavity in Hindi
2. कैविटी से छुटकारा पाने के लिए घरेलू उपचार – Home Remedies for cavity in Hindi
एक अध्ययन से पता चला हैं कि विटामिन D की कमी के कारण कैविटी की समस्या उत्पन्न होती हैं, जिन भी बच्चों से अपने भोजन में विटामिन D लिया हैं उनको कैविटी की समस्या नहीं हुई, कैविटी के होने का कारण हमारे दांतों में फसे या चिपके हुए भोजन के कुछ टुकड़े भी हो सकते हैं। जिसके कारण दांतों में बैक्टीरिया उत्पन्न हो जाते हैं।
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हमारे दांतों पर कैल्शियम और फास्फेट की परत बनी होती हैं जो कि कैविटी से ख़राब होने लगती हैं। हमारे मुँह को कैविटी से बचने के लिए कुछ घरेलू उपाय मोजूद हैं जिनको अपना के आप कैविटी से बच सकते हैं।
भोजन के बाद चीनी मुक्त च्युइंगम खाने से कैविटी से होने से बचा जा सकता हैं, चीनी मुक्त च्युइंगम खाने से मुँह में लार की मात्रा अधिक बनाने लगती हैं जो Ph मान को भी बढ़ा देती हैं पर इसके लिए आपको इसे अधिक समय तक मुह में चबाने कि आवश्यकता होती हैं। चीनी मुक्त च्युइंगम एक यौगिक होता हैं जो कि केसिन फॉस्फोप्टाइड-एम्फोर्फस कैल्शियम फॉस्फेट (सीपीपी-एसीपी) हैं यह आप किसी भी दुकान से भी खरीद सकते हैं।
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फ्लोराइड दांतों के लिए अच्छा होता हैं, और उनको पुनः ठीक करने में मदद करता हैं। खनिज तत्व की कमी हमारे दांतों के क्षय का कारण हो सकती हैं इसलिए फ्लोराइड माउथवाश का प्रयोग करके दांतों के क्षय को और कैविटी को रोका जा सकता हैं, कैविटी से छुटकारा पाने के लिए यह एक अच्छा घरेलू उपचार हैं। ब्रश के बाद आप फ्लोराइड युक्त पानी से कुल्ला करें, ऐसा आपको सुबह और रात में सोने से पहले करना हैं।
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नमक वाला पानी कैविटी के लिए एक आसान घरेलू उपचार हैं, नमक वाले पानी से कुल्ला करने से मुँह के बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं और नमक मुँह के चिपचिपापन को भी दूर कर देता हैं, नमक का पानी हमारे मुँह के ph मन को संतुलित बनाये रखता हैं। नमक के पानी को कैविटी के उपचार में लेने के लिए आप एक चम्मच नमक ले और उसे एक ग्लास गर्म पानी में अच्छी तरह से मिला ले। अब आप इस पानी को मुँह में लेकर अच्छे से घुमाये और उसका कुल्ला करे। यह आप को दिनके समय करना हैं इससे आपके मुँह की कैविटी खत्म हो जाएगी।
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नींबू विटामिन C का एक अच्छा स्रोत हैं, विटामिन C हमारे मुँह के कैविटी को खत्म करने में मदद करता हैं। नींबू में विटामिन C की अधिकता होने के कारण हम इसका उपयोग मुँह के दर्द को कम करने के साथ ही कैविटी को खत्म करने में कर सकते हैं, विटामिन C बैक्टीरिया को मारने में असरदायक होता हैं।इसके लिए आप नींबू के कुछ टुकड़ो को अपने मुँह से चबाये, उसके बाद आप साफ पानी से अच्छी तरह से कुल्ला करे। यह क्रिया आपको दिन में दो बार दोहरानी हैं।
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लहसुन एक बहुत ही गुणकरी खाद्य पदार्थ हैं, यह हमारे रसोई घर में ही उपलब्ध होता हैं, लहसुन का प्रयोग हम खाना बनाने में रोज करते हैं, लहसुन में एंटीबायोटिक, एंटी फंगल और एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। जिसके कारण कैविटी को खत्म करने में और दांत के दर्द को कम करने में मदद करता हैं।
कैविटी में लहसुन की एक से दो लौंग सुबह के समय खाए, ऐसा आपको दिन में सुबह के समय खाली पेट करना हैं।
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लौंग एक बहुत ही गुणकारी घरेलू औषधि हैं, यह घर में आसानी से प्राप्त हो जाती हैं, लौंग में पाए जाने वाले यूजीनॉल एक विटामिन हैं जो कि हमारे दांतों में होने वाली कैविटी के उपचार में और दर्द को कम करने में मदद करते हैं इसके अलावा लौंग में विभिन्न प्रकार के एंटीमाइक्रोबायल होते हैं जो कि बैक्टीरिया, कवक, और वायरस आदि को बढ़ने से रोकते हैं। लौंग के तेल का प्रयोग कैविटी के उपचार में करने के लिए इसके तेल को उंगली में लेके कैविटी वाले दांतों पर धीरे धीरे से मालिश करे, अगर आपकी उंगलिया उन दांतों तक नहीं पहुँच पाती तो इसके लिए आप रूई को प्रयोग कर सकते हैं। यह उपचार आपको दिन में दो से तीन बार करना हैं।
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आयल पुल्लिंग दांतों की सड़न और कैविटी को ठीक करने के लिए एक बहुत ही अच्छा और पुराना उपचार हैं, आयल पुल्लिंग करने के लिए आपको नारियल के तेल, तिल के तेल या सूरजमुखी किसी भी तेल का प्रयोग कर सकते हैं किसी भी एक प्रकार के तेल को लेके उसे अपने मुँह में लगभग 20 मिनिट तक रखे और उसके बाद उसे थूंक दे, याद रखे कि तेल आपके पेट के अन्दर ना जाये। इसके बाद आप नमक से कुल्ला करने के बाद आप रोज के जैसे ब्रश से दांतों को साफ करे। आयल पुल्लिंग करने से यह प्लाक, गिंगिवाइटिस और मुँह के बैक्टीरिया को कम कर देते हैं।
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आप मुलेठी की जड़ों का प्रयोग दांतों के सड़न के लिए घरेलू उपचार के रूप में कर सकते हैं, मुलेठी की जड़ एक बहुत ही अच्छी जड़ी बूटी हैं। मुलेठी की जड़ में बैक्टीरिया से लड़ने के लिए एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते जाते हैं, जो कि हमारे दांतों में होने वाली कैविटी से सुरक्षा करते हैं। मुलेठी की जड़ के पाउडर कर इस्तेमाल आप ब्रश से दांत साफ करने के लिए भी कर सकते हैं, आप इसका प्रयोग चाय बनाने में भी कर सकते हैं।
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आंवला औषधि गुणों से भरपूर हैं, यह कैविटी से सुरक्षा के लिए बहुत ही अच्छा घरेलू उपचार हैं, आंवला हमें आसानी से मिल जाता हैं, आंवले में विटामिन C पाया जाता हैं जो कि मुँह से आने वाली बदबू को दूर करता हैं और मुँह को साफ़ रखता हैं। आंवला में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाया जाया हैं जो कि बैक्टीरिया और संक्रमण से लड़ने में मदद करता हैं। इसके लिए आप ताजा आंवला खाएं या आधा ग्लास पानी में आधा चम्मच आंवले का पाउडर डाल के नियमित रूप से लें इससे आप मुँह की कैविटी से छूटकरा मिलेगा।
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भारतीय आयुर्वेद के अनुसार हल्दी बहुत ही गुणकारी औषधि हैं, दर्द के उपचार में यह रामबाण उपचार माना जाता हैं, हल्दी में एंटी इंफ्लामेटरी, एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो कि संक्रमण में लाभदायक होते हैं। कैविटी में हल्दी को अपने दांतों पर लगाये कुछ देर इसे लगा रहने दे फिर इसके बाद हल्के पानी से कुल्ला कर लें इससे कैविटी में आराम मिलेगा।
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