सिजेरियन डिलीवरी के बाद क्या-क्या नहीं करना चाहिए इसकी जानकारी होना बहुत ही आवश्यक है। यदि आप भी सिजेरियन डिलीवरी करा रही हैं तो आपको भी कई प्रकार की भ्रामक बातों का सामना करना पड़ सकता है। अप्राकृतिक प्रसव कराने से आप घबराएं नहीं और आराम करें। क्योंकि आज के समय में सिजेरियन प्रसव होना सामान्य है। लेकिन सी सेक्शन प्रसव के प्रारंभ में और डिलीवरी के बाद कुछ दिशानिर्देशों का पालन करना चाहिए। ताकि इस तरह से आप ऑपरेशन से बच्चे का जन्म के बाद आने वाली परेशानियों से बच सकते हैं। हालांकि आपको इस बात का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए कि सी सेक्शन कोई छोटा ऑपरेशन नहीं है। इसलिए आपको अपने शरीर की विशेष देखभाल करने की आवश्यकता है। आइए जाने सिजेरियन डिलीवरी के बाद क्या नहीं करना चाहिए।
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सिजेरियन डिलीवरी के बाद क्या न करें – Don’t Do These Things After Cesarean Delivery in Hindi
आपको सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद विशेष सावधानी रखने की आवश्यकता होती है। क्योंकि यह स्थिति किसी भी महिला के लिए बहुत ही संवेदनशील होती है। अप्राकृतिक प्रसव के बाद की जाने वाली लापरवाही महिलाओं के लिए बहुत गंभीर स्थिति पैदा कर सकती है। इसलिए आपको यहां बताई गई कुछ सावधानियों को अपनाने की आवश्यकता है। जो आपकी और आपके बच्चे की सेहत के लिए अच्छे होते हैं। आइए जाने सिजेरियन प्रसव के बाद क्या नहीं करना चाहिए।
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ऑपरेशन से बच्चे का जन्म होने के बाद मां को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए, कि सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद इस प्रकार के भोजन का सेवन न करें जो गैस बनाता हो। आपको सिजेरियन डिलीवरी के बाद कुछ दिनों तक अपने आहार पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। इसलिए आपको ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए जो पचने में आसान हों और जो गैस बनने का कारण न बने।
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अप्राकृतिक प्रसव के बाद महिलाओं की पाचन प्रणाली बहुत ही धीमी होती है। इसलिए महिलाओं को उन खाद्य पदार्थो का सेवन करने से बचना चाहिए जो कब्ज के लक्षणों को बढ़ा सकते हैं। क्योंकि इस दौरान कब्ज होने पर यह आपके आंत्र को तनाव दे सकता है जिससे महिलाओं को असहीनी दर्द का सामना करना पड़ सकता है।
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सिजेरियन प्रसव के बाद महिलाओं को सामान्य स्थिति प्राप्त करने में कुछ समय लग सकता है। हालांकि यह समय 6 सप्ताह से 6 माह के बीच हो सकता है। हालांकि यह समय महिलाओं के शरीर की क्षमता और स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। लेकिन ऑपरेशन से प्रसव होने के बाद महिलाओं को कुछ समय तक भारी वजन उठाने से बचना चाहिए।
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आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि आप सिजेरियन प्रसव के बाद बीमार होने से बचें। सिजेरियन प्रसव के बाद महिलाओं का शरीर विभिन्न प्रकार के संक्रमण के लिए अनुकूल होता है। इस दौरान महिलाओं को सर्दी, खांसी या एलर्जी आदि होने की संभावना बहुत अधिक होती है। इसलिए सी सेक्शन डिलीवरी के बाद आप इस बात का विशेष ध्यान रखें कि सर्दी या जुकाम न हो। क्योंकि इस दौरान महिला को छींक आना बहुत ही दर्दनाक हो सकता है।
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सी सेक्सन के बाद महिलाओं को इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि वे अधिक समय तक और जोर से न हँसें। क्योंकि यह भी छींक आने के समान ही महिलाओं के टांके को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए ऑपरेशन से बच्चे के जन्म के कुछ दिनों तक आप जोर से हँसने का प्रयास न करें।
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यदि आप बार-बार सी-सेक्शन डिलीवरी को लेकर पछतावा करेगें तो इससे कोई फायदा नहीं है। जो कुछ भी हुआ है उसके बारे में पछतावा करने के बजाये महिलाओं अप्राकृतिक प्रसव के बाद शरीर की देखभाल में ध्यान देना चाहिए। इसलिए सी सेक्सन प्रसव के बाद महिलाओं को अपने स्वस्थ आहार और आराम पर विशेष जोर देने की आवश्यकता है।
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ऑपरेशन से प्रसव होने पर महिलाओं को अपने टांकों की सुरक्षा का विशेष ध्यान देना चाहिए। लेकिन इसका मतबल यह नहीं है कि सिजेरियन प्रसव के टांकों को बार-बार हाथ से छुआ जाए। इसलिए महिलाओं को ऑपरेशन से बने घावों की सफाई के लिए अनुभवी व्यक्ति या नर्स की मदद लेनी चाहिए। जिससे महिलाओं को किसी प्रकार के संक्रमण होने की संभावना न हो।
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अक्सर महिलाएं नॉर्मल डिलेवरी के बजाय सी सेक्सन प्रसव के बाद उदास हो जाती हैं। जबकि महिलाओं का समझना चाहिए कि कुछ महिलाओं को नार्मल डिलीवरी में कठिनाई हो सकती हैं। इसलिए ऑपरेशन से बच्चे का जन्म कराना आवश्यक हो जाता है। हालांकि सीजेरियन प्रसव होने के बाद महिलाओं को स्वस्थ होने में कुछ समय लग सकता है। इसलिए महिलाओं को शारीरिक और मानसिक दोनो प्रकार से सिजेरियन प्रसव के लिए तैयार रहना चाहिए।
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सिजेरियन ऑपरेशन के बाद महिलाओं को विशेष आराम की आवश्यकता होती है। इसलिए ऑपरेशन से बच्चे के जन्म के बाद कुछ महीनों तक महिलाओं को घर के काम-काज से दूरी बनाए रखना चाहिए। क्योंकि घर के काम करने के दौरान महिलाओं को झुकना और अन्य प्रकार के शारीरिक काम करने पड़ सकते हैं। जिससे सी-सेक्शन के टांकों में दर्द और रक्तस्राव हो सकता है।
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सिजेरियन तकनीक से मां बनने के बाद महिलाओं को कम से कम 6 सप्ताह तक सेक्स करने से बचना चाहिए। सी सेक्सन प्रसव के बाद कुछ दिनों के अंदर सेक्स करने से टांकों में खिंचाव आ सकता है। जिससे टांके के घाव फिर से ताजे हो सकते हैं। इसलिए ऑपरेशन से बच्चे का जन्म होने के लगभग 6 सप्ताह के बाद ही महिलाओं को सेक्स करना चाहिए। लेकिन फिर भी आपको सलाह दी जाती है कि इससे पहले आपको अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
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ऑपरेशन से प्रसव होने के बाद महिलाओं को आराम करने या सोते समय विशेष सावधानी रखनी चाहिए। ऑपरेशन के तुरंत बाद और लगभग 2 से 4 माह तक महिलाओं को सोने के दौरान तकिया का उपयोग विशेष रूप से करना चाहिए। क्योंकि सी सेक्सन प्रसव के बाद बिना तकिया के सोने पर महिला के पेट या सर्जरी वाले भाग पर तनाव या खिंचाव आ सकता है। जिससे टांकों में दर्द या रक्त स्राव की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए सीजेरियन प्रसव के बाद महिलाओं को सोते समय पर्याप्त तकियों का उपयोग करना चाहिए।
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जो महिलाएं ऑपरेशन से बच्चे को जन्म देती हैं उन्हें प्रसव के कुछ दिनों बाद तक पेट संबंधी व्यायाम करने से बचना चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि सिजेरियन प्रसव के दौरान पेट के निचले हिस्से में टांके लगाए जाते हैं। लेकिन व्यायाम करने से शरीर और पेट के उस हिस्से में दबाव पड़ता है जहां टांके लगे हुए हैं। इसलिए महिलाओं को सिजेरियन प्रसव होने के बाद कुछ दिनों तक महिलाओं को पेट संबंधी व्यायाम करने से बचना चाहिए।
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जिन महिलाओं ने सिजेरियन तकनीक से बच्चे को जन्म दिया है उन्हें कुछ दिनों तक अपने बच्चे को स्वयं नहीं उठाना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने पर महिलाओं को गंभीर दर्द का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए महिलाओं को सी सेक्शन प्रसव के टांके ठीक होने तक महिलाओं को खुद से बच्चे उठाने का प्रयास नहीं करना चाहिए।
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ऑपरेशन से बच्चे को जन्म देने वाली महिलाओं को टांकों के प्रति विशेष ध्यान देना चाहिए। उन्हें इनकी देखभाल करने के साथ ही गीला होने से बचाना चाहिए। इसलिए नहाने के दौरान महिलाओं को यह विशेष सावधानी रखने की आवश्यकता है कि इस दौरान टांके गीले न हों। साथ ही यह भी ध्यान रखें कि साबुन युक्त पानी से टांके या टांके के आसपास के हिस्से को साफ न करें।
ऑपरेशन के बाद अक्सर महिलाओं को टांके वाले स्थान पर दर्द होता है। लेकिन आपको अधिक दर्द सहने की आवश्यकता नहीं है। आप इस दर्द से छुटकारा पाने के लिए दर्द निवारक दवाओं का सेवन कर सकते हैं। लेकिन ऑपरेशन से बच्चे को जन्म देने वाली महिलाओं को अधिक मात्रा में दर्द निवारक गोलियों का सेवन करने से बचना चाहिए। यदि आपको बहुत अधिक और बार-बार दर्द हो रहा हो तो आपको दर्द निवारक दवाओं को लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए।
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ऑपरेशन से बच्चे का जन्म होने के बाद महिलाओं को अपने शरीर का ध्यान रखना चाहिए। उन्हें सिजेरियन प्रसव के लगभग 6 से 12 सप्ताह तक सीढ़ीयां चढ़ने से बचना चाहिए। क्योंकि अप्राकृतिक प्रसव के बाद सीढ़ीयां चढ़ने से महिलाओं को थकान और पेट पर जोर पड़ सकता है। कुछ मामलों में महिलाओं को टांके से रक्त स्राव भी हो सकता है।
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सिजेरियन तकनीक से मां बनने के बाद महिलाओं महिलाओं को अपने खाने-पीने की आदतों का ध्यान रखना चाहिए। सीजेरियन प्रसव के बाद कुछ महीनों तक महिलाओं को अधिक मसालेदार और तेल में तले हुए खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचना चाहिए। क्योंकि इस प्रकार के खाद्य पदार्थ महिलाओं के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं।
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