सर्दियों का मौसम शुरू हो गया है मोसम में बदलाव आपकी सेहत को फिर से खतरे में डाल सकता है जुखाम, खांसी से लेकर बुखार तक सभी समस्याएं इसी मौसम में सबको अपना शिकार बनाती है। सर्दियां आने पर सबसे ज्यादा अगर किसी चीज़ का सामना हमें हर साल करना पड़ता है वो है सर्दियों में उठने वाले पुराने दर्द की समस्या (chronic pain)। पुरानी चोट या फिर दुर्घटनाओं से तो आप उभर जाते हैं लेकिन इनका दर्द सर्दियों का मौसम आते ही बार-बार उठने लगता है।
पहले के समय में लगी चोट, ठोकर, दुर्घटना मांसपेशियों में खिचाव ठंड आते ही दर्द का कारण बन जाता है| हालांकि जब यह चोट लगी होती है तो उतना दर्द नहीं होता लेकिन सर्दियों में उठने वाला दर्द वाकई असहनीय होता है।
जब चोट पूरी तरह ठीक नहीं हो पाती तो वह शरीर के भीतर रह जाती है और जब सर्दियाँ आती है तो इस चोट में दोबारा दर्द होने लगता है। ऐसे में हमारे शरीर को ज्यादा ऑक्सीजन की जरूरत होती है। इस ऑक्सीजन की पूर्ति के लिए मांसपेशियों में अवायुश्वसन होता है जिसकी वजह से लेक्टिक एसिड एकत्रित होने लगता है। इस लेक्टिक एसिड के कारण ही मांसपेशियों में सूजन और दर्द होता है।
आपको बता दे की पुराने दर्द के कई कारण हो सकते है। जादातर यह स्थिति उम्र बढ़ने के साथ आती है जब सामान्य दर्द क्रोनिक तरीके के कारण में बहुत हद तक प्रभावित कर सकता है जोड़ों और हड्डियों को। अन्य सामान्य कारण तंत्रिका को नुकसान पहुंचने और चोटों के पूरी तरह से ठीक न हो जाने के चलते ऐसा होता है।
दो तरह का दर्द: ये दर्द भी दो तरह का होता है। अगर इसका कारण चोट नहीं है इसके पीछे थकान और कमजोरी जैसे कारण भी हो सकते हैं। पुराने दर्द के पीछे अक्सर खेल के दौरान लगी चोट, चोट लगी जगह पर दोबारा चोट लग जाना, कार दुर्घटना या फिर सिरदर्द, डायबिटीज, गठिया और कैंसर भी हो सकता है।
जोड़ों का दर्द भी है एक समस्या: सर्दियों के दिनों में केवल पुरानी चोट ही नहीं अपितु जोड़ो और कमर का दर्द भी काफी लोगों को परेशान करता है। विशेषकर अधिक उम्र के लोगो को। वैसे तो इन समस्यायों के लिए आप किसी अच्छे डॉक्टर के पास जाकर सलाह ले सकते है। अगर नहीं तो कुछ उपाय और आयुर्वेदिक इलाज है जिनकी मदद से इन दर्द से राहत पाई जा सकती है। तो आइये जानते है क्या है वे इलाज-
घरेलू उपचार देंगे सर्दियों में पुराने दर्द से राहत (और पढ़े – पैर में दर्द का कारण और आसान घरलू उपचार)
यह एक तरह का मसाज ट्रीटमेंट होता है जिसे जोड़ों आदि के दर्द के निवारण के लिए प्रयोग में लाया जाता है। इस थेरेपी से दर्द में बहुत जल्द राहत मिलती है। इसकी मदद से रक्त के संचार में सुधार आता है और जोड़ों की सूजन भी कम हो जाती है। इसे आप स्वयं घर पर भी कर सकते है। लेकिन थोड़ा ध्यान से।
जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए आइस थेरेपी का भी इस्तेमाल किया जाता है। इसके लिए एक दिन में 15 से 20 मिनट के लिए दर्द वाली जगह पर बर्फ का इस्तेमाल करें।
हड्डियों और कमर आदि के दर्द को दूर करने के लिए इस थेरेपी का इस्तेमाल किया जाता है। यह बहुत जल्दी से व्यक्ति के दर्द में राहत देने का काम करती है। इसकी मदद से सूजन में भी काफी आराम मिलता है। इसके लिए आप इलेक्ट्रिकल मशीन या गर्म तौलिया की मदद ले सकते है। मरीजों को गर्म पानी से दर्द वाली जगह की सिकाई करनी चाहिए, ठंड से बचाव करना चाहिए, चोट पर गर्म कपड़ा बांधना चाहिए|
अगर दर्द कुछ ज्यादा ही परेशान कर रहा है तो आप इसके लिए दवाओं की मदद भी ले सकते है। लेकिन ध्यान रहे दवाएं केवल डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही इस्तेमाल करें। इसके साथ ही सरसों, जैतून और नारियल के तेल से भी अपने जोड़ों की मसाज करें आराम मिलेगा।
इस तरह के दर्द होने पर सलाह यही दी जाती है की आप केवल आराम करें। लेकिन सभी के लिए आराम करना संभव नहीं। ऐसे में समस्या और बढ़ सकती है। इसीलिए ज्यादा नहीं तो कुछ घंटों का आराम जरूर लें। रात में पूरी नींद लें और सोने से पहले हीट थेरेपी ले लें इससे नींद अच्छी आएगी।
अगर आप कुछ आयुर्वेदिक नुस्खे अपनाकर अपना दर्द को ठीक करना चाहते है तो इस आयुर्वेदिक नुस्खे का इस्तेमाल कर आप अपने दर्द से राहत पा सकते हैं इस उपाय की मदद से भी आपका दर्द हमेशा के लिए छू मंतर हो जयेगा|
बह इस दवा को उस जगह लगाएं जहां आपको दर्द है. धीरे-धीरे हाथों से मालिश शुरू करें और 2 से 3 मिनट तक इसे ऐसे ही करते रहें. जब इतना वक़्त गुजर जाए तो मालिश थोड़ा तेज हाथों से करने लगें. अपनी सुविधा के अनुसार ज्यादा से ज्यादा 20 मिनट की मालिश काफ़ी है। मालिश करने के बाद गीले तोलिये से साफ करें। अगर आपको त्वचा पर हल्की जलन महसूस हो तो बच्चों के इस्तेमाल का पाउडर लगायें इस से आपको जलन से राहत मिलेगी। याद रखें इसके इस्तेमाल से आप थोड़ा असहज महसूस कर सकते हैं मगर ऐसा होना स्वभाविक है। अगर आपको कोई परेशानी हो तो इसके दुबारा इस्तेमाल से बचें|
उपर इस लेख में अपने जाना की सर्दियों में उठने वाले पुराने दर्द का आयुर्वेदिक इलाज जिनकी मदद से आप सर्दियों के दिनों में उठने वाले दर्द बच सकते है।
Homemade face pack for summer गर्मी आपकी स्किन को ख़राब कर सकती है, जिससे पसीना,…
वर्तमान में अनहेल्दी डाइट और उच्च कोलेस्ट्रॉल युक्त भोजन का सेवन लोगों में बीमारी की…
Skin Pigmentation Face Pack in Hindi हर कोई बेदाग त्वचा पाना चाहता है। पिगमेंटेशन, जिसे…
चेहरे का कालापन या सांवलापन सबसे ज्यादा लोगों की पर्सनालिटी को प्रभावित करता है। ब्लैक…
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिन्हें पहचान कर आप…
त्वचा पर निखार होना, स्वस्थ त्वचा की पहचान है। हालांकि कई तरह की चीजें हैं,…