Chaturanga Dandasana in Hindi चतुरंग दंडासन योग दिखने में एक पुस-अप जैसा दिखता हैं, लेकिन दोनों के बीच बहुत अंतर हैं। इसे प्लैंक पॉज़ भी कहा जाता है, यह आसन आपके शरीर का सही ढंग से गठन करने में मदद करता हैं, चतुरंग दंडासन रीढ़ की हड्डी को समर्पित आसन हैं जो रीढ़ के हड्डी को सीधा रख कर किया जाता हैं। इस आसन में आपके शरीर का पूरा भार आपके दोनों हाथ और पैरों के पंजे पर होता हैं। आइये जानते हैं चतुरंग दंडासन करने के तरीके और उससे होने वाले लाभ के बारे में।
विषय सूची
- चतुरंग दंडासन क्या हैं – What is Chaturanga Dandasana in Hindi
- चतुरंग दंडासन करने से पहले करें यह आसन – Chaturanga dandasana karne se pehle yeh aasan kare in Hindi
- चतुरंग दंडासन करने का तरीका – Chaturanga dandasana karne ka tarika in Hindi
- चतुरंग दंडासन के फायदे – Chaturanga Dandasana benefits in Hindi
- हाथ और कलाई को मजबूत करने के लिए चतुरंग दंडासन – Chaturanga Dandasana for Strengthens Arms and Wrists in Hindi
- चतुरंग दंडासन शरीर की मांसपेशियों को मजबूत करें – Chaturanga Dandasana benefits for Strengthens the Muscles of Body in Hindi
- शरीर में स्थिरता और लचीलापन लाएं चतुरंग दंडासन – Chaturanga Dandasana benefits for Stability and Flexibility in Hindi
- उन्नत योग मुद्राओं की तैयारी के लिए चतुरंग दंडासन के लाभ – Chaturanga Dandasana for Preparation of Advanced Yoga Postures in Hindi
- चतुरंग दंडासन के फायदे शरीरिक जागरूकता के लिए – Chaturanga Dandasana for Body Awareness in Hindi
- चतुरंग दंडासन के लिए टिप्स – Tips for Chaturanga Dandasana (low plank yoga) in Hindi
- चतुरंग दंडासन करने में क्या सावधानी बरती जाए – Chaturanga Dandasana karne me kya savdhani barti jaye in Hindi
चतुरंग दंडासन क्या हैं – What is Chaturanga Dandasana in Hindi
चतुरंग दंडासन एक संस्कृत का शब्द हैं जो कि तीन शब्दों से मिलके बना हैं जिसमे पहला शब्द का “चतुर” हैं जिसका अर्थ “चार” होता हैं, दूसरा शब्द अंग हैं और तीसरा शब्द “डंडा” हैं जिसका अर्थ “कर्मचारी” होता हैं। इस आसन को अंग्रेजी में फोर-लिम्ड स्टाफ पॉज़ (Four-Limbed Staff Pose) के नाम से भी जाना जाता हैं जिसका अर्थ चार-पंख वाले कर्मचारी मुद्रा हैं। इसके अलावा कुछ लोग “कंधे के टुकड़े” (shoulder shredder) के नाम से भी इसे बुलाते हैं। चतुरंग दंडासन शास्त्रीय सूर्य नमस्कार श्रृंखला की एक आवश्यक स्थिति भी हैं। आइये जानते हैं चतुरंग दंडासन करने के विधि को विस्तार से।
(और पढ़ें – योग क्या है योग के प्रकार और फायदे हिंदी में)
चतुरंग दंडासन करने से पहले करें यह आसन – Chaturanga dandasana karne se pehle yeh aasan kare in Hindi
चतुरंग दंडासन करने पहले आप नीचे दिए आसन को करें जिससे आपको चतुरंग दंडासन करने में आसानी होगी-
चतुरंग दंडासन करने का तरीका – Chaturanga dandasana karne ka tarika in Hindi
चतुरंग दंडासन के अनके स्वस्थ लाभ हैं, इसके स्वस्थ लाभ को जानने के बाद प्रत्येक व्यक्ति इस आसन को करना चाहता हैं। नीचे चतुरंग दंडासन को सही से करने के लिए कुछ स्टेप नीचे दिए जा रहें हैं जिसका पालन करके आप आसानी से इस आसन को कर सकते है-
- चतुरंग दंडासन करने के लिए आप सबसे पहले किसी योग मेट को जमीन पर बिछा के उस पर पेट के बल या अधो मुख श्वानासन में लेट जाएं।
- इस आसन में आप अपने दोनों हाथों को भुजंगासन के सामान रखें यानि अपने दोनों हाथों को जमीन पर अपने कंधों से आगे रखें जिसमे आपकी उंगलियां सामने की ओर रहें।
- अपने दोनों पैरों की उँगलियों को जमीन पर सीधे रखें जिससे उन पर शरीर का वजन उठाया जा सके।
- अब पैरों की उँगलियों पर जोर डालते हुए धीरे-धीरे अपने दोनों घुटनों को ऊपर करने का प्रयास करें।
- अब साँस को अंदर लेते हुयें अपने दोनों हाथों पर शरीर के वजन को उठायें।
- अपने अप्पर-आर्म (हाथ का ऊपरी हिस्सा) और फोर-आर्म (हाथ का नीचे का हिस्सा) के बीच कोहनी पर 90 डिग्री का कोण बनाएं।
- अब आपका पूरा शरीर फर्श के समान्तर आ जायेगा।
- इस स्थिति में आपका शरीर पूरी तरह से ऊपर रहेगा बस दोनों हाथ और पैर की उंगलियां जमीन पर रहेगी, इन्ही पर आपके शरीर का सम्पूर्ण भार रहेगा।
- इस आसन को आप 10 से 30 सेकंड के लिए करें।
- इसके बाद साँस को छोड़ते हुए धीरे-धीरे अपनी प्रारंभिक अवस्था में आ जाएं।
(और पढ़ें – वजन और मोटापा कम करने के लिए योग मुद्रा)
चतुरंग दंडासन के फायदे – Chaturanga Dandasana benefits in Hindi
चतुरंग दंडासन किस प्रकार से हमारे शरीर के लिए लाभदायक हैं, इससे कौन-कौन सी बिमारियों को ठीक किया जा सकता हैं, आइये इसे विस्तार से जानते हैं-
हाथ और कलाई को मजबूत करने के लिए चतुरंग दंडासन – Chaturanga Dandasana for Strengthens Arms and Wrists in Hindi
हाथ हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं जो किसी भी कार्य को करने और वजन को उठाने में हमारी मदद करते हैं, यह दैनिक जीवन में विभिन्न प्रकार की गतिविधियों में सहायता करते हैं। जब आप चतुरंग दंडासन आसन करते हैं तो आपके शरीर का पूरा भार आपके हाथ और कलाई पर आ जाता जाता हैं जो की उनको मजबूत करने में मदद करता हैं।
(और पढ़ें – योग निद्रा क्या है करने का तरीका और लाभ)
चतुरंग दंडासन शरीर की मांसपेशियों को मजबूत करें – Chaturanga Dandasana benefits for Strengthens the Muscles of Body in Hindi
चतुरंग दंडासन कंधे, पीठ, और पैर की मांसपेशियों को मजबूत करता हैं, आज की जीवन शैली में जो लोग लम्बे समय तक बैठ के कार्य करते हैं अक्सर उन लोगों को पीठ और कंधे का दर्द होने लगता हैं। इन दर्द के लिए चतुरंग दंडासन दवाओं के अतिरिक्त एक विकल्प हैं। इस आसन को करने से आप इस प्रकार की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
(और पढ़ें – शलभासन करने की विधि और फायदे)
शरीर में स्थिरता और लचीलापन लाएं चतुरंग दंडासन – Chaturanga Dandasana benefits for Stability and Flexibility in Hindi
जब आप कभी गिरते हैं और आप क्षति ग्रस्त होते हैं तब आपके शरीर में स्थिरता रहना बहुत ही महत्वपूर्ण होती हैं। लचीलापन के कारण आपके शरीर को कम नुकसान होता हैं और दर्द का एहसास भी कम होता हैं। यह आसन आपके शरीर पर दोगुना कार्य कर करता हैं जो कि आपको और अधिक लचीला बनाता हैं। यह आसन हमारे लिए एक पुरुस्कार से कम नहीं हैं।
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उन्नत योग मुद्राओं की तैयारी के लिए चतुरंग दंडासन के लाभ – Chaturanga Dandasana for Preparation of Advanced Yoga Postures in Hindi
जो लोग योग करना चाहते हैं और उनने अभी-अभी योग की शुरुआत की हैं तो यह आसन उनके लाभदायक हो सकता हैं। यह आसन आगे आने वाले कुछ एडवांस योग को करने के लिए आपको तैयार करेगा और आगे आपको योग करने में मदद करेगा। यह आसन आपके शरीर की मांसपेशियों को मजबूत करता हैं जिससे आप उन्नत योग मुद्राओं के लिए तैयार हो सके।
(और पढ़ें – योग मुद्रा क्या है प्रकार और फायदे)
चतुरंग दंडासन के फायदे शरीरिक जागरूकता के लिए – Chaturanga Dandasana for Body Awareness in Hindi
फोर-लिम्ड स्टाफ पॉज़ शारीरक और मानसिक स्वास्थ के लिए एक वरदान हैं, यह आसन व्यक्ति के दिमाग और मांसपेशियों के बीच कनेक्शन को स्थापित करने में मदद करता हैं और इसमें दिमाग एक टूल्स के जैसे कार्य करता हैं जो हमारे हाथों और पैरों में उचित वजन का वितरण करना सिखाता हैं। यह रीढ़ के हड्डी की मांसपेशियों को मजबूत करता हैं। यह शरीर को एक संरेखण के बारे में आपके ज्ञान को गहरा बनाने के लिए भी जाना जाता हैं।
(और पढ़ें – उत्तानपादासन करने की विधि और फायदे )
चतुरंग दंडासन के लिए टिप्स – Tips for Chaturanga Dandasana (low plank yoga) in Hindi
- अपने कूल्हों को अधिक ऊपर ना उठायें।
- चतुरंग दंडासन करने के लिए अधिक ताकत की आवश्यकता होती हैं
- इसलिए इसे आराम-आराम से करने का प्रयास करें और खुद को चोट लगने से बचाएं।
- शुरुआत में आप आधा चतुरंग दंडासन या प्लैंक पॉज़ का अभ्यास करें।
चतुरंग दंडासन करने में क्या सावधानी बरती जाए – Chaturanga Dandasana karne me kya savdhani barti jaye in Hindi
इस आसन को करने से पहले इसकी सावधानियों को जानना बहुत ही आवश्यक हैं, कुछ प्रमुख सावधानी इस प्रकार हैं-
- अगर आपको कंधे, कलाई और पीठ में दर्द हैं तो आप इस आसन को ना करें।
- महिलाएं गर्भवस्था के दौरान इस आसन को ना करें।
- अगर आप कार्पल टनल सिंड्रोम जैसी समस्या से परेशान हैं तो आप तो आप इस आसन को ना करें।
- अगर आपको कोहनी में कोई दर्द हैं तो आप इस आसन को ना करें।
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