Cesarean Delivery Ke Baad Diet Chart In Hindi: सिजेरियन डिलीवरी के बाद नई मां को क्या खाना चाहिए, इसे लेकर बहुत सी भ्रांतियां हैं। कई लोग मानते हैं, कि ऑपरेशन के बाद महिलाएं ठोस आहार ले सकती हैं, वहीं कुछ का मानना है, कि ऐसा करने से सेहत को नुकसान होता है। ऐसे में सिजेरियन ऑपरेशन के बाद बहुत सी महिलाएं इस दुविधा में रहती हैं, कि आखिर सी-सेक्शन के बाद उन्हें कौन सा आहार लेना चाहिए या कैसा भोजन करना चाहिए।
सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद का समय एक मां के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण होता है। खुद को शारीरिक व मानसिक रूप से फिट रखने और जल्दी रिकवर करने के लिए महिलाओं को संतुलित आहार लेने की जरूरत होती है, क्योंकि डिलीवरी के बाद शरीर काफी कमजोर हो जाती है। चूंकि, डिलीवरी के बाद महिला शिशु को स्तनपान भी कराती है, ऐसे में उसे अधिक पोषण की जरूरत होती है।
विशेषज्ञों के अनुसार, ऑपरेशन के बाद का समय ऐसा होता है, जब आपको अपने शरीर को रिकवर करने के लिए स्वस्थ रहना पड़ता है। इसलिए डिलीवरी के बाद सही भोजन का चयन करना बहुत जरूरी है।
सिजेरियन डिलीवरी के बाद मां का आहार ऐसा होना चाहिए, जिससे उन्हें ताकत मिले साथ ही बच्चे का विकास भी अच्छे से हो सके। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे, कि सिजेरियन डिलीवरी के बाद एक मां के लिए कौन सा भोजन अच्छा होता है और किन चीजों से परहेज करना चाहिए। इसके साथ ही इस लेख में हमने आपके लिए एक डाइट प्लान बताया है, जिसे फॉलो कर आपको जल्द से जल्द शरीर को रिकवर करने में मदद मिलेगी।
विषय सूची
1. सिजेरियन डिलीवरी के बाद मां के लिए पोषण क्यों जरूरी है? – Why nutrition is important for the mother after cesarean delivery in Hindi
2. सिजेरियन डिलीवरी के बाद आहार कैसा होना चाहिए – What should be the diet after the cesarean delivery in Hindi
3. सिजेरियन डिलीवरी के बाद स्वस्थ आहार – Healthy diet after cesarean delivery in Hindi
4. सिजेरियन डिलीवरी के बाद मां को क्या खाना चाहिए – Foods to eat after c section delivery in Hindi
5. सी-सेक्शन के बाद ऐसे भोजन को खाने से बचें – Cesarean delivery ke baad kya nahi khana chahiye in Hindi
6. सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद भारतीय डाइट चार्ट – Cesarean Delivery Ke Baad Diet Chart In Hindi
7. सिजेरियन डिलीवरी के बाद आहार से जुड़ी याद रखने वाली बातें – Things to remember about diet after cesarean delivery in Hindi
संतुलित आहार सी-सेक्शन प्रसव के बाद मां के लिए महत्वपूर्ण भृमिका निभाता है। यह न केवल जल्दी स्वस्थ होने में मदद करता है, बल्कि साथ ही शिशु को स्तनपान कराते समय सही पोषक तत्व भी प्रदान करता है। शुरूआती महीनों में मां का दूध बच्चे के पोषण का एकमात्र स्त्रोत है। इसलिए, मां को यह सुनिश्चित करने की जरूरत है, कि वह अपने और बच्चे के लिए स्वस्थ आहार ले। सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद स्वस्थ आहार खाने से पेट की दीवार और गर्भाशय को जल्दी ठीक करने में मदद मिलती है। इसके अलावा मां को स्तनपान कराने के लिए हर दिन 500 किलो कैलोरी अतिरिक्त उर्जा की आवश्यकता होती है।
(और पढ़े – सिजेरियन डिलीवरी के फायदे और नुकसान…)
ये सवाल अक्सर महिलाएं पूछती हैं, कि ऑपरेशन के बाद उनकी डाइट कैसी होनी चाहिए। तो आपको बता दें कि, सिजेरियन प्रसव के बाद पहले कुछ दिनों में बहुत हल्का आहार लेना चाहिए। हालांकि, मां को बहुत सारे पौष्टिक खाद्य पदार्थों के साथ अपने नियमित आहार को फिर से शुरू करने की जरूरत होती है, क्योंकि गर्भावस्था के दौरान जो पोषक तत्व उन्हें शरीर में कम हो गए हैं, उनकी पूर्ति तो करनी होती है। सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद महिलाओं का आहार ऐसा होना चाहिए, जिसका सेवन करने से आपके पेट के जख्म पर दबाव न पड़े, जो जल्दी हजम हो जाए। यानि सिजेरियन डिलीवरी के बाद की गैस बनाने वाले खाद्य पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए। इसके लिए आप सिजेरियन डिलीवरी के बाद आहार फाइबर युक्त भोजन ले सकते हैं।
(और पढ़े – सिजेरियन डिलीवरी के बाद क्या खाना चाहिए और क्या नहीं…)
वैसे, तो डिलीवरी नॉर्मल हो या सिजेरियन दोनों तरह की डिलीवरी के बाद मां को स्वस्थ आहार की आवश्यकता होती है। लेकिन सिजेरियन में खानपान को लेकर थोड़ा ज्यादा ध्यान सर्तक रहना पड़ता है। विशेषज्ञों के अनुसार ऑपरेशन के बाद हर महिला की शारीरिक स्थिति अलग-अलग होती है, जिसके बारे में पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए। लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें, कि हर मां के आहार में उन खाद्य पदार्थों का मिश्रण होना चाहिए, जो सही मात्रा में सभी पोषक तत्वों से भरपूर हों। नीचे ऐसे आहार की सूची दी गई है, जिन्हें मां को सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद जरूर लेना चाहिए।
सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद हर मां के लिए प्रोटीन लेना बहुत जरूरी होता है। ये नई ऊतक कोशिकाओं की वृद्धि में मदद करता है और शरीर को जल्द से जल्द रिकवर करता है। दूसरी तरफ कैल्शियम शरीर की हड्डियों और दांतों की शक्ति को बनाए रखने में मदद करता है। स्किम्ड दूध, पनीर, बीन्स और सूखे मटर जैसे उत्पाद मां के लिए प्रोटीन का एक उत्कृष्ट स्त्रोत हैं।
ऑपरेशन के बाद शरीर में होने वाली खून की कमी की आपूर्ति के लिए महिलाओं को आयरन युक्त भोजन करना चाहिए। सिजेरियन डिलीवरी के बाद आहार में आयरन महिलाओं के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अंडे की जर्दी, मांस, राजमा और सूखे मेवे में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है। आयरन से भरपूर आहार मां के लिए बहुत जरूरी है, लेकिन बस एक सीमित मात्रा में। इसका अधिक सेवन कॉन्स्टिपेशन (कब्ज) की समस्या पैदा कर सकता है। अगर आप स्तनपान कराती हैं, तो आपको हर दिन 8 एमजी आयरन लेने की जरूरत है।
सिजेरियन प्रसव के बाद महिला को फैटी युक्त खाद्य पदार्थ लेना चाहिए। यह महिला को कब्ज से बचाने के साथ शिशु के विकास में भी मदद करते हैं।
सी-सेक्शन के बाद विटामिन रिच फूड महत्वपूर्ण है। यह ऊतकों की मरम्मत में मदद करता है और कोलेजन के उत्पादन में भी सहायता करता है। पालक, ब्रोकली और मेथी जैसी सब्जियां विटामिन ए और सी का अच्छा स्त्रोत हैं। विशेषज्ञ कहते हैं, कि मां को संतरे, तरबूज, अंगूर और स्ट्रॉबैरी जैसे फलों का सेवन जरूर करना चाहिए। क्योंकि, ये सभी फल विटामिन सी के अच्छे स्त्रोत हैं, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने और संक्रमण से निपटने में मदद करते हैं।
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पास्ता, ब्राउन ब्रेड, ब्राउन राइस, ये सभी खाद्य पदार्थ साबुत अनाज से भरपूर होते हैं। यह आपके आहार का एक जरूरी अंग होना चाहिए, क्योंकि ये एक मां के एनर्जी लेवल और ब्रेस्ट मिल्क प्रोडक्शन को बनाए रखने में मदद करते हैं।
फाइबर युक्त भोजन
सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद अक्सर कॉन्स्टीपेशन की समस्या से निपटने के लिए फाइबर युक्त खाद्य भोजन का सेवन करने की आवश्यकता होती है। कच्चे फलों और सब्जियों का सेवन मल त्याग को आसान बनाता है। जई और रागी में भी भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है।
सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद मां को ऐसा भोजन करना चाहिए, जो पचाने में आसान हो। दरअसल, सीजेरियन डिलीवरी के बाद महिला के पेट में अतिरिक्त गैस जमा हो जाती है। इसलिए डॉक्टर बच्चे को जन्म देने के बाद मां को ज्यादा सावधान रहने की सलाह भी देते हैं। बहुत अधिक गैस पैदा करने वाले खाद्य पदार्थ सर्जरी के बाद जटिलताओं का कारण बन सकते हैं। मां को आयरन युक्त खाद्व पदार्थों का भी सेवन करना चाहिए, क्योंकि सर्जरी के दौरान मां के शरीर में खून की कमी हो जाती है। उपरोक्त पोषण संबंधी जरूरतों के अलावा मां को आहार में हींग, जीरा और अजवाइन भी शामिल करनी चाहिए। हींग पाचन में मदद कर गैस बाहर निकालती है। वहीं, जीरा मां के लिए दूध के पाचन और उत्पादन में मदद करता है। जबकि, अजवाइन मां और बच्चे दोनों के मल त्याग को नियमित करने में मदद करती है।
सी-सेक्शन के बाद ज्यादा तरल पदार्थ लेने से शरीर में पानी की कमी पूरी होती है। इतना ही नहीं ज्यादा पानी पीने से कॉन्स्टिपेशन की समस्या से भी छुटकारा मिलेगा। महिला को हर दिन 8 से 10 गिलास पानी जरूर पीना चाहिए। इसके अलावा आप चाहें, तो नारियल पानी, छाछ, लस्सी, हर्बल टी, दूध, जूस आदि का विकल्प भी चुन सकते हैं।
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यहां हम आपको नई मां की डाइट में शामिल किए जाने वाले जरूर खाद्य पदार्थों के बारे में बता रहे हैं। ये सभी विटामिन, मिनरल्स, प्रोटीन और ओमेगा 3 फैटी एसिड से युक्त हैं, जो एक मां के लिए बहुत जरूरी हैं।
ऑपरेशन के बाद फास्ट रिकवरी के लिए नई मां के लिए दाल बहुत जरूरी है। दाल प्रोटीन, फाइबर, मिनरल का बेहतर स्त्रोत है। दाल से आपको ताकत मिलेगी और आप एक्स्ट्रा फैट से भी बच पाएंगे।
हरी सब्जियों में विटामिन ए, सी और कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है। अच्छी बात ये है, कि इनमें कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है, जिससे डिलीवरी के बाद बढ़ा हुआ वजन कम करने में मदद मिलती है। इसलिए खाने में ब्रोकली, पालक, परवल, टिन्डा, बीन्स को जरूर शामिल करें।
सिजेरियन डिलीवरी के बाद संतरे का सेवन जरूर करना चाहिए। इसमें अच्छी मात्रा में विटामिन सी होता है, जो स्तनपान कराने वाली मां के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
इसमें आयरन और फाइबर होता है, जो नई मां के लिए बहुत फायदेमंद साबित होती है।
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ओटमील में बहुत से पोषक तत्व होते हैं, जो एक मां में दिनभर उर्जा का स्तर बनाए रखते हैं। इसके अलावा इसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर पाया जाता है, जिससे कब्ज की समस्या से राहत मिलती है।
अंडे में अच्छी मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है, जो महिला को बहुत ऊर्जा देता है। डिलीवरी के बाद शुरू के 40 दिनों में महिलाओं को उबले हुए अंडे खाना
चाहिए। चाहें, तो सब्जी में भी अंडा डालकर खा सकती हैं।सिजेरियन डिलीवरी के बाद शरीर में सूजन और घाव को कम करने के लिए हल्दी अच्छा इलाज है। इसलिए रात में सोने से पहले हल्दी वाला दूध जरूर पीना चाहिए।
ऑपरेशन से डिलीवरी के बाद कमर व पीठ में दर्द बहुत होता है। इससे राहत पाने के लिए मां को अक्सर खाने में मेथी के दाने डालने की सलाह दी जाती है।
अदरक के चूर्ण में विटामिन बी6, विटामिन ई, मैग्नीशियम, पोटेशियम के साथ एंटीइंफ्लेमेट्री गुण होते हैं, जो डिलीवरी के बाद शरीर से सूजन को कम करते हैं।
स्तनपान कराने वाली मां को डिहाइड्रेशन का खतरा बहुत रहता है। इसके लिए जरूरी है, कि दिनभर में कम से कम 8 -10 गिलास पानी जरूर पीया जाएं।
इसमें कोई दो राय नहीं है कि, डिलीवरी के बाद कई महिलाओं का वजन बढ़ जाता है, इसे कंट्रोल करने के लिए अपने आहार में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा को कम करें। इसलिए, सफेद चावल की जगह ब्राउन राइस राइस का विकल्प चुनें। इसे खाने से वजन काफी हद तक कम हो जाएगा।
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सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद आपको वसायुक्त और जंकफूड से बचना चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि सी-सेक्शन के बाद आपकी शारीरिक गतिविधि कम हो जाती है, जिससे आपका वजन बढ़ता है। इसलिए महिलाओं को सर्जरी के बाद मसालेदार खाद्य पदार्थ नहीं खाने चाहिए। क्योंकि ये सभी गैस्ट्रिक समस्याओं को जन्म दे सकते हैं। यहां हम कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में बता रहे हैं, जिनसे आप बच सकते हैं।
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सिजेरियन प्रसव के बाद मां की देखभाल बहुत जरूरी है। ऐसे में सिजेरियन डिलीवरी के बाद मां के लिए यह इंडियन डाइट प्लान बहुत अच्छा विकल्प साबित होगा। इससे आपको अपने आहार पैटर्न को समझने में मदद मिलेगी।
सुबह उठने के बाद एक गिलास गर्म दूध लें। 10 -12 भीगे हुए बादाम, एक गोंद का लड्डू, दो चम्मच अजवाईन खाएं। दूध में 150 किलो कैलोरी और चार ग्राम प्रोटीन होता है। यह आपके दिन की शुरूआत करने का सबसे अच्छा तरीका है। जबकि, बादाम प्रोटीन और ओमेगा-3 एसिड का अच्छा स्त्रोत है। इसमें 100 किलो कैलेारी और 8 ग्राम प्रोटीन होता है। वहीं, गोंद के लड्डू में 100 किलो कैलोरी व दो ग्राम प्रोटीन होता है, जिससे शरीर की कमजोरी दूर होती है।
गाजर और काजू डला रागी सेवई उपमा, एक बाउल दही या दो ऑमलेट, दो स्लाइस टोस्टेड ब्राउन ब्रेड या फिर वेजिटेबल ओट्स उपमा ले सकते हैं। सेवईं में 150 कैलोरी और 4 ग्राम प्रोटीन मौजूद होता है। यह ब्रेस्ट मिल्क के जरिए बच्चे को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है। वहीं, एक बाउल दही से 75 किलो कैलोरी और 4 ग्राम प्रोटीन मिलता है। दही कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन ए और डी प्रदान करता है। बस ये सुनिश्चित करें, कि यह एकदम ताजा हो। दो ऑमलेट में 160 किलो कैलोरी और 10 ग्राम प्रोटीन होता है। इसके अलावा 250 किलो कैलोरी और तीन ग्राम प्रोटीन होता है। कब्ज से निपटने के लिए इसमें डली सब्जियां बॉवल फंक्शन को नॉर्मल करने के लिए बहुत अच्छी हैं।
एक मीडियम आकार का सेब या अनार का सेवन कर सकते हैं। दोनों में 40 किलो कैलोरी होती है। ये दोनों ही हाइड्रेशन और पीएच बैलेंस को संतुलित रखने में मदद करते हैं।
नारियल का पानी या फिर अजवाईन का पानी पी सकते हैं। इससे महिला को 30 किलो कैलोरी मिलती है। ये दोनों ही कब्ज, पाचन, जलन और यूटीआई जैसे समस्या से राहत दिलाने में बहुत फायदेमंद हैं।
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दो चपाती, जीरे वाली मसूर की दाल, एक कटोरी पालक पनीर, उबले या फ्राई किए परवल के साथ एक गिलास अजवाइन का पानी पीएं। बता दें, कि दो चपाती में 200 किलो कैलोरी और 6 ग्राम प्रोटीन होता है। वहीं दाल में आपको 150 किलो कैलेारी और 6 ग्राम प्रोटीन मिलता है। यह मिल्क प्रोडक्शन को बढ़ाने के लिए बहुत अच्छी है। जबकि पालक पनीर में 150 किलो कैलोरी और 6 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है। पालक फॉलिक एसिड और आयरन से भरपूर होता है साथ ही स्वस्थ लैैक्टेशन को बनाए रखने में मदद करता है। परवल नई मां को फाइबर प्रदान करने में सहायक है। इन सबके साथ लिया जाने वाला अजवाईन का पानी पाचन में बहुत मदद करता है।
एक गिलास अजवाईन का पानी पी सकते हैं। इसमें 40 किलो कैलोरी और 1 ग्राम प्रोटीन होता है। जो हाइड्रेशन और जलन जैसी समस्या से राहत दिलाने में बहुत फायदेमंद है।
एक गिलास दूध के साथ नारियल, बादाम और खसखस का लड्डू लें। आपको बता दें, कि इसमें आपको 150 किलो कैलोरी और 4 ग्राम प्रोटीन मिलता है। यह बच्चे के मास्तिष्क के विकास के लिए जरूरी कैल्शियम और आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है। खासकर, अगर आपको माइग्रेन की समस्या है, तो।
मिक्स वेजिटेबल सूप पीएं और दो छोटे पीस गुड़ की ड्राई फ्रूट चिक्की खाएं। इसमें 100 किलो कैलोरी और मात्र 1 ग्राम प्रोटीन की मात्रा होती है। इससे शरीर में गर्भावस्था के दौरान हुई खून की कमी की आपूर्ति होती है। वहीं ये तरल पदार्थ दूध के स्त्राव को बढ़ाने में मदद करता है।
(और पढ़े – सिजेरियन डिलीवरी के बाद देखभाल…)
शाम 7 बजे इन सभी खाद्य पदार्थों को पचाने के लिए फिर से अजवाईन का पानी पीएं।
दो चपाती, एक कटोरी मूंग या मसूर की दाल मेथी के पत्ते डली हुई, लौकी, परवल या तुरई की सब्जी पनीर डली हुई और एक कप चुकंदर -गाजर की खीर पीएं। दाल में 100 किलो कैलोरी और 4 ग्राम प्रोटीन होता है। यह शिशु के विकास और मां की रिकवरी के लिए बहुत अच्छी मानी जाती है। वहीं सब्जियों में 100 किलो कैलोरी और दो ग्राम प्रोटीन मिलता है। यह सब्जियां पाचन में आपकी बहुत मदद करती हैं। वहीं चुकंदर और गाजर का रस शरीर में खून की कमी को पूरा करता है साथ ही शिशु के विकास में भी मददगार है।
एक गिलास गर्म दूध और 10-12 भीगे हुए बादाम लें। एक गिलास दूध में 150 किलो कैलोरी होती है और अगर इसे सोने से पहले गर्म करके पीया जाएं, तो नींद बहुत अच्छी आती है। वहीं बादाम खाना शिशु के मास्तिष्क विकास के लिए बहुत अच्छे हैं।
सिजेरियन डिलीवरी के बाद माताओं के लिए उपयुक्त इंडियन डाइट प्लान एक सामान्य डाइट प्लान है। इस डाइट प्लान को फॉलो करते हुए आपको कुल 2295 किलो कैलोरी मिलेगी और 78 ग्राम प्रोटीन। इस डाइट प्लान में बताए गए खाद्य पदार्थ ज्यादातर मामलों में फायदेमंद साबित हुए हैं। अगर आपको ऊपर बताए गए किसी भी भोजन से एलर्जी है, तो इनका सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें।
(और पढ़े – अजवाइन का पानी पीने के फायदे और बनाने की विधि…)
डिलीवरी चाहे नॉर्मल हो या सी-सेक्शन सही भारतीय डाइट आपकी रिकवरी में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। ऑपरेशन से डिलीवरी के बाद आप जो कुछ भी खा रहे हैं, इन्हें कैसे खाना है, कितनी मात्रा में खाना है, इसके बारे में हम आपको आगे बता रहे हैं। इन्हें फॉलो करते हुए आपको सी-सेक्शन के बाद आहार का सेवन करने में कोई दिक्कत नहीं होगी।
सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद का समय हर मां के लिए बहुत मुश्किल और चुनौतीपूर्ण होता है। जल्दी रिकवरी के लिए आहार पर नियंत्रण रखना बहुत महत्वपूर्ण है। एक अच्छा पौष्टिक आहार आपको और आपके बच्चे को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है। ऐसे में आपको पौष्टिक आहार लेने के साथ अपनी डॉक्टर की सलाह के अनुसार पर्याप्त नींद, आराम और कुछ हल्का व्यायाम जरूर करना चाहिए। ध्यान रखें, किसी भी डाइट प्लान को फॉलो करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क जरूर करें। अगर ऊपर बताए गए किसी भी खाद्य पदार्थ से आपको एलर्जी है, तो आपका डॉक्टर उसकी जगह अन्य विकल्प सुझा सकता है।
(और पढ़े – सिजेरियन डिलीवरी के बाद क्या क्या नहीं करना चाहिये…)
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