चॉकलेट का नाम सुनते ही सब के मुंह में पानी आने लगता है और आए भी क्यों ना चॉकलेट बच्चों से लेकर बड़ों तक की पसंद होती है। लेकिन आपने यह जरूर सुना होगा कि लोग चॉकलेट को अच्छा नहीं मानते। शायद इसलिए कि उन्हें चॉकलेट के फायदे के बारे में पता नहीं होता या फिर उन्होंने चॉकलेट के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त नहीं की होती है। आपको बता दें कि चॉकलेट में मुख्य रूप से कोकोआ, दूध और शक्कर होती है यह तीनों चीज आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद मानी जाती हैं। कोकोआ का उपयोग 3000 वर्षों से भी अधिक पहले से हमारे पूर्वज करते आ रहे हैं जो चॉकलेट खाने के फायदे को और बढ़ा देता है।
चॉकलेट खाना हमारी सेहत को कई प्रकार से फायदे पहुंचाता है। चॉकलेट खाने के फायदे ह्रदय को स्वस्थ रखने में, मस्तिष्क को तेज करने, तंत्रिका तंत्र के कार्य में सुधार के साथ तनाव दूर करने और मूड को अच्छा बनाने के लिए जाने जाते हैं। आज हम आपको बताने वाले हैं कि चॉकलेट खाना कितना फायदेमंद है लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि चॉकलेट को एक निश्चित मात्रा में ही खाना चाहिए।
यदि आप एक उच्च कोकोआ गुणवत्ता वाली डार्क चॉकलेट खरीदते हैं, तो यह वास्तव में बहुत पौष्टिक है इसमें घुलनशील फाइबर की एक थोड़ी मात्रा होती है और यह खनिज तत्वों के साथ भरी हुई होती है।
70-85% कोको के साथ डार्क चॉकलेट का एक 100 ग्राम बार में होता है:
बेशक, 100 ग्राम एक काफी बड़ी राशि है और इसका आपको दैनिक रूप से उपभोग नहीं करना चाहिए ये सभी पोषक तत्व 600 कैलोरी और कुछ मात्रा में चीनी के साथ पाये जाते हैं।
कुछ लोगों का मानना है कि चॉकलेट स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती है। लेकिन चॉकलेट किसी भी तरह से आपके स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक नहीं होती यदि आप इसका निश्चित मात्रा में उपयोग करें। आप प्रतिदिन थोड़ी मात्रा में चॉकलेट का सेवन करते हैं तो इसके फायदे बहुत अधिक हैं। आइए जानते हैं चॉकलेट खाने के फायदे और नुकसान क्या हैं।
जैसे जैसे व्यक्ति की उम्र बढ़ती जाती है उसके हृदय पर दबाव बढ़ता जाता है और समय के साथ ह्रदय को स्वस्थ रखना आवश्यक हो जाता है। ऐसे में आप चॉकलेट को खाकर अपने हृदय को स्वस्थ रख सकते हैं। जी हां! आपने बिल्कुल सही पढ़ा चॉकलेट में मौजूद एपकेचिन और गैलिक एसिड हृदय स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकारी माने जाते हैं। साथ ही साथ चॉकलेट में कोकोआ जो इसका मुख्य घटक होता है वह कोलेस्ट्रोल के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है जिससे कई प्रकार के हृदय रोगों से बचा जा सकता है।
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जीवन की बढ़ती हुई भागदौड़ में लोगों के बीच तनाव का स्तर दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, इससे बचने के लिए आप चॉकलेट का सेवन कर सकते हैं। चॉकलेट में पाए जाने वाला ट्रिप्टोफैन कैफीन की तरह कार्य करता है जो एक उत्तेजक की तरह आप की कार्य क्षमता को बढ़ाकर आपके तनाव को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
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आपको यह जानकर हैरानी होगी कि चॉकलेट को खाकर आप तुरंत ऊर्जा प्राप्त कर सकते हैं जो आपको काम करने में मदद करेगी और लंबे समय तक आप ऊर्जावान बने रहेंगे। चॉकलेट में फैटी एसिड और असंतृप्त वसा के साथ संतृप्त वसा दोनों पाई जाती है जो हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल को जमा किए बिना हमें एनर्जी प्रदान करती है। इसके अलावा चॉकलेट में उपयोग की जाने वाली चीनी भी हमें ऊर्जा देने का कार्य करती है इस प्रकार आप चॉकलेट का सेवन कर अपनी ऊर्जा को बढ़ा सकते हैं।
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सर्दी से बचने के लिए चॉकलेट का उपयोग किया जा सकता है। इसमें मौजूद विटामिन सी खांसी और सर्दी से जल्दी राहत दिलाते हैं साथ ही साथ खांसी के कारण हो रहे गले में दर्द को भी ठीक करने का कार्य करते हैं।
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पेशाब को बढ़ाने के लिए चॉकलेट फायदेमंद साबित होता है। इसमें थियोब्रोमाइन नाम का एक योगिक होता है जो कि मूत्र को बढ़ाने का कार्य करता है साथ ही साथ यह रक्तचाप को कम करने के लिए भी जाना जाता है चॉकलेट को खाकर आप अपने ब्लड प्रेशर को कम कर सकते हैं।
तंत्रिका तंत्र और मस्तिष्क के सही तालमेल के लिए चॉकलेट खाना लाभदायक होता है। यह आपके शरीर में मुक्त कणों द्वारा हो रही क्षति को कम करते हैं साथ ही साथ मस्तिष्क में मौजूद सैरेटोनिन को बढ़ाते है जो तनाव दूर करने का कार्य करता है। इस प्रकार चॉकलेट का सेवन कर आप मस्तिष्क की कार्य क्षमता को बढ़ाकर कई प्रकार के मानसिक रोगों जैसे कि अल्जाइमर आदि से बच सकते हैं।
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अध्ययन से पता चला है कि वह लोग जिन्होंने 5 दिन तक लगातार हाई फ्लावानोल कोकोआ का सेवन किया था उनके मस्तिष्क में ब्लड फलों को बढ़ते हुए देखा गया है।
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कोलेस्ट्रोल को कम करने के लिए कुछ हद तक चॉकलेट फायदेमंद साबित होती है। इसका सेवन करने से लिपोप्रोटीन नामक कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम किया जा सकता है इसे खराब कोलेस्ट्रोल के नाम से जाना जाता है। चॉकलेट में कोलेस्ट्रोल को कम करने के गुण होते हैं क्योंकि इसमें पाया जाने वाला फैट शरीर में अवशोषित नहीं होता। फिनलैंड के शोधकर्ताओं ने पाया है कि यदि चॉकलेट का निश्चित मात्रा में प्रतिदिन सेवन किया जाए तो यह स्ट्रोक जैसे खतरों को कम कर देती है।
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कोकोआ जो कि डार्क चॉकलेट का मुख्य घटक होता है जिसमें कई प्रकार के पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं जो कि हमें दूसरे भोजन से प्राप्त नहीं होते।
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त्वचा की सुरक्षा के लिए चॉकलेट में बायो एक्टिव कंपाउंड पाया जाता है जो कि सूरज की तेज रोशनी से आपकी त्वचा की सुरक्षा करता है। चॉकलेट में पाया जाने वाला फ्लावानोल शरीर में खून के संचार को बढ़ाता है और त्वचा को हाइड्रेट रखने का कार्य करता है।
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अध्ययन से पता चला है कि कोकोआ में पाए जाने वाला फ्लावानोल रक्त संचार को बढ़ाता है और स्किन को सूरज की तेज रोशनी से डैमेज होने से बचाता है।
आपने जाना की चॉकलेट खाना कितना अधिक फायदेमंद है। ऐसे कई उदाहरण मौजूद हैं जो यह बताते हैं कि चॉकलेट में पाए जाने वाला कोकोआ कई बीमारियों को ठीक करने की काबिलीयत अपने अंदर रखता है। लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि आप बहुत अधिक मात्रा में चॉकलेट का सेवन करने लगें। क्योंकि चॉकलेट बहुत अधिक कैलोरी के साथ आती है इसलिए इसकी कम मात्रा में ही शरीर को जरूरत होती है। आइए जानते हैं चॉकलेट अधिक मात्रा में चॉकलेट खाने के नुकसान क्या है
बहुत अधिक मात्रा में चॉकलेट का सेवन करने से इसमें मौजूद कैफीन आपके शरीर में अन्य दवाओं के असर को बेअसर कर सकता है इसलिए यदि आप चिकित्सा उपचार को ले रहे हैं तो चॉकलेट खाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर ले ले।
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