kabj in hindi आमतौर पर मल त्यागने में कठिनाई होने की स्थिति को कब्ज कहा जाता है। पेट में कब्ज होने से मल सूख जाता है या कठोर हो जाता है, जिसके कारण व्यक्ति को अन्य परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है। कब्ज की समस्या प्रत्येक व्यक्ति में भिन्न-भिन्न होती है।
उम्र बढ़ने के साथ ही लोगों में कब्ज की समस्या भी तेजी से उत्पन्न होती है और मलोत्सर्ग (bowel movements) की क्रिया भी धीमी पड़ जाती है। प्रतिदिन कम से कम एक बार मल त्यागना जरूरी होता है, लेकिन ज्यादातर लोग अनियमित रूप से मल त्यागते हैं और इस कारण उनके पेट में कब्ज बनना शुरू हो जाता है। कब्ज के कारण जी मिचलाना, उल्टी और पेट में भारीपन की भी समस्या हो सकती है। अतः आज इस लेख में आप कब्ज के कारण, लक्षण और कब्ज दूर करने के लिए घरेलू इलाज के बारे में जानेगें।
kabj hone ke karan in Hindi आमतौर पर पेट में कब्ज कई कारणों से होता है। कब्ज होने के कुछ प्रमुख कारण निम्न हैं;-
कब्ज की समस्या उत्पन्न होने पर कई तरह की परेशानियां उत्पन्न होने लगती हैं। इस समस्या के उत्पन्न होने का एक प्रमुख लक्षण मल का कठोर (hard stool) होना या मल त्यागने में परेशानी होना है। इसके अलावा कब्ज के दौरान निम्न लक्षण देखने को मिलते हैं, जैसे:-
kabj ka gharelu ilaj in hindi कब्ज एक ऐसी बीमारी है, जिसका इलाज घर पर ही किया जा सकता है। आइये जानें कि कब्ज होने पर कौन-कौन से घरेलू इलाज फायदेमंद होते हैं।
प्रतिदिन नींबू पानी का सेवन कब्ज को दूर करने का घरेलू प्रभावी उपाय है। नींबू में पाया जाने वाला साइट्रिक एसिड पाचन तंत्र को उत्तेजित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों (toxins) को बाहर निकालकर कब्ज में राहत प्रदान करता है। एक गिलास पानी में नींबू निचोड़कर प्रतिदिन सुबह पीयें या नींबू की चाय (lemon tea) बनाकर पीने से कब्ज की समस्या दूर की जा सकती है। इसके अलावा नींबू-पानी का सेवन करने से भी कब्ज दूर हो जाता है।
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बृहदान्त्र (colon) को उत्तेजित करने में कॉफी बहुत सहायक होती है। यह पेशाब की गति को तीव्र करती है और शरीर से हानिकारक पदार्थों को बाहर निकालती है। हॉट ड्रिंक और हर्बल चाय का सेवन भी कब्ज की दवा के रूप में किया जाता है।
किशमिश में टार्टरिक एसिड और उच्च मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो कब्ज का उपचार करने में मदद करता है। स्टडी में पाया गया है कि प्रतिदिन किशमिश का सेवन करने से पाचन तंत्र मजबूत होता है और इसमें मौजूद फाइबर भोजन को आसानी से पचा देता है जिससे कि कब्ज की समस्या नहीं होती है।
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)कब्ज की आयुर्वेदिक दवा के रूप में अरंडी के तेल बहुत लोकप्रिय है। खाली पेट 1 या 2 चम्मच अरंडी के तेल (Castor oil) का सेवन करने से कब्ज दूर हो जाता है। अरंडी के तेल में इस तरह के यौगिक पाये जाते हैं जो बड़ी और छोटी आंत को उत्तेजित करते हैं और पेट साफ न होने के कारण उत्पन्न कब्ज की समस्या को दूर करने में प्रभावी रूप से कार्य करते हैं।
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प्रतिदिन करीब 15 मिनट टहलने या एक्सरसाइज करने से पाचन तंत्र बेहतर होता है। यदि ज्यादा खाने के बाद आपको कब्ज या भारीपन महसूस होता है तो आप लेटने की बजाय थोड़ी देर टहल सकते हैं इससे पाचन की क्रिया बेहतर होती है और पेट में कब्ज की समस्या नहीं होती है।
अधिक पानी पीते रहने से शरीर में पाचन की क्रिया आसान हो जाती है और यह मांसपेशियों के कार्यों को भी बेहतर बनाने में मदद करता है। जब शरीर में पर्याप्त मात्रा में पानी होता है तो यह पाचन तंत्र (digestive tract) में पोषक तत्वों को संसाधित करता है और विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकालता है। इसलिए कब्ज की समस्या का इलाज करने के लिए प्रतिदिन पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए।
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बीन्स में फाइबर अधिक मात्रा में पाया जाता है और इसका सेवन करने से मल भी कठोर नहीं होता है। इसके अलावा बीन्स में प्रोटीन और जरूरी पोषक तत्व की भरपूर मात्रा पाई जाती है, जो शरीर की कोशिकाओं को विकसित करने में तथा मांसपेशियों को स्वस्थ रखने में मदद करता है और कब्ज की समस्या को भी दूर करता है।
आधे गिलास पानी में एक चम्मच बेकिंग सोडा मिलाकर पीने से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है। यह घोल कब्ज के कारण पेट में होने वाले दर्द, जी मिचलाना और पेट में ऐंठन की समस्या को भी दूर करने में मदद करता है और इसमें मौजूद बाइकार्बोनेट कब्ज के कारण सीने में जलन (chest sensation) की भी समस्या को दूर करता है। इसलिए बेकिंग सोडा और पानी का नियमित सेवन कब्ज का रामबाण इलाज है।
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ऑलिव ऑयल, अखरोट और एवोकैडो में हेल्दी फैट पाया जाता है जो आंत को चिकना बनाता है और कब्ज की समस्या को दूर करता है। कब्ज से निजात पाने के लिए फाइबर युक्त हरी पत्तेदार सब्जियां, ऑलिव ऑयल और मुट्ठी भर अखरोट (nut) का सेवन सलाद के रूप में करना चाहिए। यह उपाय कब्ज के घरेलू इलाज में काफी लाभदायक है।
आंतों को मॉश्चराइज करने में सीसम ऑयल बहुत फायदेमंद होता है। यह मल को सूखने नहीं देता है और पेट में कब्ज बनने से बचाता है। कब्ज दूर करने के लिए सीसम के बीज का सेवन सलाद के रूप में भी किया जाता है। अतः यदि आप कब्ज की आयुर्वेदिक दवा खोज रहे है, तो इसके लिए सीसम के बीज का चुनाव करना काफी उचित है।
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रात में सोने से पहले प्रतिदिन गुड़ (jaggery) का सेवन करने से सुबह पेट साफ आसानी से होता है और कब्ज की समस्या नहीं होती है। इसके अलावा गुड़ को पानी में उबालकर भी इसका सेवन किया जा सकता है। इसमें विटामिन, खनिज और मैग्नीशियम पाया जाता है, जो कब्ज का जड़ से इलाज करता है।
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