Chot Ki Sujan Ka Ilaj In Hindi: दैनिक जीवन में चोट लगना सामान्य है जिससे सूजन भी हो सकती है। लेकिन चोट की सूजन का इलाज समय पर किया जाना चाहिए। क्योंकि चोट के कारण होने वाली सूजन या फूलन दर्दनाक भी होती है। दैनिक जीवन में कुछ सामान्य लापरवाही के कारण आपको चोट लग सकती है हालांकि सामान्य चोट की सूजन 2 से 4 दिनों में ठीक हो जाती है। लेकिन फिर भी चोट की सूजन का इलाज करने के लिए आप कुछ घरेलू उपचारों का उपयोग कर सकते हैं। हालांकि सूजन शरीर में एक रक्षा तंत्र का काम करती है। सूजन के दौरान हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली क्षतिग्रस्त कोशिकाओं और रोगजनकों की पहचान कर उनका उपचार करती है। आज इस आर्टिकल में आप सूजन दूर करने के उपाय और घरेलू उपचार संबंधी जानकारी प्राप्त करेगें।
सूजन हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली का एक हिस्सा है। चोट की सूजन तब होती है जब आपके अंगों में किसी प्रकार का दबाव या घाव हो जाता है। चोट लगने पर तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करने वाले रसायन जारी किए जाते हैं, जिससे क्षेत्र अधिक संवेदनशील हो जाता है।इस दौरान प्रभावित क्षेत्र की कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। लेकिन हमारा शरीर और प्रतिरक्षा प्रणाली इस समस्या का उपचार करने में सक्षम होता है। इस दौरान प्रभावित क्षेत्र में सफेद रक्त कोशिकाएं क्षतिग्रस्त कोशिकाओं की मरम्मत करने के लिए पहुंचती हैं। परिणाम स्वरूप प्रभावित क्षेत्र सामान्य से कुछ गर्म और फूला हुआ होता है।
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आपको लगी चोट के कारण आने वाली सूजन के लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि चोट कितनी तेज और कितने समय पहले की है। चोट की सूजन के सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं :
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शरीर में सूजन शारीरिक चोट या संक्रमण के कारण होती है। क्योंकि इस दौरान हमारा प्रतिक्षा तंत्र कोशिकाओं में क्षति का उपचार करता है। लेकिन शरीर में सूजन आने के अन्य कई कारण भी हो सकते हैं। संक्रमण भी सूजन का कारण बन सकता है लेकिन हर प्रकार की सूजन संक्रमण के कारण नहीं होती है। आइए जाने चोट की सूजन के कारण क्या हैं :
मोच आने या चोट लगने पर आने वाली सूजन का तुरंत ही उपचार किया जाना चाहिए। अन्यथा समय गुजरने के साथ ही यह समस्या आपकी तकलीफ को बढ़ा सकती है। सूजन दूर करने के लिए ‘’PRICE’’ विधि का उपयोग किया जा सकता है।
PRICE को इस प्रकार समझा जा सकता है
P (Protection) –प्रोटक्शन या संरक्षण देना। इसका मतलब यह है कि आप अपनी चोट वाले स्थान को सुरक्षा प्रदान करें। इसके लिए आप एक बैल्ट या कपड़े की पट्टी को चोट वाले स्थान पर लपेटें और स्थिर रखें। साथ ही अपने चोट प्रभावित अंग को बार-बार न छुएं।
R (Rest) – चोट लगने के बाद प्रभावित हिस्से को पर्याप्त आराम दें। साथ ही सूजन होने की स्थिति में प्रभावित क्षेत्र को चलायमान न रखें।
I (Ice) – चोट लगने पर सूजन आने के दौरान आप जितनी जल्दी हो बर्फ की सिकाई लें। ऐसा करने से आपको सूजन और दर्द दोनों से राहत मिल सकती है।
C (Compress) –कंप्रेश या संपीड़न करना। यह विधि प्रभावित क्षेत्र की सूजन को कम करने में प्रभावी होती है। लेकिन आपको ध्यान रखना चाहिए कि चोट के स्थान को अधिक कसकर नहीं बांधना या दबाना चाहिए। क्योंकि अधिक ताकत से कंप्रेश करने पर यह रक्त प्रवाह अवरूद्ध कर सकता है।
E (Elevate) – एलिवेट करना यानि चोट प्रभावित हिस्से को ऊपर उठाना। यह विशेष रूप से पैरों में लगी चोट के लिए अधिक प्रभावी होती है। ऐसा करने पर यह तरल पदार्थ और रक्त के प्रवाह को बढ़ाता है जिससे सूजन को कम करने में मदद मिल सकती है।
जाने अनजाने चोट लगने के कारण हमें सूजन का सामना करना पड़ सकता है। यह सूजन हमारे दैनिक जीवन और कार्य प्रणाली में बाधा बन सकती है। लेकिन चोट की सूजन को कम करने के घरेलू उपाय और नुस्खे भी मौजूद हैं। जिनका उपयोग कर आप सूजन के प्रभाव को कम कर सकते हैं। आइए जाने चोट की सूजन के घरेलू उपचार क्या हैं।
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सामान्य चोट लगने पर शुरुआती 24 से 72 घंटों के बीच में ठंडा संपीड़न (Cold Compress) दिया जाना चाहिए। यह चोट की सूजन को कम करने का सबसे प्रभावी घरेलू नुस्खा है। ठंड़ा तापमान नसों और सूजन प्रभावित क्षेत्र पर एक आरामदायक प्रभाव प्रदान करता है।इसके अलावा ठंड़ा संपीड़न सूजन को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ठंडी सिकाई करने के लिए किसी साफ कपड़ें में कुछ बर्फ के तुकड़े लें और 10 मिनिट तक चोट की सूजन प्रभावित क्षेत्र पर रखें। इस प्रक्रिया को हर 2 से 4 घंटों के बीच में दोहराते रहें।
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चोट संबंधी सूजन को दूर करने का सबसे अच्छा तरीका इस दौरान पर्याप्त आराम करना है। इसलिए यदि चोट के कारण आपको सूजन आ गई है तो आप ज्यादा मेहनती काम न करें। साथ ही इस बात का विशेष ध्यान दें कि सूजन प्रभावित अंग को स्थानांतरित न करें। ऐसी स्थिति में कम से कम 2 से 3 दिनों तक अपने शरीर को आराम दें। ऐसा करना सूजन कम करने के प्राकृतिक तरीके में से एक है।
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रसोई घर में मौजूद अदरक चोट की सूजन को कम करने का आयुर्वेदिक इलाज माना जाता है। अदरक में जिंजरोला (gingerol) नामक यौगिक होता है। अदरक में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इन्फ्लामेट्री गुण होते हैं जो सूजन और दर्द से राहत दिलाते हैं। अदरक का उपयोग शरीर में रक्त परिसंचरण को भी बेहतर बनाता है। सूजन को ठीक करने के लिए बारीक कटा हुआ 1 चम्मच अदरक2 कप उबलते पानी में डालें और 10 मिनिट तक पकाएं। इस मिश्रण में थोड़ी मात्रा मे शहद डालकर पिये। एक दिन में 2 से 4 कप अदरक की इस चाय का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा आप अदरक के तेल से सूजन प्रभावित भाग की मालिश भी कर सकते हैं। इसे प्रतिदिन 2-3 बार करें। अधिक प्रभावी बनाने के लिए आप इसमें नारियल या जैतून के तेल को भी मिला सकते हैं।
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चोट लगने पर शरीर में आने वाली फूलन या सूजन को कम करने के लिए गर्म तेल की मसाज लाभकारी होती है। यह एक प्रभावी और प्रमाणित घरेलू नुस्खा है जो आसानी से सूजन कम कर सकता है। प्रभावित क्षेत्र की मालिश करने से यह मांसपेशियों के दर्द को भी ठीक करता है। इसके लिए आप सरसों के तेल का उपयोग करें। पहले आप सरसों के तेल को हल्का गर्म करें और फिर प्रभावित क्षेत्र में लगाते हुए हल्की मालिश करें। अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए आप इस विधि को दिन में 3 से 4 बार दोहरा सकते हैं।
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प्राचीन समय से ही हल्दी का उपयोग घाव और चोट आदि के उपचार के लिए किया जा रहा है। आप हल्दी का इस्तेमाल चोट की सूजन से छुटकारा पाने के लिए भी कर सकते हैं। हल्दी में दर्द और सूजन कम करने वाले गुण होते हैं। टरमरिक सूजन कम करती है क्योंकि इसमें करक्यूमिन होता है जो कि एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लामेटरी गुणों से भरपूर होता है। चोट की सूजन कम करने के लिए आप हल्दी वाले दूध का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा आप नारियल के तेल में हल्दी पाउडर को मिलाकर एक पेस्ट बनाएं और इसे प्रभावित क्षेत्र में लगाएं। जब लेप सूख जाए तब गुनगुने पानी से इसे धो लें। आप इस उपाय को दिन में 3 से 4 बार दोहरा सकते हैं।
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सेब का सिरका प्रकृति में क्षारीय होता है जिसमें एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं। इस कारण चोट की सूजन को दूर करने के लिए सेब के सिरका का उपयोग किया जाता है। चोट की सूजन का उपचार करने के लिए आप सेब के सिरका और पानी की बराबर मात्रा लें और इसे गर्म करें। इसके बाद किसी सूती कपड़े को इस गुनगुने मिश्रण में भिगोएं। फिर इस कपड़े को सूजन प्रभावित क्षेत्र में अच्छी तरह लपेटें। सूजन से छुटकारा पाने के लिए आप इस विधि का दिन में 2 से 3 बार उपयोग कर सकते हैं।
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चोट की सूजन के घरेलू उपचार में आलू के जूस का उपयोग किया जा सकता है। मध्यम आकार के आलू को पतले-पतले स्लाइस में काटे और सूजन प्रभावित जगहों पर इन आलूओं को लगाएं। आधा घंटें के बाद आप इसे साफ पानी से धो लें। आवश्यकता होने पर आप इसे फिर से दोहरा सकते हैं। यह आपके शरीर की सूजन को कम करने में मदद करेगा।
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यदि आपको चोट लगने के कारण सूजन है तो आपको तुरंत ही इसका उपचार करना चाहिए। साथ ही आप सूजन दूर करने के घरेलू उपाय के रूप में पर्याप्त पानी का सेवन करें। सूजन होने की स्थिति में आपको सामान्य रूप से 10 से 12 गिलास पानी पीना चाहिए। क्योंकि शरीर में पानी की कमी भी चोट की सूजन को बढ़ा सकती है। इसलिए चोट की सूजन के प्रभाव और लक्षण को दूर करने के लिए आप अधिक मात्रा में पानी पीना सुनिश्चित करें।
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शरीर के किसी हिस्से में घाव या चोट होने की स्थिति में नमक का सेवन कम कर देना चाहिए। क्योंकि नमक का अधिक सेवन करने पर यह कोशिकाओं के आसपास के क्षेत्रों से तरल पदार्थ के बाहर निकलने का माध्यम बन सकता है। इसलिए आपको इस बात का विशेष ध्यान देना चाहिए कि चोट की सूजन होने पर आप अपने भोजन में नमक की बहुत ही कम मात्रा का सेवन करें।
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