Winter Vagina in Hindi: क्या आपने विंटर वजाइना के बारे में सुना है? अगर नहीं तो हम आपको बता दें कि ठंडा मौसम “विंटर वजाइना” का कारण बन सकता है और यह आपकी सेक्स लाइफ को प्रभावित कर सकता है। सर्दी का असर शरीर के बाकी हिस्सों की तरह ही हमारे प्राइवेट पार्ट पर भी पड़ता है। अक्सर ठंड के मौसम में आपने देखा होगा कि हमारे होंठ फटने लग जाते है और स्किन भी ड्राय होने लगती है। इसी तरह की एक और समस्या है जो अक्सर महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलती है, जिसे विंटर वजाइना भी कहा जाता है।
सर्दियां शुरू होने के साथ ही तापमान गिरना शुरू हो जाता है, यह सिर्फ आपके होंठ और त्वचा को ही शुष्क नहीं करता बल्कि आपके प्राइवेट पार्ट को भी ड्राई करता है जो इस मौसम में सूखापन महसूस करने लगते हैं। ठंड की वजह से योनि में होने वाली इस समस्या के कारण महिलाओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, जैसे योनि में खुजली होना, लुब्रिकेशन की कमी और सेक्स के दौरान दर्द आदि। आइए विंटर वजाइना के बारे में बिस्तार से जानतें हैं।
- योनि का सूखापन हजारों महिलाओं के लिए सेक्स को असहनीय रूप से दर्दनाक बना सकता है।
- गर्म कमरों में बहुत समय बिताने से हवा में नमी की मात्रा कम हो जाती है।
- स्किन ड्राईनेस के कारण हम ‘हमारे शरीर के हर अंग में इसका असर देख सकते हैं।
नमी खो जाने के वजह से होती है विंटर वजाइना की समस्या
“सूखी शरद ऋतु और सर्दियों की ठंडी हवा हमारे शरीर से नमी को कम करती है, जिससे हमारी त्वचा निर्जलित (डिहाइड्रेड) हो जाती है और फटने लगती है, जिससे स्किन काफी खुरदुरी हो जाती है। हमारे शरीर के अन्य हिस्सों की तरह ज्यादा देर तक ठंडे मोसम में रहने पर प्राइवेट पार्ट से भी नमी खोने लगती है, जिससे उसमे भी सूखेपन की समस्या होने लगती है। आपकी योनि सर्दियों के महीनों के दौरान ” ड्रायनेस” का अनुभव कर सकती है।
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विंटर वजाइना की समस्या का सेक्स लाइफ पर पड़ता है असर
सर्दियों के मौसम में वजाइना में ड्रायनेस की वजह से वजाइना के प्राकिर्तिक लुबिक्रेशन में कमी आ जाती है। जिसकी वजह से सेक्स के दौरान योनि में पर्याप्त लुब्रिकेंट नहीं होने से पेनिट्रेशन में दिक्कत आती है। जिसकी वजह से दर्द भी होता है जिससे आप सही से सेक्स एन्जॉय नहीं कर पातीं हैं और इसका सीधा असर आपकी सेक्स लाइफ पर पड़ता है।
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सर्दियों में ऐसा क्यों होता है
“जब हम वातानुकूलित कमरों में या गर्म कमरों में बहुत अधिक समय बिताते हैं, तो हम उस हवा में रहते हैं जो बहुत कम नमी वाली होती है। जिसकी वजह से हम ड्राईनेस का अनुभव कर सकते हैं।
“और हम जो ड्राईनेस या सूखापन अनुभव करते हैं वह अक्सर हमारे शरीर के प्रत्येक अंग तक पहुच सकता है – जिसमें हमारे सबसे निजी क्षेत्र भी शामिल हैं।”
विंटर वजाइना की समस्या के कारण वैक्स से बचती है महिलाएं
सर्दियों में अधिक स्किन ड्राय होने की वजह से महिलाएं अपने प्राइवेट पार्ट की शेविंग और वैक्सिंग करने से बचती है जिसकी वजह से पर्सनल हाईजीन में कमी की वजह से भी महिलाएं सेक्स करने से कतराती है।
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विंटर वजाइना के लक्षण
योनि के सूखने या विंटर वजाइना के लक्षणों में सेक्स के दौरान असुविधा, योनि का संकुचित होना या छोटा होना, सामान्य से अधिक बार पेशाब करने की इक्षा और मूत्र पथ के संक्रमण होने की सम्भावना होती है।
विंटर वजाइना गंभीर रूप से आपके सेक्स जीवन को प्रभावित कर सकती है – हालांकि इस समस्या से बचने और इसका इलाज करने के तरीके हैं।
महिलाओं का कहना है कि सेक्स के दौरान योनी का सूखा होना शर्मनाक हो सकता है और सेक्स को असहनीय रूप से दर्दनाक बना सकता है।
सेक्स एक्सपर्ट्स विंटर वजाइना से बचने के लिए सेल्फ-हेल्प विकल्पों की कोशिश करने की सलाह देते है, जैसे कि लुब्रिकेंट या योनि मॉइस्चराइज़र खरीदना और इस्तेमाल करना।
यदि ये तरीके आपकी मदद नहीं करते हैं, तो यह गायनेकोलॉजिस्ट (gynaecologist) के पास जाकर इलाज कराने लायक कंडीशन हो सकती है।
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एस्ट्रोजन स्तर में कमी भी बन सकती है विंटर वजाइना का कारण
कई विशेषज्ञों का कहना है कि योनि का सूखापन या वजाइना ड्रायनेस एस्ट्रोजन के स्तर में गिरावट के कारण भी होता है – इसलिए सभी विशेषज्ञ इस बात से सहमत नहीं हैं कि बाहर के मौसम का योनि पर प्रभाव पड़ता है।
उनका मानना है कि ‘सभी मौसमों में वजाइना काफी अच्छी तरह से काम करती है।’
‘योनि एक स्थिर तापमान बनाए रखती है क्योंकि यह आपके शरीर के अंदर होती है और मानव शरीर का बाहरी तापमान केवल तभी बढ़ता है जब कोई व्यक्ति हीट स्ट्रोक (लू लगने) से पीड़ित होता है।’
रजोनिवृत्ति, स्तनपान, प्रसव, सेक्स से पहले उत्तेजना की कमी, कुछ गर्भ निरोधकों और कैंसर के उपचारों के कारण योनि में सूखापन हो सकता है।
इससे बचने के लिए महिलाओं को एक अच्छे सेक्स लुब्रिकेंट का उपयोग करने की सलाह दी जाती है, साथ ही सेक्स करने से पहले उत्तेजित होने में अधिक समय लेना और फोरप्ले करना भी जरुरी होता है।
गंभीर मामलों में, रजोनिवृत्ति के कारण योनि में सूखापन होने पर योनि एस्ट्रोजन की आवश्यकता हो सकती है। और इसमें हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी भी मदद कर सकती है।
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विंटर वजाइना से बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान
ठंड के मौसम में वजाइना ड्रायनेस की समस्या से बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं और केमिकलयुक्त प्रोडक्ट जैसे कठोर साबुन का इस्तेमाल अपने प्राइवेट पार्ट में करने से बचें। इस मौसम में ह्यूमिडिफायर (humidifier) का इस्तेमाल करने से भी विंटर वजाइना से बचने में काफी मदद मिल सकती है।
विंटर वजाइना से बचने के घरेलू उपाय
विशेषज्ञों का मानना है कि महिलाएं सर्दियों के महीनों के दौरान अपनी योनि को नम और स्वस्थ रखने के लिए इन उपायों को कर सकती हैं।
सेब का रस पीना – सेब फाइटोएस्ट्रोजेन में समृद्ध है, जो हार्मोनल असंतुलन को दूर कर सकता है जो योनि के सूखने का कारण बनता है।
हरी पत्तेदार सब्जी खाना – पालक, काले और ब्रोकली में पोषक तत्व होते हैं जो योनि का सूखापन को रोकते हैं और परिसंचरण को बढ़ावा देते हैं।
तरबूज खाना – फल में यौगिक सिट्रुलिन होता है, जो जननांगों तक परिसंचरण और रक्त प्रवाह को बढ़ावा देने के लिए शरीर की रक्त वाहिकाओं को आराम देता है।
नारियल पानी पीना – नारियल पानी में लॉरिक एसिड होता है, जो हानिकारक बैक्टीरिया से लड़ता है जो योनि संक्रमण का कारण बन सकते है। इसलिए सर्दियों के मौसम में नारियल पानी पीना आपको योनि संक्रमण से बचा सकता है।
शकरकंद खाना – नारंगी रंग का ‘बीटा कैरोटीन’, जो गाजर में भी पाया जाता है, शरीर में विटामिन ए में बदल जाता है। यह योनि स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है।
तनाव को कम करना – तनाव से महिला के एस्ट्रोजन का स्तर कम हो जाता है, जिससे त्वचा सूख सकती है। और इसका असर शरीर के बाकी हिस्सों की तरह ही प्राइवेट पार्ट पर भी पड़ता है।
एक ह्यूमिडिफायर का उपयोग करना – हीटिंग सिस्टम हवा में नमी को सूखा देता है। इसलिए एक ह्यूमिडिफायर का उपयोग करना आपको विंटर वजाइना से बचने में मदद कर सकता है।
व्यायाम करना – एक्टिव रहना पूरे शरीर में परिसंचरण में सुधार और तनाव को कम करने के लिए फायदेमंद होता है।
सुगंधित साबुन को छोड़ना – ये योनि की संवेदनशील त्वचा को परेशान करते हैं और इसके पीएच को बदलते हैं।
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