Chicken Benefits in Hindi चिकन खाने के फायदे आपके शरीर को अतिरिक्त ऊर्जा दिलाने के साथ आपके शरीर को मजबूत करने के लिए जाने जाते हैं। चिकन में मौजूद प्रोटीन, विटामिन और खनिज विभिन्न प्रकार के स्वास्थ्य लाभ दिलाने में मदद करते हैं। चिकन (Chicken) उन मांस वस्तुओं में से एक है जो भारतीय भोजन में अपना स्थान बनाते जा रहा है। चिकन सभी आयु वर्ग के लिए एक पसंदीदा आहार है जो कि सही मात्रा मे सेवन करने पर बहुत ही पौष्टिक और स्वस्थ (healthy) माना जाता है। चिकन का सेवन से वजन कम करने, रक्तचाप (blood pressure) को नियंत्रित करने, कोलेस्ट्रोल को कम करने आदि जैसे अनेक फायदे प्राप्त किये जा सकते हैं।
मांसाहारी लोगों के लिए यह दुबला मांस (Lean meats) बहुत ही फायदेमंद हो सकता है यदि इसका सही मात्रा में सेवन किया जाए। इस लेख में हम चिकन खाने के फायदों के बारे में जानेगें जो कि उपभोग करने के बाद भी आपको मालूम नहीं है। आइए इन्हें जाने।
विषय सूची
1. चिकन क्या है – What is Chicken in Hindi
2. चिकन के पोषक तत्व – Chicken Nutrition Value in Hindi
3. चिकन के फायदे – Chicken Ke Fayde in Hindi
4. चिकन खाने के नुकसान – Chicken Khane Ke Nuksan in Hindi
दुनिया में चिकन, पोल्ट्री (Poultry) का सबसे आम प्रकार है। इसे पालतू जानवरो के रूप में पाला जाता है और इसका उपभोग किया जाता है। चिकन की कई किस्में होती हैं जिनमें फ्री रेंज चिकन, कार्बनिक चिकन और पारंपरिक चिकन शामिल हैं। इनमें प्रजनन के आधार पर अंतर होता है। फ्री रेंज चिकन अपने शब्द के अनुसार चारागाहों में स्वतंत्र रूप से घूमते हैं। परंपरागत चिकन का उपभोग सबसे ज्यादा किया जाता है। इसके विकास को तेज करने और स्वाभाविक रूप से बड़ा करने के लिए हार्मोन इंजेक्शन दिया जाता है। तीनों चिकन में कार्बनिक चिकन सबसे महंगे होते हैं। इस प्रकार की मुंर्गीयों को किसी प्रकार के हार्मोन (Hormone) अलग से नहीं दिये जाते हैं। इसलिए इन्हें खाने के लिए सबसे अधिक सुरक्षित माना जाता है।
प्रोटीन (Protein) की भरपूर मात्रा होने के साथ ही चिकन एक दुबले मांस के रूप में उपयोग किया जाता है। चिकन में कोलेस्ट्रॉल भी अधिक मात्रा में होता है, हालांकि चिकन सेलेनियम प्रदान करता है जिसमें एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidant) होते हैं जो फ्री रेडिकल्स को नियंत्रित करने और प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार करने में मदद करते हैं।
पके हुए चिकन की 100 ग्राम मात्रा में लगभग 239 कैलोरी होती है जबकि 100 ग्राम चिकन में 27 ग्राम केवल प्रोटीन होता है। यूएसडीए के अनुसार चिकन में वसा, आयरन, कोलेस्ट्रॉल, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटेशियम (Potassium), सोडियम, जिंक आदि अच्छी मात्रा में होते हैं। यदि विटामिन की बात की जाए तो चिकन में विटामिन सी, थियामिन, रिबोफ्लेविन, नियासिन, विटामिन बी6, फोलेट और विटामिन बी12 आदि शामिल होते हैं। आइए जाने चिकन खाने के फायदे क्या हैं।
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यदि नियमित रूप से सही मात्रा में चिकन का सेवन किया जाता है तो यह हमारे स्वास्थ्य (Health) को बढ़ावा देने में मदद करता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व और खनिज पदार्थ (Minerals) आपकी विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। आइए जाने चिकन किस प्रकार हमें फायदे पहुंचाता है।
जो लोग ऐसा मानते हैं कि चिकन खाने से वजन बढ़ता है, उन्हें शायद पूरी जानकारी नहीं है। चिकन का नियमित सेवन करने वजन नहीं बढ़ता है। बल्कि स्वस्थ्य वजन को बनाए रखने में मदद मिलती है। चिकन उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन का अच्छा स्रोत होने के साथ ही यह मोटे लोगों के वजन को कम करने में मदद करता है। यदि सप्ताह में नियमित रूप से 2 या 3 बार चिकन का नियमित सेवन किया जाता है तो यह शरीर के वजन (Healthy weight) को स्थिर बनाए रखने में मदद करता है।
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प्रोटीन सामग्री चिकन में बहुत अच्छी मात्रा में मौजूद रहती है। यह हड्डी के नुकसान को कम करने में मदद करते हैं। हड्डीयों में नुकसान 30 वर्ष से अधिक उम्र वाली महिलाओं और बुजुर्ग (geriatric) आबादी के लिए एक प्रमुख समस्या होती है। 100 ग्राम कलेजी का उपभोग आपके दैनिक प्रोटीन की आवश्यकता की आधी मात्रा उपलब्ध कराता है। इसके अलावा चिकन में फॉस्फोरस (Phosphorus) होता है जो आपके दांतों को स्वस्थ्य बनाने और हड्डियो को मजबूत करने में मदद करता है। चिकन का नियमित सेवन आपके गुर्दे, यकृत और तंत्रिका तंत्र के उचित कामकाज को भी बनाए रखने में मदद करता है।
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आपके शरीर के स्वस्थ्य कामकाज को बनाए रखने के लिए आपकी चयापचय प्रणाली का मजबूत होना बहुत आवश्यक है। चिकन में सेलेनियम (Selenium) की अच्छी मात्रा होती है। यदि नियमित रूप से चिकन का सेवन किया जाता है तो सेलेनियम के कारण आपकी चयापचय (Metabolism) दर में वृद्धि होती है। यह विशेष रूप से थायराइड हार्मोन, एंटीऑक्सीडेंट रक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद करता है।
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क्या आप मांसपेशियों (Muscles) को स्वस्थ्य और मजबूत नहीं बनाना चाहते हैं। यदि आप अपने शरीर को बलिष्ठ और सुडौल बनाना चाहते हैं तो उबले हुए चिकन का सेवन करें। चिकन की उच्च प्रोटीन सामग्री आपको सही ढंग से कार्य करने के लिए आवश्यक ऊर्जा (Energy) प्रदान करते हैं। इसलिए आप नियमित रूप से अपने आहार में चिकन की पर्याप्त मात्रा शामिल करें। यह आपके शारीरिक विकास (physical development) में मदद करता है।
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मानव समाज के लिए एनीमिया एक प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है। पोषण विशेषज्ञों के अनुसार इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। इस समस्या से बचने के लिए आयरन समृद्ध भोजन का उपयोग कर सकते हैं। आयरन चिकन के यकृत में अच्छी मात्रा में पाया जाता है। चिकन में विटामिन A, विटामिन E और विटामिन K आदि की उच्च मात्रा होती है जो रक्त कोशिकाओं के उत्पादन बढ़ाने में मदद करते हैं। चिकन का नियमित सेवन करने से आप अपने शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को बढ़ा सकते हैं। इस तरह से यदि आप रोस्टेड चिकन (Roasted chicken) का सेवन करते हैं तो एनीमिया के प्रभाव को कम किया जा सकता है।
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आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली के पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन की आवश्यकता होती है। चिकन में आयरन, मैग्नीशियम और पोटेशियम की अच्छी मात्रा होती है जो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। जब नियमित रूप से चिकन का सेवन शरीर में इन पोषक तत्वों की कमी को आसानी से दूर कर सकता है। जिससे आपकी प्रतिरक्षा कोशिकओं को मजबूत किया जा सकता है। मजबूत प्रतिरक्षा (Immunity) आपके शरीर में मौजूद विषैले पदार्थों, फ्री रेडिकल्स और कैंसर कोशिकाओं को रोकती है। इसलिए नियमित रूप से चिकन का सेवन करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
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अधिकतर मामलों में विटामिन और खनिजों की कमी के कारण आपके नाखून (nails) कमजोर हो सकते हैं। नाखूनों की विभिन्न प्रकार की समस्याएं आपकी सुंदरता को प्रभावित कर सकती है। कुछ सौंदर्य विशेषज्ञों (Beauty experts) और पोषण विशेषज्ञों का मानना है कि विटामिन और खनिजों की कमी आपके शरीर में प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं। जिनके परिणाम स्वरूप नाखूनों से संबंधित विभिन्न प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए इन पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए चिकन का नियमित सेवन करना चाहिए। यह आपके नाखून के स्वास्थ्य में सुधार करने
में मदद कर सकता है। क्योंकि चिकन में आयरन (Iron), पोटेशियम और विभिन्न प्रकार के खनिज अच्छी मात्रा में होते हैं।(और पढ़े – नाखून चबाने के नुकसान और रोकने के उपाय…)
मानव स्वास्थ्य की प्रमुख समस्याओं मे कार्डियोवैस्कुलर स्वास्थ्य (Cardiovascular health) भी है जो बहुत ही गंभीर हो सकता है। चिकन आपके कार्डियोवैस्कुलर स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकता है। पोषण विशेषज्ञों के अनुसार साप्ताहिक रूप से नियमित चिकन का सेवन रक्तचाप और कोलेस्ट्रोल के स्तर को कम करने में मदद करता है। रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल स्ट्रोक और दिल के दौरे जैसे कार्डियोवैस्कुलर समस्याओं में योगदान देती है। इस संबंध बहुत से शोधों से पता चलता है कि चिकन कलेजी में वसा बिल्कुल भी नहीं होता है। इस प्रकार चिकन का सेवन हृदय रोगियों (Heart patients) के लिए प्रभावी होता है। यह इसलिए भी संभव है क्योंकि चिकन मैग्नीशियम और फास्फोरस जैसे खनिजों से भरपूर होता है जो आपके कार्डियोवैस्कुलर स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं।
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आप अपनी आंखों की कमजोर दृष्टि (Weak eyesight) का इलाज करने के लिए चिकन का उभोग कर सकते हैं। क्योंकि चिकन बहुत से पोषक तत्वों का पावरहाउस माना जाता है जो रेटिनोल, लाइकोपीन (Lycopene), अल्फा, और बीटा कैरोटीन आदि की अच्छी मात्रा रखता है। ये पोषक तत्व आपकी आंखों के समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए आवश्यक होते हैं। चिकन का सेवन करने से न केवल आंखों का सूखापन या रात का अंधापन के लिए लाभकारी होता है बल्कि यह मोतियाबिंद (cataracts) और मैकुलर अपघटन के लिए भी प्रभावी होता है। इसलिए आप अपने दैनिक भोजन में चिकन की कम मात्रा को शामिल करें। यह आपकी आंखों की दृष्टि (Eyesight) को बढ़ाने में सहायक होता है।
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यदि आप उच्च रक्तचाप की समस्या से परेशान हैं तो चिकन आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है। चिकन का उचित मात्रा में सेवन रक्तचाप को नियंत्रित करने में उपयोगी होता है। कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि कम वसा वाले खाद्य पदार्थ रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। इसलिए जानकारों द्वारा सलाह दी जाती है कि उच्च रक्तचाप रोगीयों को अपने आहार में सूखे फल (Dried fruits), कम वसा वाले आहार लेना चाहिए। इसके साथ हरी सब्जियां, ताजे फल और चिकन का नियमित सेवन करना चाहिए। ये आपके उच्च रक्तचाप (hypertension) को कम करने में सहायक होते हैं।
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शायद आपको यह सुनकर हैरानी होगी कि चिकन अवसाद को कम कर सकता है। लेकिन यह सही है, चिकन में टिमप्टोफान (tryptophan) नामक एमिनो एसिड की अच्छी मात्रा होती है। अवसाद ग्रस्त (Depression) होने की स्थिति में एक कटोरी चिकन सूप पीने से आपको राहत मिल सकती है। यदि आप तनाव और उदासी महसूस कर रहे हैं तो चिकन के सूप का उपयोग करें क्योंकि यह मस्तिष्क में सेरोटोनिन (serotonin) के स्तर को बढ़ाता है जो आपके तनाव को दूर कर मूड को अच्चा बनाने में मदद करता है।
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यदि आप अपने आहार में पर्याप्त मात्रा में मांसाहार का उपयोग करते हैं, तो सावधान रहें। लाल मांस में कोलेस्ट्रॉल और संतृप्त वसा की मात्रा बहुत अधिक होती है। जो कि आपके शरीर में कोलेस्ट्रोल के स्तर को बढ़ा सकता है। आप इस समस्या से बचने के लिए चिकन का उपभोग कर सकते हैं। लाल मांस की तुलना में चिकन में वसा और कोलेस्ट्रॉल का स्तर बहुत ही कम होता है। चिकन कलेजी का नियमित सेवन करने से हृदय रोगों का खतरा कम हो सकता है।
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जो लोग फैटी आहार की तलाश में हैं उनके लिए चिकन स्किन एक अच्छा विकल्प है। क्योंकि चिकन स्किन में संतृप्त वसा की अच्छी मात्रा होती है जो कि ओलेइक एसिड (Oleic acid) के रूप में मौजूद रहता है। यह आपकी त्वचा के लिए अच्छा माना जाता है। क्योंकि ओलेइक एसिड जैतून के तेल में भी मौजूद रहता है जो कि आपकी त्वचा के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। चिकन स्किन में मौजूद संतृप्त वसा आपके शरीर के संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है। यदि आप चिकन का सेवन करते हैं तो आपको पता होना चाहिए कि त्वचा सहित चिकन और बिना त्वचा वाले चिकन में 50 कैलोरी का अंतर होता है। इसलिए पर्याप्त कैलोरी प्राप्त करने के लिए चिकन स्किन का सेवन फायदेमंद हो सकता है।
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अपने स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए चिकन का उपयोग फायदेमंद होता है। लेकिन इसे जितना फायदेमंद माना जाता है यह उतना होता नहीं है। बेशक यह लाल मांस से बेहतर है। लेकिन यह आपके दैनिक रात्रिभोज और दोपहर के भोजन के लिए अच्छा नहीं है। यह कहना गलत है कि चिकन स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है। क्योंकि चिकन में विटामिन सी, फोलट, विटामिन बी और बहुत से खनिज पदार्थ है जो कि अच्छे प्रोटीन का अच्छा विकल्प हैं। लेकिन यह ताजी सब्जीयों और फैटी मछली से बेहतर नहीं है। आइए जाने चिकन खाने के नुकसान क्या हैं।
यदि आप अधिक मात्रा में चिकन का सेवन करते हैं तो इसका आपके स्वास्थ्य में प्रतिकूल असर हो सकता है। क्योंकि चिकन का सेवन करने से साल्मोनेला (Salmonella), कैंपिलोबैक्टर विषाक्तता और अन्य बैक्टीरिया (Bacteria) आदि के फैलने की संभावना बहुत अधिक होती है। अधिकांश चिकन शॉप में बीमार या संक्रमित चिकन को बेचा जाता है। जिनका सेवन करना आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
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आपके पेट से संबंधित समस्याओं को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार एक जीवाणु जिसे आमतौर पर ई. कोलाई (Escherichia coli) कहा जाता है। यह विशेष रूप से दूषित या अनुचित रूप से तैयार किये गए भोजन में उपस्थित रहता है। दूषित भोजन का सेवन करने से यह दस्त का कारण बनता है। यह पेट के कीड़े के अलावा मूत्रपथ संक्रमण (Urinary tract infection) और निमोनिया आदि बीमारी का कारण भी बन सकता है। इसलिए जब भी आप चिकन का उपभोग करें, इसे प्रमाणित संस्थानों से खरीदें और दूषित चिकन (Contaminated chicken) का सेवन करने से बचें।
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यह सही है कि चिकन का नियमित सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) के स्तर को कम किया जा सकता है। लेकिन यह लाभ चिकन के निश्चित और कम मात्रा में सेवन करेने पर प्राप्त होते हैं। चिकन में बीफ (Beef) की अपेक्षा कोलेस्ट्रॉल कम हो सकता है। लेकिन चिकन में अन्य सभी मांस की तुलना में कहीं अधिक होता है। ऐसी स्थिति में आप कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए बीन्स, टोफू जैसे प्रोटीन के स्रोत वाली सब्जियां और फलों का उपयोग कर सकते हैं, जिनमें किसी प्रकार का कोलेस्ट्रोल नहीं होता है।
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बैक्टीरिया के एंटीबायोटिक-प्रतिरोधी क्षमता एक समस्या है जो चिकित्सा समुदाय की सबसे बड़ी चिंता है। जीवाणुओं की प्रतिरोधी क्षमता को बढ़ाने में ब्रोइलर चिकन मदद करता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि संक्रमण से दूर रखने के लिए मुर्गीयों को एंटीबायोटिक्स (Antibiotics) की भरपूर मात्रा दी जाती है। इस प्रकार के एंटीबायोटिक्स मानव भोजन के साथ-साथ शरीर को भी प्रभावित करते हैं। इसलिए चिकन (Chicken) का अधिक मात्रा में सेवन करने से बचना चाहिए।
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