Cesarean Delivery Ke Baad Dekhbhal सिजेरियन डिलीवरी के बाद माँ को कई तरह की विशेष देखभाल की जरूरत पड़ती है आपने कई बार लोगों को कहते सुना होगा कि सिजेरियन डिलीवरी के बाद महिला को खास देखभाल की जरूरत होती है। काफी हद तक ये बात सही है। क्योंकि ऑपरेशन से बच्चे को जन्म देने के बाद महिलाओं का शरीर काफी कमजोर हो जाता है। शारीरिक और मानसिक तौर पर वे कई कठिनाओं से गुजरती हैं, जिसके रिकवर होने में कम से कम छह से आठ हफ्ते का समय लगता है। इसलिए सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद महिलाओं को ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है। लेकिन खुद को फिट रखने से लेकर सही खान-पान और डेली रूटीन में छोटी-छोटी चीजें करने से शरीर को तेजी से रिकवर किया जा सकता है।
डिलीवरी के बाद का समय हर महिला के लिए बेहद खास होता है। लेकिन यह समय उन महिलाओं के लिए सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण भी होता है, जिनकी सिजेरियन डिलीवरी होती है। एक अध्ययन के अनुसार डिलीवरी के बाद के समय में मातृ मृत्यु की दर सबसे ज्यादा होती है, ऐसा इसलिए क्योंकि इस दौरान नई मां की केयर ठीक से नहीं की जाती। ऐसे में अगर आपकी सिजेरियन डिलीवरी होने वाली है और आप चाहती हैं कि आप और आपका बच्चा स्वस्थ रहे तो डिलीवरी के बाद की जाने वाली देखभाल की जानकारी आपको जरूर होनी चाहिए। तो चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताते हैं कि सिजेरियन प्रसव के बाद देखभाल कैसे करनी चाहिए।
विषय सूची
1. सीजेरियन डिलीवरी के बाद शारीरिक देखभाल – Physical Care After a Cesarean delivery in Hindi
2. सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद रिकवरी के लिए टिप्स – Tips for fast recovery after C -Section delivery in Hindi
3. सिजेरियन डिलीवरी के बाद बरतें ये सावधानियां – Precautions take place after Cesarean delivery in Hindi
4. सीजर ऑपरेशन के बाद डॉक्टर को कॉल कब करें – When to call doctor after c section delivery in Hindi
सीजेरियन डिलीवरी के बाद शारीरिक देखभाल – Physical Care After a Cesarean delivery in Hindi
ऑपरेशन से बच्चे को जन्म देने के बाद जब तक आप पूरी तरह से ठीक नहीं हो जातीं तब तक फिजिकल एक्टिविटी में बदलाव करना बेहद जरूरी है। क्योंकि ये ही एक ऐसा तरीका है, जिससे आप खुद को जल्द ठीक कर सकतीं हैं। नीचे हमारे द्वारा बताई जा रही गाइडलाइन आपको सीजेरियन डिलीवरी के बाद जल्द से जल्द ठीक करने में मदद करेगी।
सिजेरियन डिलीवरी के बाद हॉस्पीटल में कैसे करें देखभाल – Mother care after cesarean delivery in hospital in Hindi
सी-सेक्शन प्रसव होने के बाद महिला को कहीं 5 दिन तो कहीं 7 दिन हॉस्पीटल में रखा जाता है। लेकिन इसका मतलब ये बिल्कुल भी नहीं है कि इन 5 से 7 दिनों में महिला केवल पलंग पर ही रहेगी, बल्कि डॉक्टर खुद इन दिनों में महिलाओं को अपनी देखभाल करने की सलाह देते हैं। तो आइए जानते हैं कि नई मां सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद हॉस्पीटल में खुद की देखभाल कैसे कर सकती है।
- सिजेरियन डिलीवरी के 24 घंटे बाद आपको बाथरूम जाने की कोशिश करनी चाहिए। यह आपकी हीलिंग प्रोसेस को शुरू करने में मदद करेगा और आपको चीरे के साथ आसानी से धीरे-धीरे घूमने-फिरने की आदत डल सकेगी।
- ऑपरेशन से डिलीवरी के बाद यदि आप आराम से हॉस्पीटल में रहना चाहती हैं तो हॉस्पीटल रूल्स को फॉलो करें और ज्यादा मिलने-जुलने वाले लोगों से दूर रहें।
- आपकी केयर के लिए हॉस्पीटल स्टाफ मौजूद रहता है, ऐसे में इस दौरान आप उनकी मदद से सही प्रकार से स्तनपान कराने के तरीके समझें और उसी प्रकार करवाएं तो आपको घर जाने के बाद स्तनपान कराने में कोई दिक्कत नहीं आएगी।
- वैसे तो ऑपरेशन होने के बाद नहाना तो दूर आप उठ भी नहीं सकतीं, लेकिन हॉस्पीटल में आप चाहें तो स्पंज बाथ ले सकती हैं। ध्यान रखें कि निचले हिस्से को सूखा ही रखना है।
- सीजर डिलीवरी के बाद शुरूआती 48 घंटे मां और बच्चे दोनों के लिए बेहद खास होते हैं, ऐसे में आप ज्यादा लोगों से ना मिलें और ना ही बाहर से आए किसी व्यक्ति को शिशु को हाथ लगाने दें। क्योंकि ऐसा करने से शिशु को इंफेक्शन हो सकता है।
- हॉस्पीटल में रहने के दौरान शिशु को स्तनपान के अलावा और कुछ भी देने की कोशिश नहीं करनी चाहिए और ऐसा करते समय आपके रस्म-रिवाज भी बीच में नहीं आने चाहिए।
- ऑपरेशन से डिलीवरी होने के 5 से 6 घंटे बाद आप कुछ खा भी सकती हैं। हालांकि कुछ हॉस्पीटल ऐसे होते हैं, जो सी-सेक्शन के बाद आपको स्पेशल डाइट प्रोवाइड कराते हैं। ऐसे में डॉक्टर की सलाह के बाद ही किसी चीज का सेवन शुरू करें।
- सिजेरियन डिलीवरी के बाद कैथेटर को हटाने के बाद पेशाब करना कभी-कभी दर्दनाक हो सकता है। ऐसे में अपनी नर्स से इसे आसान बनाने के उपाय सुझाने के लिए कहें।
- सीजर ऑपरेशन के समय यदि आपके टांकों के लिए स्टेपल का इस्तेमाल किया गया था, तो हॉस्पीटल से डिस्चार्ज होने से पहले जहां तक है इसे रिमूव कर दिया जाता है। अगर इन्हें हटाया नहीं जाता तो अपने डॉक्टर से इनकी देखभाल का तरीका जरूर जान लें।
- सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद वेजाइना से हल्के लाल रक्त का स्त्राव होने लगेगा, जिसे लोचिया कहा जाता है। यह अधिकतर 6 हफ्ते तक जारी रह सकता है। इस दौरान आपको एक्स्ट्रा पैड की आवश्यकता होती है। हालांकि अस्पताल में प्रसव के बाद ये उपलब्ध कराए जाते हैं। ध्यान रखें कि इस दौरान टैम्पॉन का यूज न करें।
- अस्पताल परिसर या गार्डन में टहलने से रिकवरी तेज हो सकती है। पेट की सर्जरी के बाद गैस की समस्या होती है, इसके लिए रोजाना आधे घंटे तक टहलने की कोशिश करें।
- सी-सेक्शन से बच्चे को जन्म देने के बाद आपको सामान्यत: आपको 4 से 5 दिन तक हॉस्पीटल में रूकना होता है। जाने से पहले खुद की व बच्चे की देखभाल कैसे करनी है, इसके बारे में डॉक्टर से सलाह लेना अच्छा है।
- एक बार जब आपका कैथेटर हटा दिया जाता है, तो जितना संभव हो उतना घूमने की कोशिश करें। यह आपकी रिकवरी में तेजी लाएगा।
- सिजेरियन प्रसव के बाद जब तक आप हॉस्पीटल में हैं, खाने-पीने में किसी तरह की लापरवाही न करें। ताजे फल और सब्जियों खाएं और दूध पीएं। इसमें आपको किसी प्रकार का परहेज करने की आवयकता नहीं होती।
- किसी भी मिलने-जुलने वाले व्यक्ति को हाथ धोकर ही शिशु को हाथ लगाने दें, या हो सके तो अपने पास हैंड सेनेटाइजर रखें और इसका इस्तेमाल करने को कहें, शर्माएं नहीं।
- सी-सेक्शन प्रसव के बाद आपका शरीर काफी कमजोर होता है। इसलिए किसी भी ऐसे व्यक्ति से न मिले जिसकी बातें आपको स्ट्रेस देती हों। उनसे दूर ही रहें।
- सी-सेक्शन ऑपरेशन के बाद हॉस्पिटल में रहते हुए भी आप अपने टांकों का ध्यान रखें और उस पर नारियल तेल लगाएं।
(और पढ़े – सिजेरियन डिलीवरी के कारण, लक्षण, प्रक्रिया और रिकवरी…)
सिजेरियन डिलीवरी के बाद घर पर कैसे करें देखभाल – How To Do Care At Home After Cesarean Delivery Care In Hindi
सिजेरियन डिलीवरी के बाद हॉस्पीटल में तो आपका ख्याल रखने के लिए स्टाफ नर्स और डॉक्टर्स होते हैं, लेकिन घर पहुंचकर आपको अपनी देखभाल खुद करनी होती है। नीचे हम आपको बता रहे हैं कि डिलीवरी के बाद घर पहुंचकर आप खुद की देखभाल कैसे कर सकती हैं। सिजेरियन प्रसव के बाद घर पहुंचकर महिला की देखभाल नीचे दिए गए तरीकों से की जा सकती है।
- सी-सेक्शन के बाद हर काम करने में बहुत थकान होती है, ऐसे में खुद को ज्यादा स्ट्रेस न दें ,जब भी आप थका हुआ महसूस करें तो थोड़ा आराम जरूर कर लें।
- कुछ समय तक हो सके तो घर के कामों को पहले की तरह करने की कोशिश ना करें। क्योंकि सी-सेक्शन के बाद आपका शरीर कमजोर है और इसे एक्टिव बनाने में आपको कुछ हफ्तों का वक्त लग सकता है, इसलिए कोई भी शारीरिक कार्य करने से बचें।
- सिजेरियन ऑपरेशन के बाद घर पहुंचकर नहाने को लेकर खास सावधानी बरतनी होती है। अब आपकी स्थिति पहले जैसी नहीं है, इसलिए बाथरूम में देर तक वक्त बिताना आपके लिए सही नहीं है। ऐसे में आप रोजाना देर तक न नहाएं। इससे टांकों में संक्रमण हो सकता है। या तो थोड़ी देर तक नहाएं या फिर वाइप्स की मदद लें। हां, घर पहुंचने के 10 दिन बाद आप सही तरह से नहा सकती हैं।
- हो सके तो बच्चे के कपड़े और खाने-पीने की चीजें अपने करीब ही रखें, ताकि आपको बार-बार छोटी-छोटी चीजों के लिए उठना ना पड़े। इससे आप थकान महसूस कर सकती हैं।
- अगर आपकी सी-सेक्शन डिलीवरी हुई है तो अपने बच्चे से ज्यादा भारी कोई भी वस्तु न उठाएं। इससे टांकों पर असर पड़ेगा और वह खुल भी सकते हैं।
- सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद टांकों की देखभाल करना बहुत जरूरी है। अगर इनकी केयर ठीक से नहीं की गई तो ये समय से पहले खुल सकते हैं और आपकी परेशानी बढ़ सकती है। पेट में जिस जगह टांके लगे हैं, उस जगह को हमेशा सूखा और साफ रखें। नहाते समय रोजाना टांकों पर गर्म पानी का सेक करें। नहाने के बाद इस जगह को साफ टॉवल से पोछें।
- ऑपरेशन से डिलीवरी के बाद घर जाकर खुद को हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी है। इसके लिए आप दिनभर में खूब सारे तरल पदार्थों का सेवन करें। शरीर में ऊर्जा बनाए रखने और कब्ज को रोकने के लिए स्वस्थ भोजन जरूर खाना चाहिए।
(और पढ़े – सिजेरियन डिलीवरी के टांकों में संक्रमण के लक्षण, कारण और इलाज…)
सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद मानसिक देखभाल – Emotional Care After Cesarean Delivery in Hindi
सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद खुद की देखभाल हर तरह से जरूरी है। ऐसे में महिलाओं को मानसिक देखभाल की भी जरूरत होती है। नीचे हम आपको बता रहे हैं कि सिजेरियन डिलेवरी के बाद खुद की मानसिक रूप से देखभाल कैसे कर सकती हैं।
- डिलीवरी कोई भी हो, बच्चे को समय देना बहुत जरूरी है। लेकिन जब बात सी-सेक्शन की बात आती है तो बच्चे के साथ बॉन्डिंग बनाने में थोड़ा समय लगता है, क्योंकि कई स्थितियों के कारण डिलीवरी के एक या दो दिन तक बच्चा मां से दूर रहता है। ऐसे में रोजाना अपने बच्चे के पास बैठें और उससे अच्छी बॉन्डिंग बनाने के लिए थोड़ा समय निकालें।
- यदि आपको सिजेरियन डिलीवरी के बाद स्तनपान कराने में कोई कठिनाई हो रही है तो स्तनपान सलाहकार से सलाह जरूर लें।
- सिजेरियन डिलीवरी के बाद आपको कई भावनात्मक परेशानियां आ सकती हैं, जिनसे उभरने में आपको समय लग सकता है। इसलिए सी-सेक्शन सर्जरी के बाद डिकंप्रेस करने के लिए समय निकालने की जरूरत होती है।
- ऑपरेशन से बच्चे को जन्म देने के बाद आपके मन में कई नकारात्मक विचार जन्म ले सकते हैं। इन भावनाओं को कम करने के लिए आप अपनी डिलीवरी के अनुभव को अपने किसी खास दोस्त या फिर परिवार के किसी सदस्य से शेयर करें। आपमें पॉजिटिविटी आएगी।
- अपनी गर्भावस्था को लेकर यदि आपके मन में कोई सवाल या शंका है तो अपने डॉक्टर से इस बारे में जरूर चर्चा करें। ऐसा करने से अगली बार प्रेग्नेंट होने पर आपको किसी प्रकार की चिंता नहीं रहेगी।
- सिजेरियन डिलीवरी के बाद एक महिला को अतिरिक्त शारीरिक देखरभाल की जरूरत होती है, क्योंकि अब तक शरीर एक्टिव नहीं हो पाता है। ऐसे में हो सकता है कि कभी अकेलापन भी महसूस हो। इसलिए कभी किसी दोस्त या घरवालों से मदद के लिए पूछने से हिचकिचाएं नहीं।
(और पढ़े – डिलीवरी के बाद डिप्रेशन (पोस्टपार्टम डिप्रेशन) के लक्षण, कारण, इलाज और बचाव…)
सी-सेक्शन के बाद अन्य देखभाल – Cesarean delivery ke baad anya dekhbhal in Hindi
दर्द निवारक दवाएं लें – सी-सेक्शन के बाद दो हफ्ते तक दर्द होना सामान्य है। इसके लिए डॉक्टर खुद दर्द-निवारक दवाएं लिखते हैं। बस आपको रोजाना निचमित रूप से दवाएं लेनी हैं।
टांकों की देखभाल करें- सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद आपको अपने टांकों की खास देखभाल करने की जरूरत होती है। इसके लिए जरूरी है कि टांके वाले इस हिस्से को सूखा रखें। यदि आपको कभी इस जगह दर्द हो या लालपन आ जाए तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, क्योंकि इससे इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है। हो सके तो अपने डॉक्टर से मालिश करने की किसी टेकनीक के बारे में पता करें। यकीनन डॉक्टर ऐसी टेक्नीक जरूर बताएगा, जो आपके दर्द को कम करने में मदद करेगी।
वॉक करें- सिजेरियन डिलीवरी के बाद जैसे ही डॉक्टर आपको कहे आपको वॉक शुरू कर देना चाहिए। घर से निकलने के बाद 30 मिनट तक पैदल चलें। चलने से ब्लड सकुर्लेशन बढ़ेगा, जिससे ब्लड क्लॉटिंग का खतरा कम होगा।
सही आहार खाएं- हीलिंग के लिए पोषण बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए सी-सेक्शन के बाद देखभाल डिलीवरी के बाद आप घर का बना ताजा और हल्का भोजन खाएं। इस दौरान गैस की समस्या भी होती है, इसलिए फाइबर से भरपूर भोजन खाएं। साथ ही ऐसी डाइट लें, जिससे आपके स्तनों में दूध बन सके। अपने खाने में नियमित रूप से दूध, अखरोट, हरी पत्तेदार सब्जियां, मछली, अंडा, दही को शामिल करें।
डिलीवरी के बाद एंटीइंफ्लेमेट्री और विटामिन सी से भरपूर आहार जैसे केला, ब्रोकोली, जामुन लेना चाहिए। विटामिन सी जहां कोलेजन के उत्पादन में मदद करता है वहीं ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर नट्स और बीज में भी कई एंटीइंफ्लेमेट्री गुण होते हैं, जो आपकी हीलिंग प्रोसेस के लिए फायदेमंद है।
ऑपरेशन के बाद एक्सरसाइज- सिजेरियन डिलीवरी के बाद कम से कम आठ हफ्ते तक आराम करने की सलाह दी जाती है। जब आपको लगे कि घाव भर गए हैं और टांके घुल गए हैं तो आप एक्सरसाइज शुरू कर सकती हैं। शुरूआत प्राणायाम से करनी चाहिए। इसके बाद आप हल्के व्यायाम कर सकती हैं। पेट के लिए अग्निसार, पेल्विक के लिए कंधरासन, कमर और मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए अधोमुख शवासन कर सकती हैं। इसके अलावा चाहें तो कुछ कार्डियो वर्कआउट भी कर सकती हैं।
स्तनपान के समय सहारे से बैठें- सी-सेक्शन के बाद बैठकर खाने या स्तनपान कराने में काफी दिक्कत आती है। ऐसे में आपको अपने पॉश्चर पर खास ध्यान देना होता है। खासतौर से स्तनपान कराने के दौरान । जब भी आप बच्चे को स्तनपान कराएं तो उसे अपने करीब लाएं और संभव हो तो एक कुर्सी पर बैठकर स्तनपान कराएं। अगर आप आगे की ओर झुककर स्तनपान कराती हैं तो इससे शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा सीमित हो जाती है, जिससे थकान बढ़ती है ।
कंप्रेशन अंडरगारमेंट पहनें- सी-सेक्शन के बाद दर्द को कम करने के लिए एब्डोनल बाइंडर इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है, लेकिन यह मशीन आपके पैल्विक अंगों पर दबाव डाल सकती है और मूत्र असंयम के जोखिम को बढ़ा सकती है, ऐसे में कंप्रेशन अंडरगारमेंट पहनने की कोशिश करें, जो अन्य समस्याओं को पैदा किए बिना दर्द, सूजन को कम करने में आपकी मदद करेगा।
भारी चीज न उठाएं- सी-सेक्शन से शिशु को जन्म देने के दो हफ्तों तक 20 पाउंड से ज्यादा वजन नहीं उठाना चाहिए। कोशिश करें कि कोई आपके बच्चे को आपकी गोद में रखें न कि आप खुद बच्चे को उठाएं।
खूब आराम करें- सिजेरियन डिलीवरी एक बड़ी सर्जरी होती है। इसके बाद लगभग 5 से 6 दिन तक महिला को अस्पताल में ही रखा जाता है। इस समय शरीर को पूरी तरह से सही होने में 6 हफ्तों का समय लगता है। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि खूब आराम किया जाए। अगर आपको अपने बच्चे के डायपर बदलने से लेकर घर के अन्य कामों में किसी की मदद लेनी पड़े तो शर्माएं नहीं, इससे आपको आराम करने का थोड़ा समय मिल जाएगा।
(और पढ़े – सिजेरियन डिलीवरी के बाद क्या खाना चाहिए और क्या नहीं…)
सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद रिकवरी के लिए टिप्स – Tips for fast recovery after C -Section delivery in Hindi
- सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद अपने लिए समय निकालने की बहुत जरूरत होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि आपकी अपनी सेहत पर नॉर्मल डिलीवरी से ज्यादा ध्यान देना होता है। ऐसे में आप अपने शिशु को पूरा वक्त दें ताकि अपने बच्चे के साथ आपकी बॉन्डिंग अच्छी हो सके।
- सी-सेक्शन बड़ी सर्जरी होती है, इसलिए आपके शरीर को पूरी तरह से ठीक होने में समय लगता है। डिलीवरी के तीन से चार दिन तक आपको हॉस्पीटल में रहना होता है और आपकी रिकवरी में 6 हफ्तों का समय लग जाता है। अगर आप खुद को जल्दी रिकवर करना चाहती हैं तो खूब आराम करें। जितना ज्यादा आराम करेंगी, उतनी जल्द आप बिस्तर से उठ सकती हैं।
- सिजेरियन डिलीवरी के बाद अच्छे पोषण पर ध्यान देने की आवश्यकता होती है। खासतौर से यदि आप स्तनपान करा रही हैं तो विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ खाएं, इससे आपका बच्चा स्वस्थ रहेगा और आपको भी मजूबत होने में मदद मिलेगी। कई शोधों से पता चला है कि स्तनपान के दौरान सब्जियां खाने से स्तन के दूध में स्वाद आता है, जो आगे चलकर आपके बच्चे में सब्जियां खाने की ललक पैदा करता है।
- सिजेरियन डिलीवरी के बाद अपनी बॉडी को एकदम बच्चे की तरह ट्रीट करें। अगर आप की हाल ही में सी-सेक्शन डिलीवरी हुई है तो बार-बार सीढियां चढ़ने-उतरने से बचें। क्योंकि इससे आपके टांके खिंच सकते हैं और टांकों में होने वाला दर्द बढ़ सकता है।
- सी-सेक्शन से बच्चे को जन्म देने के बाद हर डॉक्टर वॉक करने की सलाह देता है। वॉक करने से कॉन्स्टीपेशन और ब्लड क्लॉटिंग की समस्या से राहत मिलती है।
- ऑपरेशन से होने वाली डिलीवरी के दौरान लगने वाले टांके खुलने का डर कभी-कभी रहता है। ऐसे में जब भी आपको खांसी आए या फिर आप जोर से हंसे तो टांके वाली जगह पर तकिया रख लें, इससे इस जगह पर जोर नहीं पड़ेगा और टांके खुलने की संभावना भी कम हो जाएगी।
- सिजेरियन डिलीवरी के बाद अगर आपको स्तनपान कराने में कोई दिक्कत आ रही है तो अपने डॉक्टर से संपर्क जरूर करें। सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद ज्यादातर महिलाओं को बच्चे को स्तनपान कराने में परेशानी महसूस होती है, इसलिए पहले डॉक्टर की सलाह लें।
(और पढ़े – सी सेक्शन डिलीवरी (सिजेरियन डिलीवरी) के बाद जल्दी ठीक होने के बेहतर तरीके…)
सिजेरियन डिलीवरी के बाद बरतें ये सावधानियां – Precautions take place after Cesarean delivery in Hindi
- सी-सेक्शन के बाद ऐसी कोई चीज न खाएं, जिससे आपको गैस बने।
- सीजेरियन डिलीवरी के बाद रोने से बचना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से आपके टांकों पर असर पड़ेगा और फिर ये दर्द दे सकते हैं।
- सी-सेक्शन के बाद तब तक सेक्स न करें, जब तक आपका डॉक्टर इसकी सलाह न दे।
- सीजेरियन डिलीवरी के बाद अगर आपको ज्यादा ब्लीडिंग हो रही है या जब तक टांके ना भरे नहाने से बचना चाहिए। क्योंकि ऐसा करना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है।
- सिजेरियन डिलीवरी के तुरंत बाद एक्सरसाइन शुरू करने की भूल न करें। एक्सरसरइज करने से पेट पर पड़ने वाला दबाव आपके लिए खतरनाक हो सकता है। इसके बजाय आप अपने बच्चे को बाहों में लेकर चलने की आदत डाल सकती हैं।
- अपने पेट को कम करने के लिए सीजेरियन डिलीवरी के तुरंत बाद मैटरनिटी बेल्ट न पहनें। आपका पेट अपने आप ही अपने आकार में वापस सिकुड़ जाएगा। प्रसूति बेल्ट का उपयोग करने से बाद में हर्निया से पीड़ित होने की संभावना बढ़ सकती है।
- सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद स्विमिंग पूल और हॉट टब में नहाने की गलती भूलकर भी ना करें।
- सिजेरियन डिलीवरी के बाद खुद पेन किलर्स लेने से बचें। यदि आप स्तनपान करा रहे हैं तो यह आपके लिए खतरनाक हो सकता है। हां, अगर छह सप्ताह बाद भी आपको दर्द बना रहे तो फिर आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकती हैं ।
(और पढ़े – सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद सेक्स का आनंद कैसे लें…)
सीजर ऑपरेशन के बाद डॉक्टर को कॉल कब करें – When to call doctor after c section delivery in Hindi
सी-सेक्शन के बाद खुद की देखभाल करना उतना ही जरूरी है जितना की नवजात की देखभाल करना। सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद कई समस्याएं उभर सकती हैं, जिसे लेकर आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी हो जाता है। तो चलिए जानते हैं इन समस्याओं के बारे में।
- सी-सेक्शन के बाद अगर आपको डिप्रेशन या उदासी महसूस हो।
- बच्चे के जन्म के बाद लगातार सिरदर्द या सांस लेने में तकलीफ हो रही हो।
- अगर आपको सूजन, दर्द, लालपन और बुखार है तो डॉक्टर को बुलाएं।
- यदि आपको 100.4 डिग्री फारेनहाईट से ज्यादा बुखार हो।
- वेजाइना से बदबूदार डिस्चार्ज होने लगे।
- पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द होना।
- अगर टांके खुल जाएं तो।
- चिंता या अवसाद की स्थिति पैदा होना।
- जुखाम या उल्टी हो तो।
- पेशाब करने में परेशानी, पेशाब में जलन होना या खून आना।
(और पढ़े – पेशाब में जलन और दर्द (डिस्यूरिया) के कारण, लक्षण और उपचार…)
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