Colonoscopy in Hindi कोलोनोस्कोपी: कोलोनोस्कोपी एक टेस्ट है, जिसका उपयोग डॉक्टर द्वारा पेट के दर्द, रेक्टल रक्तस्राव (rectal bleeding) या आंत्र के व्यवहार (bowel habits) में परिवर्तन जैसी समस्याओं के संभावित कारणों का पता लगाने के लिए, बड़ी आंत (large intestine) का परीक्षण करने के लिए किया जाता है। यदि किसी व्यक्ति को लगता है कि कोलोनोस्कोपी परीक्षण एक भयानक और दर्दनाक प्रक्रिया है, तो यह सत्य नहीं है। आमतौर पर कोलोनोस्कोपी का उपयोग कोलोरेक्टल कैंसर का इलाज करने के लिए किया जाता है, जो 50 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों को अधिक प्रभावित करता है। एक कोलोनोस्कोपी (colonoscopy) से असामान्य ऊतक वृद्धि, जिसे पॉलीप्स कहा जाता है, को कैंसर में बदलने से पहले हटाया जा सकता है।
आज के इस लेख में आप जानेंगे कि, कोलोनोस्कोपी टेस्ट (colonoscopy test) क्या है, टेस्ट से पहले, टेस्ट के दौरान, टेस्ट के बाद क्या किया जाता है, इसके जोखिम क्या हैं तथा इसके परिणाम और कीमत के बारे में।
विषय सूची
1. कोलोनोस्कोपी टेस्ट क्या है – What Is a Colonoscopy in Hindi
2. सीटी स्कैन कोलोनोस्कोपी क्या है – What is CT Scan Colonoscopy in Hindi
3. कोलोनोस्कोपी क्यों की जाती है – Why a Colonoscopy Is Performed in Hindi
4. कोलोनोस्कोपी के लिए तैयारी – Prepare for Colonoscopy in Hindi
5. कोलोनोस्कोपी टेस्ट के जोखिम और साइड इफेक्ट – Colonoscopy Risks And Side Effects in Hindi
6. कोलोनोस्कोपी टेस्ट रिजल्ट – Colonoscopy test result in Hindi
7. कोलोनोस्कोपी के बाद स्वास्थ्य लाभ – Colonoscopy Recovery in Hindi
8. कोलोनोस्कोपी टेस्ट प्राइस – Colonoscopy Cost In Hindi
कोलोनोस्कोपी (colonoscopy) एक विशेष प्रकार की प्रक्रिया या टेस्ट है, जिसमें बड़ी आंत (कोलन और गुदाशय) के अंदर की स्थिति या असामान्यताओं की जांच की जाती है। कोलोनोस्कोपी (colonoscopy) आमतौर पर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल (gastrointestinal) लक्षणों का मूल्यांकन करने के लिए प्रयोग में लाई जाती है, जैसे – रेक्टल (rectal) और आंतों (bowel) के रक्तस्राव, या आंत्र आदतों में परिवर्तन।
कोलोनोस्कोपी लक्षणों को प्रगट किये बगैर होने वाले कोलोरेक्टल कैंसर (colorectal cancer) को देखने में भी सक्षम है। 50 वर्ष या उससे अधिक आयु के किसी भी व्यक्ति के लिए स्क्रीनिंग कोलोनोस्कोपी (screening colonoscopy) की सिफारिश की जा सकती है। आवश्यक्तानुसार कोलोनोस्कोपी के दौरान पॉलीप्स (polyps) या अन्य प्रकार के असामान्य ऊतकों को हटाया जा सकता है। ऊतक (Tissue) के नमूने (बायोप्सी) (biopsies) को भी एक कोलोनोस्कोपी के दौरान लिया जा सकता है, तथा प्रयोगशाला परीक्षण के लिए भेजा जा सकता है।
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एक सीटी स्कैन कोलोनोस्कोपी (CT Scan Colonoscopy) वह तकनीक है, जिसमें कोलन के अधिक स्पष्ट दृश्य प्राप्त करने के लिए सीटी स्कैन मशीन का उपयोग किया जाता है। यह 3 डी छवियां (3D images) निर्मित करती है। इसे कम्प्यूटेड टोमोग्राफी कोलोनोस्कोपी (Computed Tomography Colonoscopy) (CTC) या वर्चुअल कोलोनोस्कोपी (Virtual Colonoscopy) के रूप में भी जाना जाता है। यह सामान्य कोलोनोस्कोपी से अधिक मंहगी प्रक्रिया है।
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कोलन कैंसर और अन्य समस्याओं की जानकारी के लिए कोलोनोस्कोपी (colonoscopy) की आवश्यकता होती है। इसके अतिरिक्त निम्न समस्याओं की जानकारी के लिए कोलोनोस्कोपी आवश्यक है, जैसे:
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कोलोनोस्कोपी (colonoscopy) को सफल बनाने के लिए कोलन (colon) का स्वच्छ होना अतिआवश्यक है। इसका मतलब है कि इस परीक्षण से कम से कम 24 घंटे पहले सम्बंधित व्यक्ति को अपने आहार को सीमित करना चाहिए। डॉक्टर आमतौर पर स्पष्ट तरल पदार्थ के सेवन की सलाह दे सकता है, इन तरल पदार्थों में शामिल हैं:
डॉक्टर को सम्बंधित व्यक्ति द्वारा ली जा रही किसी भी दवा के बारे में जानकारी देना चाहिए, जैसे- ओवर-द-काउंटर ड्रग्स या सप्लीमेंट्स आदि। इन दवाओं को डॉक्टर की सलाह पर परीक्षण होने तक प्रतिबंधित किया जा सकता है, क्योंकि ये दवाएं कोलोनोस्कोपी को प्रभावित कर सकती हैं।
इसके अतिरिक्त संबंधित व्यक्ति को परीक्षण से पहले रात में डॉक्टर द्वारा लेक्सटिव (laxative) लेने की सलाह दी जा सकती है। डॉक्टर मरीज को परीक्षण के दिन कोलन (colon) को साफ करने के लिए एनिमा (enema) का उपयोग करने की सलाह भी दे सकता है। परीक्षण के कम से कम एक सप्ताह पहले सम्बंधित व्यक्ति को ली जाने वाली दवाओं के विषय में डॉक्टर से सलाह करनी चाहिए।
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कोलोनोस्कोपी (colonoscopy) से पहले, डॉक्टर व्यक्ति के पास होने वाली विशेष चिकित्सा परिस्थितियों के बारे जानकारी प्राप्त करता है, जिसमें निम्न स्थितियां शामिल हैं:
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कोलोनोस्कोपी की प्रक्रिया (colonoscopy) के दौरान, सम्बंधित व्यक्ति को परीक्षण टेबल पर लिटाया जाता है तथा मरीज को sedatives नामक औषधि दी जाती है। इसके बाद डॉक्टर परीक्षण के लिए गुदा (rectum) में एक कोलोनोस्कोप नामक एक ट्यूब जैसा यंत्र डालता है। कोलोनोस्कोप एक लचीला तथा लम्बा प्रकाश ट्यूब होता है, जिसके सिरे पर एक छोटा वीडियो कैमरा लगा होता है। इसके अतिरिक्त इसमें एक ट्यूब भी शामिल होता है, जो डॉक्टर को व्यक्ति के कोलन (colon) में हवा या कार्बन डाइऑक्साइड पंप करने की अनुमति प्रदान करता है। वायु या कार्बन डाइऑक्साइड कोलन को फुलाने का कार्य करती है। यह यंत्र कोलन (colon) की अस्तर का साफ और स्पष्ट दृश्य प्रदान करता है। इसलिए डॉक्टर आपके कोलन की अस्तर देख सकता है और बता सकता है कि कोई प्रॉब्लम है या नहीं।
कोलोनोस्कोप (colonoscope) की नोक या सिरे पर लगा एक छोटा वीडियो कैमरा बाहर रखी मॉनीटर पर छवियां प्रदान करता है। इन छवियों का डॉक्टर द्वारा अवलोकन किया जाता है। संबंधित व्यक्ति कोलोनोस्कोपी के दौरान जागृत रह सकता है।
इसके अतिरिक्त परीक्षण के दौरान, डॉक्टर कॉलोनोस्कोप में व्यक्ति के कोलन (colon) परीक्षण के लिए ऊतक का छोटा सा नमूना भी ले सकता है, जिसे बायोप्सी (biopsy) कहा जाता है। वह पॉलीप्स नामक असामान्य वृद्धि को लेने के लिए भी इसका उपयोग कर सकते हैं।
कोलोनोस्कोपी (colonoscopy) प्रक्रिया आमतौर पर लगभग 30 से 60 मिनट तक चलती है।
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कोलोनोस्कोपी (colonoscopy) परीक्षण पूर्ण होने के बाद, व्यक्ति को दिए जाने वाले sedative का असर कम होने या sedative से ठीक होने के लिए लगभग एक घंटे का समय लगता है। अतः परीक्षण के बाद सम्बंधित व्यक्ति को अगले 24 घंटों तक ड्राइव न करने की सलाह दी जाती है। परीक्षण के बाद व्यक्ति को परिवार के जिम्मेदार सदस्य या दोस्त के साथ घर जाना चाहिए।
परीक्षण के बाद प्रत्येक व्यक्ति को घर जाने से पहले डॉक्टर से साभी आवश्यक निर्देशों को समझना चाहिए। यदि डॉक्टर द्वारा कोलोनोस्कोपी के दौरान बायोप्सी (biopsy) की गई है या किसी भी पॉलीप्स (polyps) को हटा दिया है, तो कुछ समय के लिए डॉक्टर के सुझाव पर रक्त को पतला करने वाली दवाओं से बचना चाहिए।
इसके अलावा, इस परीक्षण के बाद संबंधित व्यक्ति के मल के साथ थोड़ा सा रक्त निकलना सामान्य बात है। परन्तु यदि रक्त का निकलना जारी रहता है या पेट दर्द का अनुभव होता है या फिर 100 डिग्री फ़ारेनहाइट से अधिक बुखार आता है तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
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चूंकि कोलोनोस्कोपी (colonoscopy) एक नियमित प्रक्रिया है, इसलिए आमतौर पर इस परीक्षण से कुछ स्थायी प्रभाव देखे जा सकते हैं।
बहुत कम मामलों में कोलोनोस्कोपी (colonoscopy) के तहत निम्न जटिलताओं को शामिल किया जा सकता हैं:
निम्न में से कोई भी समस्या उत्पन्न होने पर सम्बंधित व्यक्ति को तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
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डॉक्टर कोलोनोस्कोपी टेस्ट करने के बाद परिणामों की समीक्षा करता है। अतः कोलोनोस्कोपी (colonoscopy) के तहत निम्न दो प्रकार के रिजल्ट प्राप्त होते हैं:
कोलोनोस्कोपी टेस्ट के नकारात्मक परिणाम (Negative result) – कोलोनोस्कोपी (colonoscopy) के नकारात्मक परीणाम से आशय है कि सम्बंधित व्यक्ति के कोलन में कोई असामान्यता या समस्या नहीं है।
परन्तु इसके बाबजूद भी डॉक्टर द्वारा एक और कोलोनोस्कोपी (colonoscopy) की सिफारिश की जा सकती है, यदि व्यक्ति के पास निम्न स्थितियां मौजूद हो जैसे:
कोलोनोस्कोपी परीक्षण के सकारात्मक परिणाम (Positive result) – कोलोनोस्कोपी (colonoscopy) से प्राप्त सकारात्मक परीणाम का अर्थ है, कि सम्बंधित व्यक्ति के कोलन में कोई पॉलीप्स (polyps) या असामान्य ऊतक (abnormal tissue) का पाया जाना।
अधिकांश पॉलीप्स (polyps) कैंसर नहीं होते हैं, लेकिन कैंसर का कारण बन सकते हैं।
कोलोनोस्कोपी के दौरान हटाए गए पॉलीप्स (polyps) को प्रयोगशाला में भेजा जा सकता है, ताकि यह निर्धारित किया जा सके कि यह पॉलीप्स (polyps) sकैंसर, पूर्व कैंसर या नॉनकैंसर हैं या नहीं।
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कोलोनोस्कोपी (colonoscopy) के बाद प्रत्येक व्यक्ति को अपने आहार पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
इस हेतु कौन से आहार का सेवन करे और किस तरह के आहार से परेहज करना है, इसकी जानकारी प्राप्त करना अतिआवश्यक हो जाता है।
अतः डॉक्टर द्वारा कोलोनोस्कोपी (colonoscopy) के बाद निम्न खाद्य पदार्थ के सेवन की सलाह दी जा सकती है:
कोलोनोस्कोपी (colonoscopy) टेस्ट के बाद सम्बंधित व्यक्ति को निम्न खाद्य पदार्थ और पेय पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी जाती है, जैसे :
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कोलोनोस्कोपी (colonoscopy) के बाद संबंधित व्यक्ति को निम्न खाद्य पदार्थ और पेय के सेवन से बचाना चाहिए, जैसे:
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कोलोनोस्कोपी टेस्ट की कीमत (colonoscopy test price) भारत में भिन्न भिन्न स्थानों और परीक्षण संस्थाओं के आधार पर भिन्न भिन्न हो सकती है। भारत में कोलोनोस्कोपी कीमत लगभग Rs. 3000 से Rs. 20000 तक होती है।
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