Chhath puja vrat in Hindi दिवाली (Diwali) के बाद बिहार समेत पूरे देशभर में छठ पूजा (
विषय सूची
1. छठ पूजा के फायदे इन हिंदी – Benefits of chhath puja vrat in hindi
2. छठ पूजा व्रत के नुकसान – side effects of chhath puja vrat in hindi
माना जाता है कि छठ पूजा व्रत रखना सबके बस की बात नहीं होती है। यह व्रत रखने के लिए पूरे समर्पण की जरूरत होती है। यह व्रत जितना कठिन है, स्वास्थ्य के लिए इसके फायदे भी उतने ही अधिक हैं। आइये जानते हैं छठ पूजा व्रत के फायदे क्या हैं।
छठ पूजा के दौरान व्रत रहने से शरीर में इंसुलिन का स्राव बढ़ जाता है और इससे व्रत रहने वाली महिलाओं को डायबिटीज रोग नहीं होता है। चूंकि छठ पूजा का व्रत लंबा होता है और कई दिनों तक लगातार व्रत रहने पर मस्तिष्क शरीर में इंसुलिन के स्तर को बढ़ाने के लिए सिग्नल भेजता है जिसके परिणामस्वरूप इंसुलिन ब्लड में बहुत प्रभावी तरीके से ग्लूकोज को अवशोषित करने में मदद करता है। यही कारण है कि स्वास्थ्य की दृष्टि से छठ पूजा का व्रत फायदेमंद होता है।
(और पढ़े – मधुमेह को कम करने वाले आहार…)
छठ पूजा का व्रत रहने से पाचन सिस्टम को कुछ दिनों के लिए आराम मिलता है और शरीर में जमा विषाक्त पदार्थ बाहर निकल आता है। विशेषज्ञों का मानना है कि छठ पूजा का व्रत तीन या चार दिनों का होता है और लगातार व्रत रहने के कारण शरीर में पुरानी कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं और उनकी जगह पर नई कोशिकाओं का निर्माण होता है जिसके कारण व्यक्ति का इम्यून सिस्टम रिचार्ज होता है और भविष्य में इससे जुड़ी किसी तरह की बीमारी नहीं होती है।
(और पढ़े – रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपाय…)
माना जाता है कि छठ का व्रत रहने से हमारे शरीर का मेटाबोलिज्म बेहतर होता है और पाचन क्रिया भी सुधर जाती है। जिसके कारण आंत की क्रियाएं नियंत्रित रहती हैं और पेट से संबंधित समस्याएं नहीं होती हैं।
(और पढ़े – चयापचय (मेटाबॉलिज्म) को बढ़ाने के तरीके…)
आपको सुनने में थोड़ा अजीब लग सकता है लेकिन वास्तव में यह सच है कि छठ पूजा का व्रत रहने से महिलाओं को अल्जाइमर की समस्या नहीं होती है। उपवास रखने पर मस्तिष्क में प्रोटीन का उत्पादन होता है जिसके कारण अल्जाइमर की समस्या दूर हो जाती है। चूंकि महिलाओं में अल्जाइमर की समस्या ज्यादा पायी जाती है, इसलिए उनके लिए छठ पूजा व्रत अधिक फायदेमंद होती है।
(और पढ़े – अल्जाइमर से बचने के लिए खाएं ये हेल्दी फूड…)
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि छठ पूजा का व्रत रहने से शरीर में ग्लूकोज का स्तर कम होता है जिसके कारण शरीर पर जमा अतिरिक्त चर्बी घटती है और मोटापा कम होता है। हमारे शरीर में इतनी एनर्जी जमा रहती है कि व्रत रहने के दौरान शरीर इसी जमा एनर्जी को खर्च करता है। अगर आप मोटापे की समस्या से परेशान हैं तो छठ पूजा का व्रत आपके लिए लाभदायक साबित हो सकता है।
(और पढ़े – वजन और मोटापा कम करने के लिए क्या खाएं क्या न खाए…)
छठ पूजा का व्रत रखने के बाद महिलाएं सुबह पूजा करके सूर्य को अर्घ्य देती हैं। माना जाता है छठ पूजा का व्रत रखकर कार्तिक माह में सूर्य को जल चढ़ाने पर महिलाओं के शरीर पर सुबह उगते सूर्य की पराबैंगनी किरणें पड़ती हैं जिसके कारण शरीर में विटामिन डी की भरपायी होती है। शरीर में पर्याप्त विटामिन डी होने पर कैल्शियम का अवशोषण भी बेहतर तरीके से होता है जिसके कारण महिलाओं को हड्डियों और जोड़ों से संबंधित समस्याएं नहीं होती हैं।
(और पढ़े – विटामिन D की कमी के कारण लक्षण और उपचार…)
छठ पूजा का व्रत रखने वाली महिलाओं के मस्तिष्क में कार्टिसोल का स्तर कम होता है जिसके कारण उनका मन और मस्तिष्क शांत रहता है। शरीर में नई और सकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है जिसके कारण शरीर अधिक सक्रिय होता है। व्रत रखकर छठ पूजा करने से मन और मस्तिष्क दोनों की शुद्धि होती है। इसलिए महिलाओं के लिए छठ पूजा का व्रत लाभदायक माना जाता है।
(और पढ़े – कोर्टिसोल (तनाव हार्मोन) को कम करने के उपाय…)
छठ पूजा का व्रत रखकर जब महिलाएं पानी में खड़ी रहती हैं तब पानी में सूर्य के किरणों का सात रंग फैलता है। इन किरणों से निकली ऊर्जा को शरीर अवशोषित करता है और शरीर में हर तरह के दोष को संतुलित रखता है। माना जाता है कि छठ पूजा के दौरान सूर्य की किरणें वाटर थेरेपी का कार्य करती हैं जिसके कारण आंख की रोशनी बेहतर होती है और दिमाग भी तेज होता है।
(और पढ़े – आँखों को स्वस्थ रखने के लिए 10 सबसे अच्छे खाद्य पदार्थ…
छठ पूजा व्रत का जड़ विज्ञान से जुड़ा हुआ है। माना जाता है कि छठ पूजा का व्रत रखने से शरीर से हानिकारक टॉक्सिन्स बाहर निकल जाते हैं। व्रत के दौरान पानी में डुबकी लगाने और सूर्य के संपर्क में आने से शरीर में बायो इलेक्ट्रिसिटी का प्रवाह होता है जिसके कारण संपूर्ण शरीर की क्रियाएं बेहतर होती हैं। इसके अलावा यह भी माना जाता है कि छठ पूजा का व्रत रखने से शरीर से हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस बाहर निकलते हैं जिसके कारण रोगों से शरीर की रक्षा होती है।
(और पढ़े – बॉडी को डिटॉक्स (विषैले पदार्थ को बाहर) कैसे करें…)
(और पढ़े – कमजोरी और थकान के कारण, लक्षण और इलाज…)
इसी तरह की अन्य जानकरी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।
Homemade face pack for summer गर्मी आपकी स्किन को ख़राब कर सकती है, जिससे पसीना,…
वर्तमान में अनहेल्दी डाइट और उच्च कोलेस्ट्रॉल युक्त भोजन का सेवन लोगों में बीमारी की…
Skin Pigmentation Face Pack in Hindi हर कोई बेदाग त्वचा पाना चाहता है। पिगमेंटेशन, जिसे…
चेहरे का कालापन या सांवलापन सबसे ज्यादा लोगों की पर्सनालिटी को प्रभावित करता है। ब्लैक…
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिन्हें पहचान कर आप…
त्वचा पर निखार होना, स्वस्थ त्वचा की पहचान है। हालांकि कई तरह की चीजें हैं,…