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चिचिंडा के फायदे, उपयोग और नुकसान – Chichinda (Snake Gourd) ke fayde aur Nuksan in Hindi

Snake Gourd (Chichinda) Benefits in Hindi क्‍या आप अपने आहार में चिचिंडा का उपयोग करते हैं। सांप लौंकी या चिचिण्डा खाने के फायदे स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी समस्‍याओं को दूर करने में सहायक होते हैं। चिचिंडा के औषधीय गुण शरीर में मौजूद विषाक्‍तता को दूर करने में मदद करते हैं। चिचिंडा का इस्‍तेमाल प्रमुख रूप से खाद्य सब्‍जी के रूप में किया जाता है लेकिन विशेष स्थिति में चिचिंडा का प्रयोग औषधीय प्रयोजन के लिए भी किया जाता है। चिचिंडा खाने के फायदे मुख्‍य रूप से मधुमेह रोगी के लिए होते हैं। शायद ही आपको पता हो कि चिचिंडा के फायदे बुखार, गठिया, हृदय रोग और कब्‍ज आदि के लिए होते हैं। हालांकि कुछ मामलों में चिचिंडा के नुकसान भी होते हैं। आज इस आर्टिकल में आप चिचिंडा के फायदे, उपयोग और नुकसान संबंधी जानकारी प्राप्‍त करेगें।

विषय सूची

  1. चिचिंडा क्‍या है – Chichinda kya hai in Hindi
  2. चिचिंडा की तासीर क्‍या है – Chichinda ki Taseer kya hai in Hindi
  3. चिचिंडा का उपयोग – Chichinda ka Upyog in Hindi
  4. चिचिंडा के अन्य नाम – Chichinda Other name in Hindi
  5. चिचिंडा का पौधा – Chichinda ka poudha in Hindi
  6. चिचिंडा के प्रकार – Types Of Chichinda in Hindi
  7. चिचिंडा के पोषक तत्‍व – Snake Gourd Nutrition Facts in Hindi
  8. चिचिंडा खाने के फायदे – Benefits of Snake Gourd in Hindi
  9. चिचिंडा के नुकसान – Chichinda ke Nuksan in Hindi

चिचिंडा क्‍या है – Chichinda kya hai in Hindi

चिचिंडा को सांप लौंकी भी कहा जाता है जो इसके इसके सर्पिलाकार आकृति के कारण है। चिंचिडा का वानस्‍पतिक नाम ट्रिकोसैन्‍थेस कुकुमेरिना (Trichosanthes Cucumerina) है। चिचिंडा लौकी की लंबाई 40 से 120 सेमी तक होती है। यह ककड़ी और स्‍क्वैश परिवार से संबंधित है। चिचिंडा को पोषक तत्‍वों का स्‍टोर रूम माना जाता है। भारत में स्नेक गॉर्ड का उपयोग व्‍यायपक रूप से खाद्य सब्‍जी के रूप में किया जाता है। आइए जाने चिचिंडा के बारे में अन्‍य जानकारीयां।

(और पढ़े – स्वस्थ आहार के प्रकार और फायदे…)

चिचिंडा की तासीर क्‍या है – Chichinda ki Taseer kya hai in Hindi

औषधीय लाभों से भरपूर चिचिंडा की तासीर ठंडी होती है। सामान्‍य रूप से यह ककड़ी के परिवार से संबंधित है जिसके कारण इसकी तासीर ठंडी होना स्‍वाभाविक है। लेकिन अपने ठंडी तासीर के गुण के कारण यह कई प्रकार के स्‍वास्‍थ्‍य लाभों के लिए उपयोग किया जाता है।

चिचिंडा का उपयोग – Chichinda ka Upyog in Hindi

चिचिंडा का स्‍वाद सामान्‍य रूप से कड़वा होता है। लेकिन फिर भी करेला की तरह ही इसका उपयोग भोजन पकाने के लिए किया जाता है। हालांकि पकाने के दौरान इसकी अधिकांश कड़वाहट दूर हो जाती है। इसके अलावा चिचिंडा पौधे की पत्तियां, तने और पौधे के अन्‍य हिस्सों का उपयोग भी साग सब्‍जी के रूप में किया जाता है।

चिचिंडा के अन्य नाम – Chichinda Other name in Hindi

सामान्य रूप में भारत में चिचिंडा को स्नेक गॉर्ड के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा भी अलग-अलग जगहों में चिचिंडा को अन्‍य नामों से भी जाना जाता है।

  • हिन्‍दी नाम – चिचिंडा, चिचिंडा, स्नेक गॉर्ड
  • अंग्रेजी नाम – स्नेक गॉर्ड (Snake Gourd)
  • वानस्‍पतिक नाम – ट्रिकोसैन्‍थेस कुकुमेरिना (Trichosanthes Cucumerina)
  • चीनी नाम – गुआ लू पाई (Gua Lou Pi)
  • स्‍पैनिश में – कालाबाजा डी सर्पिएंटे (Calabaza de serpiente)
  • फ्रेंच में – गौरदे डे सर्प (Gourde de serpent)
  • लैटिन में – अंगुसे कुकुर्बिता (Anguis Cucurbita)
  • तेलेगु में – डीसा (Dōsa)

चिचिंडा का पौधा – Chichinda ka poudha in Hindi

चिचिंडा को चीनी ककड़ी के नाम से भी जाना जाता है। इन पतली और लंबी लौकी के ऊपर प्राकृतिक मोम की परत होती है। चिचिंडा का बाहरी रंग हरा होता है जिस पर सफेद रंग की धारियां होती हैं। अधिकांश रूप से चिचिंडा को कच्‍चे रूप में खाया जाता है। पकने पर चिचिंडा का रंग हल्‍का नारंगी होता है। लेकिन जब यह पूरी तरह से पक जाता है तब इसका रंग गहरा लाल हो जाता है। चिचिंडा के फल सपाट होते हैं जिसके बीज मुलायम होते हैं। लेकिन पके हुए चिचिंडा के बीज बहुत ही कठोर होते हैं।

चिचिंडा के प्रकार – Types Of Chichinda in Hindi

चिचिंडा के कई प्रकार होते हैं जिनमें प्रमुख प्रकार इस तरह हैं :

  • वेवी चिचिंडा
  • व्‍हाइट ग्‍लोरी
  • इंडियन शॉर्ट
  • एक्‍सट्रॉ लोग डांसर
  • हाइब्रिड स्‍नेकी

चिचिंडा के पोषक तत्‍व – Snake Gourd Nutrition Facts in Hindi

चिचिंडा के पोषक तत्‍वों और औषधीय गुणों के कारण आहार के रूप में उपयोग किया जाता है जबकि इसका स्‍वाद कड़वा होता है। 100 ग्राम चिचिंडा में पाए जाने वाले पोषक तत्‍व और खनिज पदार्थ इस प्रकार हैं।

स्‍नैक लौकी में विटामिन A, B, C और मैंगनीज, मैग्नीशियम और पोटेशियम भी अच्‍छी मात्रा में होते हैं।

स्नेक लौकी में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व, विटामिन और खनिज होते हैं जो मानव स्वास्थ्य के लिए आवश्यक होते हैं, जिसमें महत्वपूर्ण आहार फाइबर, कैलोरी की थोड़ी मात्रा, और उच्च स्तर के प्रोटीन शामिल हैं। विटामिन के संदर्भ में, इसमें विटामिन ए, बी, सी और साथ ही मैंगनीज, मैग्नीशियम, कैल्शियम, लोहा, पोटेशियम और आयोडीन होता है।

चिचिंडा में वसा की बहुत ही कम मात्रा होती है जबकि इसमें पानी सबसे ज्‍यादा लगभग 95 प्रतिशत तक होता है।

(और पढ़े – विटामिन और उनकी कमी से होने वाले रोग…)

चिचिंडा खाने के फायदे – Benefits of Snake Gourd in Hindi

पोषक तत्‍वों की भरपूर मात्रा होने के कारण चिचिंडा का इस्‍तेमाल स्‍वास्‍थ्‍य लाभ प्राप्त करने के लिए किया जाता है। आप भी अपनी स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं को दूर करने के लिए चिचिंडा का इस्‍तेमाल कर सकते हैं। आइए जाने चिचिंडा खाने के स्‍वास्‍थ्‍य लाभ क्‍या हैं।

चिचिंडा के फायदे मधुमेह के लिए – Chichinda ke fayde Madhumeh ke liye in Hindi

डायबिटीज के लक्षणों को कम करने में चिचिंडा के लाभ माने जाते हैं। स्नैक लौकी में कैलोरी कम होती है साथ ही ऊर्जा और पोषक तत्‍वों से भरपूर होता है। चिचिंडा में एंटी-डायबिटिक गुण होते हैं। जिसके कारण नियमित रूप से चिचिंडा का सेवन करना मधुमेह के लक्षणों को कम करने में सहायक होता है। चीनी चिचिकत्‍सा पद्यति में मधुमेह रोगी को नियमित रूप से चिचिंडा खाने की सलाह दी जाती है। चिचिंडा न केवल मधुमेह बल्कि मधुमेह के कारण होने वाले मोटापे को भी नियंत्रित करने में सहायक होता है। नियमित रूप से सेवन करने पर यह शरीर में रक्‍त शर्करा के उचित स्‍तर को बनाए रखने का सबसे अच्‍छा घरेलू उपाय है। यदि आप भी मधुमेह रोगी हैं तो अपने आहार में चिचिंडा को शामिल कर लाभ प्राप्‍त कर सकते हैं।

(और पढ़े – मधुमेह को कम करने वाले आहार…)

चिचिंडा खाने के फायदे दिल के लिए – ChiChinda khane ke fayde dil ke liye in Hindi

स्नेक गॉर्ड या चिचिंडा का उपयोग हृदय संबंधी समस्‍याओं को दूर करने में प्रभावी होता है। चिचिंडा का अर्क दिल की गति, दिल के दर्द और धमनियों संबंधी समस्‍याओं को दूर करता है। नियमित रूप से चिचिंडा के रस का सेवन करने से रक्‍त परिसंचरण को बढ़ावा मिलता है जिससे हृदय संबंधी समस्‍याओं को दूर करने में मदद मिलती है। यदि आप भी अपने दिल को स्‍वस्‍थ रखना चाहते हैं तो नियमित रूप से स्नेक गॉर्ड के जसू का सेवन करें। अच्‍छे परिणाम प्राप्‍त करने के लिए नियमित रूप से प्रतिदिन 2 कप चिचिंडा के जूस का सेवन किया जाना चाहिए।

(और पढ़े – दिल को स्‍वस्‍थ रखने के लिए सर्वश्रेष्‍ठ आहार…)

चिचिंडा के लाभ कैंसर के लिए – Chichinda ke labh Cancer ke liye in Hindi

चिचिंडा में एंटीऑक्‍सीडेंट की उच्‍च मात्रा होती है। जिसके कारण यह कैंसर पैदा करने वाले फ्री रेडिकल्‍स को रोकने में सहायक होता है। नियमित रूप से चिचिंडा का सेवन करने से शरीर में मौजूद कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने और उन्‍हें नष्‍ट करने में मदद मिलती है। यदि आप भी फ्री रेडिकल्‍स जनित बीमारियों से बचना चहते हैं तो स्नेक गॉर्ड को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। यह भविष्‍य में कैंसर जैसी लाइलाज बीमारी होने की संभावना कम करता है।

(और पढ़े – क्या खाने से कैंसर का खतरा कम किया जा सकता है…

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चिचिंडा के लाभ बुखार दूर करे – Chichinda ke labh Bukhar dur kare in Hindi

स्नैक लौकी या ट्राइकोसेन्‍थेस क्‍यूकुमेरीना का नियमित सेवन पित्‍तयुक्‍त बुखार को कम करने में सहायक होता है। यदि आप बुखार से ग्रसित हैं तो कुछ मात्रा में चिचिंडा के पेस्‍ट और शहद का सेवन करें। यह बुखार दूर करने का सबसे प्रभावी घरेलू उपचार है। कुछ लोगों का मानना है कि धनिया की पत्‍ती और चिचिंडा का सेवन करने से भी बुखार को कम किया जा सकता है। इसके अलावा चिचिंडा में उल्‍टी को प्रेरित करने वाले गुण भी होते हैं। अध्‍ययनों के अनुसार चिचिंडा का सेवन मलेरिया बुखार को नियंत्रित करने में स‍हायक होता है।

(और पढ़े – बुखार कम करने के घरेलू उपाय…)

चिचिंडा का उपयोग गठिया के लिए – Chichinda ka Upyog gathiya ke liye in Hindi

चिचिंडा के पत्‍तों में गठिया के लक्षणों को दूर करने वाले गुण होते हैं। गठिया जोड़ों में होने वाली सूजन और दर्द से संबंधित बीमारी है जो कि बहुत ही कष्‍टदायक होती है। लेकिन इस समस्‍या का उपचार चिचिंडा और इसकी पत्तियों से किया जा सकता है। गठिया के घरेलू इलाज के लिए आप चिचिंडा की पत्तीयों और धनिया के बीज से बने पेस्‍ट का सेवन कर सकते हैं। नियमित रूप से दिन में 3 बार इस मिश्रण का सेवन करने से गठिया के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है।

(और पढ़े – गठिया (आर्थराइटिस) कारण लक्षण और वचाब…)

चिचिंडा के गुण पेट साफ करे – Chichinda ke gun pet saaf kare in Hindi

चिचिंडा का जूस पेट और पाचन संबंधी समस्‍याओं को दूर करने का सबसे अच्‍छा तरीका है। ऐसा इसलिए है क्‍योंकि चिचिंडा में पेट को साफ करने वाले (Purgative) गुण होते हैं। स्नेक गॉर्ड के जूस का सेवन करने से शरीर में मौजूद विषाक्‍त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिलती है। इसके अलावा फाइबर की अच्‍छी मात्रा होने के कारण यह पाचन संबंधी समस्‍याओं को दूर करने में भी सहायक होता है। चिचिंडा की पत्तियां एक इमेटिक के रूप में कार्य करती हैं जो आपकी आंतों को साफ रखने में सहायक है। आप भी अपने पेट और शरीर को स्‍वस्‍थ रखने के लिए चिचिंडा जूस का उपयोग कर सकते हैं।

(और पढ़े – पेट साफ करने के घरेलू उपाय…)

चिचिंडा जूस के फायदे श्वसन तंत्र के लिए – Snake Gourd for Prevents Respiratory problems in Hindi

नियमित रूप से चिचिंडा के जूस का सेवन करना आपके श्वसन तंत्र के लिए फायदेमंद होता है। चिचिंडा जूस के औषधीय गुण न केवल खांसी को दूर करने बल्कि सांस लेने में होने वाली दिक्‍कत को भी दूर कर सकते हैं। यह छाती में जमे कफ या संक्रमण से राहत दिलाता है जो लगातार आने वाली खांसी का कारण होता है। इस औषधीय फल में हीलिंग गुण होते हैं श्वसन तंत्र संबंधी समस्‍याओं को प्रभावी रूप से दूर कर सकते हैं। आप भी अपनी श्वसन संबंधी समस्‍याओं को दूर करने के लिए चिचिंडा जूस का सेवन कर सकते हैं।

(और पढ़े – खांसी का घरेलू उपचार, ड्राई कफ हो या वेट कफ…)

चिचिंडा का जूस एसिडिटी से राहत दिलाये – Snake Gourd Juice for Acidity in Hindi

पेट की समस्‍या या एसिडिटी कई अन्‍य स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं का कारण बन सकती है। लेकिन एसिडि का उपचार करने के लिए चिचिंडा जूस और चिचिंडा का सेवन किया जा सकता है। यह आपके पेट में अनावश्‍यक एसिड के उत्‍पादन को कम करने में प्रभावी होता है। इसके अलावा नियमित रूप से सब्‍जी के रूप में चिचिंडा का सेवन करने से यह पेप्टिक अल्‍सर, गैस्ट्रिटिस और ग्रहणी संबंधी अल्‍सर को ठीक करता है। आप इन सभी समस्‍याओं को दूर करने के लिए अपने आहार में चिचिंडा को शामिल कर सकते हैं।

(और पढ़े – एसिडिटी (अम्लता) (पेट में जलन) क्या है, लक्षण, कारण, इलाज, और आहार…)

चिचिंडा खाने के लाभ लीवर के लिए – Chichinda khane ke labh Liver ke liye in Hindi

हाल ही में हुए एक अध्‍ययन से पता चलता है कि इस सब्‍जी में हेपाटो-सुरक्षात्‍मक गुण उच्‍च मात्रा में होते हैं। जिसके कारण यह यकृत से जुड़ी समस्‍याओं का इलाज करने में सहायक होता है। चिचिंडा की पत्ती के फायदे विशेष रूप से पीलिया और हेपेटाइटिस जैसी बीमारियों के लिए होते हैं।

लगभग 7-10 पत्ते लें और इसे एक कप पानी में उबालें और ठंडा होने दें। 10-15 धनिया के बीज लें और इसे आधा लीटर पानी में उबालें। इसे पहले से तैयार काढ़े के साथ मिलाएं। पीलिया के प्रभावी इलाज के लिए दिन में कम से कम तीन बार पियें।

आप भी अपने लीवर को स्‍वस्‍थ रखने और अन्‍य बीमारियों को दूर करने के लिए चिचिंडा का उपयोग कर सकते हैं।

(और पढ़े – लीवर की कमजोरी कारण लक्षण और दूर करने के उपाय…)

चिचिंडा बेनिफिट्स फार स्किन – Snake Gourd Benefits for Skin in Hindi

स्नेक गॉर्ड स्‍वास्‍थ्‍य लाभ दिलाने के साथ ही त्वचा के लिए भी फायदेमंद होती है। ऐसा इसलिए है क्‍योंकि चिचिंडा मल्टीविटामिन से भरपूर होता है जो त्‍वचा कोशिकाओं को फिर से युवा बनाती है। नियमित रूप से उपभोग करने पर चिचिंडा उम्र बढ़ने संबंधी समस्‍याओं को दूर करने और त्‍वचा को गोरा बनाने में भी प्रभावी होता है। जिससे आपकी त्वचा स्‍पष्‍ट और उज्‍जवल हो सकती है। इस सब्‍जी में 95 प्रतिशत पानी होती है जो आपकी त्‍वचा को हाइड्रेट रखता है। जिससे त्‍वचा को एलर्जी और जलन जैसी स्थितियों से बचाया जा सकता है।

(और पढ़े – गोरा होने के घरेलू उपाय और नुस्खे…

चिचिंडा के फायदे बालों के लिए – Chichinda ke fayde balo ke liye in Hindi

आप अपनी बालों को स्‍वस्‍थ रखने के लिए भी चिचिंडा का उपयोग कर सकते हैं। चिचिंडा का उपयोग बाल झड़ने संबंधी समस्‍या का प्रभावी इलाज कर सकता है। इसके अलावा यह सिर में नए बालों को उगने में भी मदद करता है। ऐसा इसलिए है क्‍योंकि चिचिंडा में विटामिन और खनिज पदार्थों की अच्‍छी मात्रा होती है। विशेष रूप से इसमें मौजूद कैरोटीन जो बालों को जड़ से मजबूत बनाने में सहायक होता है। यदि आप बालों में डैंड्रफ से भी परेशान हैं तब भी चिचिंडा आपकी मदद कर सकता है। आप बालों संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए चिचिंडा का इस्‍तेमाल कर सकते हैं।

(और पढ़े – बालों को तेजी से बढ़ाने के घरेलू उपाय…)

चिचिंडा के नुकसान – Chichinda ke Nuksan in Hindi

सामान्‍य रूप से चिचिंडा का सेवन हमें कई स्वास्‍थ्‍य लाभ दिलाता है। लेकिन कुछ विशेष लोगों के लिए चिचिंडा खाने के नुकसान भी हो सकते हैं।

  • मधुमेह रोगी को अधिक मात्रा में चिचिंडा का सेवन करने से बचना चाहिए। क्‍योंकि यह रक्‍त शर्करा के स्‍तर को कम करता है। अधिक मात्रा में सेवन करने पर यह रक्‍त शर्करा के स्‍तर को बहुत ही कम कर सकता है।
  • कुछ लोगों को चिचिंडा का सेवन करने से कुछ लोगों को एलर्जी का सामना करना पड़ सकता है।
  • कुछ लोगों को अधिक मात्रा में चिचिंडा का सेवन करने से पाचन संबंधी समस्‍याएं हो सकती हैं। क्‍योंकि इसमें फाइबर और अन्‍य पोषक तत्‍व उच्‍च मात्रा में होते हैं।
  • यदि आप किसी विशेष प्रकार की दवाओं का सेवन कर रहे हैं तो चिचिंडा को अपने आहार में शामिल करने से पहले अपने डॉक्‍टर से सलाह लेना चाहिए।

ऊपर आपने जाना की स्नेक गॉर्ड के महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभों में बुखार को कम करने, शरीर को detoxify करने, पाचन में सुधार, जल की मात्रा बढ़ाने, प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने, मधुमेह का इलाज करने, बालों की ताकत और गुणवत्ता में सुधार करने और वजन घटाने में सहायता करने की क्षमता शामिल है। आप भी इसका सेवन कर इन लाभों को प्राप्त कर सकते हैं।

(और पढ़े – संतुलित आहार के लिए जरूरी तत्व , जिसे अपनाकर आप रोंगों से बच पाएंगे…)

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